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अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay in Hindi)

अनुशासन

हर एक के जीवन में अनुशासन सबसे महत्पूर्ण चीज है। बिना अनुशासन के कोई भी एक खुशहाल जीवन नहीं जी सकता है। कुछ नियमों और कायदों के साथ ये जीवन जीने का एक तरीका है। अनुशासन सब कुछ है जो हम सही समय पर सही तरीके से करते हैं। ये हमें सही राह पर ले जाता है। हम अपने रोजमर्रा के जीवन में कई प्रकार के नियमों और कायदों के द्वारा अनुशासन पर चलते हैं।

अनुशासन पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Discipline in Hindi, Anushasan par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द) – अनुशासन.

अनुशासित व्यक्ति आज्ञाकारी होता है और उसके पास उचित सत्ता के आज्ञा पालन के लिये स्व-शासित व्यवहार होता है। अनुशासन पूरे जीवन में बहुत महत्व रखता है और जीवन के हर कार्यों में इसकी जरुरत होती है। यह सभी के लिये आवश्यक है जो किसी भी प्रोजेक्ट पर गंभीरता से कार्य करने के लिये जरुरी है। अगर हम अपने वरिष्ठों की आज्ञा और नियमों को नहीं मानेंगे तो अवश्य हमें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और असफल भी हो सकते हैं।

अनुशासन का पालन

हमें हमेशा अनुशासन में होना चाहिये और अपने जीवन में सफल होने के लिये अपने शिक्षक और माता-पिता के आदेशों का पालन करना चाहिये। हमें सुबह जल्दी उठना चाहिये, निययमित दिनचर्या के तहत साफ पानी पीकर शौचालय जाना चाहिये, दाँतों को साफ करने के बाद नहाना चाहिये और इसके बाद नाश्ता करना चाहिये। बिना खाना लिये हमें स्कूल नहीं जाना चाहिये। हमें सही समय पर स्वच्छता और सफाई से अपना गृह-कार्य करना चाहिये।

हमें कभी भी अपने माता-पिता की बातों का निरादर, नकारना या उन्हें दुखी नहीं करना चाहिये। हमें अपने स्कूल में पूरे यूनिफार्म में और सही समय पर जाना चाहिये। कक्षा में स्कूल के नियमों के अनुसार हमें प्रार्थना करना चाहिये। हमें अपने शिक्षकों की आज्ञा का पालन करना चाहिये, साफ लिखावट से अपना कार्य करना चाहिये तथा सही समय पर दिये गये पाठ को अच्छे से याद करना चाहिये। हमें शिक्षक, प्रधानाध्यापक, चौकीदार, खाना बनाने वाले या विद्यार्थियों से बुरा बर्ताव नहीं करना चाहिये।

हमें सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिये, चाहे वो घर, स्कूल, कार्यालय या कोई दूसरी जगह हो। बिना अनुशासन के कोई भी अपने जीवन में कोई भी बड़ी उपलब्धि प्राप्त नहीं कर सकता। इसलिये अपने जीवन में सफल इंसान बनने के लिये हमें अपने शिक्षक और माता-पिता की बात माननी चाहिये।

निबंध 2 (300 शब्द) – अनुशासन: सफलता की चाबी

अनुशासन एक क्रिया है जो अपने शरीर, दिमाग और आत्मा को नियंत्रित करता है और परिवार के बड़ों, शिक्षकों और माता-पिता की आज्ञा को मानने के द्वारा सभी कार्य को सही तरीके से करने में मदद करता है। ये एक ऐसी क्रिया है जो अनुशासन में रह कर हर नियम-कानून को मानने के लिये हमारे दिमाग को तैयार करती है। हम अपने दैनिक जीवन में सभी प्राकृतिक संसाधनों में वास्तविक अनुशासन के उदाहरण को देख सकते हैं।

अनुशासन- सफलता की चाबी

सूरज और चाँद का सही समय पर उगना और अस्त होना, सुबह और शाम का अपने सही समय पर आना और जाना, नदियाँ हमेशा बहती है, अभिभावक हमेशा प्यार करते हैं, शिक्षक हमेशा शिक्षा देते है और भी बहुत कुछ। तो फिर क्यों हम अपने जीवन में पीछे हैं, बिना परेशानियों का सामना किये आगे बढ़ने के लिये हमें भी अपने जीवन में सभी जरुरी अनुशासन का पालन करना चाहिये।

हमें अपने शिक्षक, अभिभावक और बड़ों की बातों को मानना चाहिये। हमें उनके अनुभवों के बारे में उनसे सुनना चाहिये और उनकी सफलता और असफलता से सीखना चाहिये। जब भी हम किसी चीज को गहराई से देखना और समझना शुरु करते हैं, तो ये हमें जीवन में महत्वपूर्ण सीख देता है। मौसम अपने सही समय पर आता और जाता है, आकाश बारिश करता है और रुकता है आदि सभी सही समय होती हैं जो हमारे जीवन को संतुलित बनाती है।

इसलिये, इस धरती पर जीवन चक्र को कायम रखने के लिये हमें भी अनुशासन में रहने की जरुरत है। हमारे पास अपने शिक्षक, अभिभावक, पर्यावरण, परिवार, वातावरण और जीवन आदि के प्रति बहुत सारी जिम्मेदारियां हैं। मानव होने के नाते हमारे पास सोचने-समझने का, सही-गलत के बारे में फैसला करने के लिये और अपनी योजना को कार्य में बदलने के लिये अच्छा दिमाग है। इसलिये, अपने जीवन में अनुशासन के महत्व और जरुरत को जानने के लिये हम अत्यधिक जिम्मेदार हैं।

अनुशासनहीनता की वजह से जीवन में ढेर सारी दुविधा हो जाती है और व्यक्ति को गैर-जिम्मेदार और आलसी बना देता है। ये हमारे विश्वास के स्तर को कम करती है और आसान कार्यों में भी व्यक्ति को दुविधाग्रस्त रखती है। जबकि अनुशासन में होने से ये हमें जीवन के सबसे अधिक ऊंचाईयों की सीढ़ी पर ले जाती है।

निबंध 3 (400 शब्द) – स्व-अनुशासन की जरुरत

अनुशासन कुछ ऐसा है जो सभी को अच्छे से नियंत्रित किये रखता है। ये व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करता है और सफल बनाता है। हम में से हर एक ने अपने जीवन में समझदारी और जरुरत के अनुसार अनुशासन का अलग-अलग अनुभव किया है। जीवन में सही रास्ते पर चलने के लिये हर एक व्यक्ति में अनुशासन की बहुत जरुरत पड़ती है।

स्व-अनुशासन की जरुरत

अनुशासन के बिना जीवन बिल्कुल निष्क्रिय और निर्थक हो जाता है क्योंकि कुछ भी योजना अनुसार नहीं होता है। अगर हमें किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा करने के बारे में अपनी योजना को लागू करना है तो सबसे पहले हमें अनुशासन में होना पड़ेगा। अनुशासन दो प्रकार का होता है एक वो जो हमें बाहरी समाज से मिलता है और दूसरा वो जो हमारे अंदर खुद से उत्पन्न होता है। हालाँकि कई बार, हमें किसी प्रभावशाली व्यक्ति से अपने स्व-अनुशासन आदतों में सुधार करने के लिये प्रेरणा की जरुरत होती है।

हमारे जीवन के कई पड़ावों पर बहुत से रास्तों पर हमें अनुशासन की जरुरत पड़ती है इसलिये बचपन से ही अनुशासन का अभ्यास करना अच्छा होता है। स्व-अनुशासन का सभी व्यक्तियों के लिये अलग-अलग अर्थ होता है जैसे विद्यार्थियों के लिये इसका मतलब है सही समय पर एकाग्रता के साथ पढ़ना और दिये गये कार्य को पूरा करना। हालाँकि काम करने वाले इंसान के लिये सुबह जल्दी उठना, व्यायाम करना, समय पर कार्यालय जाना और ऑफिस के कार्य को ठीक ढंग से करना। हर एक में स्व-अनुशासन की बहुत जरुरत है क्योंकि आज के आधुनिक समय में किसी को भी दूसरों को अनुशासन के लिये प्रेरित करने का समय नहीं है। बिना अनुशासन के कोई भी अपने जीवन में असफल हो सकता है, अनुशासन के बिना कोई भी इंसान कभी भी अपने अकादमिक जीवन या दूसरे कार्यों की खुशी नहीं मना सकता।

स्व-अनुशासन की जरुरत हर क्षेत्र में होती है जैसे संतुलित भोजन करना (मोटापे और बेकार खाने को नियंत्रित करना), नियमित व्यायाम (इसके लिये एकाग्रता की जरुरत है) आदि। गड़बड़ और अनियंत्रित खाने-पीने से किसी को भी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ हो सकती हैं इसलिये स्वस्थ रहने के लिये अनुशासन की जरुरत है। अभिवावक को स्व-अनुशासन को विकसित करने की जरुरत है क्योंकि उसी से वो अपने बच्चों को एक अच्छा अनुशासन सिखा सकते हैं। उन्हें हर समय अपने बच्चों को प्रेरित करते रहने की जुरुरत पड़ती है जिससे वो दूसरों से अच्छा व्यवहार करें और हर कार्य को सही समय पर करें। कुछ शैतान बच्चे अपने माता-पिता के अनुशासन को नहीं मानते हैं, ऐसे वक्त में अभिभावकों को हिम्मत और धैर्य के साथ अपने बदमाश बच्चों को सिखाना चाहिये।

प्रकृति के अनुसार अनुशासन को ग्रहण करने की सभी व्यक्ति का अलग समय और क्षमता होती है । इसलिये, कभी हार मत मानो और लगातार प्रयास करते रहो अनुशासन में होने को, छोटे-छोटे कदमों से ही बड़ी मंजिलें हासिल की जा सकती हैं।

निबंध 4 (600 शब्द) – जीवन में अनुशासन का महत्व

अनुशासन हमारे जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बिना हमारा जीवन सुचारु रुप से नहीं चल सकता, खासतौर से आज के आधुनिक समय में अनुशासन बहुत ही आवश्यक है क्योंकि इस व्यस्तता भरे समय में यदि हम अनुशासन भरे दिनचर्या का पालन ना करें तो हमारा जीवन अस्त-व्यस्त हो जायेगा।

जीवन में अनुशासन का महत्व

अनुशासन कार्यों को क्रमबद्ध तथा संयमित तरीको से करने की एक विधि होती है, यदि हम नियमित रुप से अनुशासित दिनचर्या का पालन करें तो हम अपने जीवन स्तर को काफी अच्छा बना सकते हैं। यह हमें हमारे कार्यों को और भी अच्छी तरह से करने में हमारी सहायता करता है। शोधों में देखा गया है कि जो लोग अपने जीवन को अनुशासित तरीके से जीते हैं। वह अस्त-व्यस्त दिनचर्या का पालन करने वालों की अपेक्षा अपने समय तथा उर्जा का अधिक अच्छीतरह उपयोग कर पाते हैं। इसके साथ ही अनुशासन हमारे स्वास्थ्य और सामाजिक स्तर को सुधारने में भी हमारी सहायता करता है।

यही कारण है कि जीवन में अनुशासन का पालन करने वालों को अनुशासनहीनव्यक्तियोंकी अपेक्षा अधिक मान-सम्मान और सफलता प्राप्त होती है। वास्तव में अनुशासन का अर्थ, यह नहीं है कि हम दूसरों के बताये कार्यों का पालन करके अपने जीवन में अनुशासन लाने का प्रयास करें, इसके बजाय हमें अपने जीवन में स्वअनुशासन का पालन करना चाहिए क्योंकि स्वंय द्वारा पालित अनुशासन ही सर्वोत्तम होताहै, हर एक व्यक्ति का लक्ष्य तथा कार्यप्रणाली दूसरे से भिन्न होती है, इसलिए दूसरों द्वारा बताये गये अनुशासन के तरीकों को हमें अपने प्राथमिकता के आधार पर अपनाना चाहिए।

अनुशासित रहने के तरीके

हम अपने जीवन में अनुशासन को अपनाने के लिए निम्नलिखित तरीकों का पालन कर सकते हैं।

1.एक संतुलित और नियमित दिनचर्या का पालन करना।

2.कार्यों को समय पर पूरा करने का हरसंभव प्रयास करना।

3.व्यर्थ के कार्यों से दूर रहना।

4.बुरी आदतों और कार्यों से दूरी बनाना।

5.अपने कार्यों के प्रति पूरी लगन रखना।

अनुशासन का लाभ और आवश्यकता

जीवन में अनुशासन को अपनाने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। अनुशासित रहने वाले व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में मान-सम्मान और सफलता प्राप्त करते हैं। सेना और रक्षा तथा अनुसंधान संगठनों में तो जीवन तथा कार्यों में अनुशासन को सर्वोपरिमाना गया है, क्योंकि इन क्षेत्रों में एक सेकेंड या मिनट भर की देरी या फिर एक छोटी सी चूक के कारण काफी बड़े नकरात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। यही कारण है कि इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुशासन को इतना महत्व दिया जाता है और अधिकतम कार्यों में इसका पूर्ण रुप से पालन किया जाता है।

इसके साथ ही विद्यार्थियों के लिये तो अनुशासन सफलता का सबसे महत्वपूर्ण अंग है,यदि कोई छात्र अनुशासित दिनचर्या का पालन करते हुए अपना अध्ययन करता है, तो उसे सफलता अवश्य प्राप्त होती है। यही कारण है कि छात्र जीवन में अनुशासन को सफलता का आधार माना गया है।

ना सिर्फ विद्यार्थी जीवन में बल्कि कैरियर और घरेलू जीवन में भी अनुशासन का काफी महत्व है, जो लोग अपने जीवन में अनुशासन को अपना लेते हैं, वह कई तरह के परेशानियों से बच जाते हैं। इसके साथ ही जो व्यक्ति अनुशासन के साथ जीवन जीते हैं, उन्हें अनुशासनहीन व्यक्तियों कि अपेक्षा जीवन में कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। एक ओर जहाँ छात्रों के लिये यह उनके भविष्य को सुनहरा बनाने का कार्य करता है, वही दूसरी ओर नौकरीपेशा लोगों के लिये यह तरक्की के मार्ग भी खोलता है।

हम कह सकते हैं कि अनुशासन जीवन में सफलता की कुंजी है और जो व्यक्ति इसे अपने जीवन में अपनाता है, वह अपने जीवन में सफलता अवश्य प्राप्त करता है। यही कारण है कि आज के इस आधुनिक युग में भी अनुशासन को इतना महत्व दिया जाता है।

Essay on Discipline in Hindi

FAQs: Frequently Asked Questions on Discipline (अनुशासन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

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अनुशासन पर निबंध (Essay On Discipline In Hindi)- विद्यार्थी और अनुशासन के बारे में पढ़ें

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अनुशासन पर निबंध (Essay On Discipline In Hindi) – अनुशासन हर व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। जो व्यक्ति अपने जीवन में अनुशासन कायम कर लेता है, वो व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर लेता है। अनुशासन का अर्थ (anushasan ka arth) की बात करें, तो ये दो शब्दों से अनु और शासन से मिलकर बना हुआ है जिसका अर्थ है नियंत्रण में रहना अथवा किसी भी काम के प्रति नियमों में रहना। विद्यार्थी और अनुशासन (vidyarthi aur anushasan) का नाता बहुत ही पुराना है। अगर विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व सिख लेते हैं, तो वे हर पड़ाव आसानी से पार कर लेते हैं। अनुशासन क्या है, अब तक आप समझ चुके होंगे। जीवन में अनुशासन का महत्व, अनुशासन के प्रकार और अनुशासन के लाभ बारे में जानने के लिए हमारा आर्टिकल पढ़ें।

अनुशासन पर निबंध (Essay On Discipline In Hindi)

आप इस आर्टिकल के माध्यम से आसान भाषा में अनुशासन पर निबंध (anushasan par nibandh) पढ़ सकते हैं। आपको अनुशासन पर निबंध हिंदी में (discipline essay in hindi) पढ़कर अनुशासन की पूरी जानकारी मिल जाएगी। इस पेज पर hindi essay on discipline को 1000 / 300 /100 शब्दों में लिखा गया है। तो चलिए नीचे फिर अनुशासन पर लेख (anushasan par lekh) देखते हैं।

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अनुशासन दो शब्दों अनु और शासन से मिलकर बना हुआ है जिसका अर्थ है नियंत्रण में रहना अथवा किसी भी काम के प्रति नियमों में रहना। एक सुखीपूर्वक जीवन व्यतीत करने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है और उससे भी ज्यादा जरूरी है अनुशासन को निभाना उसे पूर्ण रूप से जीवन में बनाए रखना। यह जीवन के एक अभिन्न अंग की तरह काम करता है। अनुशासन सफलता पाने की कुंजी है।

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अनुशासन का महत्त्व

अनुशासन का किसी एक कार्य में नहीं बल्कि जीवन के प्रत्येक हिस्से में महत्त्व है। अनुशासन हमारे भटकते जीवन को एक नई दिशा दिखाने का काम करता है। अनुशासन सफल जीवन की पहली राह है क्योंकि प्रगति की ओर बढ़ने में अनुशासन मुख्य रूप से सहयोगी होता है। समय किसी की नहीं सुनता, समय पर हर काम पूरा करना बेहद जरूरी होता है। यह अनुशासन के बिना असम्भव है। समय को अपने हाथों में संजो कर रखना अनुशासन के साथ ही हो सकता है। अगर हम अनुशासन को बचपन से या विद्यार्थी समय से ही जीवन में उतार लेते हैं, तो हमारा जीवन किसी स्वर्ग से कम नहीं कहलाता है। हमारी पृथ्वी सजग रूप से चल रही है, किस वजह से? इसमें अनुशासन की ही अहम भूमिका है; समय पर सूर्य का उगना और ढलना, मौसम में परिवर्तन, फसलों को समय पर उगाना और काटना। यदि हमें राष्ट्र का भी विकास सजग रूप से होते हुए देखना है, तो उसमें भी अनुशासन का पालन करते हुए सभी परिवर्तन समय से होना जरूरी है।

अनुशासन का लाभ और आवश्यकता

अनुशासन के लाभ:- यदि हम अपने जीवन में अनुशासन को अपना लेते हैं, तो उससे ना हमारे जीवन में बदलाव आएगा बल्कि हमारी बढ़ती हुई बढ़ोतरी की वजह से हमें हर जगह मान–सम्मान प्राप्त होगा। प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा आदर किया जाएगा। यदि कोई भी ऐसा काम हो कि ये हमें आज ही करना जरूरी है जिसकी पल भर देरी सभी खराब कर सकती है वहां सबसे ज्यादा हमें अनुशासन ही लाभ देगा। अनुशासन की विद्यालय, सेना, सरकार से जुड़े काम, जीवन की हर प्रक्रिया में जरूरत होती है।

अनुशासन का हमारे जीवन में क्या महत्त्व है?

अनुशासन हमारे जीवन से जुड़े प्रत्येक कार्य में जरूरी होता है। अनुशासन अपनाए बिना जीवन जीने का कोई मूल्य नहीं। यदि हम कोई भी काम करते हैं, तो जब तक हम उसमें कोई समय निश्चित नहीं करेंगे, उससे जुड़े नियमों के प्रति अनुशासन में नहीं रहेंगे, तो वह काम कभी समय पर पूरा होगा ही नहीं, वह आज करने या कल करने पर ही चलता रहेगा। इससे जीवन की अर्थव्यवस्था हिल–डुल जाती है। प्रत्येक कार्यों में परिपक्वता बनाए रखने के लिए जीवन में अनुशासन बहुत जरूरी है। अनुशासन के बिना हमारा जीवन असफल है। अनुशासन को अपनाना शुरू में हमारे लिए बहुत ही मुश्किल होता है, क्योंकि एक ही बार में हम किसी भी कार्य के प्रति सजग नहीं होते है लेकिन अगर हम इसे पूर्ण रूप से अपना लेते हैं, तो उसका परिणाम हमारे लिए सबसे अधिक लाभप्रद होगा।

विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का क्या महत्त्व है?

विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन (vidyarthi jeevan mein anushasan):- विद्यार्थी जीवन में अनुशासन कई प्रकार से विद्यार्थी का सहयोगी होता है। यदि विद्यार्थी शुरू से ही अनुशासन को अपने जीवन में उतार लेता है, तो उसे हर पग पर सफलता पाने से कोई रोक नहीं सकता। इससे वह केवल स्वयं का नहीं बल्कि अपने परिवार, अपने राष्ट्र का भी उद्धार करेगा। एक विद्यार्थी के लिए अनुशासन उसकी पढ़ाई, खेल–कूद, करियर हर चीज़ में काम आता है। विद्यार्थी को अपने पूरी दिनचर्या में अनुशासन को बनाए रखना जरूरी होता है चाहे वह काम विद्यालय से जुड़ा हो या फिर घर से। उसे समय पर उठना, प्रतिदिन स्नान करना, समय से खाना खाना, अनुशासन में विद्यालय में जाना, सभी नियमों का पालन करना, विद्यालय द्वारा दिया गया कार्य समय से करना बहुत जरूरी माना जाता है। इस तरह की जीवनशैली ही जीवन को एक नई दिशा दे सकती है। हम ऐसे कई विद्यार्थी भी देख सकते हैं जो बिना पढ़े ही पास होना चाहते हैं, किसी भी तरह के प्रयत्न में उनका कोई ध्यान नहीं होता। वे अपने जीवन की दुर्दशा कर लेते है। सबसे पहले तो ऐसे विद्यार्थियो के लिए अनुशासन बहुत जरूरी होता है।

अनुशासन का पालन कैसे करना चाहिए?

हमें समय से उठकर, नियमित नहाकर, संतुलित आहार खाना चाहिए। हम जो भी काम करते हैं हमें ध्यान रखना चहिए कि वह काम समय से पूरा हो जाए। हमें इधर-उधर घूमकर व्यर्थ की बातों में समय नहीं गवाना चाहिए। ना ही ऐसी कोई आदत अपनानी चाहिए जो हमारे जीवन और अनुशासन पर गलत प्रभाव डाले।

अनुशासन कितने प्रकार के होते हैं?

अनुशासन के प्रकार मुख्य रूप से दो होते हैं:- 1. बाह्य अनुशासन और 2. आंतरिक अनुशासन। बाह्य रूप से अनुशासन का अर्थ है किसी के द्वारा थोपने पर अनुशासन को जीवन में उतारना जिसका कोई मोल नहीं; यह भी कुछ ही समय के लिए जीवन में चलता है। जबकि आंतरिक अनुशासन का ही जीवन में मोल होता है। क्योंकि जब तक हम किसी भी चीज़ को आंतरिक रूप से नहीं अपनाएंगे, वह बात और लक्ष्य कभी पूरा नहीं होगा।

अनुशासन का उद्देश्य क्या है?

अनुशासन का उद्देश्य है समाज में शांति बनाए रखना, सामाजिक या आर्थिक अर्थव्यवथा को नियंत्रण में रखना, शासन बनाए रखना, जीवन को सही दिशा में रखना, मनुष्य को जीवन के कर्म के प्रति प्रेरित करना। अनुशासन का दूसरा नाम क्या है:- अनुशासन के दूसरे नाम को हम विद्यार्थी जीवन से संबोधित कर सकते हैं। यह धारना त्रिभुवनेश भारद्वाज द्वारा मानी गई है।

अनुशासन कैसे बनाया जाता है?

हमें अपने जीवन में अनुशासन को बनाए रखने के लिए हर एक चीज़ का ध्यान रखना होगा कि कब हमें उठना है, किस समय खाना खाना है ऐसी दिनचर्या के साथ हमें सबसे पहले समय के महत्त्व को समझना है। हमें नियमों का सटीकता से पालन करना है। किसी भी काम को पूरा करने के लिए आत्मविश्वास बनाए रखना है। इसके साथ हमें सकारात्मक सोच भी रखनी है ताकि किसी भी काम में अगर हमें कोई हानि प्राप्त होती है, तो भी हम अनुशासन बनाते हुए आगे बढ़ सकें।

हम इसका यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि यदि हम अपने जीवन में अनुशासन को नियमित रूप से मानने लगते हैं, तो यह हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। एक अनुशासित व्यक्ति को कोई पकड़ नहीं सकता, हर कोई उसके जैसा बनने की इच्छा रखेगा। अनुशासन के बिना जीवन जीने का कोई मतलब नहीं होता है। अनुशासन हमारे लिए जिंदगी सवारने जैसा होता है।

अनुशासन पर निबंध 100 शब्द

अनुशासन जीवन का एक मूल अंग है। इसके बिना कोई भी इंसान सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है। हमें एक अच्छा इंसान बनना है तो हमें अपने जीवन में अनुशासन लाना बहुत ही जरूरी है। हर एक इंसान की सफलता के पीछे अनुशासन होता है। यदि आप छात्र हैं और आप एक अनुशासन के साथ अपनी पढ़ाई करते हैं, तो आपको परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता है। अगर आप एक निजी कंपनी में काम करते हो। उस काम को आप पूरे अनुशासन के साथ करते हो, तो आपको एक सफल इंसान बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।

अनुशासन पर निबंध 300 शब्द

मेरे परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आए। क्या अपने अपनी पढ़ाई अनुशासन के साथ की थी?, सवाल इसलिए है क्योंकि अगर आप परीक्षा से पहले पूरे अनुशासन के साथ पढ़ाई करते तो आपके जरूर अच्छे अंक आते। जो विद्वान आज सफलता की सीढ़ी चढ़ रहें हैं, उसके पीछे केवल अनुशासन ही है। उन्होंने अपने सभी काम एक अनुशासन के साथ किये हैं। ऐसे दुनिया में अनेक लोग हैं जो अपना सभी काम अनुशासन के साथ करते हैं। अनुशासन के बिना हमारा जीवन असफल है। अनुशासन को अपनाना शुरू में हमारे लिए बहुत ही मुश्किल होता है, क्योंकि एक ही बार में हम किसी भी कार्य के प्रति सजग नहीं होते हैं लेकिन अगर हम इसे पूर्ण रूप से अपना लेते हैं, तो उसका परिणाम हमारे लिए सबसे अधिक लाभप्रद होगा।

हमें अपने जीवन में अनुशासन लाने के लिए हर प्रयास करने चाहिए। जैसे कि हमें सुबह कब उठना है, हमें किस समय पढ़ाई करनी है, किस समय लंच-डिनर करना है, हमें दिनचर्या को पूरे अनुशासन के साथ करना है। इसके साथ-साथ हमें एक सकारात्मक सोच भी रखनी है। यदि हम सकारात्मक सोच रखेंगे, तो हमारा पूरा काम आसान हो जायेगा।

अनुशासन हमारे लिए एक बहुत अच्छा अवसर पैदा करता है। जीवन में आगे बढ़ने का एक सही तरीका भी सिखाता है। अनुशासन के साथ हम कम समय में अपने जीवन को बहुत अच्छा बना सकते हैं। एक अनुशासित व्यक्ति जब समाज के लिए काम करता है, तो उसके सभी गुण एक मिसाल बन जाते हैं। अनुशासित व्यक्ति के साथ लोग अच्छे से पेश आते हैं। लेकिन अनुशासनहीन व्यक्ति के साथ न ही समाज और न ही लोग अच्छे से पेश आते हैं। इसलिए जीवन में हर व्यक्ति को अनुशासन का पालन कर एक अच्छा इंसान बनना चाहिए।

अनुशासन पर 10 लाइन

1. अनुशासन हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

2. हमें आज से ही अपने जीवन में अनुशासन का पालन करना होगा।

3. अनुशासन के बिना हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं।

4. अगर हमने अनुशासन का पालन नहीं किया, तो हमारा जीवन असफलता की तरफ जा सकता है।

5. अनुशासन हमें एक अच्छा इंसान बनाता है।

6. अनुशासन का पालन करना विद्वान का सबसे बड़ा गुण है।

7. जीवन में अनुशासन का न होना, हमें आलसी, बेपरवाह और लापरवाह बनाता है।

8. अनुशासन हमें जीवन में सम्मान दिलाता है।

9. जीवन में अनुशासन हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

10. अनुशासन के परिणाम हमारे लिए सबसे अधिक लाभदायक होंगे।

अनुशासन के निबंंध पर अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)

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प्रश्न- अनुशासन से क्या समझते हैं? उत्तर: अनुशासन हर इंसान के लिए बहुत जरूरी है जैसे इंसान के लिए खाना, पीना, रहना, सोना घूमना-फिरना आदि। अनुशासन का मतबल साफ है यदि अनुशासन नहीं तो जीवन में सफलता नहीं।

प्रश्न- जीवन में अनुशासन का क्या महत्व है? उत्तर: जैसे जीवन को जीने के लिए पानी बहुत जरूरी है वैसे ही जीवन में अनुशासन भी बहुत जरूरी है। अनुशासन का किसी एक कार्य में नहीं बल्कि जीवन के प्रत्येक हिस्से में महत्त्व है।

प्रश्न- विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का क्या महत्व है? उत्तर: विद्यार्थी जीवन में अनुशासन कई प्रकार से विद्यार्थी का सहयोगी होता है। यदि विद्यार्थी शुरू से ही अनुशासन को अपने जीवन में उतार लेता है, तो उसे हर पग पर सफलता पाने से कोई रोक नहीं सकता। इसलिए विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का बहुत ही महत्व है।

प्रश्न- अनुशासन कितने प्रकार के होते हैं? उत्तर: अनुशासन के प्रकार मुख्य रूप से दो होते हैं:- बाह्य और आंतरिक अनुशासन। पूरी जानकारी ऊपर आर्टिकल से पढ़ें।

अनुशासन पर निबंध (anushasan essay in hindi) देने का उद्देश्य केवल बेहतर ज्ञान देना है। आपको हमारे द्वारा दिए हुए अनुशासन पर निबंध (essay on anushasan in hindi) कैसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।

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विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध Essay on Student and Discipline in Hindi

विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध Essay on Student and Discipline in Hindi

इस लेख में आप विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध (Essay on Student and Discipline in Hindi) पढेंगे। जिसमें हमने विद्यार्थी और अनुशासन का अर्थ, प्रकार, भूमिका, महत्व और दस वाक्यों को बेहद आकर्षक और सरल रूप से लिखा है।

Table of Contents

प्रस्तावना (विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध Essay on Student and Discipline in Hindi)

विद्यार्थी जीवन में कठिन परिश्रम और अनुशासन की आवश्यकता सबसे अधिक होती है। जिस विद्यार्थी में इन गुणों की कमी होती है उसका बौद्धिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता।

विद्या अध्ययन को बेहद कठिन और एकाग्रतासाध्य काम माना जाता है। जिसमें उच्चकोटि का ध्यान और समर्पण की आवश्यकता होती है।

बाल्यावस्था किसी भी विषय को सीखने के लिए सबसे अच्छा समय होता है। ऐसा माना जाता है कि किसी भी मनुष्य का अधिकतम मानसिक विकास पंद्रह वर्ष की उम्र तक हो जाता है।

जो विद्यार्थी मेहनत और अनुशासन को अपने जीवन का प्रमुख लक्ष्य बनाते हैं वे एक सफल विद्यार्थी बनने के साथ-साथ एक आदर्श नागरिक भी बनते हैं।

दुनिया में किसी भी कार्य की उपलब्धि के लिए सतत संघर्ष और अनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है। जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसके अलावा अन्य कोई दूसरा विकल्प नहीं है।

विद्यार्थी जीवन पूरे जीवन काल में सबसे महत्वपूर्ण समय होता है  जहां अनुशासन की आवश्यकता और उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। आसान शब्दों में विद्यार्थी जीवन को पूरे जीवन काल की आधारशिला कहा जा सकता है क्योंकि इस समय में वह जो कुछ भी सीखता है उसका प्रभाव पूरे जीवन  जीवन भर दिखाई देता है।

विद्यार्थी और अनुशासन का अर्थ Definition of Student and Discipline in Hindi

अनुशासन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है अनु+शासन। इसका अर्थ होता है कि किसी भी नियम के अधीन रहकर कार्य करना अथवा नियमों के शासन में रहना।

सरल शब्दों में कहा जाए तो अनुशासन के अंतर्गत सभी मनुष्य को अपनी स्वतंत्र भावनाओं तथा शक्तियों को किसी निर्धारित नियम के द्वारा नियंत्रित करना होता है।

दुनिया के महान तथा सफल लोगों ने इसका महत्व बताया है कि किस प्रकार अनुशासन ही उद्देश्य तथा उपलब्धि के बीच का सेतु होता है।

सामान्य जीवन में ऐसे लक्ष्यों अथवा कार्यों को प्राथमिकता देना जो आने वाले भविष्य पर प्रत्यक्ष रुप से प्रभाव डालते हैं उनका अनुसरण करना ही अनुशासन कहलाता है।

सच कहा जाए तो अनुशासन ही मानव सभ्यता के विकास का प्रथम चरण है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसका होना अत्यंत आवश्यक है।

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन के प्रकार Types of Disciplines of Student life in Hindi

आमतौर पर जीवन के हर विषय में अनुशासन के विभिन्न प्रकार होते हैं। प्रत्येक कार्य को पूरा करने के लिए धैर्य  तथा अनुशासन की आवश्यकता होती है।

किंतु सामान्य रूप से देखा जाए तो अनुशासन के दो प्रकार होते हैं- बाहरी अनुशासन तथा आंतरिक अनुशासन।

बाहरी अनुशासन का तात्पर्य इस बात से है, यदि किसी व्यक्ति की इच्छा के बिना उस पर जबरजस्ती किसी नियम कानून को थौंपा जाए तो वह बाहरी अनुशासन कहलाता  है।

आज के समय में विद्यार्थियों को किसी भी शैक्षणिक स्थान में कड़ी नियम कानूनों द्वारा बांध दिया जाता है लेकिन उन्हें अनुशासन के वास्तविक महत्व के बारे में पूर्ण जानकारी नहीं दी जाती।

दूसरा अनुशासन वही होता है जो स्वयं अपनी इच्छा से किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने जीवन को पूरी तरह से अपने कार्य के प्रति समर्पित कर देना अथवा कड़े नियमों का पालन  करना ही आंतरिक अनुशासन कहलाता है।

विद्यार्थी और अनुशासन की भूमिका Role of Student and Discipline in Hindi

जीवन में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां अनुशासन की आवश्यकता न होती हो। विद्यालयों में बच्चों के लिए कड़े नियम कानून बनाए जाते हैं, जिससे वे सही-गलत का फर्क कर सके और अच्छे अंक प्राप्त कर सके।

प्रत्येक मनुष्य अपने प्रारंभिक जीवन में एक विद्यार्थी होता है। विद्यार्थी जीवन इसीलिए इतना महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस समय में  बच्चे जो कुछ भी सीख पाते हैं उसका प्रभाव उनके चरित्र  तथा भविष्य पर प्रत्यक्ष रूप से दिखता है।

विद्यार्थी जीवन में किसी भी प्रकार के कला को बहुत सरलता से सीखा जा सकता है। इसीलिए मानव जीवन के इस स्वर्णिम समय में अनुशासन का होना बहुत आवश्यक है।

अध्यापक अपने विद्यार्थियों को नियमित रूप से अनुशासन का पालन करना सिखाते हैं। शिक्षक बच्चों को अपने से बड़ों का आदर सम्मान करना, रोजाना समय पर कक्षा में हाजिर रहना अपने मित्रों के साथ झगड़ा ना करना और झूठ न बोलना आदि जैसे अच्छी बातें भी सिखाते हैं।

अनुशासन का पालन करने से विद्यार्थियों में संयम तथा सद्गुण जैसे कई गुण विकसित होते हैं। एक आदर्श विद्यार्थी अनुशासन का महत्व भली-भांति समझता है इसीलिए अपने से बड़ों की बात कभी भी नजरअंदाज नहीं करता।

एक अच्छा विद्यार्थी हमेशा अपने समय को नई चीजों को सीखने में लगाता है तथा निर्धारित समय पर अपना अभ्यास कार्य करता है। वहीं दूसरी ओर एक सामान्य विद्यार्थी पढ़ने के लिए हमेशा टालमटोल करता है तथा अनुशासन का कभी भी पालन नहीं करता।

इस बात से नकारा नहीं जा सकता कि कोई भी व्यक्ति अनुशासन के महत्व को समझे बगैर सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। केवल कड़े अनुशासन का पालन करके ही बड़ी से बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की जा सकतीं हैं।

विद्यार्थी और अनुशासन का महत्व Importance of Students and Discipline in Hindi

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व उतना ही आवश्यक है, जिस प्रकार जीवित रहने के लिए भोजन आवश्यक होता है।

भारत में प्राचीन काल में बाल्यावस्था से ही बच्चों को शिक्षा के लिए गुरुकुल भेज दिया जाता था जहां उन्हें कड़े  नियम कानून के अंतर्गत शिक्षा दिया जाता था। गुरुकुल में सभी विद्यार्थी पूरे अनुशासन के साथ अपनी शिक्षा  पूरी करते थे।

अपने जीवन में सफल होने का केवल एक ही रास्ता होता है वह अनुशासन के साथ अपने लक्ष्य के लिए निरंतर प्रयास करना है।

किसी भी राष्ट्र की वास्तविक संपदा वहां के विद्यार्थी होते हैं। यही बच्चे पढ़ लिख कर आगे चलकर बड़े-बड़े डॉक्टर, इंजीनियर, पॉलीटिशियंस, कलाकार, पायलट इत्यादि बनते हैं।

यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि एक अनुशासित विद्यार्थी ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करके अपने देश  के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।

अनुशासन ही सफलता का मूल मंत्र होता है। इसीलिए इसके जरिए जीवन में कठिन से कठिन परिस्थितियों को पार कर सफल जीवन की कामना की जा सकती है। 

एक विद्यार्थी की उन्नति का मुख्य द्वार अनुशासन ही होता है तथा इसी से एक सभ्य समाज के साथ-साथ एक विकसित राष्ट्र का निर्माण भी होता है।

इसका प्रयोग करके विद्यार्थी न केवल परीक्षा में अच्छे अंक ही प्राप्त कर सकते हैं बल्कि आगे चलकर समाज में एक अच्छे नागरिक भी बनते हैं।

यही कारण है कि विद्यालयों में बच्चों की अनुशासनहीनता पर उन्हें अध्यापक द्वारा दंडित किया जाता है जिससे वे गलती को दोबारा नहीं दोहराते हैं। विद्यार्थी जीवन में धैर्य और समझदारी का निर्माण इसी के कारण होता है। 

विद्यार्थी और अनुशासन पर 10 लाइन Best 10 lines on Students and Discipline in Hindi

  • अनुशासन ही सफलता की वास्तविक कुंजी होती है।
  • आज तक जितने भी लोग महान तथा सफल हुए हैं वे लगातार संघर्ष और अनुशासन  के पालन से ही हुए हैं।
  • विद्यालय में विद्यार्थियों को अनुशासन के पालन करने पर मुख्य रुप से ध्यान दिया जाता है।
  • अनुशासन के अंतर्गत सभी मनुष्य को अपनी स्वतंत्र भावनाओं तथा शक्तियों को किसी निर्धारित नियम के द्वारा नियंत्रित करना होता है।
  • दुनिया में अधिकतर सफल लोग अपनी सफलता का कारण अनुशासन को ही ही बताते हैं।
  • अनुशासन के बिना एक सफल जीवन की कामना करना मूर्खता पूर्ण होता है।
  • वेदों में अनुशासन को इंसान के लिए सबसे जरुरी तपस्या बताया गया है।
  • महात्मा गांधी अपने आश्रम में अनुशासन को कड़ाई से पालन करवाते थे।
  • बाह्य अनुशासन के मुकाबले अंतः अनुशासन मुख्य होता है।
  • विद्यार्थी और अनुशासन ये दोनों एक दुसरे के पूरक होते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी में निबंध (Essay on Student and Discipline in Hindi) पढ़ा। आशा यह लेख आपको सरल तथा आकर्षक लगा हो। अगर यह निबंध आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरुर करें। 

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अनुशासन का महत्व पर निबंध- Essay on Discipline in Hindi

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Essay on Discipline in Hindi

अनुशासन पर निबंध | Discipline Essay in Hindi in 150 words

अनुशासन का अर्थ है-नियमों के अनुसार जीवन-यापन। अनुशासन मानव की प्रगति का मूलमंत्र है। अनुशासन से मनुष्य की सारी शक्तियाँ केंद्रित हो जाती हैं। उससे समय बचता है। बिना अनुशासन के बहुत सारा समय इधर-उधर के सोच-विचार में नष्ट हो जाता है। यदि सूर्य और चंद्रमा को भी अनुशासन ने न बाँध रखा होता, तो शायद ये भी किसी दिन अँगड़ाई लेने ठहर जाते। तब इस सृष्टि का न जाने क्या होता! मनुष्य को प्रकृति ने छूट दी है। वह चाहे तो अनुशासन अपना कर अपना जीवन सफल कर ले; अन्यथा पश्चात्ताप कर ले । संसार के सभी सफल व्यक्ति अनुशासन की राह से गुजरे हैं। गाँधी जी समय और दिनचर्या के अनुशासन का कठोरता से पालन करते थे। अंग्रेजों की थोड़ी-सी सेना पूरे भारत पर इसलिए शासन कर सकी, क्योंकि उसमें अद्भुत अनुशासन था। इसके विपरीत भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम केवल इसीलिए विफल हो गया, क्योंकि उनमें आपसी तालमेल और अनुशासन नहीं था।

Adarsh Vidyarthi Par Nibandh

Vidyarthi Jeevan Mein Anushasan Ka Mahatva Essay

अनुशासन पर निबंध हिंदी में | Anushasan Ka Mahatva par Nibandh 300 words

अनुशासन का अर्थ- अनुशासन दो शब्दों के मिश्रण से बना है अनु+शासन.अनुशासन का अर्थ है नियमो का पालन करना। अनुशासन को अगर दूसरे सब्दो में कहे तो अपने विकास के लिए कुछ नियम निर्धारित करना और उस नियम का रोजाना पालन करना चाहे वो नियम आपको पसंद हो या ना हो इसी को अनुशासन कहते है। अगर आप अपने जीवन को नियम के साथ नही जीते तो आपका जीवन व्यर्थ है। जिस प्रकार खाना बिना नमक इसी प्रकार अनुशासन बिना जीवन व्यर्थ हो जाता है इसलिए हमें अपने जीवन को नियम के साथ जीना चाहिए।

अनुशासन को सीखने का सबसे बड़ा उदाहरण प्रकृति है जिस प्रकार से सूरज अपने नियमित समय पर उगता है और अपने नियमति समय पर ढल जाता है,नदियाँ हमेशा बहती है,गर्मी और ठंड के मौसम अपने नियमित समय पर आते जाते रहते है। ये सारे काम अपने नियमित रूप से चालू रहते है अगर प्रकृति ये सारे काम को नियमित रूप से ना करे तो मानव जाति का पतन हो जाएगा ठीक इसी तरह हम भी अपने काम को नियमित रूप से ना करे और अपने आप को अनुशासन में ना रखे तो हमारे जीवन का भी पतन हो जाएगा इसलिए हमें अपने आपको को अनुशासित करना चाहिए।

इस पृथ्वी पर जितने भी माह पुरुष हुए है उन सब में एक बात समान है की वह जानते है कि उन्हें कौन सा काम सबसे पहले करना है और वह अपने प्रति बहुत ईमानदार है ऐशे ही हमको भी पता रहना चाहिए कि कौन सा काम हमे सबसे पहले करना है। अगर हम अपना जीवन नियम के साथ जिये तो हमारा जीवन सुख और शांति से भर जायगा।

अनुशासन पर निबंध | Essay on Discipline in Hindi in 500 words

अनुशासन दो शब्दों से मिलकर बना है अनु और शासन। अनु का अर्थ है पालन और शासन का मतलब नियम। हमारे जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है यह हमें नियमों का पालन करना सिखाता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जो कि समाज में रहता है और उसमें रहने के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है।अनुशासन हमारी सफलता की सीढ़ी होती है जिसके सहारे हम कोई भी मंजिल हासिल कर सकते है। जिस व्यक्ति के जीवन में अनुशासन नहीं उस व्यक्ति का जीवन कभी खुशहाल नहीं होता। प्रकृति भी सभी कार्य अनुशासन में ही करती है सूर्य समय पर उदय होता है और समय पर ही अस्त होता है। अगर इन सब में से कुछ भी इधर उधर हुआ तो पूरा जीवन ही अस्त वयस्त हो जाएगा।

अनुशासन का विद्यार्थि जीवन में बहुत ही ज्यादा महत्तव है क्योंकि यह जीवन का वह पड़ाव होता है जहाँ हम जो कुछ सीखते है वह हमारे साथ हमेशा रहता है। अनुशासन के अंदर बड़ो का आदर, छोटों से प्यार, समय का पक्का, नियमों का पालन और अध्यापकों का अनुसरण आदि आता है। अनुशासन प्रिय लोग सभी को बहुत पसंद आते है। अनुशासन व्यक्ति को चरित्रवान और कौशल बनने में मदद करता है। सैनिक जीवन में अनुशासन देखने को मिलता है जिसकी वजह से वो कठिन परिस्थितियों में जी पाते है। खेलों में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अनुशासन प्रिय खिलाड़ी ही खेल को जीत सकता है। अनुशासन एक व्यक्ति से लेकर समाज तक सभी के लिए आवश्यक विद्यार्थियों में हर काम समय पर करने की आदत होती है वह अपना आज का काम कल पर नहीं टालते। वह दी हुई समय गति में ही कार्य पूरा करने की कोशिश करते है जो कि किसी भी नौकरी पेशे के लिए चुने जाते है।

अनुशासन कई लोगों में जन्म से ही मौजुद होते है और कुछों को उत्पन्न करना पड़ता है। अनुशासन दो प्रकार का होता है- पहला जो किसी में जोर जबरदस्ती से लाया जाता है और लोगों पर धक्के से थोपा जाता है इसे बाहरी अनुशासन कहते है। दूसरा वह होता है जो लोगो में पहले से ही विद्यमान होता है और इसे आंतरिक अनुशासन कहते है।

जब कोई व्यक्ति हर काम समय से करेगा, व्यवस्थित तरीके से करेगा तो सफलता अवश्य ही उसके कदम चुमेगी और वह अपना लक्षय को प्राप्त कर लेगा। इंसानों के साथ साथ पशु भी अनुशासन में रहना पसंद करते है। हर क्षेत्र में अनुशासित लोंगो को ही प्राथमिकता दी जाती है। जिस व्यक्ति को समय की कदर नही दुनिया भी उसकी कदर नहीं करती। अनुशासन हीन व्यक्ति हमेशा जीवन में पिछड़ा हुआ रह जाता है वह कभी लक्षय को प्राप्त नहीं कर पाता। आजकल विद्यार्थि बहुत ही अनुशासन हीन होते जा रहे है वह समय का महत्व को भूलते जा रहे है और बड़ो का आदर करना भी।अनुशासन हीनता को उच्च शिक्षा से नियंत्रित किया जा सकता है। अनुशासन हमें लक्षय प्राप्ति और राष्ट्र के विकास में सहायक होता है। हम सब को अपने जीवन में अनुशासन को अपनाना चाहिए।

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इस लेख के माध्यम से हमने Anushasan Par Nibandh |  Hindi Essay on Discipline  का वर्णन किया है और आप यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

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18 thoughts on “अनुशासन का महत्व पर निबंध- Essay on Discipline in Hindi”

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अनुशासन का महत्व पर निबंध

essay on discipline hindi

By विकास सिंह

importance of discipline essay in hindi

अनुशासन का मतलब समय की पाबंदी, नियमों का पालन करना और हमारे जीवन के हर पहलू में संगठित होना है। इससे हमारे विभिन्न कार्यों और गतिविधियों को कुशलतापूर्वक पूरा करना और आसानी से सफलता प्राप्त करना आसान हो जाता है।

विषय-सूचि

अनुशासन का महत्व पर निबंध, essay on importance of discipline in hindi (100 शब्द)

अनुशासन एक मूल्यवान गुण है। यदि आप अनुशासित हैं तो आप अपने स्कूल के असाइनमेंट को पूरा कर सकते हैं और उन्हें समय पर जमा कर सकते हैं। समय के प्रति सचेत रहने से आपको अपने लक्ष्यों को उत्कृष्टता के साथ हासिल करने में मदद मिलती है।

आप अपने लक्ष्य तक आसानी से पहुंच सकते हैं। यदि आप बेकार और अप्रासंगिक गतिविधियों पर अपना समय बर्बाद नहीं करते हैं, तो आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जो महत्वपूर्ण है उसे पूरा करने के लिए अपने समय का उपयोग कर सकते हैं।

समय की पाबंदी के अलावा, अपनी गतिविधियों और असाइनमेंट को व्यवस्थित रूप से करने से आपको अनुशासन के साथ काम करने में मदद मिलती है। बेतरतीब ढंग से काम करने से समय और ऊर्जा बर्बाद होती है। अनुशासन विकसित करने के लिए निम्नलिखित नियम भी आवश्यक हैं।

अनुशासन का महत्व पर निबंध, essay on importance of discipline in hindi (150 शब्द)

अनुशासन आपके काम को आसान और कुशलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। अनुशासन के साथ काम करना आपको गतिविधि को घंटे के अनुकूल बनाता है। एक छात्र के रूप में आपको अध्ययन करने की आवश्यकता है। सुबह के शुरुआती घंटों में अध्ययन करना सबसे अच्छा है जब पूरी रात की नींद के बाद मन ताजा होता है।

यदि आप देर से उठते हैं तो आप दिन के सबसे अधिक उत्पादक समय को खो देते हैं। इसी तरह, यदि आप बेकार की गतिविधियों में लिप्त हैं, तो आप अपने इच्छित लक्ष्यों तक नहीं पहुँच पाते है। इसलिए, एक व्यावहारिक समय-सारणी तैयार करना और उसके अनुसार काम करना बेहतर है।

एक क्रमबद्ध तरीके से काम करने से अनुशासन विकसित करने में मदद मिलती है। यदि आप एक व्यवस्थित तरीके से काम करते हैं, तो आप अपने काम को अधिक आसानी से पूरा कर सकते हैं। आप तनावग्रस्त होने से भी बच सकते हैं। आपको नियमों का पालन करके अनुशासित किया जा सकता है। इससे आपका काम सरल हो जाएगा।

अनुशासन का महत्व पर लेख, article on importance of discipline in hindi (200 शब्द)

अनुशासन अच्छी तरह से व्यवहार में चीजों को करने का सही तरीका है। इसे मन और शरीर पर नियंत्रण की आवश्यकता है। किसी के पास आत्म-अनुशासन की प्राकृतिक संपत्ति है, लेकिन किसी को उनके अंदर इसे विकसित करना है। अनुशासन भावना को नियंत्रित करने और सही समय पर सही काम करने की क्षमता है और साथ ही कमजोरियों को दूर करता है।

अनुशासन के बिना जीवन अधूरा और असफल है। हमें अपने बुजुर्गों और वरिष्ठों का सम्मान करते हुए कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। यह घर, कार्यालय, खेल के मैदान या अन्य जगह पर जीवन के हर क्षेत्र में हर किसी के लिए बहुत आवश्यक उपकरण है। यदि हम अनुशासन का पालन नहीं करेंगे तो हमारा दैनिक जीवन असंगठित हो जाएगा। इस दुनिया में हर चीज में अनुशासन होता है और अनुशासन से संगठित होता है।

हवा, पानी और जमीन हमें जीवन जीने का रास्ता देते हैं। पूरी दुनिया, देश, समाज, समुदाय, आदि अनुशासन के बिना अव्यवस्थित हो जाएंगे क्योंकि सब कुछ अनुशासन की आवश्यकता है। अनुशासन वह प्रकृति है जो प्रकृति द्वारा बनाई गई हर चीज में मौजूद है।

अनुशासन का महत्व पर अनुच्छेद: paragraph on importance of discipline in hindi (250 शब्द)

प्रस्तावना:.

अनुशासन का पालन किया जा रहा है और उचित अधिकार के आदेशों का पालन करने के लिए आत्म-नियंत्रित व्यवहार है। अनुशासन का पूरे जीवन में बहुत महत्व है और जीवन के हर क्षेत्र में इसकी आवश्यकता है। यह उन सभी के लिए आवश्यक है जिन्हें किसी भी कार्य को गंभीरता से करने की आवश्यकता है। यह हम वरिष्ठों के आदेशों का पालन और पालन नहीं करते हैं; निश्चित रूप से हम समस्याओं का सामना करेंगे या असफल हो सकते हैं।

दैनिक जीवन में अनुशासन:

हमें हमेशा अनुशासन में रहना चाहिए और अपने जीवन में सफल होने के लिए अपने माता-पिता और शिक्षकों के आदेश का पालन करना चाहिए। हमें सुबह-सुबह बिस्तर से उठना चाहिए और एक गिलास पानी पीना चाहिए और खुद को तरोताजा रखना चाहिए। हमारे दांतों को ब्रश करें, स्नान करें और फिर हमारा स्वस्थ नाश्ता करें। बिना भोजन ग्रहण किए हमें कभी स्कूल नहीं जाना चाहिए। हमें अपने होमवर्क को सही समय पर साफ और स्वच्छ तरीके से करना चाहिए।

हमें अपने माता-पिता को कभी भी अस्वीकार नहीं करना चाहिए, उनका अपमान करना चाहिए या उन्हें नाखुश करना चाहिए और हमेशा उनके आदेश का पालन करना चाहिए। हमें सही समय पर और उचित यूनिफॉर्म में स्कूल जाना चाहिए। कक्षा में, हमें स्कूल के मानदंडों के अनुसार प्रार्थना करनी चाहिए। हमें शिक्षक के आदेशों का पालन करना चाहिए, कक्षा में सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और सही तरीके से सब कुछ सीखना चाहिए।

निष्कर्ष:

हमें शिक्षकों, प्रिंसिपल, नौकरानी, ​​गेट कीपर्स या छात्रों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए। हमें घर, स्कूल, कार्यालय या अन्य स्थानों पर सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। बिना अनुशासन के कोई भी अपने जीवन में कुछ भी बड़ा हासिल नहीं कर सकता है। इस प्रकार, हम सभी को अपने माता-पिता और शिक्षकों का पालन करना चाहिए और जीवन में एक सफल व्यक्ति बनना चाहिए।

अनुशासन का महत्व पर निबंध, importance of discipline essay in hindi (300 शब्द)

अनुशासन हमारे शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रण में रखने और परिवार के माता-पिता, शिक्षकों और बड़ों के आदेशों का पालन करके सभी कार्यों को सही तरीके से करने का कार्य है। अनुशासन में रहने के लिए नियमों और विनियमों को स्वीकार करने के लिए हमारे दिमाग को प्रशिक्षित करने का कार्य है। हम अपने दैनिक जीवन में प्रकृति में अनुशासन के उदाहरण भी देख सकते हैं

प्रकृति में अनुशासन के उदाहरण:

सूर्य हर दिन सही समय पर उठता है और सही समय पर अस्त होता है, चाँद सही समय पर उठता है, सुबह और शाम बिना देर किए उठता है, नदी हमेशा बहती है, माता-पिता हमेशा प्यार करते हैं, शिक्षक हमेशा हमें सिखाते हैं और बहुत कुछ। तो क्यों हमें अपने जीवन में पीछे छोड़ दिया जाना चाहिए, हमें समस्याओं से पीड़ित हुए बिना आगे बढ़ने के लिए अपने जीवन में आवश्यक सभी अनुशासन का पालन करना चाहिए।

अनुशासन कैसे सीखें?

हमें माता-पिता, शिक्षकों और अपने बुजुर्गों का पालन करना चाहिए। हमें उनके अनुभवों के बारे में जानने और उनकी जीत और असफलताओं से सीखने के लिए उन्हें सुनना चाहिए। जब भी हम किसी चीज को गहराई से देखना शुरू करते हैं, तो यह हमें जीवन का एक महत्वपूर्ण सबक देती है।

मौसम सही पैटर्न में आते हैं और चलते हैं, बारिश होती है और जाती है और सब कुछ सही समय पर होता है ताकि हमारे जीवन को संतुलित बनाया जा सके। इसलिए, हमें भी इस धरती पर जीवन चक्र को बनाए रखने के लिए अनुशासन में रहने की आवश्यकता है।

हमारे जीवन, माता-पिता, शिक्षक, परिवार, पर्यावरण, वातावरण आदि के प्रति हमारी बहुत सारी जिम्मेदारियां हैं। एक इंसान के रूप में, हमारे पास सोचने, सही या गलत के बारे में निर्णय लेने और इसे कार्य में बदलने के लिए अपनी योजनाओं को लागू करने के लिए बहुत दिमाग है। इसलिए, हम अपने जीवन में इस अनुशासन की आवश्यकता और महत्व को जानने के लिए अत्यधिक जिम्मेदार हैं।

अनुशासनहीनता जीवन में बहुत भ्रम पैदा करती है और एक व्यक्ति को गैर जिम्मेदार और आलसी बनाती है। यह आत्मविश्वास के स्तर को कम करता है और मन को एक साधारण काम करने के बारे में अनिश्चित बनाता है। हालाँकि, अनुशासन में रहना हमें जीवन की उच्चतम सीढ़ी की ओर अग्रसर करता है और हमें सफलता पाने में मदद करता है।

अनुशासन का महत्व पर निबंध, essay on importance of discipline in hindi (350 शब्द)

अनुशासन हमें अपने कार्यों और गतिविधियों को एक कुशल तरीके से पूरा करने में मदद करता है। हमें अपने जीवन के हर चरण और गतिविधि में अनुशासित होना चाहिए। अनुशासित होने से सफलता मिलने में मदद मिलती है।

नियमों का पालन करने से हम अनुशासन विकसित करते हैं:

अनुशासन के लिए आवश्यक है कि हम उन नियमों का पालन करें जो हम कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, सड़क नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है। अगर हमें एक सड़क पार करनी है तो हमें पैदल यात्री क्रॉसिंग पर ऐसा करने की आवश्यकता है। अगर हम नियम की अवज्ञा करते हैं, तो यह खतरनाक होगा।

इसी तरह, हमें उन नियमों का पालन करना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए जिन्हें हम संगठन का हिस्सा मानते हैं। यदि हम किसी स्कूल या शिक्षण संस्थान में पढ़ते हैं, तो हमें उपस्थिति और अध्ययन के सभी नियमों का पालन करना चाहिए।

अगर हम छुट्टी लेते हैं तो हमें छुट्टी का आवेदन जमा करना होगा। इसी तरह, अगर हम स्कूल में प्रयोगशाला, कंप्यूटर कक्ष और खेल के मैदान जैसी सुविधाओं का उपयोग करना चाहते हैं, तो हमें उनके उपयोग के लिए निर्धारित नियमों का पालन करना होगा।

यदि हम किसी सामाजिक, व्यावसायिक, राजनीतिक, आध्यात्मिक या सांस्कृतिक संगठन का हिस्सा हैं, तो हमें इसके सुचारू और सामंजस्यपूर्ण कामकाज के नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। हमें उस देश के नियमों और कानूनों का भी पालन करना होगा जो हम हैं। यदि किसी देश के सभी नागरिक गैर-कानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं तो पूरे देश में अराजकता होगी।

नियमों का पालन करने से न केवल हम किसी सुविधा या सेवा से लाभ प्राप्त करते हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि इसका उपयोग करने वाले या अन्य लोगों को कोई गड़बड़ी या विनाश न हो। इसलिए, सभी के अनुशासित होने पर अधिक सामंजस्य और व्यवस्था होती है।

अनुशासन समय के विवेकपूर्ण उपयोग की अनुमति देता है:

सही समय पर सही गतिविधि करके हम अधिक अनुशासित भी हो सकते हैं। इस प्रकार हम अपने पास उपलब्ध समय का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करते हैं। अप्रासंगिक गतिविधियों में समय बर्बाद करने के बजाय, हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयासों और ऊर्जाओं को लागू करते हैं।

एक छात्र के रूप में हमें समय के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है ताकि हम समय पर स्कूल पहुँच सकें। हमें अपने कार्य और परियोजनाएँ समय पर पूरी करनी चाहिए। इसी तरह, अगर हमारी किसी विशेष समय पर नियुक्ति होती है, तो हमें समय पर पहुंचने के लिए समयनिष्ठ होना चाहिए। समय की पाबंदी में कमी अनुशासनहीनता को दर्शाता है।

अनुशासन का महत्व पर लेख: article on importance of discipline in hindi (400 शब्द)

अनुशासन एक ऐसी चीज है, जो सभी को अच्छे नियंत्रण में रखती है। यह व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। हम में से हर एक ने अपनी आवश्यकता और जीवन के प्रति समझ के अनुसार विभिन्न रूपों में अनुशासन का अनुभव किया है। सभी के जीवन में इसकी उपलब्धता सही रास्ते पर जाने के लिए बहुत आवश्यक है।

अनुशासन: इसका महत्व और प्रकार (importance of discipline)

अनुशासन के बिना जीवन निष्क्रिय और बेकार हो जाता है क्योंकि योजना के अनुसार कुछ भी नहीं होता है। अगर हमें किसी भी कार्य को पूरा करने के बारे में सही तरीके से अपनी रणनीति को लागू करने की आवश्यकता है, तो हमें पहले अनुशासन में रहने की आवश्यकता है। अनुशासन चीजों को आसान बनाता है और हमारे जीवन में सफलता लाता है।

अनुशासन आम तौर पर दो प्रकार के होते हैं। एक प्रेरित अनुशासन है जिसमें हम दूसरों के द्वारा अनुशासन में रहना सीखते हैं और दूसरा एक आत्म-अनुशासन है जो अनुशासन में रहने के लिए हमारे स्वयं के मन से आता है। हालाँकि, हमें अपनी आत्म-अनुशासन की आदत को सुधारने के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तित्व से प्रेरणा की आवश्यकता हो सकती है।

हमें अनुशासन की आवश्यकता क्यों है?

हमें अपने जीवन के कई चरणों में अनुशासन की आवश्यकता है, इसलिए बचपन से अनुशासन का अभ्यास करना अच्छा है। स्व-अनुशासन का अर्थ अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग होता है जैसे कि छात्रों के लिए, इसका मतलब है कि स्वयं को अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करना और सही समय पर काम पूरा करना।

हालांकि, कामकाजी व्यक्ति के लिए, इसका मतलब है कि सुबह समय पर बिस्तर से उठना, व्यायाम करना, समय पर कार्यालय जाना और नौकरी के कार्यों को ठीक से करना।

जीवन में सेल्फ डिसिप्लिन

स्व-अनुशासन की सभी के लिए बहुत आवश्यकता होती है, क्योंकि आधुनिक समय में किसी के पास दूसरों को अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित करने का समय नहीं है। अनुशासन के बिना कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में असफल हो सकता है और अपने कैरियर में शैक्षणिक या अन्य सफलता का आनंद नहीं ले सकता है।

हर क्षेत्र में आत्म-अनुशासन की आवश्यकता होती है, जैसे कि डाइटिंग में, किसी को वसायुक्त और जंक फूड पर नियंत्रण करने और नियमित व्यायाम आदि करने की आवश्यकता होती है। कोई भी भोजन पर नियंत्रण के बिना मोटापे जैसे स्वास्थ्य मुद्दों को विकसित कर सकता है, इसलिए इसे सख्त अनुशासन की आवश्यकता है।

माता-पिता को आत्म-अनुशासन की आदतों को विकसित करने की आवश्यकता होती है क्योंकि उन्हें अपने बच्चों को एक अच्छा अनुशासन सिखाने की आवश्यकता होती है। उन्हें हर समय अच्छा व्यवहार करने और सही समय पर सबकुछ करने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। कुछ शरारती बच्चे अपने माता-पिता की सलाह का पालन नहीं करते हैं, ऐसे में माता-पिता को उन्हें अनुशासन सिखाने के लिए धैर्य रखने की आवश्यकता होती है।

प्रकृति के अनुसार अनुशासन का अर्थ सीखने के लिए हर किसी के पास अलग-अलग समय और क्षमता है। इसलिए, कभी भी हार न मानें और हमेशा अनुशासन में रहने की कोशिश करें, क्योंकि आज उठाया गया एक छोटा कदम कल के लिए एक बड़ा बदलाव ला सकता है। अनुशासन हमेशा आपको एक बेहतर इंसान बनाएगा और आपको सफलता के करीब लाएगा।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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अनुशासन पर निबंध | Essay on Discipline in Hindi (कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध)

Essay on Discipline in Hindi

अनुशासन पर निबंध | Essay on Discipline in Hindi : व्यक्तिगत स्तर पर अनुशासन आत्म-नियंत्रण विकसित करने में बेहद मदद करता है, जिससे व्यक्ति वर्तमान संतुष्टि का विरोध कर सकता है और भविष्य में कुछ बेहतर हासिल कर सकता है। बड़े समाज में अच्छे व्यवहार को बनाए रखने और समुदायों को नियमों का पालन करने और सामान्य लक्ष्यों को प्राप्त करने की अनुमति देने के लिए सदस्यों के बीच अनुशासन महत्वपूर्ण है। अनुशासित रहने से हमें अधिक केंद्रित रहने और निर्दिष्ट समय सीमा और समय सीमा के भीतर अपने कार्यों को पूरा करने की क्षमता मिलती है। हम पहले सोचते हैं और फिर कोई काम करते हैं, न कि उसमें कूद पड़ते हैं। अनुशासित रहने से आपको दूसरों का सम्मान हासिल करने में भी मदद मिलती है। यदि आप एक छात्र हैं तो अपना होमवर्क समय पर जमा करना और अपनी परीक्षाओं के लिए अच्छी तैयारी करना आपको अपने शिक्षकों के सामने एक अनुशासित छात्र बना देगा। 

यदि आप एक कर्मचारी हैं, तो आप हमेशा अपने कार्यों को समय सीमा के भीतर पूरा करेंगे और समय पर अपने कार्यस्थल पर आएंगे। इससे आपके बॉस के साथ-साथ सहकर्मियों का भी सम्मान बढ़ेगा। हमारा यह लेख अनुशासन के विषय पर ही आधारित है जिसमें हम आपके लिए अनुशासन पर निबंध लेकर आएं है, जो आप स्कूल के किसी प्रोजेक्ट या फिर किसी निबंध प्रतियोगिता में उपयोग में ले सकते हैं। इस लेख में आपको अनुशासन पर निबंध 150 words,अनुशासन पर निबंध 100 words,अनुशासन पर निबंध पर निबंध 300 शब्द,अनुशासन पर निबंध पर निबंध 500 शब्द,अनुशासन पर निबंध पर निबंध 200 शब्द यह सभी मिल जाएगा जो आप कक्षा 1,2,3,4,5,6,7,8,910 से लेकर बड़ी निबंध प्रतियोगिता में यूज कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको अनुशासन पर निबंध ( Essay on Discipline in Hindi ) class 7 और अनुशासन पर निबंध class 6 के लिए भी लेखन सामग्री इस लेख के जरिए मिल जाएगी।

अनुशासन पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Anushasan ka Mahatva Nibandh)

हम इस लेख के जरिए हम आपके लिए अनुशासन पर छोटे तथा बड़े निबंध लेकर आएं है। आप अपनी जरुरत के हिसाब से हमारे निचे दिए गए निबंध का उपयोग कर सकते हैं।जीवन में हर चीज़ के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है। यह नियमों का पालन करने और उचित, पूर्व-निर्धारित आचार संहिता का पालन करने का कार्य है। एक अनुशासित व्यक्ति वह है जिसका अपने कार्यों, मन, शरीर और आत्मा पर पूर्ण नियंत्रण होता है। यह एक आवश्यक आजीवन मूल्य है जिसे शुरुआत से ही अपने अंदर विकसित करना चाहिए। अनुशासन अक्सर भावी जीवन की सफलता में एक महत्वपूर्ण कारक साबित होता है। यह अक्सर किसी के जीवन का एक तरीका बन जाता है जहां समय की पाबंदी और व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रमुख स्थान लेते हैं। अनुशासित होने का एक और फायदा यह है कि यह हमें स्वस्थ और सक्रिय रखने में मदद करता है। एक अनुशासित व्यक्ति हमेशा अपना दिन निर्धारित करता है और जानता है कि किस समय कौन सी गतिविधियाँ करनी हैं। उसके सोने, व्यायाम करने, नहाने और खाने के लिए एक निश्चित समय होगा। अनुशासित लोगों में आत्म-नियंत्रण भी अधिक होता है। वे अपनी जीभ पर नियंत्रण रख सकते हैं और कभी भी बिना सोचे-समझे नहीं बोलते। वे स्वस्थ और निरंतर संबंध बनाने में भी अच्छे होते हैं। वे जानते हैं कि उनके लिए क्या हानिकारक है और इसलिए वे खुद को इसमें शामिल होने से रोकते हैं, चाहे यह कितना भी आकर्षक क्यों न लगे।

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अनुशासन पर निबंध हिंदी में 300 शब्द | Jivan Mein Anushasan Ka Mahatva Nibandh

अनुशासन एक ऐसी चीज़ है जो प्रत्येक व्यक्ति को नियंत्रण में रखता है। यह व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। हर कोई अलग-अलग रूप में अपने जीवन में अनुशासन का पालन करता है। इसके अलावा, हर किसी की अनुशासन की अपनी संभावना होती है। कुछ लोग इसे अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं और कुछ नहीं। यह मार्गदर्शक है कि उपलब्धता व्यक्ति को सही रास्ते पर ले जाती है। अनुशासन के बिना व्यक्ति का जीवन नीरस और निष्क्रिय हो जाएगा। इसके अलावा, एक अनुशासित व्यक्ति उन लोगों की तुलना में परिष्कृत तरीके से जीवन की स्थिति को नियंत्रित और संभाल सकता है जो ऐसा नहीं करते हैं।

वहीं अगर आपके पास कोई ऐसी योजना है और आप आने वाले भविष्य में  उस योजना को अपने जीवन में लागू करना चाहते हैं तो आपका अनुशासित होना बहुत जरुरी हैं। अनुशासन से आप कई  चीजों को आसानी से संभाल सकते हैं और अंततः आपके जीवन में सफलता लाता है। यदि अनुशासन के प्रकारों की बात करें तो ये सामान्यतः दो प्रकार के होते हैं। पहला है प्रेरित अनुशासन और दूसरा है आत्म-अनुशासन।प्रेरित अनुशासन एक ऐसी चीज़ है जो दूसरों ने हमें सिखाया है या हम दूसरों को देखकर सीखते हैं। जबकि आत्म-अनुशासन भीतर से आता है और हम इसे स्वयं सीखते हैं। आत्म-अनुशासन के लिए दूसरों से बहुत अधिक प्रेरणा और समर्थन की आवश्यकता होती है।

सबसे बढ़कर, बिना किसी गलती के अपने दैनिक कार्यक्रम का पालन करना भी अनुशासित होने का हिस्सा है। हमें जीवन में लगभग हर जगह अनुशासन की आवश्यकता होती है। इसलिए, हमारे जीवन के शुरुआती चरणों से ही अनुशासन का अभ्यास करना सबसे अच्छा है। आत्म-अनुशासन का अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग मतलब होता है। छात्रों के लिए इसका अर्थ अलग है, कर्मचारी के लिए इसका अर्थ अलग है, और बच्चों के लिए इसका अर्थ अलग है। इसके अलावा, अनुशासन का अर्थ जीवन के चरणों और प्राथमिकता के साथ बदलता है। हर किसी को अनुशासित नहीं किया जा सकता क्योंकि इसके लिए बहुत अधिक मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। साथ ही, इसके लिए सकारात्मक दिमाग और स्वस्थ शरीर की भी आवश्यकता होती है। व्यक्ति को अनुशासन के प्रति सख्त होना होगा ताकि वह सफलता की राह को सफलतापूर्वक पूरा कर सके। शिष्य एक सीढ़ी है जिसके माध्यम से व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। यह व्यक्ति को जीवन में अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। साथ ही, यह उसे लक्ष्य से भटकने नहीं देता।

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Anushasan ka Mahatva Esaay in Hindi | अनुशासन का महत्त्व पर निबंध (600 शब्द)

अनुशासन का अर्थ है मन को प्रशिक्षित करना ताकि वह नियमों या आदेशों के नियंत्रण को स्वेच्छा से स्वीकार कर सके। संक्षेप में, यह श्रेष्ठ प्राधिकारी के प्रति सहज आज्ञाकारिता है, यह सीखने के लिए एक मूल्यवान सबक है। दुनिया के महान देशों ने खुद को सबसे कठोर अनुशासन के अधीन रखकर महानता हासिल की।प्राचीन हिंदुओं के साथ-साथ प्राचीन स्पार्टन्स ने संयम का जीवन जीने की आवश्यकता पर जोर दिया, यहां तक कि आत्म-त्याग का भी। वे जानते थे कि सख्त नियंत्रण के बिना, मनुष्य की ऊर्जा अक्सर बेकार प्रयासों में बर्बाद हो जाती है। किसी के नैतिक जीवन के लिए सबसे पहले अनुशासन आवश्यक है। आत्मभोग सभी मनुष्यों के लिए एक स्वाभाविक प्रलोभन है। हमारी इंद्रियाँ सहज संतुष्टि चाहती हैं। लेकिन अगर हम इस लालसा को रास्ता देते हैं, तो समय के साथ हम इसके अलावा कुछ नहीं सोचेंगे। यह आसान रास्ता है, गुलाबों की सेज की तरह सुखों का जीवन जीना; लेकिन अंततः यह दुख की ओर ले जाता है।

अनुशासन के प्रकार

अनुशासन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। पहला है प्रेरित अनुशासन और दूसरा है आत्म-अनुशासन। प्रेरित अनुशासन का सीधा-सा अर्थ है जब कोई अन्य व्यक्ति आपके जीवन और निर्णयों पर नियंत्रण कर लेता है। और आत्म-अनुशासन का अर्थ है जब कोई व्यक्ति स्वयं अपने जीवन पर नियंत्रण कर लेता है। आप क्या सोचते हैं? इनमें से कोनसा बेहतर है।आत्म-अनुशासन बेहतर है. जब कोई दूसरा आपको नियंत्रित करता है, तो यह चिड़चिड़ा हो जाता है और आप हमेशा इससे छुटकारा पाने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब आप अपने जीवन को नियंत्रित करते हैं, तो आप शायद इसका आनंद लेते हैं। अपने जीवन को नियंत्रित करने का मतलब यह नहीं है कि आप जो करना चाहते हैं उस तक पहुंच हो, यह उन नियमों का पालन करने के बारे में है जो आपने अपने लिए बनाए हैं।

विद्यार्थी जीवन में इसका महत्व

अनुशासन के बिना व्यक्ति का जीवन उलझनों से भरा होता है। साथ ही, एक अनुशासित व्यक्ति उन लोगों की तुलना में जटिल समस्याओं को आसानी से नियंत्रित और संभाल सकता है जो अनुशासित नहीं हैं। नियोजन अनुशासन का एक भाग है। योजना के बिना, कोई वांछित परिणाम नहीं मिलता है और किसी भी चीज़ के लिए योजना बनाने से आपको समय की पाबंदी विकसित करने में मदद मिलती है जो किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है।अनुशासन व्यक्ति को अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, अनुशासन का व्यक्ति अपने काम, कार्यों या लक्ष्यों पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर पाता है। अनुशासन व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की विकर्षणों से दूर रखता है। अनुशासन से ईमानदारी एवं गंभीरता की भावना बढ़ती है। नतीजतन, उच्च गुणवत्ता वाला फोकस अनुशासन का परिणाम है।

अनुशासन की आवश्यकता 

हमें जीवन के लगभग हर क्षेत्र में अनुशासन की आवश्यकता है। स्वस्थ शरीर पाने के लिए हमें अपने खान-पान में अनुशासित होने की आवश्यकता है। इससे इस बात का अवलोकन करने की भावना विकसित होगी कि क्या खाना अच्छा है और क्या नहीं। हमें अपने कार्यों और लक्ष्यों के प्रति समय का पाबंद और नियमित रहने की आवश्यकता है।अनुशासन समाज में हमारी स्पष्ट छवि स्थापित करता है क्योंकि एक अनुशासित व्यक्ति होना कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। इसके लिए दृढ़ समर्पण और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। साथ ही इसके लिए ठोस दिमाग और स्वस्थ शरीर की भी जरूरत होती है। किसी को सख्ती से अनुशासित होना होगा ताकि वह सफलता की राह को सफलतापूर्वक पूरा कर सके।

सफलता की कुंजी

अनुशासन एक सीढ़ी है जिस पर चढ़कर व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। यह व्यक्ति को अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। साथ ही यह उसे लक्ष्य से भटकने भी नहीं देता। इसके अतिरिक्त, यह व्यक्ति के मन और शरीर को नियमों और विनियमों का पालन करने के लिए शिक्षित और प्रशिक्षित करके उसके जीवन में पूर्णता का कारण बनता है जो उसे एक बेहतर नागरिक बनने में मदद करता है।

अगर हम पेशेवर जीवन की बात करें तो अनुशासित व्यक्ति को अनुशासित नहीं रहने वाले व्यक्ति की तुलना में अधिक अवसर मिलते हैं। साथ ही, यह व्यक्ति के व्यक्तित्व में एक असाधारण आयाम का मिश्रण करता है। इसके अलावा व्यक्ति जहां भी जाता है लोगों के मन पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है।

अनुशासन गुलामी नहीं है. शुरुआत में यह गंभीर रूप से दर्दनाक लग सकता है लेकिन जल्द ही व्यक्ति को इसकी आदत पड़ जाएगी। लेकिन दुर्लभ अवसरों पर आज्ञाकारिता को तर्कसंगत बनाना पड़ सकता है और किसी के विवेक की अनदेखी करके ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। यह देखने में एक उच्चतर वस्तु है। दास स्वामी की इच्छा के प्रति अंध समर्पण दर्शाता है। सच्चा अनुशासन किसी उच्च उद्देश्य की प्राप्ति के लिए स्वयं की जागरूक और सहज अधीनता में निहित है।इसलिए, अनुशासन यांत्रिक नहीं होना चाहिए; क्योंकि मनुष्य कोई मशीन नहीं है. इसका मतलब स्वतंत्र निर्णय को नकारना नहीं हो सकता। अनुशासन स्वीकार करना किसी भी तरह से बहुत सुखद नहीं है। इसका मतलब है उस व्यक्तित्व का समर्पण जो परेशान करने वाला है। यदि हम अपने सामने केवल स्वयं से बढ़कर कुछ रखते हैं, तो अनुशासन केवल स्वेच्छा से लेकिन प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार किया जाएगा। इसका चरित्र पर उत्थानकारी प्रभाव पड़ता है।

जीवन में अनुशासन का महत्व | Essay on Discipline in Hindi Download PDF

इस पॉइन्ट में हम आपको जीवन में अनुशासन का महत्व पर निबंध Download PDF उपलब्ध करा रहे है जो आप डाउनलोड कर सकते है और कभी भी खुद भी पढ़ सकते है और अपने बच्चों या परिजनों को पढ़ा सकते हैं।

अनुशासन पर भाषण 10 लाइन | Vidyarthi Jeevan Mein Anushasan Ka Mahatva Nibandh

Speech on Discipline in Hindi

  • व्यक्ति का जीवन अनुशासन पर आधारित होना चाहिए।
  • अनुशासन नियमों का पालन करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह लोगों को आत्म-नियंत्रण और आत्म-आश्वासन विकसित करने में मदद करता है।
  • अनुशासन हमें घर, स्कूल और रोजगार के स्थान पर सिखाया जाता है।
  • सब कुछ अनुशासन से संबंधित है, हम कैसे कपड़े पहनते हैं से लेकर हम खुद को कैसे व्यवस्थित करते हैं, समय की पाबंदी से लेकर नैतिक व्यवहार की भावना तक।
  • जब हम देर से पहुंचते हैं या उचित पोशाक नहीं पहनते हैं तो हमें स्कूल में सज़ा मिलती है क्योंकि ये व्यवहार स्थापित अनुशासनात्मक प्रक्रियाओं के विरुद्ध होते हैं।
  • हमें सुबह की असेंबली के लिए तैयार होने और समय सीमा से पहले अपना स्कूल का काम पूरा करने के लिए भी कहा जाता है।
  • स्कूल उचित शिक्षण और दंड के माध्यम से हममें अनुशासन पैदा करते हैं।
  • न केवल छात्रों को सख्त आचार संहिता का पालन करना पड़ता है, बल्कि पेशेवरों, सैनिकों, एथलीटों आदि को भी सख्त आचार संहिता का पालन करना पड़ता है।
  • यद्यपि कठिन है, किसी के जीवन में अनुशासन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इसी वजह से हमें छोटी उम्र से ही यह सिखाया जाता है।
  • अनुशासन की सहायता से हम शांत और व्यवस्थित जीवन जी सकते हैं

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गए छोटे और बड़े निबंध आपको पसंद आएं होंगे। जैसे कि हमने आपको निबंध के शुरुआत में बताया था कि इस निबंध में आपको अनुशासन पर निबंध 150 words,अनुशासन पर निबंध 100 words,अनुशासन पर निबंध पर निबंध 300 शब्द,अनुशासन पर निबंध पर निबंध 500 शब्द,अनुशासन पर निबंध पर निबंध 200 शब्द,अनुशासन पर निबंध पर निबंध class 7,अनुशासन पर निबंध पर निबंध class 6 मिल जाएंगे। आगे भी हम ऐसे कई विषय पर आपके लिए निबंध लेकर आते रहेंगे।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

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अनुशासन पर निबंध 10 lines 100, 150, 200, 250, 300, 500 शब्दों मे (Discipline Essay in Hindi)

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Discipline Essay in Hindi – जीवन का पहला और सबसे महत्वपूर्ण सबक अनुशासित होना है। यदि अनुशासन का पाठ बचपन से ही शुरू हो जाए तो यह कठिन नहीं है, लेकिन अगर यह देर से शुरू होता है तो यह जीवन में सीखने का सबसे कठिन पाठ हो सकता है। Discipline Essay in Hindi पूर्ण आत्म-नियंत्रण प्राप्त करने के लिए कठिन अनुशासन और समर्पण की आवश्यकता होती है। अच्छा अनुशासन अपना सर्वश्रेष्ठ ला सकता है और हम समाज की सर्वोत्तम सेवा कर सकते हैं और अपने आसपास के लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे। 

जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए शुरू से ही अनुशासित रहने की जरूरत है। अनुशासन से ही हम जीवन में अपने लक्ष्य पर केंद्रित रह सकते हैं। अनुशासन में समय के मूल्य को समझना, मानवता के प्रति सम्मान दिखाना और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता दिखाना शामिल है। सफलता की ओर पहला कदम अनुशासन है।

Discipline Essay in Hindi अनुशासित होना जीवन में सीखने के लिए महत्वपूर्ण और कठिन पाठों में से एक है। आत्म-नियंत्रण का अभ्यास करने और अपने आप को इस तरह से संचालित करने के लिए अत्यधिक समर्पण और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है जो समाज की सर्वोत्तम सेवा करता है और हमारे आसपास रहता है। अनुशासित होने पर ही व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। अनुशासन हमें एकाग्र रखने में अहम भूमिका निभाता है। 

अनुशासन का अभ्यास करने के अलग-अलग तरीके हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लगातार और समय को महत्व दें। किसी कार्य का निरंतर अभ्यास करके, मानवता और प्रकृति का सम्मान करके और समय को महत्व देकर जीवन में सही दिशा में चलना सीख सकते हैं। यही मूल कारण है कि दुनिया भर में सफल लोग अनुशासन की आवश्यकता का प्रचार करते हैं।

अनुशासन निबंध 10 पंक्तियाँ (Discipline Essay 10 lines in Hindi)

  • 1) अनुशासन का अर्थ है उचित नियमों और विनियमों के साथ जीवन जीना।
  • 2) इसमें नियम, विनियम, शिष्टाचार और शिष्टाचार शामिल हैं जो हमारे जीवन को आकार देते हैं।
  • 3) जीवन में अनुशासन हमें अपनी आदतों और व्यक्तित्व को बेहतर बनाने में मदद करता है।
  • 4) अनुशासन हमें सही सिद्धांतों को अपनाने और अपने जीवन में सफल होने के लिए निर्देशित करता है।
  • 5) यह भी माना जाता है कि देश का एक अच्छा नागरिक होने के लिए एक अनुशासित जीवन आवश्यक है।
  • 6) यह हमारे जीवन में आत्म-विश्वास और आत्म-नियंत्रण उत्पन्न करने में मदद करता है।
  • 7) जल्दी उठना, व्यायाम करना, स्वस्थ आहार लेना और बुरी आदतों से दूर रहना भी अनुशासित जीवन का हिस्सा है।
  • 8) हमारे खाने की आदतों में अनुशासन हमें फिट और स्वस्थ रहने में भी मदद करता है।
  • 9) दूसरों का सम्मान करना और आज्ञाकारी रहना अनुशासन का सिद्धांत है।
  • 10) भाषा में अनुशासन हमें लोगों के साथ सभ्य और सम्मानजनक तरीके से बात करने में मदद करता है।

अनुशासन निबंध 20 लाइनें (Discipline Essay 20 lines in Hindi)

  • 1) छात्र के जीवन में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उसे अपने करियर के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
  • 2) अनुशासन में रहने का अर्थ है कुछ नियमों, विनियमों के एक सेट का पालन करना और उचित व्यवहार का प्रदर्शन करना।
  • 3) एक अनुशासित जीवन शैली हमेशा सफलता की ओर ले जाती है, चाहे वह शैक्षणिक, स्वास्थ्य, व्यवसाय या पेशा हो।
  • 4) एक छात्र के रूप में, अनुशासन एक ड्राइविंग सिद्धांत के रूप में कार्य करता है जो हमें गलत रास्ते पर जाने से बचाता है।
  • 5) अनुशासन एक नहर के रूप में कार्य करता है जो व्यक्ति के चरित्र को सही दिशा में ले जाता है।
  • 6) अनुशासन हमारे जीवन को एक उचित दिनचर्या में बनाता है और एक पूर्वनिर्धारित आचार संहिता का पालन करने में मदद करता है।
  • 7) हमारे खान-पान में अनुशासन हमें विभिन्न बीमारियों से बचाता है, जिससे हमें लंबा और स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है।
  • 8) यदि भारत के लोग अनुशासन की सख्त व्यवस्था का पालन करते हैं तो हमें विश्व की महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता।
  • 9) माता-पिता और परिवार बच्चे में अनुशासन की भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो उसके समग्र व्यक्तित्व को आकार देने में मदद करता है।
  • 10) अनुशासन आपको हमेशा सफलता की ओर ले जाएगा जबकि अनुशासन हमेशा आपके जीवन में नई समस्याओं और मुद्दों का एक समूह खड़ा करेगा।
  • 11) अनुशासन हमेशा सभी के व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • 12) अनुशासन राष्ट्र निर्माण में भी मदद करता है और ऐसे कई देश हैं जो अपने देश में सख्त कानूनों के कारण विकसित हुए हैं।
  • 13) कॉर्पोरेट जगत में, दिए गए कार्य को समय पर पूरा करना, काम के प्रति समर्पण और अच्छा समय प्रबंधन काम पर सख्त पेशेवर अनुशासन को दर्शाता है।
  • 14) अधिक मात्रा में संगीत नहीं बजाना, सार्वजनिक स्थानों पर कतार बनाए रखना, केवल कूड़ेदान में कचरा फेंकना सामाजिक अनुशासन के कुछ उदाहरण हैं।
  • 15) सख्त आहार व्यवस्था का पालन करना, समय पर व्यायाम करना और नशीली दवाओं के सेवन से दूर रहना एक खिलाड़ी के अनुशासित जीवन को दर्शाता है।
  • 16) आत्म-अनुशासन के लिए हमेशा दृढ़ इच्छा शक्ति और मन पर मजबूत नियंत्रण की आवश्यकता होती है और यदि इसे प्राप्त कर लिया जाए तो यह निश्चित रूप से आपको सफलता की ओर ले जाएगा।
  • 17) सख्त अनुशासन का पालन करने के लिए, आपको हमेशा एक लक्ष्य और उसके प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है और अंततः यह आपको सख्त अनुशासन का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।
  • 18) यदि आपका कोई लक्ष्य है, तो आप स्वतः ही भौतिकवादी इच्छाओं से दूर रहेंगे और अपने व्यवहार में एक सख्त दिनचर्या और आचार संहिता का पालन करेंगे।
  • 19) अनुशासन आपको अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आने और आत्म सुधार के द्वारा अपनी कमजोरियों पर काबू पाने में मदद करता है।
  • 20) अनुशासन हमें अधिक केंद्रित और समर्पित बनाकर हमारी दक्षता और उत्पादकता बढ़ाने में मदद करता है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Essay in Hindi
  • New Year Essay
  • New Year Speech
  • Mahatma Gandhi Essay
  • My Mother Essay
  • My Family Essay
  • Environment Essay
  • Health Is Wealth Essay
  • My Teacher Essay
  • Child Labour Essay
  • Water Pollution Essay

अनुशासन पर लघु निबंध (Short Essay on Discipline in Hindi)

Discipline Essay in Hindi – अनुशासन हमारे जीवन को खुश और सुनियोजित बनाने के लिए एक बहुत ही आवश्यक हिस्सा है। अनुशासन के बिना जीवन समस्याओं और अराजकता से भरा होता है। अनुशासन व्यक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है। अनुशासन व्यक्ति को अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इस व्यस्त दुनिया में लोग भ्रमित और विचलित हो जाते हैं। अनुशासन व्यक्ति के जीवन में ईमानदारी लाता है। किसी व्यक्ति के जीवन में अनुशासन को लागू करना कठिन होता है।

 एक अनुशासित व्यक्ति की हमेशा प्रशंसा की जाती है और उसे महत्व दिया जाता है। छात्रों के लिए अनुशासन भी बहुत जरूरी है। बच्चों को बचपन से ही अनुशासन की शिक्षा देनी चाहिए। एक अनुशासित व्यक्ति के पास हर चीज के लिए एक निश्चित समय होता है। इसलिए यह उनके सभी कार्यों को समय पर प्रबंधित किया जाता है। एक अनुशासित छात्र समय पर उठेगा और अपनी सभी गतिविधियों को समय पर पूरा करेगा। समय प्रबंधन अनुशासन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। एक व्यक्ति जो अपने समय को अच्छी तरह से प्रबंधित कर सकता है वह अच्छी तरह से अनुशासित हो सकता है। अनुशासन निश्चित रूप से किसी व्यक्ति को सफलता की ओर ले जाने की सीढ़ी है।

अनुशासन निबंध 100 शब्द (Discipline Essay 100 words in Hindi)

अनुशासन सफलता की सीढ़ी है। स्वतंत्रता और स्वतंत्रता का जीवन किसे पसंद नहीं है? लेकिन इस स्वतंत्रता की कुछ सीमाओं का प्रयोग सनक और कल्पनाओं को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। जीवन में व्यवस्था लाने के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है। अनुशासन के सख्त रखरखाव के बिना, लोग सफलता प्राप्त करने में ध्यान खो देते हैं।

एक अनुशासित छात्र एक उचित करियर बनाने में सफल होता है, एक अनुशासित टीम दूसरों पर अपनी छाप छोड़ती है। देश की सुरक्षा भी एक अनुशासित सेना द्वारा सुनिश्चित की जाती है। नियम सख्त प्रतीत होते हैं लेकिन जब लोग इन सख्ती का पालन करते हैं, तो वे लंबे समय में सफल हो जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को अपने छात्र जीवन से अनुशासन का विकास करना चाहिए।

अनुशासन निबंध 150 शब्द (Discipline Essay 150 words in Hindi)

अनुशासन हमारे दैनिक जीवन का एक मूलभूत हिस्सा है। निबंध लिखने से लेकर उत्तम स्कूल यूनिफॉर्म पहनने से लेकर शतरंज या बैडमिंटन जीतने तक- हमारे स्कूली जीवन से जुड़ी हर चीज अनुशासन पर आधारित है। वयस्क भी अपनी सफलता का अधिकांश श्रेय अनुशासन को देते हैं। काम पर अच्छा प्रदर्शन बनाए रखना या उम्र के साथ अपने स्वास्थ्य की देखभाल करना – सभी को एक निश्चित मात्रा में अनुशासन की आवश्यकता होती है।

आदेश और नियमों के एक समूह के अनुसार कार्य करने से समय की पाबंदी और योजना में सुधार होता है। अनुशासन नियमों, प्रबंधन और व्यवस्था का एक संयोजन है जो जीवन के प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा अनुशासन संतुलन भी जोड़ता है। यह हमें अपने कार्यों को अलग करने और प्रबंधित करने में मदद करता है। यह न केवल स्कूल जाने वाले छात्रों के जीवन में बल्कि सेना में या एक खिलाड़ी के जीवन में भी आवश्यक है जो एक शांतिपूर्ण और सफल जीवन बनाना चाहता है और दूसरों को यह प्रेरणादायक लगता है।

अनुशासन निबंध 200 शब्द (Discipline Essay 200 words in Hindi)

अनुशासन एक विशेषता है जिसमें नियमों, मापदंडों और व्यवहार पैटर्न का एक निश्चित सेट शामिल होता है। जब संयुक्त और एक साथ लागू किया जाता है, तो ये जीवन में घटनाओं के सामाजिक और व्यक्तिगत क्रम को बनाए रखने में मदद करते हैं।

अनुशासन बहुत कम उम्र से ही घर पर ही विकसित होना शुरू हो सकता है। यह बदले में फैलता है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करने के लिए विकसित होता है। एक उचित नींद कार्यक्रम बनाए रखना, एक स्वस्थ आहार, व्यायाम, जुनून या शौक का पीछा करना, नियमित रूप से एक खेल का अभ्यास करना सभी व्यक्तिगत अनुशासन के अंतर्गत आते हैं। सामाजिक अनुशासन में सभाओं, बैठकों या आयोजनों में एक विशेष तरीके से व्यवहार करना शामिल है। जबकि पेशेवर अनुशासन में ज्यादातर समय प्रबंधन, समय सीमा को पूरा करना, वरिष्ठों का उचित अभिवादन करना, स्वस्थ संबंध बनाए रखना आदि शामिल हैं।

अनुशासन समाज का एक अंतर्निहित हिस्सा है और इसकी भूमिका की शुरुआत हमारे शिक्षण संस्थानों में होती है। लेकिन आजकल लोग अक्सर समय से चूक जाते हैं और अनुशासित जीवन शैली को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास करने पड़ते हैं। स्कूल, कार्यस्थलों या घरों में भी अनुशासन बनाए रखने के कुछ तरीकों में शामिल हैं:

  • किसी संस्थान के दिशा-निर्देशों और नियमों से अवगत होना
  • सहकर्मियों के साथ विचारशील और समझदार होना
  • सख्ती बनाए रखना लेकिन निष्पक्ष रहना
  • स्पष्ट परिणाम और दंड निर्धारित करना
  • परिवार या व्यक्तिगत नियम बनाना
  • एक नियोजित कार्यक्रम के साथ रहना

उपरोक्त उपाय हंगामे और पछतावे से रहित अनुशासित जीवन जीने के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हो सकते हैं। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि अनुशासन की सही गुणवत्ता के साथ हमारे सभी उपक्रमों का सफल होना निश्चित है!

अनुशासन निबंध 250 शब्द (Discipline Essay 250 words in Hindi)

मनुष्य एक सामाजिक ढांचे के बड़े हिस्से हैं और किसी भी ढांचे के कार्य करने के लिए, नियम और कानून एक परम आवश्यकता हैं। जब ये नियम मानव व्यवहार का मार्गदर्शन करते हैं और संगठन की भावना विकसित करते हैं, तो एक प्रणाली या व्यक्ति को अनुशासित कहा जाता है। अनुशासन मानव के हर पहलू के साथ-साथ जीवन के अन्य रूपों में अपना महत्व पाता है। यह जिम्मेदारी, विश्वसनीयता की भावना पैदा करता है और एक व्यक्ति को अपने कार्यों के लिए अधिक जवाबदेह होने का पोषण करता है।

एक खिलाड़ी की दिनचर्या से लेकर व्यवसायी के नियमित कार्यक्रम से लेकर पहले कदम या बच्चों की उपलब्धियों तक, अनुशासन सभी जगहों पर मौजूद है। लेकिन यह समझना भी उतना ही जरूरी है कि नियमों की एक ही किताब हर व्यक्ति के काम नहीं आती। स्कूल में एक बच्चे के लिए सजा शानदार ढंग से काम कर सकती है लेकिन दूसरे बच्चे को अपने बारे में दुखी महसूस कराती है। इसलिए अनुशासन कहीं भी संगत और विचारशील होना चाहिए। “नियम और शर्तों” के विपरीत, जो उनकी अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप हैं, अनुशासन को हमेशा पहले व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया जाना चाहिए।

हमारे तेज-तर्रार जीवन में, हमें भीड़ का हिस्सा बनने के लिए अक्सर इतनी तेजी से दौड़ना पड़ता है कि हम अपने नियोजित कार्यक्रम को भूल जाते हैं। इससे रातों की नींद हराम, चिंता, विकार और चरम मामलों में अराजकता और हंगामा होता है। हमें वास्तव में प्रतिस्पर्धा के साथ घुलने-मिलने के लिए खुद को आगे बढ़ाते रहने की जरूरत है, लेकिन खुद को पहले रखना अनिवार्य है।

जबकि अनुशासन की कई व्याख्याएँ और धारणाएँ होती हैं, इसका अंतिम उद्देश्य हमें जीवन का एक स्पष्ट विचार देना है। महान व्यक्तियों का इतिहास उपलब्धियों को चलाने में अनुशासन की शक्ति का साक्षी है। अनुशासन हमेशा हमारे जीवन के हर मिनट को निर्धारित करने वाला कुछ नहीं होता है, यह छोटे कदमों के रूप में हो सकता है, जो एक अच्छा दिन घर में खुद का एक बड़ा, बेहतर संस्करण लाता है।

अनुशासन निबंध 300 शब्द (Discipline Essay 300 words in Hindi)

इसलिए यदि आप एक ऐसा जीवन जीना चाहते हैं जो विनियमित और व्यवस्थित हो तो आपको अनुशासन में रहने की आवश्यकता है। नियमों के एक निश्चित सेट का पालन करने की क्षमता को अनुशासन के रूप में जाना जाता है। यह हर किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह व्यक्ति को अपने जीवन में मर्यादा बनाए रखता है। इसलिए यदि आप किसी भी प्रकार की अराजकता से बचना चाहते हैं तो आपको उस समाज के कानूनों का पालन करना चाहिए जिसमें आप रहते हैं।

प्रकृति स्वयं अपने तंत्र में अनुशासन का प्रदर्शन करती है। आप हर दिन देख सकते हैं कि सूर्य पूर्व में उगता है और पश्चिम में अस्त होता है और यह प्रकृति की एक ही प्रक्रिया है। कई अन्य प्रक्रियाएं हैं जो प्रतिदिन अनुशासन प्रदर्शित करती हैं।

जिस दिन से हम पैदा हुए हैं और आज तक हम अनुशासन के महत्व को सीखते हुए बड़े हुए हैं। बचपन में ही हमें सुबह जल्दी उठकर, अपने दाँत ब्रश करके और नहाने के लिए और फिर स्कूल के लिए तैयार होकर अनुशासन में रहना सिखाया जाता था। यह दिन की शुरुआत में अनुशासन का पहला कदम है। पूरा दिन अनुशासन की मांग करता है ताकि हमारा जीवन पटरी पर रहे और व्यवस्था न बिगड़े।

स्कूल में, हमारे शिक्षक हमेशा हमारे दिमाग में अनुशासन और समय की पाबंदी लगाने की कोशिश करते हैं। इस तरह वे हमें सिखाते हैं कि स्कूल में शिष्टाचार कैसे बनाए रखें, चाहे वह सुबह की सभा हो, या समय पर गृहकार्य करना हो। इसलिए उन्हें बेहतर बनाने के लिए हमारे दैनिक जीवन में अनुशासन के महत्व को जानना महत्वपूर्ण है।

न केवल स्कूल बल्कि अनुशासन कार्यस्थलों पर भी उतना ही महत्वपूर्ण है जहां सैकड़ों कर्मचारी एक साथ काम करते हैं। कार्यालय में काम करने वाले लोगों को अपने कार्यस्थल पर अनुशासन बनाए रखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। इससे ऑफिस का माहौल स्वस्थ और शांतिपूर्ण रहता है। इसलिए किसी व्यक्ति के लिए अनुशासन के महत्व को सीखना बहुत महत्वपूर्ण है, इससे निश्चित रूप से उन्हें एक सफल और सुखी जीवन जीने में मदद मिलेगी।

अनुशासित रहने के कई फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपको अपने जीवन के लक्ष्यों पर केंद्रित रहने में मदद करता है। अनुशासन में रहने वाले लोग आमतौर पर बुरी आदतों से दूर रहते हैं और बाहरी दुनिया से ज्यादा अपने काम पर फोकस कर पाते हैं। हर कोई अनुशासित व्यक्ति का सम्मान करता है और उन्हें अपना आदर्श मानता है।

संक्षेप में, किसी व्यक्ति के जीवन में सबसे आवश्यक चीज अनुशासन है। अनुशासन में रहकर ही कोई सार्थक जीवन व्यतीत कर सकता है। यह हमें सही काम नहीं करने देता है और चारों ओर सकारात्मकता से भरा एक खुशहाल जीवन व्यतीत करता है।

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अनुशासन निबंध 500 शब्द (Discipline Essay 500 words in Hindi)

अनुशासन पर निबंध- अनुशासन एक ऐसी चीज है जो प्रत्येक व्यक्ति को नियंत्रण में रखती है। यह व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। हर कोई अपने जीवन में अलग-अलग रूप में अनुशासन का पालन करता है। इसके अलावा, हर किसी के पास अनुशासन की अपनी संभावना होती है। कुछ लोग इसे अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं और कुछ नहीं। यह वह मार्गदर्शक है जो उपलब्धता व्यक्ति को सही रास्ते पर ले जाती है।

महत्व और अनुशासन के प्रकार

अनुशासन के बिना व्यक्ति का जीवन नीरस और निष्क्रिय हो जाएगा। साथ ही, एक अनुशासित व्यक्ति उन लोगों की तुलना में परिष्कृत तरीके से जीने की स्थिति को नियंत्रित और संभाल सकता है जो नहीं करते हैं।

इसके अलावा, यदि आपके पास कोई योजना है और आप उसे अपने जीवन में लागू करना चाहते हैं तो आपको अनुशासन की आवश्यकता है। यह आपके लिए चीजों को संभालना आसान बनाता है और अंततः आपके जीवन में सफलता लाता है।

यदि अनुशासन के प्रकारों की बात करें तो वे सामान्यत: दो प्रकार के होते हैं। पहला है प्रेरित अनुशासन और दूसरा है आत्म-अनुशासन।

प्रेरित अनुशासन एक ऐसी चीज है जो दूसरे हमें सिखाते हैं या हम दूसरों को देखकर सीखते हैं। जबकि आत्म-अनुशासन भीतर से आता है और हम इसे अपने आप सीखते हैं। आत्म-अनुशासन के लिए दूसरों से बहुत प्रेरणा और समर्थन की आवश्यकता होती है।

इन सबसे ऊपर, बिना किसी गलती के अपने दैनिक कार्यक्रम का पालन करना भी अनुशासित होने का हिस्सा है।

अनुशासन की आवश्यकता

हमें जीवन में लगभग हर जगह अनुशासन की आवश्यकता होती है। इसलिए, हमारे जीवन के शुरुआती चरणों से अनुशासन का अभ्यास करना सबसे अच्छा है। आत्म-अनुशासन का अर्थ अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग चीजें हैं। छात्रों के लिए इसका अर्थ एक कर्मचारी के लिए अलग है इसका अर्थ अलग है, और बच्चों के लिए इसका अर्थ अलग है।

इसके अलावा, अनुशासन का अर्थ जीवन के चरणों और प्राथमिकता के साथ बदलता है। हर किसी को अनुशासित नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसके लिए बहुत मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। साथ ही इसके लिए सकारात्मक दिमाग और स्वस्थ शरीर की जरूरत होती है। अनुशासन के प्रति सख्त होना होगा ताकि वह सफलता की राह को सफलतापूर्वक पूरा कर सके।

अनुशासन के लाभ

शिष्य एक सीढ़ी है जिसके द्वारा व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। यह एक व्यक्ति को जीवन में अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। साथ ही, यह उसे लक्ष्य से विचलित नहीं होने देता।

इसके अलावा, यह व्यक्ति के मन और शरीर को नियमों और विनियमों का जवाब देने के लिए प्रशिक्षण और शिक्षित करके व्यक्ति के जीवन में पूर्णता लाता है, जो उसे समाज का एक आदर्श नागरिक बनने में मदद करेगा।

अगर हम पेशेवर जीवन की बात करें तो अनुशासित व्यक्ति की तुलना में अनुशासित व्यक्ति को अधिक अवसर मिलते हैं। साथ ही, यह व्यक्ति के व्यक्तित्व में एक असाधारण आयाम जोड़ता है। इसके अलावा, व्यक्ति जहां भी जाता है, लोगों के दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है।

अंत में, हम कह सकते हैं कि अनुशासन किसी के भी जीवन के प्रमुख तत्वों में से एक है। एक व्यक्ति तभी सफल हो सकता है जब वह एक स्वस्थ और अनुशासित जीवन व्यतीत करे। इसके अलावा, अनुशासन हमें कई तरह से मदद करता है और हमारे आस-पास के व्यक्ति को अनुशासित होने के लिए प्रेरित करता है। इन सबसे ऊपर, अनुशासन एक व्यक्ति को वह सफलता प्राप्त करने में मदद करता है जो वह जीवन में चाहता/चाहती है

अनुशासन निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

जीवन में अनुशासन क्यों जरूरी है.

अनुशासन सभी नियमों का पालन करने के बारे में है। बिना किसी नियम या कानून का पालन किए आप जीवन में सफल नहीं हो सकते।

हम अनुशासन कैसे बनाए रख सकते हैं?

किसी विशेष दिनचर्या का पालन करके और उस पर टिके रहकर अनुशासन बनाए रखा जा सकता है।

क्या सफल होने के लिए अनुशासन जरूरी है?

हां, हमें अनुशासन विकसित करना चाहिए और सफल होने के लिए उसी के अनुसार काम करना चाहिए।

सैन्य प्रशिक्षण को इतने गहन अनुशासन की आवश्यकता क्यों है?

सेना में लोगों को युद्ध और संकट की बहुत ही विकट परिस्थितियों में पनपना पड़ता है। आदेश और आदेश के संदर्भ में इसके लिए वर्षों के अभ्यास की आवश्यकता होगी।

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अनुशासन पर निबंध – Anushasan Essay in Hindi

Anushasan Essay in Hindi आज हम अनुशासन पर निबंध हिंदी में लिखने वाले हैं. Discipline पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए है. इस निबंध को हमने अलग-अलग शब्द सीमा में लिखा है जिससे अनुच्छेद और निबंध लिखने वाले विद्यार्थियों को कोई भी परेशानी नहीं हो और वह Essay on Discipline in hindi  के बारे में अपनी परीक्षा में लिख सकेंगे.

Anushasan Essay in Hindi 150 words

जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व होता है इसके बिना सफल जीवन जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. जो भी अपने जीवन में अनुशासन नहीं रखता है वह कभी भी सफल नहीं हो सकता चाहे वह मनुष्य हो या फिर कोई वन्य प्राणी.

अगर हमें जीवन में सफल होना है तो समय पर उठना होगा समय पर सोना होगा और बिना समय को खराब करें अनुशासन की पालना करनी होगी. Anushasan किसी के सिखाने से नहीं आता यह स्वंय को सीखना होता है.

Anushasan Essay in Hindi

जैसे गुरु आपको शिक्षा दे सकते हैं सही मार्ग पर चलना सिखा सकते है लेकिन उस शिक्षा का आप किस प्रकार अनुसरण करते है यह आप पर निर्भर करता है. अगर आप एक सफल व्यक्ति बनना चाहते है और अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहते हैं तो अपने जीवन में अनुशासन की आज और अभी से पालना करनी शुरू कर दे और हमेशा अपने से बड़ों को सम्मान दें.

Anushasan Essay in Hindi 250 words

हमारे जीवन का हर एक क्षण मूल्यवान है अगर हम जीवन को बिना अनुशासन के जीते हैं तो हमेशा ही दुख और असफलता का मुंह देखना पड़ता है. Discipline का मतलब होता है कि अपने जीवन में कुछ नियम बनाकर चलें और साथ ही समय का सदुपयोग करते हुए अपना जीवन जिए.

अनुशासन की गई कारण आप सोचते हैं कि हम नियमों में अगर बंध जाएंगे तो अपना जीवन खुशहाली पूर्वक कैसे जी पाएंगे ?

अनुशासन का मतलब यह नहीं होता है कि आप अपनी इच्छा अनुसार अपना जीवन नहीं जी पाएंगे इसका मतलब यह होता है कि आपको हर कार्य समय पर और व्यवस्थित ढंग से करना होता है

जैसे सुबह उठने से लेकर स्कूल जाने तक, ऑफिस जाने तक, किसी जरूरी कार्य पर जाने तक अगर आप इन कार्यों को समय पर नहीं करते है तो आप जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाते है. और साथ ही कई लोग आपका साथ भी छोड़ देते है जिससे आप जीवन में अकेले पड़ जाते है.

अगर आप जीवन को अनुशासन से जिएंगे तो आप जीवन में सफल नहीं होंगे बल्कि लोग आपका आदर और सम्मान भी करेंगे. अनुशासन का मतलब यह भी होता है कि वह बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें और सभी लोगों से आदर और प्रेम पूर्वक बात करें. कभी भी ऐसा काम ना करें जिससे किसी भी व्यक्ति को चोट या ठेस पहुंचे.

अपने जीवन में एक बात गांठ बांधकर चलें कि हमें हमेशा समय का सदुपयोग करना है और जीवन को Anushasan से जीना है तभी हमारे जीवन जीना सफल हो पाएगा.

Essay on Discipline in Hindi 350 Words

अनुशासन किसी व्यक्ति या संस्था के सफल भविष्य निर्माण कर सकता है अगर अनुशासन नहीं होगा तो भविष्य का निर्माण कभी भी नहीं हो सकता है. अनुशासन सफलता की कुंजी है जिससे कठिन से कठिन परीक्षा में भी सफल हो या जा सकता है.

Discipline हमें हमेशा अपनी सीमा में रहना सिखाता है लेकिन अनुशासन ही हमें सीमाओं को तोड़ना भी सिखाता है. जिस प्रकार जीवन जीने के लिए जल की जरूरत होती है उसी प्रकार जीवन में सफलता पाने के लिए अनुशासन का भी उतना ही महत्व होता है.

हम अपने आसपास के माहौल से बहुत सी चीजें सीखते है जिनमें कुछ चीजें अच्छी होती है तो कुछ बुरी भी होती हैं अनुशासन हमें सही और गलत में फर्क करना सिखाता है. अनुशासन हमें समय के साथ चलना और परिवर्तन करना भी भली-भांति सिखाता है.

हम अनुशासन की प्रेरणा प्रकृति से रह सकते है जैसे सूरज हर रोज सुबह अपने समय पर निकलता है और शाम को ढल जाता है उसी के साथ पृथ्वी की अपनी धुरी पर घूमती है और हमें दिन से रात और रात से दिन देखने को मिलता है.

यह भी पढ़ें –   विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – Vidyarthi aur Anushasan Essay in Hindi

इस बात से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमेशा समय के साथ चलें और संसार में होने वाले परिवर्तनों को भी अपनाते रहे, तभी हम सफलता की सीढ़ी चढ़ सकेंगे. जीवन में प्रतिदिन समस्याएं आती रहेंगी लेकिन अगर हम अनुशासन में रहते है तो उनका हल हम निकाल ही लेते है.

अनुशासन में सिर्फ समय की पालना करना और समय के साथ चलना है ही नहीं आता है Discipline किसे कहते हैं जिसमें व्यक्ति सभी लोगों से प्रेम भाव से बात करता हो, अपने से बड़े लोगों को आदर और सम्मान देता हो, कभी किसी को नीचा दिखाने की कोशिश ना करता हो यह सब अनुशासन ही हमें सिखाता है.

कुछ अनुशासन का भाग हमें शिक्षको और अपने माता-पिता द्वारा सीखने को मिलता है. वे हमेशा हमें अच्छी बातें सीखने को कहते है और अगर हम कभी कुछ गलत करते हैं तो हमें हमारी गलती का भी एहसास कराते है वे हमें सही मायनों में अनुशासन में रहना सिखाते है.

इसलिए अगर आपको अपना जीवन खुशहाली और सफलता पूर्वक बिताना है तो हमेशा अनुशासन की पालना करें.

Anushasan Essay in Hindi 1000 words

अनुशासन शब्द से ही हमें सीखने को मिलता है कि अपने आप अपनी गलतियों का अनुसरण करना और सही मार्ग अपनाना ही अनुशासन कहलाता है. अनुशासन का एक और मतलब है कि आप अपने ऊपर स्वयं कंट्रोल रख सकें.

क्योंकि इस दुनिया में ज्यादातर लोग आपको गलत राह पर ले जाने की कोशिश करते है और अगर आपका अपने आप पर ही कंट्रोल नहीं होगा तो आप गलत राह पर जा सकते है इसलिए जीवन में अनुशासन का अहम स्थान है इसके बिना सफल जीवन की कामना करना वैसा ही है जैसे बिना बीज बोए फसल की कामना करना.

Anushasan हम में पहले से ही होता है लेकिन उस को अमल में लाने की जरूरत होती है जिसके लिए हमें बचपन से ही विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजा जाता है जिससे वहां के शिक्षक हमें पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन भी सिखाते है.

जब हम छोटे बच्चे होते हैं तब हम एक खाली किताब की तरह होते है जिसमें उस समय जो भी लिख दिया जाता है वह जिंदगी भर हमारे साथ रहता है. इसलिए हमें बचपन से ही बड़ों का आदर करना और समय को बर्बाद नहीं करना सिखाया जाता है.

Discipline हम किसी को सिखा नहीं सकते हैं यह तो हम सिर्फ उनको बता सकते है लेकिन इस को अमल में लाना उन पर निर्भर करता है. हमारे माता पिता हमें सही और गलत में फर्क करना सिखा सकते हैं लेकिन अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम गलत का साथ देते हैं या फिर सही का यहां पर हमारा अनुशासन ही काम आता है जो कि हमें सही राह पर चलना सिखाता है.

अनुशासन सफलता की पहली सीढी है जिसके बिना सफलता की कामना नहीं की जा सकती है. अनुशासन सभी जगह पर काम आता है चाहे वह किसी कार्यालय में जाना हो या स्कूल में जाना हो खेलने जाना है पढ़ने जाना हो या फिर किसी से मिलने जाना हो.

अगर हम Anushasan में रहेंगे तो यह कार्य हम बहुत ही सरल ढंग से कर लेंगे लेकिन अगर हमारा जीवन में अनुशासन नहीं होगा तो हम कभी भी समय पर कार्यालय नहीं पहुंच सकते और समय पर किसी से मिलने नहीं जा सकते.

जिसके कारण लोग हम पर विश्वास करना कम कर देंगे और जीवन में अगर एक बार किसी से विश्वास उठ जाता है तो दोबारा विश्वास कायम करने में बहुत समय लग जाता है इसलिए हमेशा हमें अनुशासन में रहना चाहिए.

हमारे देश में बहुत से महापुरुष हुए हैं जो कि हमेशा अनुशासन का पालन करते थे जिसके कारण उन्हें महापुरुष का जाता है उनमें से एक हमारे पूज्य महात्मा गांधी जी है. जिनके अनुशासन के कारण आज हमारा देश आजाद हो पाए है.

वह जब देश को आजाद कराने चले थे तब अकेले ही चले थे लेकिन उनके अनुशासन के कारण लोगों का उन पर विश्वास बढ़ता गया और लोग उनके साथ जुड़ते गए और परिणाम स्वरुप हमारा देश आजाद हो गया. इस से आप समझ सकते हैं कि अनुशासन का जीवन में कितना बड़ा महत्व होता है.

अनुशासन में रहना हम एक छोटी सी चींटी से भी सीख सकते हैं अगर आपने कभी चीटियों को देखा होगा तो वह हमेशा एक कतार में चलती है और लगातार अपने कार्य में लगी रहती हैं हम अगर उनके रास्ते में कोई बाधा भी उत्पन्न करते हैं तब भी वह कोई ना कोई रास्ता निकाल कर अपनी मंजिल तक पहुंच ही जाती है.

और हम मनुष्य हैं कि जब भी हमें कतार में लगने को कहा जाए तो हमें ऐसा लगता है कि हमें नियमों में बांधा जा रहा है लेकिन हम यह नहीं समझते कि हमारे कतारबद्ध रहने से सभी का काम जल्दी होगा.

यह छोटी-छोटी अनुशासन में रहने की बातें हम हमारे पर्यावरण से सीख सकते हैं लेकिन हम हमेशा इन बातों को नजरअंदाज कर देते हैं जिसके कारण हमें जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

हम अनुशासन में रहना एक बहती हुई नदी से सीख सकते हैं जो कि हमेशा अपने पथ पर बहती है और अगर उसके पथ के बीच में कोई चट्टान भी आ जाए तो वह उसे काट कर आगे चली जाती है. वह उस पहाड़ को इसलिए ही काट पाती है क्योंकि वह चट्टान को देखकर अपना रास्ता नहीं बदलती है.

अगर हम भी जीवन में Discipline में रहें और अपने लक्ष्य ऊपर ही ध्यान रखे तो जीवन में कितनी भी बड़ी कठिनाई क्यों ना आए हम उसे आसानी से पार कर सकते है. आपने देखा होगा कि अनुशासन के पालन करने से ही आज हमारे देश में कई सफल व्यक्ति है.

जैसे धीरूभाई अंबानी,रतन टाटा, अजीज प्रेम जी और हमारे देश के प्रधानमंत्री ऐसे कई सफल व्यक्ति हैं जिन्होंने अनुशासन की सहायता से अपने सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं जिनके आज देश में ही नहीं विदेशों में भी उनकी सफलता के लिए जाना जाता है.

आप इन सभी व्यक्तियों को या तो देखा होगा तो यह सभी हमेशा अनुशासन का पालन करते हैं हमेशा अपना कार्य समय पर करते है इन सभी व्यक्तियों की निर्णय लेने की क्षमता अच्छी होती है इसका कारण यही होता है कि यह हमेशा अपने जीवन में अनुशासन बनाए रखते है.

अनुशासन हमारे जीवन का अनिवार्य और अभिन्न अंग है जिसके बिना सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती है. अनुशासन की प्रेरणा हम किसान से ले सकते हैं क्योंकि किसान जब खेत में बीज बोता है तो उसे वो कर भूल नहीं जाता है वह प्रतिदिन उसे खाद और पानी देता है तभी जाकर फसल की पैदावार होती है.

किसान के लिए यही अनुशासन है अगर वह नियमित रूप से फसल को पानी और खाद नहीं देगा तो फसल की पैदावार नहीं होगी इसी प्रकार अगर हम नियमित रूप से सफलता के लिए मेहनत नहीं करेंगे तो हमारा असफल होना तय है.

Anushasan के मायने सभी व्यक्तियों के लिए अलग अलग हो सकते हैं जैसे कार्यालय में जाने वाले व्यक्ति हमेशा समय से कार्यालय पर पहुंचे और अपना कार्य सही ढंग से करें.

विद्यार्थियों के लिए अनुशासन का रूप है कि वह सदा अपने गुरुजनों का आदर करें और प्रतिदिन विद्यालय में जाए और एकाग्रता पूर्वक पढ़ाई करें.

खिलाड़ी के लिए आवश्यक है कि वह प्रतिदिन अपने खेल के प्रति समर्पित रहे उसको और अच्छा करने के लिए प्रतिदिन प्रयास करता रहे.

सेना में सैनिक के लिए अनुशासन का रूप है कि वह हमेशा देश की सेवा करता रहे और देश की सेवा में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करें.

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हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Anushasan Essay in Hindi  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

28 thoughts on “अनुशासन पर निबंध – Anushasan Essay in Hindi”

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Thanks but isme bhumika nahi hai and essay ki starting is too light not for a level of class 9

Akshita ji apna sujhav dene ke liye Dhanyawad, hum jald hi bhumika wala nibandh bhi update kare ge.

Thankyou sir ye nibandh bohut accha hein mere exam mein ye topic aya to mein yahi likhungi

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Essay on Discipline in Hindi – अनुशासन पर निबंध

Essay on Discipline in Hindi: दोस्तो आज हमने  अनुशासन पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

500 Words Essay on Discipline in Hindi

अनुशासन पर निबंध – अनुशासन एक ऐसी चीज है जो प्रत्येक व्यक्ति को नियंत्रण में रखती है। यह एक व्यक्ति को जीवन में प्रगति करने और सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है । हर कोई अपने जीवन में एक अलग रूप में अनुशासन का पालन करता है। इसके अलावा, हर किसी के पास अनुशासन की अपनी संभावना है। कुछ लोग इसे अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं और कुछ नहीं। यह वह मार्गदर्शिका है जो उपलब्धता किसी व्यक्ति को सही मार्ग पर ले जाती है।

Essay on Discipline

महत्व और अनुशासन के प्रकार

अनुशासन के बिना, एक व्यक्ति का जीवन सुस्त और निष्क्रिय हो जाएगा। साथ ही, एक अनुशासित व्यक्ति परिष्कृत जीवन जीने की स्थिति को उन लोगों की तुलना में नियंत्रित और संभाल सकता है जो नहीं करते हैं।

इसके अलावा, यदि आपके पास एक योजना है और आप इसे अपने जीवन में लागू करना चाहते हैं तो आपको अनुशासन की आवश्यकता है। यह आपके लिए चीजों को संभालना आसान बनाता है और अंततः आपके जीवन में सफलता लाता है।

अगर अनुशासन के प्रकारों के बारे में बात करें, तो वे आम तौर पर दो प्रकार के होते हैं। पहला एक प्रेरित अनुशासन है और दूसरा आत्म अनुशासन है।

प्रेरित अनुशासन वह चीज है जो दूसरों ने हमें सिखाई है या हम दूसरों को देखकर सीखते हैं। जबकि आत्म-अनुशासन भीतर से आता है और हम इसे स्वयं सीखते हैं। आत्म-अनुशासन के लिए दूसरों से बहुत अधिक प्रेरणा और समर्थन की आवश्यकता होती है।

इन सबसे ऊपर, बिना किसी गलती के अपने दैनिक कार्यक्रम का पालन करना भी अनुशासित होने का हिस्सा है।

अनुशासन की आवश्यकता

हमें जीवन में लगभग हर जगह अनुशासन की आवश्यकता है। इसलिए, हमारे जीवन के शुरुआती चरणों से अनुशासन का अभ्यास करना सबसे अच्छा है। आत्म-अनुशासन का मतलब अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग चीजों से है। छात्रों के लिए, इसका अर्थ एक कर्मचारी के लिए अलग है, इसका अर्थ अलग है, और बच्चों के लिए इसका अर्थ अलग है।

इसके अलावा, अनुशासन का अर्थ जीवन और प्राथमिकता के चरणों के साथ बदलता है। सभी को अनुशासित नहीं किया जा सकता क्योंकि इसके लिए बहुत मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। साथ ही, इसे एक सकारात्मक दिमाग और स्वस्थ शरीर की जरूरत है । एक को अनुशासन के लिए सख्त होना चाहिए ताकि वह सफलता की राह को सफलतापूर्वक पूरा कर सके।

अनुशासन के लाभ

शिष्य वह सीढ़ी है जिसके द्वारा व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। यह एक व्यक्ति को जीवन में उसके लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उसे / उसके लक्ष्य से व्युत्पन्न नहीं होने देता है।

इसके अलावा, यह नियम और विनियमन का जवाब देने के लिए व्यक्ति के दिमाग और शरीर को प्रशिक्षित और शिक्षित करके एक व्यक्ति के जीवन में पूर्णता लाता है, जो उसे समाज का एक आदर्श नागरिक बनने में मदद करेगा।

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अगर हम पेशेवर जीवन के बारे में बात करते हैं, तो अनुशासित व्यक्ति को अनुशासनहीन व्यक्ति की तुलना में अधिक अवसर मिलते हैं। साथ ही, यह व्यक्ति के व्यक्तित्व में एक असाधारण आयाम जोड़ता है। इसके अलावा, व्यक्ति जहाँ भी जाता है, लोगों के दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है।

निष्कर्ष में, हम कह सकते हैं कि अनुशासन किसी के जीवन के प्रमुख तत्वों में से एक है। एक व्यक्ति केवल तभी सफल हो सकता है जब वह एक स्वस्थ और अनुशासित जीवन जीए। इसके अलावा, अनुशासन भी हमें कई तरह से मदद करता है और हमारे आसपास के व्यक्ति को अनुशासित होने के लिए प्रेरित करता है। इन सबसे ऊपर, अनुशासन व्यक्ति को उस सफलता को प्राप्त करने में मदद करता है जो वह जीवन में चाहता है।

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संसार में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में अनुशासन का होना बहुत जरूरी है, चाहे वह विद्यार्थी हो या अन्य कोई व्यक्ति उसके लिए अनुशासन ही सम्पूर्ण जीवन का आधार है। इसके तहत हम अपने जीवन को संतुलित करके रखते हैं। बिना Discipline के किसी व्यक्ति का विकास हो पाना संभव नहीं है। यह एक ऐसा ... Read more

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Reported by Saloni Uniyal

Published on 20 February 2024

संसार में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में अनुशासन का होना बहुत जरूरी है, चाहे वह विद्यार्थी हो या अन्य कोई व्यक्ति उसके लिए अनुशासन ही सम्पूर्ण जीवन का आधार है। इसके तहत हम अपने जीवन को संतुलित करके रखते हैं। बिना Discipline के किसी व्यक्ति का विकास हो पाना संभव नहीं है। यह एक ऐसा गुण है जो कि हमें सफलता के मार्ग में जाने के लिए प्रेरित करता है जिससे हम अपने जीवन में ऊंचाई हासिल कर सके। स्कूल में टीचर बच्चों को अनुशासन विषय पर निबंध लिखने के लिए देते है और बच्चे इस विषय को लेकर चिंता में पड़ जाते हैं लेकिन आपकी इस समस्या का हल हमने कर लिया है। इस लेख में हमने अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay in Hindi) उपलब्ध कराया है। स्कूल के छात्र इस आर्टिकल की मदद से अनुशासन विषय पर निबंध लिख सकते हैं।

अनुशासन क्या है?

कोई भी काम करने के लिए अनुशासन का होना अतिआवश्यक है। अनुशासन दो शब्दों अनु एवं शासन से मिलकर बना हुआ होता है। अनु का अर्थ ‘पालन’ एवं शासन का अर्थ ‘नियम’ होता है अर्थात अनुशासन का अर्थ नियमों का पालन करना होता है। समाज में संतुलित जीवन जीने के लिए अनुशासन का होना बहुत आवश्यक है। इस शब्द को अंग्रेजी में Discipline कहा जाता है जो कि लैटिन भाषा के Disciplina शब्द से लिया गया है इसका मतलब आज्ञापालन या फिर सीखना भी बताया गया है। मनुष्य को अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए Discipline आगे बढ़ाता है।

अनुशासन पर निबंध – Discipline Essay in Hindi

अनुशासन का महत्व

यदि हमारे जीवन में अनुशासन नहीं है तो हम अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते है क्योंकि इस गुण के बिना लक्ष्य प्राप्ति कर पाना असम्भव है। दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति को अनुशासन के नियमों का पालन करना होता है। अनुशासन के नियम का पालन व्यक्ति ही नहीं बल्कि प्रकृति में पाई जाने वाले प्रत्येक जीव -जंतु एवं वनस्पति करते हैं। यदि हमें किसी काम को करना है या फिर उसका हल निकालना है तो हमें अनुशासित करके यह काम करना होता है अर्थात जो अनुशासित व्यक्ति होता है वह कठिन से कठिन समस्या का आसानी से अन्य लोगों के मुकाबले हल कर देता है। कोई भी मनुष्य कहीं भी हो या घर से बाहर, खेल रहा हो, स्कूल में पढ़ाई कर रहा हो तो उसे डिसिप्लिन के नियम से रहना होता है। इसके अतिरिक्त जीवन में हम जो भी छोटा काम या बड़ा काम करते हैं उसके लिए इस गुण का होना बहुत आवश्यक होता है। यदि हम अनुशासन से पढ़ाई नहीं करेंगे तो हम अपनी कक्षा में पास नहीं होंगे या फिर अच्छे नंबर प्राप्त नहीं कर पाएंगें। इसलिए हमें अपने जीवन में किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए डिसिप्लिन रहना होगा।

अनुशासन के लाभ

अनुशासन मनुष्य को समाज में उच्चता प्रदान करता है। सरल भाषा में कहे तो अनुशासन व्यक्ति को जीवन में सफलता की ऊंचाई प्राप्त करने के लिए बढ़ावा प्रदान करता है। यदि व्यक्ति अपने सम्पूर्ण जीवन में अनुशासन से कार्य करता है तो वह जल्द ही अपना मुकाम हासिल कर लेता है। इसे गुण को सफलता का आधार बताया गया है। यदि हमें अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना है तो हमें इस गुण के नियमों का पालन करना होगा। जो छात्र अनुशासन से स्कूल जाएगा एवं अनुशासित होकर अपनी पढ़ाई को पूरा करेगा वहीं अपने जीवन में सफल हो सकता है। इसके अतिरिक्त हम इस बात को मानकर अपने जीवन की कई परेशानियों एवं कष्टों को दूर कर सकते हैं। साथ ही जो व्यक्ति अनुशासन से अपना जीवन नहीं जीते हैं बाद में उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है और अनुशासनहीन व्यक्ति कभी भी अपने जीवन में कामयाब नहीं होता है।

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बिना अनुशासन के हानि

अनुशासनहीन व्यक्ति अपने देश एवं समाज के लिए प्राण नाशक होता है। देश की अर्थव्यवस्था का कमजोर पड़ना इसका ही कारण है इसके अतिरिक्त राजनीति में भ्रष्टाचार एवं अराजकता भी इस वजह से ही फैलती है। देश में विकास एवं तरक्की नहीं होती है। अनुशासनहीन व्यक्ति अपने जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाता है चाहे वह कुछ कर ले। हर कदम पर उसे हार का ही सामना करना पड़ता है।

विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का महत्व

विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का होना बहुत जरूरी है। यदि विद्यार्थी बचपन से ही इस गुण को अपने जीवन में शामिल करता है तो उसे हर कदम पर कामयाबी हासिल होती है। इससे वह अपने नाम के साथ अपने परिवार, अपने स्कूल एवं समाज का नाम भी रोशन करता है। विद्यार्थी का डिसिप्लिन पढ़ाई में तो होता ही है साथ ही खेल -कूद व एक दूसरे से बात करने में भी शामिल होता है। विद्यार्थी को केवल स्कूल में ही डिसिप्लिन से नहीं रहना होता बल्कि अपने घर में एवं बाहर दूसरे लोगों से भी ऐसी ही रहना चाहिए।

अनुशासन कितने प्रकार का होता है?

मुख्य रूप से अनुशासन दो प्रकार के होते हैं- पहला बाह्य अनुशासन एवं दूसरा आंतरिक अनुशासन। बाह्य अनुशासन का अर्थ उस अनुशासन को बताया गया है जो कि किसी व्यक्ति के कहने पर अपने जीवन में अपनाया जाता है जो कि कुछ समय के लिए अपनाया जाता है। इसके अतिरिक्त आंतरिक अनुशासन ही जीवन का आवश्यक हिस्सा है क्योंकि हम इसे अपने आंतरिक रूप से अपने जीवन में शामिल करते हैं।

अनुशासित व्यक्ति के गुण

  • ऐसे व्यक्ति अपनी दिनचर्या में इस गुण का हमेशा से पालन करते हैं।
  • जीवन में अपने कार्य को लेकर सजग रहें।
  • हमें अपने जीवन का बराबर संतुलन बनाए रखना चाहिए।
  • हमें हमेशा अपने से बड़ों एवं छोटे बच्चों का सम्मान करना चाहिए।
  • अपने जीवन में हमेशा पॉसिटिव बात एवं विचार सोचने चाहिए।
  • वह व्यक्ति अपना काम समय पर करता है तथा अपना समय किसी अन्य फालतू काम में व्यर्थ नहीं जाने देता।
  • बुरे कार्य करने से बचना है।
  • किसी से कार्य की बात करें फालतू बाते करने से दूर रहें।
  • अपने कार्यों को पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए।
  • अपने कार्य को किसी अन्य व्यक्ति पर ना थोपे।

Discipline पर 10 लाइन

  • जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन होना बहुत जरूरी है।
  • अपने जीवन को संतुलित करने के लिए अनुशासित रहना बहुत आवश्यक है।
  • सर्वप्रथम हमारे माता-पिता द्वारा ही हमें अनुशासन का ज्ञान प्रदान किया जाता है।
  • स्कूल में बच्चों को Discipline से रहना चाहिए।
  • Discipline से हमें अपनी सफलता का रास्ता पता चलता है।
  • अनुशासन के तहत हम अपने से बड़ों एवं छोटों का सम्मान करते हैं।
  • Discipline रहने से हम बुराई को छोड़कर अच्छाई की ओर जाते हैं।
  • अच्छे एवं बुरे काम में फर्क हमें Discipline के माध्यम से पता चलता है।
  • स्कूल में अध्यापक हमें अनुशासन से रहना सिखाते हैं।
  • अनुशासन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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अनुशासन पर निबंध से जुड़े सवाल/जवाब

मनुष्य के जीवन में अनुशासन का क्या महत्व है.

मनुष्य के जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। बिना अनुशासन के मनुष्य अपने जीवन में सफलता हासिल नहीं कर सकता है।

क्या नौकरी करने के लिए Discipline का होना जरुरी है?

जी हाँ, कोई भी नौकरी करने के लिए पहले व्यक्ति का Discipline होना अनिवार्य है तब जाकर वह अपने काम को कर सकता है।

अनुशासन शब्द किससे मिलकर बना है?

अनुशासन दो शब्दों से मिलकर बना है अनु (पालन) एवं शासन (नियम) इसका अर्थ होता है नियमों का पालन करना।

अनुशासन से हम क्या सीखते हैं?

अनुशासन से व्यक्ति एक जिम्मेदार नागरिक बनता है जो कि समाज से सबका आदर व प्यार से व्यवहार करता है।

क्या स्कूल में विद्यार्थियों को अनुशासन का पालन करना चाहिए ?

जी हाँ, स्कूल के प्रत्येक विद्यार्थी को अनुशासन में रहना अनिवार्य होता है स्कूल के अलग -अलग नियम होते है जिसके तहत बच्चे को अनुशासित रहना होता है।

Discipline Essay in Hindi से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी को हमने इस लेख में आपको साझा कर दिया है यदि आपको लेख से जुड़ी अन्य जानकारी या कोई प्रश्न पूछना है तो इसके लिए आप नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न पूछ सकते हैं हमारी टीम द्वारा जल्द ही आपके प्रश्नों का उत्तर दिया जाएगा। इसी तरह के अन्य लेख, शिक्षा से सम्बंधित जानकारी या सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी साइट hindi.nvshq.org से ऐसे ही जुड़े रह सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे इस लेख से जानकारी प्राप्त करने में सहायता हुई हो और यह लेख पसंद आया हो धन्यवाद।

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अनुशासन पर निबंध (Essay on Discipline)

  • Essays (निबंध)

अनुशासन पर निबंध (Essay on Discipline): आत्म-नियंत्रण, संगठित, नियंत्रित व्यवहार और कानूनों और विनियमों के पालन की क्षमता को अनुशासन के रूप में जाना जाता है. विशिष्ट लक्ष्यों को निर्धारित करना, स्वस्थ दिनचर्या और आदतों का निर्माण करना, और उत्तरदायित्व बनाए रखना व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों स्तरों पर सफलता के महत्वपूर्ण घटक हैं.

इस पोस्ट में आपको अनुशासन पर निबंध हिंदी और इंग्लिश में (Essay on Discipline in Hindi and English) दोनों में दिखने को मिलेगा जिससे स्टूडेंट्स को कोई परेशानी ना झलनी पड़े.

अनुशासन पर निबंध हिंदी और इंग्लिश में (Essay on Discipline in Hindi and English)

अनुशासन पर निबंध 100 शब्दों में (essay on discipline in 100 words).

आत्म-नियंत्रण अभ्यास और नियमों और विनियमों का पालन करना अनुशासन के उदाहरण हैं. जीवन के व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में, यह महत्वपूर्ण है.

Self-control exercises and following rules and regulations are examples of discipline. In both the personal and professional spheres of life, it is crucial. 

जो लोग अनुशासित होते हैं वे अधिक सफल होते हैं, शांति बनाए रखते हैं और अधिक उत्पादन करते हैं. इसमें विशिष्ट उद्देश्यों की स्थापना, कर्तव्यों को प्राथमिकता देना और उन्हें प्राप्त करने का प्रयास करना शामिल है.

People who are disciplined are more successful, keep the peace, and produce more. It entails establishing specific objectives, prioritising duties, and making an effort to achieve them. 

इसमें किसी के आचरण और सम्मान प्राधिकरण के लिए ज़िम्मेदारी लेना भी शामिल है. लगातार अभ्यास करने और सकारात्मक आदतें बनाने से अनुशासन विकसित किया जा सकता है.

It also entails taking responsibility for one’s conduct and respecting authority. By practising consistently and forming positive habits, discipline can be developed. 

चरित्र निर्माण और जीवन में सफलता प्राप्त करना काफी हद तक इसी पर निर्भर करता है. कुल मिलाकर लोगों और समाज के निर्माण में अनुशासन महत्वपूर्ण है.

Building character and achieving success in life depend on it greatly. Overall, discipline is important in forming people and society.

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अनुशासन पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Discipline in 200 words)

अपने दैनिक क्रियाकलापों में संरचना और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अपने जीवन में अनुशासन रखना महत्वपूर्ण है. यह एक आवश्यक गुण है जो लोगों में आत्म-नियंत्रण, आत्म-आश्वासन और जवाबदेही की भावना को बढ़ावा देता है.

Having discipline in one’s life is crucial for preserving structure and order in one’s everyday activities. It is an essential quality that fosters self-control, self-assurance, and a sense of accountability in people. 

एक व्यक्ति का व्यक्तित्व और जीवन में उपलब्धि का स्तर उनके अनुशासन के स्तर से काफी प्रभावित होता है. यह निर्णय लेने, व्याकुलता से बचने और लक्ष्य-केंद्रित निर्णय लेने में सहायता करता है.

A person’s personality and level of achievement in life are significantly influenced by their level of discipline. It aids in decision-making, distraction avoidance, and goal-focused decision-making.

जीवन का हर पहलू, चाहे वह व्यक्तिगत हो, शैक्षणिक हो या पेशेवर, अनुशासन की आवश्यकता होती है. किसी के व्यक्तिगत जीवन में, अनुशासन में एक स्वस्थ जीवन शैली, एक नियमित कार्यक्रम, और अवांछित आदतों से दूर रहना शामिल है.

Every aspect of life, whether it be personal, academic, or professional, requires discipline. In one’s personal life, discipline entails maintaining a healthy lifestyle, a regular schedule, and abstaining from undesirable habits. 

इसमें समय पर पाठ्यक्रम दिखाना, गृहकार्य पूरा करना और अध्ययन सत्रों के दौरान बहुत अधिक प्रयास करना शामिल है. इसमें समय पर होना, नियत तारीख तक कार्यों को पूरा करना और कार्यस्थल में अपनी गतिविधियों की जिम्मेदारी लेना शामिल है.

It entails showing up to courses on time, finishing homework, and putting in a lot of effort during study sessions. It entails being on time, completing tasks by the due date, and taking responsibility for one’s activities in the workplace.

व्यक्तियों को अनुशासन विकसित करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है; यह भीतर से आना चाहिए. जीवन में अनुशासन बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत, समर्पण और दृढ़ता की आवश्यकता होती है.

Individuals cannot be forced into developing discipline; it must come from within. Maintaining discipline in life takes a lot of work, dedication, and persistence. 

हालांकि यह पहली बार में मुश्किल हो सकता है, समय और अभ्यास के साथ, यह दूसरी प्रकृति बन जाती है. सफलता का रहस्य अनुशासन है, और जो इसमें महारत हासिल कर लेते हैं वे सब कुछ हासिल कर सकते हैं जिसके लिए वे अपना दिमाग लगाते हैं.

Although it might be difficult at first, with time and practice, it becomes second nature. The secret to success is discipline, and those who can master it can accomplish everything they put their minds to.

अंत में, अनुशासन जीवन का एक महत्वपूर्ण गुण है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है. यह लोगों को अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित, संगठित और केंद्रित रहने में सहायता करता है.

Finally, discipline is a crucial quality of life that cannot be ignored. It supports people in remaining motivated, organised, and concentrated in order to accomplish their goals. 

अनुशासन के लिए काम, समर्पण और दृढ़ता की आवश्यकता होती है, लेकिन अंततः यह सार्थक है. कम उम्र में प्राप्त अनुशासन व्यक्ति के जीवन को बेहतर बना सकता है और भविष्य की उपलब्धि का मार्ग प्रशस्त कर सकता है.

Discipline needs work, dedication, and persistence, but it is ultimately worthwhile. Discipline acquired at an early age can improve a person’s life and pave the way for future achievement.

अनुशासन पर निबंध 300 शब्दों में (Essay on Discipline in 300 words)

एक आचार संहिता या नियमों और विनियमों के एक समूह का पालन करना जो किसी के व्यवहार को निर्देशित करता है, उसे अनुशासन कहा जाता है. यह मानव अस्तित्व का एक प्रमुख घटक है और महत्वपूर्ण तरीकों से लोगों और समुदायों को आकार देता है.

Following a code of conduct or a set of rules and regulations that direct one’s behaviour is referred to as discipline. It is a key component of human existence and shapes people and communities in important ways. 

जीवन में सफल होने के लिए, स्वस्थ संबंधों को बनाए रखने और एक मजबूत चरित्र का विकास करने के लिए अनुशासन आवश्यक है.

To succeed in life, keep healthy relationships, and develop a strong character, discipline is necessary.

अनुशासन लोगों को उद्देश्य निर्धारित करने और उनका पीछा करने में सहायता करता है, जो इसके मुख्य लाभों में से एक है. जो लोग आत्म-नियंत्रण का अभ्यास करते हैं वे अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने और अपने लक्ष्यों की ओर तेजी से बढ़ने में बेहतर होते हैं.

Discipline aids people in setting objectives and pursuing them, which is one of its main advantages. People who practise self-control are better able to concentrate on their work and move steadily towards their goals. 

उदाहरण के लिए, अकादमिक रूप से सफल होने के लिए, एक छात्र को एक अनुशासित कार्यक्रम स्थापित करना चाहिए जिसमें नियमित अध्ययन समय और बाहरी विकर्षणों से बचना शामिल हो.

For instance, to succeed academically, a student must establish a disciplined schedule that includes regular study time and avoidance of outside distractions.

सकारात्मक संबंध बनाए रखने के लिए अनुशासन की भी आवश्यकता होती है. जब लोग अपने व्यवहार में अनुशासित होते हैं तो दूसरों को नुकसान पहुँचाने या उन्हें ठेस पहुँचाने की संभावना कम होती है.

Maintaining positive connections requires discipline as well. People are less prone to damage or offend others when they are disciplined in their behaviour. 

उदाहरण के लिए, एक अनुशासित व्यक्ति गपशप में शामिल नहीं होगा या दूसरों के बारे में नकारात्मक बातें नहीं करेगा, अच्छे और स्वस्थ संबंधों को बनाए रखेगा.

For instance, a disciplined individual won’t engage in gossip or speak negatively about others, preserving good and healthy connections.

एक मजबूत चरित्र के निर्माण के लिए अनुशासन की भी आवश्यकता होती है. अनुशासित लोग आत्म-संयम, धैर्य और दृढ़ता जैसे गुणों को सीखते हैं.

Building a strong character requires discipline as well. People who are disciplined learn virtues like self-control, patience, and perseverance. 

ये गुण लोगों को जिम्मेदारी की एक मजबूत भावना हासिल करने में मदद करते हैं, साथ ही उन्हें बाधाओं और निराशाओं को दूर करने में भी सक्षम बनाते हैं.

These qualities help people acquire a strong sense of responsibility while also enabling them to overcome obstacles and disappointments.

इसके विपरीत, अनुशासन की कमी के कई प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं. अनुशासन-चुनौती वाले लोगों को अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना चुनौतीपूर्ण लग सकता है, समय सीमा को पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और बार-बार विचलित हो सकते हैं.

Contrarily, a lack of discipline can have a number of unfavourable effects. Discipline-challenged people may find it challenging to concentrate on their work, may find it challenging to fulfil deadlines, and may frequently give in to distractions. 

अनुशासन के मुद्दों का परिणाम खराब निर्णय, आवेग और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार भी हो सकता है, जो प्रतिष्ठा और रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकता है.

Discipline issues can also result in poor judgement, impulsivity, and irresponsible behaviour, which can harm reputations and relationships.

अंत में, अनुशासन मानव अस्तित्व का एक महत्वपूर्ण घटक है. यह लोगों को उनके उद्देश्यों को प्राप्त करने, सकारात्मक संबंधों को बनाए रखने और एक ठोस चरित्र विकसित करने में सहायता करता है.

Finally, discipline is a crucial component of human existence. It aids people in achieving their objectives, preserving positive relationships, and developing a solid character. 

यह महत्वपूर्ण है कि लोग दृढ़ता, आत्म-नियंत्रण और निरंतर अभ्यास के माध्यम से अपने जीवन में अनुशासन विकसित करें.

It is crucial that people develop discipline in their life through perseverance, self-control, and consistent practice.

अनुशासन पर निबंध 400 शब्दों में (Essay on Discipline in 400 words)

स्वयं को नियंत्रित करने और निर्धारित नियमों और मानदंडों का पालन करने की क्षमता अनुशासन का एक आवश्यक घटक है. यह उपलब्धि की आधारशिला है और इसका इस पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है कि कोई व्यक्ति कैसे व्यवहार करता है, सोचता है और महसूस करता है.

The ability to control oneself and follow set rules and norms is a necessary component of the discipline. It is the cornerstone of achievement and has a significant impact on how someone behaves, thinks, and feels. 

अच्छे संबंध बनाना, व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों को प्राप्त करना, और पूर्ण जीवन जीना सभी के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है. इस निबंध में अनुशासन के महत्व और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में इसके लाभों को शामिल किया जाएगा.

Building good relationships, reaching personal and professional objectives, and living a full life all need discipline. The significance of discipline and its advantages in a variety of spheres of life will be covered in this essay.

अनुशासन से ही व्यक्ति के चरित्र का विकास हो सकता है. अखंडता, जवाबदेही और दूसरों के प्रति सम्मान जैसे मूल्यों को स्थापित किया जा सकता है. एक व्यक्ति जो अनुशासन का अभ्यास करता है वह समर्पण और फोकस के साथ लक्ष्य निर्धारित करना और उसके प्रति काम करना सीखता है.

A person’s character can only be developed via discipline. Values like integrity, accountability, and respect for others can be instilled. A person who practises discipline learns to set and work towards goals with dedication and focus.

यह आत्म-नियंत्रण का गुण भी प्रदान करता है, जो दबाव में अपनी भावनाओं और व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है.

It also imparts the virtue of self-control, which is crucial for controlling one’s emotions and behaviour under pressure.

शैक्षणिक जगत में सफलता के लिए अनुशासन जरूरी है. इसमें समय पर होना, अध्ययन कार्यक्रम का पालन करना और समय सीमा को पूरा करना शामिल है.

Discipline is essential for success in the academic world. It entails being on time, adhering to a study schedule, and meeting deadlines. 

यह आवश्यक है कि शिक्षार्थी एकाग्रता बनाए रखे, भटकाव से बचे और सीखने के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखे. अच्छे अंक अर्जित करने, एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश पाने और एक सफल नौकरी पाने के लिए एक अकादमिक अनुशासन आवश्यक है.

It necessitates that a learner maintains concentration, avoids diversion, and has a positive outlook on learning. An academic discipline is necessary to earn good marks, get into a good college, and have a successful job.

कार्यक्षेत्र में अनुशासन भी उतना ही महत्वपूर्ण है. नियोक्ता अनुशासन की प्रशंसा करते हैं क्योंकि यह कर्मचारियों के अपने काम और कंपनी के प्रति समर्पण को दर्शाता है.

In the working sphere, discipline is equally crucial. Employers admire discipline because it shows a worker’s dedication to their work and the company. 

इसमें काम पर एक पेशेवर दृष्टिकोण रखना और समय पर और समय सीमा पर होना शामिल है. कार्यस्थल अनुशासन उत्पादन, प्रभावशीलता और उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ाता है.

It entails keeping a professional outlook on work and being on time and on deadline. Workplace discipline boosts output, effectiveness, and product quality.

इसके अतिरिक्त, यह प्रतिष्ठा के विकास में सहायता करता है, जो करियर में उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है.

Additionally, it aids in reputation development, which is crucial for career advancement.

रिश्तों को अच्छे आकार में रखने के लिए अनुशासन बनाए रखना भी जरूरी है. यह दूसरों के साथ शिष्टाचार, सहानुभूति और विचार के साथ व्यवहार करने पर जोर देता है.

Maintaining discipline is also essential for keeping relationships in good shape. It entails treating others with courtesy, empathy, and consideration.

इसके लिए भावनात्मक आत्म-नियंत्रण, संघर्ष से बचाव और कुशल संचार की आवश्यकता होती है. संबंध अनुशासन विश्वास, सम्मान और समझ के विकास को बढ़ावा देता है जो स्वस्थ, लंबे समय तक चलने वाली साझेदारी के लिए आवश्यक है.

It necessitates emotional self-control, conflict avoidance, and efficient communication. Relationship discipline fosters the development of the trust, respect, and understanding that is necessary for healthy, long-lasting partnerships.

अंत में, अनुशासन जीवन का एक महत्वपूर्ण घटक है जो किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व, तौर-तरीकों और दृष्टिकोण को ढालने में मदद करता है. यह किसी के व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों को प्राप्त करने, सकारात्मक पारस्परिक संबंधों को बढ़ावा देने और पूर्ण जीवन जीने के लिए आवश्यक है.

In conclusion, discipline is an important component of life that helps mould a person’s personality, mannerisms, and attitude. It’s essential for attaining one’s personal and professional objectives, fostering positive interpersonal relationships, and living a full life.

अनुशासन के लिए आत्म-नियंत्रण, एकाग्रता और अपने उद्देश्यों के प्रति समर्पण आवश्यक है. जवाबदेही, ईमानदारी और दूसरों के प्रति सम्मान जैसे मूल्यों को स्थापित किया जा सकता है.

Self-control, concentration, and dedication to one’s objectives are necessary for discipline. Values like accountability, honesty, and respect for others can be instilled. 

सफल होने और एक संतोषजनक जीवन जीने के लिए, जीवन के सभी पहलुओं में अनुशासन का विकास होना चाहिए.

In order to succeed and lead a satisfying life, discipline must be developed in all facets of life.

अनुशासन पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Discipline in 500 words)

स्वयं को विनियमित करने, संगठित और नियंत्रित तरीके से व्यवहार करने और नियमों और विनियमों का पालन करने की क्षमता को अनुशासन कहा जाता है.

The ability to regulate oneself, to behave in an organised and controlled manner, and to abide by rules and regulations is referred to as discipline. 

जीवन के व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में, यह एक ऐसा गुण है जिसे अत्यधिक माना जाता है. किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है क्योंकि यह हमें अपने प्रयासों और संसाधनों को अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में निर्देशित करने की अनुमति देता है.

In both the personal and professional spheres of life, it is a trait that is highly regarded. Success in any sector requires discipline since it allows us to direct our efforts and resources towards realising our objectives.

अनुशासन विकसित करने के लिए नियमित कार्य और अभ्यास की आवश्यकता होती है; इसे अचानक प्राप्त नहीं किया जा सकता है. इसमें ऐसी दिनचर्या और आदतें शामिल हैं जो संयम और आत्म-नियमन को प्रोत्साहित करती हैं.

It takes regular work and practice to develop discipline; it cannot be acquired suddenly. It entails creating routines and habits that encourage restraint and self-regulation. 

इस प्रकार, कार्य योजना विकसित करना, विशिष्ट लक्ष्यों और उद्देश्यों को निर्धारित करना, और किसी भी संभावित विकर्षण या बाधाओं के बावजूद उस योजना पर टिके रहना अनुशासन प्रक्रिया के सभी चरण हैं.

Thus, developing a plan of action, setting specific goals and objectives, and sticking to that plan despite any potential distractions or obstacles are all steps in the discipline process.

शिक्षा के संदर्भ में अनुशासन के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है. अनुशासित छात्र अकादमिक रूप से बेहतर प्रदर्शन करते हैं क्योंकि वे अपने समय का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं, फोकस बनाए रख सकते हैं और समय पर असाइनमेंट दे सकते हैं.

The importance of discipline in the context of education cannot be overstated. Disciplined students perform better academically because they can better manage their time, maintain focus, and turn in assignments on time.

इसके अतिरिक्त, उनके कक्षा में अच्छा व्यवहार करने की अधिक संभावना होती है, जिससे शिक्षकों और साथी छात्रों के साथ उनकी बातचीत में सुधार हो सकता है.

Additionally, they are more likely to behave well in class, which may improve their interactions with teachers and fellow students.

कार्यस्थल का अनुशासन भी महत्वपूर्ण है. अनुशासित कर्मचारियों के काम में प्रभावी, कुशल और उत्पादक होने की संभावना अधिक होती है. वे अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देने और अपने समय का प्रबंधन करने में बेहतर हैं, जो नौकरी की संतुष्टि को बढ़ा सकता है और अधिक अनुकूल प्रदर्शन समीक्षा में परिणाम कर सकता है.

Workplace discipline is also crucial. Disciplined workers are more likely to be effective, efficient, and productive at work. They are better at prioritising their duties and managing their time, which can boost job satisfaction and result in more favourable performance reviews.

इसके अतिरिक्त, अनुशासित कर्मचारियों में समय की पाबंदी, सहकर्मियों के लिए सम्मान, और काम पर नियमों और विनियमों के पालन जैसे सराहनीय लक्षण प्रदर्शित करने की अधिक संभावना होती है.

Additionally, disciplined workers are more likely to display admirable traits like punctuality, respect for coworkers, and adherence to rules and regulations at work.

इसके अतिरिक्त हमारे व्यक्तिगत जीवन के लिए अनुशासन महत्वपूर्ण है. यह हमारे लिए स्वस्थ दिनचर्या और आदतें जैसे लगातार व्यायाम , संतुलित आहार और अच्छी नींद की प्रथाओं को स्थापित करना संभव बनाता है.

Additionally crucial to our personal lives is discipline. It makes it possible for us to establish healthy routines and habits like frequent exercise , a balanced diet, and sound sleeping practices. 

इसके अतिरिक्त, यह हमें उन बुरी आदतों से दूर रहने में मदद करता है जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जैसे शिथिलता और मादक द्रव्यों का सेवन.

Additionally, it aids us in staying away from bad habits that could harm our physical and mental health, like procrastination and substance abuse.

तथ्य यह है कि अनुशासन आत्म-नियंत्रण और त्याग की मांग करता है, इसकी कठिनाइयों में से एक है. जब हमारे समय में बहुत सारे विकर्षण और प्रतिस्पर्धी मांगें हैं, तो प्रलोभन का विरोध करना और रास्ते पर बने रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.

The fact that discipline calls for self-control and sacrifice is one of its difficulties. When there are so many distractions and competing demands on our time, it can be challenging to resist temptation and stay on course. 

हालाँकि, अनुशासन के कई फायदे हैं जो प्रयास को सार्थक बनाते हैं. हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सकते हैं, स्वस्थ आदतें बना सकते हैं, और अनुशासित रहकर सुखी, संतुष्ट जीवन जी सकते हैं.

Discipline, however, has several advantages that make the effort worthwhile. We can attain our objectives, form wholesome habits, and live happy, satisfying lives by remaining disciplined.

अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए कई तरीके हैं जिन्हें नियोजित किया जा सकता है. स्पष्ट लक्ष्य और उद्देश्य निर्धारित करना सबसे सफल रणनीतियों में से एक है.

There are numerous methods that can be employed to foster discipline. Setting clear goals and objectives is among the most successful strategies. 

हम एक कार्य योजना बनाने और अपने उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करने में बेहतर होते हैं, जब हमें इस बात की स्पष्ट समझ होती है कि हम क्या हासिल करना चाहते हैं. अपना समय ठीक से प्रबंधित करने में हमारी मदद करने के लिए एक कार्यक्रम या दिनचर्या बनाना एक और युक्ति है.

We are better able to create an action plan and maintain focus on our objectives when we have a clear understanding of what we hope to accomplish. Making a schedule or routine to help us manage our time properly is another tactic. 

हम दिनचर्या और आदतों की एक श्रृंखला विकसित करके अपने जीवन को संरचना और पूर्वानुमेयता दे सकते हैं, जो सांत्वनादायक और आश्वस्त करने वाली हो सकती है.

We can give our lives structure and predictability by developing a series of routines and habits, which can be consoling and reassuring.

इसके अलावा, अपने आप को सकारात्मक व्यक्तियों से घेरना फायदेमंद हो सकता है जो हमें अपना अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रेरित और प्रेरित करते हैं.

Furthermore, it can be beneficial to surround ourselves with positive individuals who inspire and motivate us to maintain our discipline.

यह मित्र, परिवार या सहकर्मी हो सकते हैं जो हमारे मूल्यों और उद्देश्यों का समर्थन करते हैं. यहां तक कि कठिनाइयों या असफलताओं का सामना करने पर भी, हम एक ठोस समर्थन संरचना बनाकर जवाबदेही और प्रेरणा बनाए रख सकते हैं.

This can be friends, family, or coworkers who support our values and objectives. Even in the face of difficulties or setbacks, we may maintain accountability and motivation by having a solid support structure in place.

व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता दोनों के लिए अनुशासन बनाए रखने की क्षमता आवश्यक है. पुरस्कार निश्चित रूप से नियमित अभ्यास और आवश्यक कार्य के लायक हैं. अनुशासन का अभ्यास करके हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सकते हैं, अच्छी आदतें बना सकते हैं और सुखी, सार्थक जीवन जी सकते हैं.

The ability to maintain discipline is essential for both personal and professional success. The rewards are definitely worth the regular practice and work required. We may achieve our objectives, form wholesome habits, and live happy, meaningful lives by practising discipline. 

अनुशासन हमारी क्षमता को साकार करने और सुखी और सफल जीवन जीने के लिए आवश्यक है, चाहे वह शिक्षा, कार्यस्थल या हमारे व्यक्तिगत जीवन के संदर्भ में हो.

Discipline is necessary for realising our potential and leading happy and successful lives, whether it is in the context of education, the workplace, or our personal lives.

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स्कूल का अनुशासन पर निबंध

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रूपरेखा : प्रस्तावना - सुचारू रूप से संचालन अनुशासन पर - प्रशासनिक दृष्टि से - अध्यापकों का दायित्व - छात्रों का सहयोग - माता-पिता का दायित्व - उपसंहार।

विद्यालयों में अनुशासन की उतनी ही आवश्यकता है, जितनी खेल और सेना में। सेना की थोड़ी-सी अनुशासनहीनता से राष्ट्र खतरे में हो सकता है और खिलाड़ी की अनुशासनहीनता से खेल में पराजय अवश्यम्भावी है, उसी प्रकार विद्यालयों की अनुशासनहीनता से विद्यालय का वातावरण बिगड़ता है छात्र अपने मानसिक असन्तोष को उच्छृंखल व्यवहार के द्वारा प्रदर्शित करेंगे। फलत: विद्यालय-भवन की तोड़-फोड़, सहपाठियों से अपशब्द प्रयोग, लड़ाई-झगड़ा एवं अध्यापकों से दुर्व्यवहार करेंगे। विद्यालय औपचारिक शिक्षा प्रदान करने का प्रमुख साधन है, यह भावना समाप्त हो जाएगी।

विद्यालयों का सुचारु रूप से संचालन अनुशासन पर ही निर्भर करता है।' सुचारु रूप से संचालन' का तात्पर्य विद्यालय में ऐसी स्थिति बनाए रखना है, जिससे शिक्षा तथा शिक्षणेतर अनेकानेक कार्य-कलाप सुचारु रूप से चलते रहें । इसके लिए व्यवस्थापकों, अध्यापकों तथा विद्यार्थियों, सभी के सहयोग की आवश्यकता है। जेम्स रॉस ने लिखा है कि "बहुत अच्छी व्यवस्था बुरा अनुशासन भी हो सकती है, परन्तु सच्चा अनुशासन सर्वदा अपने साथ व्यवस्था बनाए रखना है ।"

प्रधानाध्यापक जो कि प्रशासनिक दृष्टि से विद्यालय की व्यवस्था के लिए उत्तरदायी होता है, की प्रशासनिक क्षमता, योग्यता, कार्य-दक्षता तथा व्यवहार-कुशलता पर ही विद्यालय के अनुशासन की प्राचीर खड़ी रह सकती है। वह आन्तरिक और संघर्ष से विरत रहकर हो प्रशासनिक क्षमता और कुशलता उत्पन्न कर सकता है।

प्रशासनिक व्यवस्था सुंदर होगी तो विद्यालय ठीक समय पर लगेगा, प्रार्थना में सभी विद्यार्थी और अध्यापक उपस्थित रहेंगे, पीरियड ठीक समय पर बजेंगे, अध्यापक अपने पीरियड में कक्षाओं में अध्यापन-कार्य करेंगे, न विद्यार्थी इधर-उधर घूमता मिलेगा, न कक्षाओं से बाहर अध्यापक। विद्यालय में 'पिन ड्राप साइलेंस' (पूर्णशान्ति) होगी। पढ़ने और पढ़ाने वाले, दोनों को आनंद आएगा। यह आनन्द तभी प्राप्त होगा जब विद्यालय में अनुशासन होगा।

विद्यालय के अनुशासन की व्यवस्था का दायित्व है अध्यापकों पर। अध्यापक राष्ट्र के संस्कृति रूपी उद्यान का चतुर माली है। वह छात्र के संस्कार की जड़ों में खाद देता है। अपने श्रम से सींच-सींचकर उन्हें महाप्राण बनाता है । इसके विपरीत यदि अध्यापक स्वयं संस्कार-रहित रहे, आचरण-हीनता प्रदर्शित करे, लोभ-लालचवश विद्यार्थियों से दुर्व्यवहार करे, तो व्यवस्था के प्रति विद्रोह उत्पन्न होगा, विद्यालय में अशान्ति होगी, पढ़ाई-लिखाई दिखावा मात्र होगी, ट्यूशनों की हँडी भुनाई जाएगी, परीक्षा में पक्षपातपूर्ण अंक प्रदान किए जाएँगे।

विद्यालय में अनुशासन की मुख्य कड़ी है- विद्यार्थी अर्थात छात्र | विद्यार्थी सहपाठियों की चुगली करके, उनकी वस्तुएँ चुराकर उनसे अपशब्द कहकर, मारपीट करके, गुरुजनों की आज्ञा का उल्लंघन करके, बिना कारण पीरियड छोड़ कर, गृहकार्य न करके, गुरुजनों के पीछे उनकी हँसी उड़ाकर, उनसे बहस करके तथा परीक्षा में नकल करके विद्यालय के अनुशासन को भंग कर सकता है। अनुशासन आचरण के आन्तरिक स्रोत को स्पर्श करता है, विद्यार्थी के आवेगों व शक्तियों को विधानों के अधीन रखकर उच्छृंखलता को व्यवस्थित करता है । आन्तरिक डृढ़ता आ जाने पर विद्यार्थी का बाह्य आचरण भी स्वत: शुद्ध हो जाएगा और विद्यार्थी अनुशासन-प्रेमी बन जाएगा।

विद्यालय की सुचारु व्यवस्था में माता-पिता का दायित्व भी कम नहीं। विद्यार्थी को नियमित और समय पर स्वच्छ गणवेश और स्वस्थ मन से विद्यालय भेजना माता-पिता का कर्तव्य है। विद्यार्थी क आचरण पर तीखी नज़र रखना, विद्यार्थी में अनुशासन की भावना जाग्रत करेगा।

दुर्भाग्य से विद्यालयों की सुव्यवस्था को आज का राजनीतिज्ञ पसंद ही नहीं करता। विपक्षी दल सत्ता-पक्ष को नीचा दिखाने के लिए विद्यार्थी-वर्ग का उपयोग करता है। परिणामस्वरूप नारेबाजी, विद्यालय की तोड़-फोड़, गुरुजनों के प्रति अनास्थाका जन्म होता है। विद्यालय शिक्षा के केन्द्र न रहकर राजनीति के अखाड़े बन जाते हैं, जहाँ हड़ताल और विध्वंस को प्रोत्साहन मिलता है। अंत: विद्यालय को स्वच्छ और उचित व्यवस्था रखने के लिए विद्यालय में अनुशासन की अधिक आवश्यकता हैं।

प्रकृति स्वयमपि अनुशासन-बद्ध है। सूर्य-चन्द्र का उदय और अस्त, पडदऋतु- परिवर्तन नियमबद्ध हैं। प्रकृति का अनुशासन संसार को जीवन दे रहा है। यदि प्रकृति अनुशासनहीनता प्रदर्शित करे, तो प्रलय हो जाए। उसी प्रकार ज्ञान-दान के स्रोत संस्कृति और सभ्यता के स्रोत ये विद्यालय अनुशासनहीन हो जाएँगे, तो विद्यार्थी का विकास अवरुद्ध हो जाएगा, भविष्य अन्धकारमय हो जाएगा और देश पतन के गर्त में गिर पड़ेगा।

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अनुशासन का महत्व पर निबंध | Essay on Discipline In Hindi

अनुशासन का महत्व पर निबंध Essay on Discipline In Hindi : सभी के जीवन में अनुशासन अत्यंत आवश्यक हैं. अनुशासन जीवन को संयमित एवं नियंत्रित करता हैं.

अनुशासन के माध्यम से ही जीवन संतुलित बनता हैं और विकास करता हैं. अनुशासन का अर्थ हैं निति नियमों का पालन करना.

आज के अनुशासन के महत्व   पर यहाँ बात करने वाले हैं. अनुशासन पर निबन्ध हिंदी में आपकों इसका अर्थ परिभाषा प्रकार, जीवन व विद्यार्थी के जीवन में महत्व तथा अनुशासन हीनता के नुकसान तथा डिसिप्लिन के फायदों के बारे में जानकारी इस निबन्ध में दी गई हैं.

अनुशासन का महत्व पर निबंध Essay on Discipline In Hindi

अनुशासन का महत्व पर निबंध | Essay on Discipline In Hindi

जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन अलग अलग हैं. जैसे भोजन का अनुशासन अलग हैं. रहन सहन का अनुशासन अलग हैं. जीवन जीने के तौर तरीको का अनुशासन अलग हैं.

अनुशासन हमारे जीवन के लिए आवश्यक नही, बल्कि प्रकृति ने स्वयं को भी अनुशासनबद्ध करके रखा हैं. बिना अनुशासन के वह अनियंत्रित होती हैं.

प्रकृति का अनुशासन सभी पर समान लागू होता हैं. लेकिन मानव जीवन का अनुशासन देश काल की परिस्थतियों के अनुसार बदलता हैं.

अनुशासन है नीति नियमों का पालन करना. अनुशासनों का निर्धारण मनुष्य स्वयं करता हैं, इनमें आवश्यकतानुसार फेर बदल भी करता हैं. लेकिन अनुशासन का निर्माण बहुत सोच समझकर किया जाता हैं.

अनुशासन होते ही इसलिए है ताकि जीवन को सही दिशा दी जा सके. इनके माध्यम से जीवन की ऊर्जा का अनावश्यक व्यय नही होता, बल्कि सुनियोजन होता हैं.

जीवन में अनुशासन पर निबंध

पतंजली ने भी योगदर्शन के आरम्भिक सूत्र में सबसे पहले योग अनुशासन की बात कही हैं. अथ योगानुशासनम. अनुशासन है हमें सचेत करने के लिए.

इस बात पर ध्यान आकर्षित करने के लिए कि अब हम विशेष पथ पर चल रहे हैं, विशेष नियमों का पालन करना अब जरुरी हैं, अन्यथा हम भटक सकते हैं, दिग्भ्रमित हो सकते हैं.

अनुशासन नदी के दो किनारों की तरह हमें बहकने तथा भटकने नही देता. अनुशासन हमारे जीवन में वह रेखा खीच देता हैं, जो हमारे लिए अत्यंत जरुरी है और जिसे पार करने में हमारे नुकसान की संभावना हैं.

इसलिए विशेष कार्यों में अनुशासन का पालन करना अत्यंत जरुरी हो जाता हैं. अनुशासन के अभाव में सारी व्यवस्थाएं गड़बड़ा जाती हैं.

अनुशासनहीनता होने पर नुक्सान होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसलिए किसी बड़े कार्य को प्रारम्भ करने से पूर्व अनुशासन के नीति नियम निर्धारित कर लिए जाते हैं.

और उसी के अनुसार कार्यक्रम सम्पन्न किये जाते हैं, जरा भी अनुशासन की अवहेलना होने वाले कार्यक्रम की सफलता में बाधा डालती हैं.

हमारी प्रकृति को भी अनुशासन अति प्रिय हैं. प्रकृति की इसी अनुशासनप्रियता के कारण ही ऋतुएँ समय पर आती और चली जाती हैं. मौसम में समयानुसार ही परिवर्तन होता हैं और हम यह निश्चित कर पाते है कि अमुक महीने में वर्षा ठंड या गर्मी होगी.

यदि प्रकृति का अनुशासन हमें पता नही होता तो इस बात का निर्धारण करना कठिन हो जाता कि आने वाला समय क्या लेकर आने वाला हैं.

आज प्रकृति और मानव जीवन दोनों का ही अनुशासन गड़बड़ाया हैं. मनुष्य के अवांछनीय कार्यों के कारण प्रकृति में प्रदूषण बढ़ा हैं व इसका जलवायु पर बहुत ही घातक प्रभाव पड़ा हैं.

फलतः प्रकृति के अनुशासन में गड़बड़ियाँ उत्पन्न होने लगी हैं और इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा हैं. मनुष्य व अन्य सभी जीवधारियों व वनस्पतियों को. मनुष्य जीवन का भी अनुशासन गड़बड़ाया हैं.

फलतः कई तरह की जीवन शैली से सम्बन्धित बीमारियाँ प्रकट होने लगी हैं. जब तक मानव अनुशासन के इस विशेष महत्व को नही समझेगा और उसका पालन नही करेगा, उसे प्रकृति उसकी इस अनुशासनहीनता का दंड विभिन्न स्वरूप में देती रहेगी.

अनुशासन व अनुशासनहीनता को समझने के लिए पानी का उदहारण बहुत सटीक और उपयुक्त हैं.पानी बाढ़ के रूप में बहता हैं और बाँध के द्वारा भी बहता हैं. बाढ़ का पानी अनुशासनविहीन होता हैं.

उसके पास बहने और बधने की कोई विधि नही होती, इसलिए वह कोई लाभ नही पहुचाता, केवल बह जाता हैं और बहुत नुकसान पहुचाता हैं, विनाश का कारण बनता हैं.

जबकि बाँध का पानी मर्यादा में रहता हैं तटों की मर्यादा से बंधा रहता हैं. उसकी यह मर्यादा और अनुशासन उसे विकास का माध्यम बना देती हैं.

पानी दोनों ही अवस्था में हैं और पानी की बूद जीवनदायिनी होती हैं, लेकिन अनुशासनविहीन होने पर बाढ़ का पानी विनाश करता है और अनुशासन में रहकर बाँध का पानी विकास कार्यों में सहयोगी होता हैं.

इसलिए हमें भी अपने जीवन को टटोलना चाहिए, कि हमारा जीवन अनुशासन के दायरे में हैं अथवा नही. अनुशासन मतलब जीवन के सिद्धांत, नीति नियम, मर्यादाएं, सीमाएं हमारे जीवन में हैं अथवा नही.

यदि है तो हम उनका कितना पालन कर पाते हैं, यदि नही है हम किसी अनुशासन को नही मानते हैं, इन्हें बंधन समझते हैं तो फिर हमारे जीवन की स्थिति कैसी हैं. नीति नियम इसलिए बनाएं जाते हैं ताकि जीवन की ऊर्जा व्यर्थ बर्बाद न हो.

इसका सदुपयोग हो. साधना इसलिए की जाती है और इसके नियम निर्धारित किये जाते हैं, ताकि साधना सही मार्ग पर, सही ढंग से आगे बढ़े और अपने गंतव्य तक पहुच सके.

सिद्धि को प्राप्त हो सके. अन्यथा साधना तो बहुत से लोग शुरू करते हैं लेकिन नियम अनुशासनों के अभाव में भटककर रह जाते हैं.

यह जरुरी नही कि सदैव दूसरों के बने बनाएं अनुशासन पर चला जाए और उनका पालन करते रहा जाए. यदि जीवन में कुछ विशेष करना हैं तो अपने जीवन का अनुशासन हमें स्वयं बनाना होगा और उसका पालन करना होगा.

परमपूज्य गुरुदेव का कहना था कि अनुशासन का पालन करने क्व लिए छोटे छोटे संकल्प ले और उन्हें पूरा करे और इस तरह अपने जीवन में अनुशासन की शुरुआत करे.

  • अनुशासन पर भाषण
  • विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध
  • अनुशासन पर कविता

आशा करता हूँ दोस्तों  Essay on Discipline In Hindi का यह अनुशासन पर निबंध, अनुशासन का महत्व, अनुशासन का अर्थ का लेख आपकों अच्छा लगा होगा.

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Essay on Discipline in Hindi | अनुशासन पर निबंध

Essay on Discipline in Hindi : अगर आप अनुशासन पर निबंध लिखना चाहते है, तो इस आर्टिकल के माध्यम से आसानी से लिख सकते है |

अगर आप अनुशासन पर निबंध लिखना चाहते है , तो निम्न रुपरेखा को ध्यान में रखते हुए लिखें-

  • अनुशासन का अर्थ
  • जीवन में अनुशासन का महत्व
  • दैनिक जीवन में अनुशासन
  • अनुशासित रहने के तरीके
  • अनुशासन के लाभ

अनुशासन पर निबंध | अनुशासन पर निबंध हिंदी में 300 शब्द

1. प्रस्तावना

हर किसी के जीवन में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण है | अनुशासन वह सब कुछ है जो हम सही तरीके से करते है | यह हमें सही रास्ते पर ले जाता है | जीवन के सभी कार्यों में अनुशासन अत्यधिक मूल्यवान है | हमें हर समय इसका पालना करना है चाहे वो स्कूल में हो, घर में हो, कार्यालय, संस्थान, फैक्ट्री, खेल का मैदान, युद्ध का मैदान या दूसरी जगह पर हो|

2. अनुशासन का अर्थ

” अनुशासन से है जीवन बनता | अनुशासन से है उपवन खिलता | अनुशासन राष्टों का जीवन है | यह शिक्षित जन का तन मन धन है |”

जीवन के सभी क्षेत्रों में कुछ न कुछ नियम होते है | उन नियमों पर चलना ही अनुशासन कहलाता है | समय पर सोना, समय पर भोजन करना, समय पर उठना सभी अनुशासन का हिस्सा है | मनुष्य तो क्या प्रकृति और उसके तत्व भी अनुशासनबद्ध हैं| ग्रह, नक्षत्र, सूर्य, चाँद, तारे, पृथ्वी सभी अनुशासित है; अतः हम कह सकते है कि मनुष्य के जीवन में अनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है |

3. जीवन में अनुशासन का महत्व

अनुशासन के बिना जीवन बेकार हो जाता है क्योकि योजना के अनुसार कुछ भी नहीं होता है | अगर हमें किसी भी कार्य को पूरा करना है तो हमें पहले अनुशासन में रहने की आवश्यकता होती है | अनुशासन चीजों को आसान बनता है और हमारे जीवन में सफलता लाता है|

अनुशासन हमें बहुत सारे अवसर देता है, आगे बढने का सही तरीका, जीवन में नई चीजें सिखने, कम समय के भीतर अधिक अनुभवकरने आदि | जो लोग अपने जीवन में अनुशासित नहीं है, उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उन्हें जीवन में निराशा ही मिलती है |

4. दैनिक जीवन में अनुशासन

अनुशासन का महत्व समझने के बाद हमें हमेशा अनुशासन में रहना चाहिए | हमें सुबह जल्दी बिस्तर से उठना चाहिए | दांतों को रोजना ब्रश करना चाहिए, स्नान करना चाहिएऔर फिर नाश्ता करना चाहिए | हमें अपने प्रत्येक कार्य को सही समय पर साफ और स्वच्छ तरीके से करना चाहिए| हमें अपने माता-पिता के आदेश का पालन करना चाहिए| सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और सही तरीके से सब कुछ सीखना चाहिए|

5. अनुशासित रहने के तरीके अपने जीवन को अनुशासित बनाए रखने के लिए हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए | क्योकि अनुशासन ही सफल जीवन की पहली सीढ़ी मानी जातीहै | हमें अपने जीवन में अनुशासन को अपनाने के लिए निम्नलिखित तरीकों का पालन कर सकते है-

  • एक संतुलित और नियमित दिनचर्या का पालन करना |
  • कार्यों को समय पर पूरा करने का हरसंभव प्रयास करना |
  • व्यर्थ के कार्यों से दूर रहना|
  • बुरी आदतों और कार्यों से दुरी बनाना |

6.अपने कार्यो के प्रति पूरी लगन रखना |

अनुशासन के लाभ जीवन में अनुशासन को अपनाने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते है| अनुशासित रहने वाले व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में मान-सम्मान और सफलता प्राप्त करते है| इसके साथ ही विद्यार्थियों के लिए तो अनुशासन सफलता का सबसे महत्वपूर्ण अंग है | यदि कोई छात्र अनुशासित दिनचर्चा का पालन करते हुए अपना अध्ययन करता है, तो उसे सफलता अवश्य प्राप्त होती है| यही कारण है कि छात्र जीवन में अनुशासन को सफलता का आधार माना गया है |

ना सिर्फ विद्यार्थी जीवन में बल्कि कैरियर और घरेलू जीवन में भी अनुशासन का काफी महत्व है| अनुशासन छात्रों के लिये यह उनके भविष्य को सुनहरा बनाने का कार्य करता है, वही दूसरी ओर नौकरी-पेशा लोगो के लिए तरक्की के मार्ग को भी खोलता है |

अनुशासन वह सीढ़ी है जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की ऊंचाई की और चढ़ सकता है | यह उसे अपने लक्ष्य की और ध्यान केन्द्रित करने में मदद करता है और उस अपने लक्ष्य से भटकने नहीं देता है | माता-पिता एक बच्चे में अनुशासन विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है क्योकि उन्हें अपने बच्चे का पहला शिक्षक माना जाता है|

छात्र जीवन में अनुशासन भी महत्वपूर्ण है क्योकि यह समाज की बुराइयों से मुक्त हुए बिना बच्चे को अपने लक्ष्य की और जाने में मदत कृत है | कहा जाता है कि छोटा बच्चा कच्ची मिट्टी की तरह होता है उसे जैसा आकार दिया जाए वैसा बन जाता है|

अतः आवश्यक है कि बचपन से ही बच्चो को अनुशासन महत्व बताया जाए और पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए |

Essay on Discipline in Hindi | Essay on Discipline in Hindi

अनुशासन पर निबंध 10 लाइन | अनुशासन पर निबंध 150 शब्द.

  • हमारे जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है |
  • अनुशासन हमें नियमो का महत्व बताता है |
  • इसके बिना किसिस भी कार्य को आसानी से नहीं किया जा सकता |
  • अनुशासनहीन व्यक्ति कभी भी सफलता नहीं पा सकता|
  • अनुशासन ही सफलता की पहली सीढ़ी है |
  • यह हमें सही रास्ते पर ले जाता है |
  • इसकी सहायता से मुश्किल कार्य को आसानी से पूरा किया जा सकता है |
  • अनुशासन हमारे अच्छे चरित्र का निर्माण करता है |
  • विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का भुत महत्व है |
  • इसलिए सदैव अनुशासन के नियमो का पालन करना चाहिए |

आशा करता हूँ इस आर्टिकल के माध्यम से Essay on Discipline in Hindi | अनुशासन पर निबंध के बारे में जान पाए होंगे|

Essay on Student life in Hindi | विद्यार्थी जीवन पर निबंध

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Essay on indiscipline in hindi अनुशासनहीनता पर निबंध.

Read an essay on Indiscipline in Hindi language for students of class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12. What Indiscipline in Hindi? अनुशासनहीनता। Write an Essay on Indiscipline in Hindi. अनुशासनहीनता पर निबंध।

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Essay on Indiscipline in Hindi

आज जरा अपने चारों ओर की गतिविधियों पर दृष्टिपात करें तो पता चलेगा कि जीवन का प्रत्येक क्षेत्र अनुशासनहीनता के प्रभाव में आ चुका है। घर, विद्यालय में देखें, सन्तान अपने माता-पिता के कहने में नहीं है। बहुत कम घर होंगे जहां माता-पिता अपने बच्चों को पारिवारिक अनुशासन में रख पाते होंगे। अन्यथा आज को सन्तान अपने तरीके से जीना चाहती है। वह माता-पिता, दादा-दादी के अनुभवों से लाभ उठाना नहीं चाहती। वह सोचती है कि उसके विचार ठीक हैं। माता-पिता तो पुराने जमाने के लोग हैं। विद्यालयों और महाविद्यालयों में परिस्थितियां घर से भी बुरी हैं। विद्यालय एवं महाविद्यालय के नियमो को ताक पर रख कर छात्र प्रायः अपनी मनमानी करते हैं। छोटी सी बात पर हड़ताल और तोड़-फोड़ शुरू कर देते हैं और इस में गौरव का अनुभव करते हैं। यातायात के नियमों का भी यही हाल है। आजकल का युवा वर्ग इन नियमों की धज्जियां उड़ाता है और मनमाने तरीके से अपने वाहन चलाता है।

वाहन-चालक के लिए आवश्यक लाइसैंस आजकल आवश्यक नहीं समझा जाता। यह तो एक मजाक-सा बन गया है। बाजारों में और सड़कों पर जितने ट्रैक्टर-ट्राली चलते हैं, उनके चालकों में 90 प्रतिशत के पास लाइसैंस नहीं होता, मोटर साइकिल, स्कूटर, मोपेड, यहां तक कि कार चलाने वाले नौजवान, नवयुवतियां और 18 वर्ष की आयु से कम के बच्चे भी लाइसैंस के नियम का मुंह चिढ़ाते हुए तेजी से भागते फिरते हैं।

अब बाजारों और दुकानों, भवनों की बात ले लीजिए। बाजार चौड़े हैं, परन्तु दुकानों के आगे सरकारी सड़क के कुछ भाग पर दुकानदार तख्तपोश अथवा पक्का निर्माण करके रास्ते को तंग कर देते हैं। फलस्वरूप भीड़ बढ़ जाती है और यातायात जाम हो जाता है। इसके साथ ही बाज़ार के चौराहों पर भी यही हाल प्रतिदिन देखने को मिलता है। चारोहों पर बत्तियां लगी हुई है, परन्तु इनकी चिन्ता कौन करता है। अवैध तरीके से भवनों का निर्माण हो जाता है, कोई पूछने वाला नहीं।

बिजली की चोरी तो एक आम बात हो गई है। किसान और कारखानेदार धड़ल्ले से बिजली चोरी करते हैं। कभी-कभी थोड़ी कार्यवाही होती है, फिर सभी सो जाते हैं। यहां तक कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी बिजली की चोरी करते हैं और जनसाधारण को भी सिखाते हैं कि किस प्रकार बिजली बोर्ड की आंखों में धूल झोंक कर बिजली के बिलों में कमी की जा सकती है।

आज युवा और प्रौढ़ वर्ग का अनुभव नौकरी पाने के सम्बन्ध में भी बहुत कड़वा है। दिखाने के लिए तो आजकल लगभग सभी विभागों में आवेदन-पत्र खानेदार बन गए हैं और कम्प्यूटर की सहायता से वरिष्ठता-क्रम निश्चित किया जाता है, परन्तु जब बात इन्सान के हाथ आती है, तो नियमों को तिलांजली दे दी जाती है। उस समय नाम या दाम का जादू सिर चढ़कर बोलता है। साक्षात्कार में यह नहीं पूछा जाता कि तुम क्या जानते हो, केवल यह पूछा जाता है कि तुम किसको जानते हो अथवा कितनी सेवा कर सकते हो।

आजकल शिक्षा भी एक प्रकार का व्यवसाय बन गई है। अध्यापक अपनी योग्यता और आदर्श-दोनों का महत्त्व भूल चुके हैं। वे विद्यार्थियों से सम्बन्धों में उचित दूरी नहीं रखते, या फिर वे विद्यार्थियों को मूर्ख, गैर-जिम्मेवार समझते हैं। और उनके साथ अनुचित व्यवहार करते हैं।

पुलिस में भ्रष्टाचार यातायात में अनुशासनहीनता का मूल कारण है। जनता की सदा से यह प्रवृत्ति रही है कि वह उचित, अनुचित विधि से अपना काम करवाना चाहती है, परन्तु कर्तव्य तो उन संस्थानों का है जिन पर कानून लागू करने का उत्तरदायित्व है। पुलिस और न्यायपालिका ही दो संस्थाएं हैं जो कानून लागू करती हैं। पुलिस के कर्मचारी चौराहों पर, विशेष स्थानों पर खड़े रहते हैं। लोग लाल बत्ती होने पर भी वाहन दौड़ा कर ले जाते हैं, पुलिस वाले खड़े देखते रहते हैं। किसी छोटे बच्चे को लाइसैंस के बिना पकड़ लेते हैं और पैसे लेकर छोड़ देते हैं।

अनुशासनहीनता के कारणों पर विचार करने पर हमें पता चलता है कि घर और शिक्षा संस्थानों में अनुशासनहीनता का कारण एक तो अध्यापक वर्ग का अपने आदर्श से, अपनी इष्ट योग्यता से गिरना है। दूसरा कारण है टी. वी. के धारावाहिक और सिनेमा की फिल्में। इस इलैक्ट्रानिक मीडिया ने युवावर्ग के विचारों में अभूतपूर्व क्रान्ति पैदा कर दी है। आज का युवावर्ग यह समझने की कोशिश नहीं करता कि इन कथाओं का वास्तविक जीवन से कोई सम्बन्ध नहीं।

यदि देखा जाए तो ज्ञात होगा कि अनुशासनहीनता का मूल कारण आज का राजनेता है। अपराध जगत में जितने भी लोग लिप्त हैं, उनमें से 70 प्रतिशत की पहुंच किसी न किसी एम. एल. ए. या एम. पी. तक होती है। पुलिस अपराधी को पकड़ती है, तो राजनेता के एक फ़ोन करने पर उसे छोड़ना पड़ता है। राजनैतिक दलों में कोई भी ऐसा नहीं है जो देशहित की बात सोचता हो। सभी अपने भाषणों में दुहाई कर्तव्य और देश भक्ति आदि की देते हैं, परन्तु लक्ष्य सभी को एक ही है – सत्ता हथियाना।

वस्तुतः यह निष्कर्ष निकलता है कि गंगोत्री में पवित्रता होनी चाहिए अर्थात् प्रशासन तंत्र में आचरण की शुद्धि होनी अनिवार्य है। कानून लागू करने में किसी भी राजनेता का दखल न हो। जब तक सत्ता का दुरुपयोग और दण्ड में देरी अथवा हेरा-फेरी नहीं रुकती तब तक सही अर्थों में अनुशासन और शान्ति असंभव है। जब तक किसी राष्ट्र में अनुशासन नहीं पनपता, तब तक वह तरक्की नहीं कर सकता।

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विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध | Essay on Student and Discipline in Hindi

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विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध | Essay on Student and Discipline in Hindi!

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है । किसी समाज के निर्माण में अनुशासन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । अनुशासन ही मनुष्य को श्रेष्ठता प्रदान करता है तथा उसे समाज में उत्तम स्थान दिलाने में सहायता करता है ।

विद्‌यार्थी जीवन में तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है क्योंकि यह वह समय होता है जब उसके व्यक्तित्व का निर्माण प्रांरभ होता है । दूसरे शब्दों में, विद्‌यार्थी जीवन को किसी भी मनुष्य के जीवनकाल की आधारशिला कह सकते हैं क्योंकि इस समय वह जो भी गुण अथवा अवगुण आत्मसात् करता है उसी के अनुसार उसके चरित्र का निर्माण होता है ।

कोई भी विद्‌यार्थी अनुशासन के महत्व को समझे बिना सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है । अनुशासन प्रिय विद्‌यार्थी नियमित विद्‌यालय जाता है तथा कक्षा में अध्यापक द्‌वारा कही गई बातों का अनुसरण करता है । वह अपने सभी कार्यों को उचित समय पर करता है । वह जब किसी कार्य को प्रारंभ करता है तो उसे समाप्त करने की चेष्टा करता है ।

अनुशासन में रहने वाले विद्‌यार्थी सदैव परिश्रमी होते हैं । उनमें टालमटोल की प्रवृत्ति नहीं होती तथा वे आज का कार्य कल पर नहीं छोड़ते हैं । उनके यही गुण धीरे-धीरे उन्हें सामान्य विद्‌यार्थियों से एक अलग पहचान दिलाते हैं ।

अनुशासन केवल विद्‌यार्थियों के लिए ही आवश्यक नहीं है, जीवन के हर क्षेत्र में इसका उपयोग है लेकिन इसका अभ्यास कम उम्र में अधिक सरलता से हो सकता है । अत: कहा जा सकता है कि यदि विद्‌यार्थी जीवन से ही नियमानुसार चलने की आदत पड़ जाए तो शेष जीवन की राहें सुगम हो जाती हैं ।

ये विद्‌यार्थी ही आगे चलकर देश की राहें सँभालेंगे, कल इनके कंधों पर ही देश के निर्माण की जिम्मेदारी आएगी अत: आवश्यक है कि ये कल के सुयोग्य नागरिक बनें और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन धैर्य और साहस के साथ करें ।

वर्तमान में अनुशासन का स्तर काफी गिर गया है । अनुशासनहीनता के अनेक कारण हैं । बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा के दौर में आज लोग बहुत ही व्यस्त जीवन व्यतीत कर रहे हैं जिससे माता-पिता अपनी संतान को वांछित समय नहीं दे पाते हैं । इसी कारण बच्चों में असंतोष बढ़ता है जिससे अनुशासनहीनता उनमें जल्दी घर कर जाती है ।

इसी प्रकार विद्‌यालय के कुछ छात्र जब परीक्षा या किसी प्रतिस्पर्धा में असफल हो जाते हैं तो वे कुंठा से ग्रसित हो जाते हैं । उनका असंतोष दूसरे विद्‌यार्थियों के अनुशासन पर भी प्रभाव डालता है । देश में बढ़ती हुई जनसंख्या भी अनुशासनहीनता के लिए उत्तरदायी है ।

देश के कुछ विद्‌यालयों की स्थिति ऐसी हो गई है कि 35-40 की क्षमता वाली कक्षाओं में 150 विद्‌यार्थी पढ़ रहे हैं । कोई भी व्यक्ति स्वत: अनुमान लगा सकता है कि एक अध्यापक किस प्रकार सीमित समय में इतने बच्चों को ठीक ढंग से शिक्षा प्रदान कर सकता है ।

यह प्रामाणिक तथ्य है कि अनुशासन के बिना मनुष्य अपने उद्‌देश्य की प्राप्ति नहीं कर सकता है । विद्‌यार्थी जीवन में इसकी आवश्यकता इसलिए सबसे अधिक है क्योंकि इस समय विकसित गुण-अवगुण ही आगे चलकर उसके भविष्य का निर्माण करते हैं । अनुशासन के महत्व को समझने वाले विद्‌यार्थी ही आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर व ऊँचे पदों पर आसीन होते हैं ।

परंतु वे अनुशासनहीनता के पथ पर चलते हैं तो वे शीघ्र ही कुसंगति के कुचक्र में फँस जाते हैं और सच्चाई तथा न्याय के मार्ग से विचलित हो जाते हैं । फलस्वरूप जीवन में वे ईर्ष्या, लालच, घृणा, क्रोध आदि बुराइयों के अधीन होकर अपना भविष्य अंधकारमय बना लेते हैं ।

अनुशासनहीनता को अच्छी शिक्षा व उचित वातावरण देकर नियंत्रित किया जा सकता है । इसके लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि विद्‌यार्थी उज्जल भविष्य की ओर अग्रसित हो सकें । अनुशासन में रहने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि राष्ट्र की उन्नति का मार्ग प्रशस्त हो जाता है ।

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Essay on Discipline in Hindi

मानव जीवन में हर एक चीज का बहुत ज्यादा महत्व होता है इन्हीं कुछ महत्वपूर्ण आदतों और चीजों में आता है अनुशासन। अनुशासन के बारे में हर कोई जानता है परंतु इसके कायदे कानून को हर कोई तोड़ ही देता है। मानव जीवन के लिए अनुशासन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है और इसका होना बहुत ज्यादा जरूरी भी है। ज्यादातर लोग अनुशासन (Essay on Discipline in Hindi) को इसलिए ही तोड़ते हैं क्योंकि उन्हें उन कायदे कानूनों को समझने में बहुत ज्यादा समय लग जाता है और कई बार तो ऐसा भी होता है कि अनुशासन का सही तरीके से पालन ना कर पाने पर वे अनुशासन को छोड़ देते हैं। हमारे जीवन में अनुशासन का अलग-अलग महत्व है जैसे कि घर के लिए हमें अलग अनुशासन रखना चाहिए पाठशाला के लिए अलग और यदि हम अपने मित्र संबंधियों से मिलते हैं तो उनके लिए अनुशासन का अलग महत्व है।

Table of Contents

मानव जीवन और अनुशासन :-

मानव जीवन का हर एक पहलू अनुशासन से ही जुड़ा हुआ है यदि मानव जीवन में अनुशासन को हटा दिया जाए तो उसके जीवन में और कुछ भी नहीं बचता। ज्यादातर लोग अपने आप को अनुशासन रहीत दिखाते हैं परंतु वह भी अनुशासन को पूरी तरीके से पालन नहीं कर पाते हैं। पूर्ण काल में भी अनुशासन को लेकर के बहुत सारे सख्त कानून और कायदे बनाए गए थे। उसी का परिणाम हम आज देखते हैं की कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अनुशासन को अपनी पूरी निष्ठा के साथ निभाते हैं परंतु बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो अनुशासन (Essay on Discipline in Hindi) को तोड़ देते हैं। यदि अनुशासन उनके लिए किसी परेशानी का कारण बनती है तो वह परेशानी को दूर करने के बजाय अनुशासन को भी छोड़ देते हैं परंतु उन्हें इन सब चीजों का दुष्परिणाम नहीं पता है। परंतु हमारे जीवन में अनुशासन का होना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि अनुशासन ही एकमात्र ऐसी सीढ़ी है जिस पर चढ़कर हम अपनी कामयाबी की और अपना कदम उठा सकते हैं।

जीवन में अनुशासन का महत्व:-

आज के समय में तो जानवरों को भी अनुशासन सिखाया जाता है परंतु मानव जीवन में इसका इतना बड़ा महत्व है कि यदि वह इंसान अनुशासन रहित रहते हैं तो उन्हें हर चीज पाने में बहुत ज्यादा परेशानी होती है। अनुशासन का सीधा सीधा तात्पर्य है खुद के ऊपर ऐसा शासन करना जिससे किसी और को भिन भिन प्रकार की हानियां तथा  चोट ना पहुंचे चाहे फिर वह शारीरिक हो या मानसिक। कई बार हम बातों बातों में कुछ ऐसा बोल जाते हैं जो हमें नहीं कहना चाहिए वह इंसान की मानसिक हानि का कारण बनता है। लोग कई बार अपना आपा खो देते हैं और बड़ों से बदतमीजी कर बैठते हैं यह सब अनुशासन के खिलाफ है। इसके दुष्परिणाम (Essay on Discipline in Hindi) के रूप में उन्हें बेज्जती और बहुत सारी बातें सुनने को मिलती है साथ ही कई लोग तो उनके साथ नाता भी तोड़ देते हैं। अनुशासन स्वयं में एक ऐसी परिभाषा है जो हर व्यक्ति को पता होनी चाहिए। अनुशासन कोई नियम नहीं है परंतु यह एक ऐसा सीख है जो हर किसी को आनी ही चाहिए।

अनुशासन से जीवन में बदलाव:-

अनुशासन से जीवन में कई प्रकार के बदलाव आते हैं जिससे व्यक्ति अपने जीवन को और भी ज्यादा सुधार करके और सफल बना सकता है। जीवन में अनुशासन के होने से हमें सही और गलत की पहचान करने में सुविधा होती है जिससे हम किसी भी गलत कार्य को करने से पहले कम से कम 10 बार सोचते हैं वही सही कदम उठाने के लिए हमें एक बार भी सोचना नहीं पड़ता। अनुशासन ही जीवन है और जीवन ही अनुशासन है कुछ महान ज्ञानी है जो इन बातों को प्रमाणित करते हैं। यदि जीवन में सफलता को प्राप्त करना है तो जीवन में अनुशासन का होना बहुत ज्यादा आवश्यक है। अनुशासन के रहते हुए आप किसी भी गलत मार्ग पर नहीं भटकते और अपनी सफलता की ओर सटीक होकर के चलते हैं। अभी देखा गया है कि बाल्यकाल से ही बच्चों को अनुशासन का सीख नहीं दिया जाता परंतु आगे चलकर वही बच्चे बड़ों का अनादर करते हैं और हर कार्य को करने में बहुत ज्यादा काम चोरी करते हैं। परिणाम स्वरुप वह कभी सफल नहीं हो पाते और अपने जीवन में बहुत सारे कष्टों को देखते हैं।

जीवन में अनुशासन के फायदे:-

हमारे जीवन में अनुशासन के रहने पर हमें कई सारे फायदे प्राप्त होते हैं जिनके बारे में पता नहीं है परंतु वह सटीक रूप से हमारे जीवन को सुविधाजनक बनाते हैं। अनुशासन सुनने में बहुत छोटा शब्द है परंतु इसका महत्व बहुत बड़ा है हमारे जीवन के लिए। इसे हमें कई सारे ऐसे लाभ होते हैं जो हमारे जीवन की कठिनाइयों में हमारी सहायता करते हैं और उन्हें सुधारते भी है। यदि हम अनुशासनप्रिय है तो हम हर एक कार्य को पूरी निष्ठा और आदर के साथ करते हैं जो कि बाद में (Essay on Discipline in Hindi) चलकर हमें सफलता प्राप्त कराता है। हम बड़ों का आदर करते हैं और उनका सम्मान करते हैं यह अनुशासन का पहला चरण है। छोटे बच्चों के साथ प्रेम से रहना और उन्हें सही समझ तथा सही सलाह देना ही जीवन का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। जीवन में ऐसे कई सारे अलग-अलग पड़ाव आते हैं जहां पर अनुशासन के अलग-अलग रूपों को देखा जा सकता है। यह सब ही हमें जीवन में बहुत ज्यादा लाभ देते हैं जिससे हमारा जीवन और भी ज्यादा प्रभावशील बन जाता है और लोगों के बीच में हमें हमेशा आदर सम्मान से देखा जाता है।

अनुशासन का यदि बचपन से ही पालन किया जाए तो अनुशासन हमारे लिए एक ऐसी आदत बन जाती है जो किसी और के बहकावे में आने के बाद भी नहीं टूटती। अनुशासन प्रिय होना हर किसी को चाहिए क्योंकि हमारे जीवन में अनुशासन प्रिय बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है तथा जिन छात्रों के अंदर अनुशासन होता है वो हमेशा सफल बनते है और अनुशासन हिन छात्र हमेशा पीछे रहे जाते है। जीवन में हर किसी को अनुशासन का पालन करना चाहिए और लोगों का आदर सम्मान भी करना चाहिए जिससे वह उन्हें हमेशा अच्छे नजरों से देखें।

1. अनुशासन क्या है?

उत्तर:- अनुशासन एक ऐसी चीज है जिसके अंदर हमें लोगों के साथ सही तरीके से बर्ताव करना और अपने जीवन को सही पद पर चलाना सिखाया जाता है।

2. जीवन में अनुशासन का क्या महत्व है?

उत्तर:- मानव जीवन में अनुशासन का बहुत बड़ा महत्व है अनुशासन का पालन करके ही मानव जीवन में किसी भी व्यक्ति को सफलता प्राप्त हो सकती है।

3.मानव जीवन में अनुशासन का पालन क्यों होना चाहिए?

उत्तर:- मानव जीवन में अनुशासन का पालनकिस लिए होना चाहिए क्योंकि मानव जाती ऐसा जाती है जो हर किसी की बातों को समझ सकती है और उनके साथ अच्छा व्यवहार भी कर सकती है।

4. आज के समय में अनुशासन क्यों नहीं दिखता?

उत्तर:- आज के समय में अनुशासन नहीं दिखाई देता क्योंकि लोग धीरे-धीरे सोशल मीडिया वगैरह से जुड़ रहे हैं और अनुशासन जैसी जरूरी चीजों को भूल रहे हैं।

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Hindi Olympiad 2024: Exam Dates, Registration & Eligibility, Syllabus, Sample Papers, Study Material, Results & Awards

The International Hindi Olympiad (अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ओलंपियाड) is also known as Hindi Olympiad (हिंदी ओलंपियाड) .  Hindi Olympiad Foundation is an educational organization based in India which organizes the International Hindi Olympiad (abbreviated as “IHO”). The aim of the Hindi Olympiad Foundation (abbreviated as “HOF”) is to promote the growth of the Hindi language at the International level.

Latest Update : International Hindi Olympiad 2024 registration is open now. Register early to take part in Daily quizzes, Mock tests, etc.

Hindi Olympiad Foundation promotes education, digital literacy, intellectual potential and develops a competitive spirit among children. Hindi Olympiad Foundation aims to help students broaden their academic horizons beyond school books and prepare them to excel in today’s highly competitive environment.

Eligibility Criteria & Benefits

Important dates 2024 (expected).

  • International Hindi Olympiad 2024- Registration Methods/How to register?
  • IHO Syllabus & Sample Papers 2024
  • IHO Results & Awards

Contact Details

Blog & other services, frequently asked questions (faqs).

The eligibility criteria & benefits of IHO 2024 is as follows:

  • Only students studying in Classes 1st , 2nd , 3rd , 4th , 5th , 6th , 7th , 8th , 9th and 10th are eligible for this Olympiad.
  • Students from around the World can participate in this Olympiad.
  • All the students will get access to the Syllabus , Sample Papers , E-Booklet , Daily Quizzes , Mock Tests , International Hindi Olympiad 2024 , etc.
  • Mock Tests will be held in June/July/August/September.
  • Daily Quiz will be available for every registered student. Daily Quiz is a short quiz of 15 questions. Students attempting more quizzes every day with consistency will earn more points and will be featured on the public Leaderboard .
  • Hindi Olympiad Foundation also organizes regular quizzes on Telegram. You can join the telegram group and attempt quizzes for free. This feature is available for everyone. The links for Telegram groups are available on Hindi Olympiad Foundation’s Website ( www.hindiolympiad.com ) & below in this article .

International Hindi Olympiad 2024 – Registration Methods

  • Via our website :-

Click on the following link to register for the International Hindi Olympiad 2024.

Student Information  – Click here

  • Via School :-

If you are in school and want to enroll your students in “International Hindi Olympiad 2024” or want to know more about it, then kindly contact us (email, call, WhatsApp) at [email protected] , +91 8860552255, +91 8860557755. 

You can also request our Brochure via email, WhatsApp, etc or view/download the Brochure using the given link.

School Registration Information – Click here

Note: Students enrolling through Schools will have to give Olympiad in their respective Schools (offline) while students enrolling through our website will have to give Olympiad on our website (online).

The students are informed that the dates as per the official information are:-

Hindi Olympiad Syllabus & Sample Papers 2024

The sample papers for International Hindi Olympiad (IHO) has been published by the authority on their official website. Students willing to solve the Sample Papers can find the links in the article ahead. The main motive of providing the Syllabus & Sample Papers is to get an estimation of the level of this scholarship exam. We recommend that at least one sample paper must be solved by the appearing student for his respective class. The links for the sample papers for IHO 2024 can be found along with the syllabus in the table below.

International Hindi Olympiad 2024 – Result

The result of the International Hindi Olympiad will be published in the month of January/February 2024 at Hindi Olympiad Foundation’s website. The prizes will be dispatched after the declaration of Result. Top rank holders will be invited to a special Award Ceremony where they will be given awards by our guests (can be top Army officials, Ministers, CBSE officials, IAS/IPS Officers, Social Workers, etc). You can also check the Winners/Top Rankers online by following the steps given below:

  • Visit the official result page at www.hindiolympiad.com/result.
  • Click on “Parinam” link on the page.
  • In “Parinam”, click on “Check Result”.
  • Now, enter your enrollment number and select the class to check the result.

Students will also get results on their registered Email Address.

Winners & Awards

  • Students of each class getting first position at the international level in the Hindi Olympiad will be rewarded with a cash prize of Rs. 5,100, Certificate & Trophy.
  • Students of each class who gets second position at the international level in Hindi Olympiad will be rewarded with a cash prize of Rs. 3,100, Certificate & Trophy.
  • Students of each class who gets third position at the international level in Hindi Olympiad will be rewarded with a cash prize of Rs. 2,100, Certificate & Trophy.
  • Students receiving first, second, third position in regional rankings will be awarded with Certificate of Regional Toppers, Medals (Gold, Silver, Bronze) & gifts.
  • In the Olympiad, top students in every class will be awarded with Certificates of Merit.

Important Notes:

School toppers will also be awarded with Certificates and Gold, Silver & Bronze medals respectively.

Certificates will be provided to all the participants in the examination.

For more information about International Hindi Olympiad or in case of any Query, kindly contact us via:

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Visit the blog by clicking on the following link – www.hindiolympiad.org

Official Site: International Hindi Olympiad | Hindi Olympiad Foundation

What is the Olympiad?

Olympiads are a kind of competitive exam, held across schools, to tap exceptional students with the best of potential, talent, and aptitude. Olympiads are exams that are conducted throughout the world that lets students compete with other students on a similar education level. For e.g. International Hindi Olympiad, which is organized by Hindi Olympiad Foundation.

Is there any Hindi Olympiad?

Yes, there is a Hindi Olympiad organized by the Hindi Olympiad Foundation. Students from more than 30 countries participate in the International Hindi Olympiad.

What is a Hindi Olympiad?

International Hindi Olympiad is an annual competitive exam conducted by Hindi Olympiad Foundation. Hindi Olympiad Foundation is an educational organization based in India. The aim of the Foundation is to make the Hindi language prosperous at the international level.

How do I qualify for the Hindi Olympiad?

Every student from class 1 to 10 is eligible for the International Hindi Olympiad. To qualify for International Hindi Olympiad Round 2, students have to score more than or equal to 80%.

How do I prepare for the Hindi Olympiad?

To prepare for the Hindi Olympiad, students can download Syllabus and Sample Papers from the given links. School books are the best way to prepare for the Hindi Olympiad alongside sample papers and previous year papers.

Syllabus – https://hofglobal.org/syllabus

Sample Papers – https://hofglobal.org/sample-papers

Who organizes the Hindi Olympiad?

The Hindi Olympiad is organized by the Hindi Olympiad Foundation.

How can I register for the Hindi Olympiad?

You can apply for the Hindi Olympiad by visiting the following links:

Registration link for students studying in India:- –

https://www.hindiolympiad.com/vidyarthi-panjikaran

Registration link for students studying outside India:-

https://www.hindiolympiad.com/vidyarthi-panjikaran-for-schools-outside-india

In which mode (online or offline), is the Hindi Olympiad organized?

Hindi Olympiad is organized in both online and offline modes. Students can opt for online or offline mode to give Hindi Olympiad.

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अनुशासन के महत्व पर निबंध | Essay on Discipline in Hindi

Essay on Discipline in Hindi: अनुशासन का मानव जीवन पर बहुत ही महत्व है अनुशासन जीवन को सुंदर सुखी और समृद्धि से परिपूर्ण बनाता है। अनुशासित व्यक्ति का सभी भरोसा करते हैं उसे जिम्मेदारी सौंपने में किसी को सोच विचार नहीं करना पड़ता है। विद्यार्थी भारत के भावी निर्माता है अतः उन्हें अनुशासन के गुणों का अभ्यास अभिषेक करना चाहिए जिससे में भारत के सच्चे सपूत बन सकें।

Table of Contents

अनुशासन  का  महत्व पर निबंध  100 शब्दों में

मनुष्य का जीवन बहुत शानदार समय होता है उसे पग–पग पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जीवन की इन सब कठिनाइयों को पार करने में में अनुशासन व्यक्ति की जीवन भर सहायता करता है।

कई लोग समझते हैं कि अनुशासन और स्वतंत्रता ने विरोध है किंतु वास्तव में यह भ्रम है।अनुशासन के द्वारा स्वतंत्रता छिन नहीं जाती बल्कि दूसरों की स्वतंत्रता की रक्षा होती है। जो व्यक्ति जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें अभी से अपने जीवन में अनुशासन का पालन करना शुरू कर देना चाहिए जिससे कि वह अपने मंतव्य पर सफलता प्राप्त कर सकें।

अनुशासन से व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है तथा समाज को शुभ दिशा मिलती है। वस्तुतः अनुशासित जीवन ही जीवन है। अनुशासित जीवन के अभाव में हमारी जिंदगी दिशाहीन एवं निरर्थक हो जाएगी।

अनुशासन  का  महत्व पर निबंध  200 शब्दों में

मानव जीवन सांसारिक नियमों से बनाए हुए नियमों का पूर्णरुपेण पालन करना ही अनुशासन कहलाता है। इसी प्रकार विद्यार्थी जीवन भी शैशव ,शैक्षणिक तथा सामाजिक नियमों में बॅंधा है,अत: अनुशासन का इस जीवन में भी बहुत अधिक महत्व है।

विद्यार्थी का अर्थ है– विद्या का जिज्ञासु ।अर्थात जो विद्या पढ़ता है, जो विद्या आदि से ज्ञान प्राप्त करता है और उसके लिए सदैव उत्सुक रहता है। विद्यार्थी जीवन जीवन का ऊषाकाल है इसमें बालक दुनिया के बारे में सोचता और समझता है, वह अच्छे संस्कार ग्रहण करता है। यह वह समय है जिसमें जीवन की नींव तैयार होती है। इस समय बालक जो सीखता है जो संस्कार ग्रहण करता है और जो क्षमता प्राप्त करता है वह उसकी पूंजी बन जाती है , इस पूंजी का लाभ वह जीवन भर उठाता है। अतः हम कह सकते हैं कि मनुष्य के जीवन में विद्यार्थी जीवन का सर्वाधिक महत्व है।

विद्यार्थी जीवन की सफलता पर भावी जीवन की सफलता निर्भर करती है जिसका विद्यार्थी जीवन सुंदर तथा उचित ढंग से बीतता है, वह तो उसका शेष जीवन भी सफल बन जाता है। विद्यार्थी जीवन को सुयोग्य बनाने में अनुशासन का महत्व पूर्ण स्थान है, अनुशासन ही वह धन है जो मनुष्य को सुखी और समृद्धि बनाता है।

देश और समाज की सुव्यवस्था के लिए बड़े-बड़े विद्वानों और विचारको ने जो नियम बनाए उसके अनुसार आचरण ही अनुशासन हैं। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निर्विवाद है अनुशासन सफलता की कुंजी है। वह जीवन को ऊंचा उठाने का मूल मंत्र है ।अनुशासन विद्यार्थी को माता पिता, गुरु और पूज्य लोगों का स्नेह प्रदान करता है। यह स्नेह बालक के जीवन का विकास करता है।

अनुशासन पर निबंध हिंदी में 300 शब्द

अनुशासनबद्ध रहने से जीवन में व्यवस्था का वातावरण बनता है। अनुशासन से दैनिक जीवन भी सुचारू रूप से चलने लगता है। इसके द्वारा अनेक गुणों का विकास होता है। नियमित रूप से कार्य करने की क्षमता का विकास होता है। अनुशासन द्वारा कर्तव्य और अधिकार का बोध होता है। अनुशासन एक ऐसा गुण है जिससे विद्यार्थी सबका प्रिय बन जाता है। अनुशासित छात्र के लिए जीवन के विकास के समस्त द्वार खुल जाते हैं।

अनुशासन दो प्रकार का होता है –पहला बाह्म, दूसरा आंतरिक। बाह्य अनुशासन या तो भय पर आधारित होता है, या लोभ पर, ऐसा अनुशासन स्थाई नहीं होता। दूसरे प्रकार का अनुशासन है आंतरिक ऐसे आत्मानुशासन या आत्म नियंत्रण भी कहा जा सकता है। बाह्म अनुशासन से आंतरिक अनुशासन अच्छा होता है, जो इस आंतरिक अनुशासन को मान लेता है वही सच्चे अर्थों में अनुशासित है। आत्मानुशासित व्यक्ति अपने शरीर ,मन ,और बुद्धि पर पूर्ण नियंत्रण कर लेता है। कहा भी गया है कि जिसने अपने को जीत लिया उसने दुनिया को जीत लिया।

आज विद्यार्थी जीवन में कुछ ऐसी बाधाएं आ जाती है जो विद्यार्थियों को अनुशासित नहीं रहने देती। इसका कारण यही कि राजनीतिक विचारधाराओं का प्रभाव दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इससे विद्यार्थी के अध्ययन और अनुशासन में रुकावट से पैदा हो जाती है ।

स्वतंत्रता के पूर्व राजनीति का अर्थ “राष्ट्र सेवा” था किंतु आज की यह बात नहीं है। आज विद्यार्थियों का मन और मस्तिष्क राजनीति के कुचक्र में फंस गया है। वह अध्ययन के मार्ग से भटक कर राजनीति के मार्ग पर चला गया है।

यही कारण है कि आए दिन स्कूलों व कॉलेजों में हड़ताल, तोड़फोड़, परीक्षा में नकल, अध्यापकों के साथ बुरा व्यवहार आदि की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आगजनी, लूटमार, पथराव आदि के दृश्य आम हो गए हैं, यह सब अनुशासनहीनता का ही प्रभाव है राजनीति ने उन्हें अनुशासनहीन और उच्श्रृंखल बना दिया है । आज की राजनीति बहुत अस्वस्थ और निकृष्ट कोटि की राजनीति है, आज की राजनीति विद्यार्थी के विकास में बाधक बन गई है।

अतः विद्यार्थियों को चाहिए कि वह राजनीति के मार्ग से हटकर अध्ययन के मार्ग पर आए व्यक्तित्व के विकास के लिए अनुशासन अत्यंत आवश्यक है। अनुशासित व्यक्ति कठिन से कठिन कार्य को सरलता से कर सकता है।

यह भी पढ़ें – राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर निबंध

अनुशासन के महत्व पर निबंध (500 शब्दों में)

अनुशासन शब्द अनु+शासन के योग से बनाएं शासन का अर्थ है नियम ,आज्ञा तथा अनु का अर्थ है पीछे चलना, पालन करना ।इस प्रकार अनुशासन का अर्थ शासन का अनुसरण करना है, किंतु इसे परतंत्रता मान लेना नितांत अनुचित है। विकास के लिए तो नियमों का पालन आवश्यक है। अनुशासन आत्मानुशासन का ही एक अंग है।

अनुशासन का महत्व

जीवन की सफलता का मूल आधार अनुशासन है। समस्त प्रकृति अनुशासन में बॅंधकर गतिमान रहती है। सूर्य, चंद्रमा, नक्षत्र, सागर, नदी ,झरने, गर्मी, सर्दी, वर्षा, एवं वनस्पतियां आदि सभी अनुशासित है।

अनुशासन सरकार समाज तथा व्यक्ति तीनों स्तरों पर होता है। सरकार के नियमों का पालन करने के लिए पुलिस, न्याय, दंड, पुरस्कार आदि की व्यवस्था रहती है। यह सभी शासकीय नियमों में बॅंधकर कार्य करते हैं ।सभी बुद्धिमान व्यक्ति और नियमों पर चलते हैं तथा जो उन नियमों का पालन नहीं करते वह दंड के भागी होते हैं।

समाजिक व्यवस्था हेतु धर्म, समाज आदि द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करने वाले व्यक्ति सभ्य ,सुशील तथा विनम्र होते हैं। जो लोग अनुशासन हीन होते हैं वह सब उद्दंड की संज्ञा से अभिहित किए जाते हैं तथा दंड के भागी होते हैं। अनुशासन ना मानने वाले व्यक्ति को समाज में हीन तथ बुरा माना जाता है।जो व्यक्ति स्वयं अनुशासित रहे तो उसका जीवन स्वस्थ, स्वच्छ तथा सामर्थ्य वान बनता है वह स्वयं तो प्रसन्न रहता है बल्कि दूसरों को भी अपने अनुशासित होने के कारण प्रसन्न रखता है।

भारत और अनुशासन

प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में अनुशासन का एक अपना अलग महत्व रहा है।हमारी प्राचीन संस्कृति के किसी भी हिस्से को उठाकर देखा जाए तो वहां किसी ना किसी रूप में अनुशासन मिल ही जाता है। हमारे ऋषि ,महर्षि अध्ययन के बाद अपने शिष्यों को विदा करते समय अनुशासित रहने पर बल देते थे। वह जानते थे कि अनुशासित व्यक्ति ही किसी उत्तरदायित्व को वहन कर सकता है। अनुशासित जीवन व्यतीत करना वस्तुत: दूसरों के अनुभव से लाभ उठाना है। समाज ने जो नियम बनाए हैं वह वर्षों के अनुभव के बाद सुनिश्चित किए गए हैं। भारतीय मुनियों ने अनुशासन को आप आधी हाय माना ताकि व्यक्ति का समुचित विकास हो सके।

अनुशासन के लाभ

अनुशासन के असीमित लाभ है प्रत्येक स्तर पर व्यवस्था के लिए अनुशासन आवश्यक है राणा प्रताप, शिवाजी, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी आदि ने इसी के बल पर सफलता प्राप्त की। अंग्रेजों के विरुद्ध लड़े गए स्वतंत्रता संग्राम की असफलता का कारण अनुशासन ही नेता ही थी। क्योंकि 31 मई को संपूर्ण उत्तर भारत ने विद्रोह का निश्चय था, लेकिन मेरठ की सेनाओं ने 10 मई को ही विद्रोह कर दिया जिससे अनुशासन भंग हो गया और अंग्रेजों ने विद्रोह को दबा दिया।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने शांतिपूर्वक विशाल अंग्रेजी साम्राज्यवाद की नींव हिला दी उसका एकमात्र कारण अनुशासन की भावना थी ।महात्मा गांधी की आवाज पर संपूर्ण देश सत्याग्रह के लिए चल देता था। अनेकानेक कष्टों को भोंकते हुए भी देशवासियों ने सत्य और अहिंसा का मार्ग नहीं छोड़ा। पहली बार जब को सत्याग्रह इन्होंने पुलिस के साथ मारपीट तथा दंगा कर डाला तो ‘महात्मा गांधी’ जी ने तुरंत सत्याग्रह बंद करने की आज्ञा देते हुए कहा कि– “अभी देश सत्याग्रह के योग्य नहीं है। लोगों में अनुशासन की कमी है।”

सेना की सफलता का आधार अनुशासन होता है सेना और भीड़ में अंतर ही यह है कि भीड़ में कोई अनुशासन नहीं होता जबकि सेना अनुशासित होती है। नेपोलियन, समुद्रगुप्त तथा सिकंदर आदि महान कहे जाने वाले सेना नायकों ने जो विजय प्राप्त की उनके मूल में उनकी सेनाओं का अनुशासित होना ही था।

यातायात अध्ययन वार्तालाप आदि में भी अनुशासन आवश्यक है रेल ड्राइवर लेकिन न होने पर ही गाड़ी आगे बढ़ाता है। अनुशासन के द्वारा ही एक अध्यापक पचास–साठ छात्रों की कक्षा को अकेले पढ़ाता है‌ राष्ट्रपति से लेकर निम्नतम कर्मचारी तक सारी शासन व्यवस्था अनुशासन से ही संचालित रहती है। शरीर में किंचित अव्यवस्था होते ही रोग लग जाता है।

छात्रानुशासन

अनुशासन विद्यार्थी जीवन का तो अपरिहार्य है क्योंकि विद्यार्थी देश के भावी कर्णधार होते हैं देश का भविष्य उन्हीं पर अवलंबित होता है। उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि वह स्वयं अनुशासित, नियंत्रण तथा कर्तव्यपरायण होकर देश की जनता का मार्गदर्शन करें, उसे अंधकार के गर्त से निकालकर प्रकाश की ओर ले जाए अतः उनके लिए अनुशासित होना आवश्यक है।

निष्कर्ष रूप में कहा जा सकता है। कि जीवन में महान बनने के लिए अनुशासन आवश्यक है ।बिना अनुशासन के कुछ भी प्राप्त कर पाना असंभव है ।अनुशासन से व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है तथा समाज में को शुभ दिशा मिलती है ।वस्तुत अनुशासित जीवन ही जीवन है ।अनुशासित जीवन के अभाव में हमारी जिंदगी दिशाहीन एवं निरर्थक हो जाएगी।

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Essay on Discipline in Hindi | अनुशासन पर निबंध हिंदी में | Discipline Essay in Hindi

By: savita mittal

Essay on Discipline in Hindi | अनुशासन पर निबंध हिंदी में

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दोस्तों क्या आप जानते हैं कि अनुशासन का हमारे जीवन में कितना महत्व है, अगर हम बचपन से ही अनुशासन का पालन करते हैं तो हम अपने जीवन में हर कामियाबी हासिल कर सकते हैं, आज इस लेख में हम आपको अनुशासन के महत्व के बारे मे जानकारी देने वाले हैं जिसके माध्यम से आप यह समझ सकते हैं कि अनुशासन कितना महत्वपूर्ण है।

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जीवन में पहला और सबसे महत्वपूर्ण सबक अनुशासित होना है। अनुशासन का पाठ बचपन से शुरू हो जाए तो यह कठिन नहीं है, लेकिन अगर यह देर से शुरू होता है तो यह जीवन में सीखने के लिए सबसे कठिन सबक हो सकता है। पूर्ण आत्म-नियंत्रण प्राप्त करने के लिए किसी को कठिन अनुशासन और समर्पण की आवश्यकता होती है।

अच्छा अनुशासन हमारे अंदर अच्छा बदलाव ला सकता है और हम समाज की सबसे अच्छी सेवा कर सकते हैं और हमारे आस-पास के लोगों की उम्मीदो पर भी खरे उतरेंगे। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए शुरू से ही अनुशासित होने की आवश्यकता होती है। केवल अनुशासन के माध्यम से, हम जीवन में अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। अनुशासन में समय के मूल्य को समझना, मानवता के प्रति सम्मान दिखाना और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता दिखाना शामिल है। सफलता की दिशा में पहला कदम अनुशासन है।

अनुशासित होना जीवन में सीखने के लिए महत्वपूर्ण और सबसे कठिन सबक में से एक है। आत्म-नियंत्रण का अभ्यास करने और खुद को इस तरह से संचालित करने के लिए अत्यधिक समर्पण और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है जो समाज और हमारे आसपास के जीवन की सबसे अच्छी सेवा करता है। जब कोई व्यक्ति अनुशासित होता है, तभी वह जीवन में सफलता प्राप्त करने में सक्षम होता है। अनुशासन हमें केंद्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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अनुशासन का अभ्यास करने के विभिन्न तरीके हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सुसंगत और मूल्य समय होना है। किसी कार्य का लगातार अभ्यास करके, मानवता और प्रकृति का सम्मान करके और समय का मूल्यांकन करके, कोई भी व्यक्ति जीवन में सही दिशा में चलना सीख सकता है। यही मूल कारण है कि दुनिया भर में सफल लोग अनुशासन की आवश्यकता का प्रचार करते हैं।

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जब कोई व्यक्ति बिना किसी नियम या अनुशासन के अपना जीवन व्यतीत करता है, तो उसका जीवन नीरस और दिशाहीन हो जाता है। अनुशासन की आवश्यकता की समझ की उनकी कमी उन्हें आलसी बनाती है। यह अंततः उन्हे निराशावादी बनाता है। इस तरह के लोग संकटों को संभालने में असमर्थ होते हैं और अक्सर अपने जीवन में एक अपूरणीय मात्रा में गड़बड़ी पैदा करते हैं।

हालांकि, यदि आप लोगों के इन समूहों में से नहीं हैं और अपने जीवन में कुछ हासिल करना चाहते हैं, तो आपको अनुशासित होने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अगर आपके पास कोई योजना या रणनीति नहीं है तो पहले एक ऐसी योजना बनाएं जो आपकी जीवनशैली के अनुकूल हो और उसी के अनुसार, अपनी दिनचर्या निर्धारित करें।

फिर आपको आपके दिन-प्रतिदिन के जीवन में योजना को लागू करना है। ऐसा कहा जाता है कि जब कोई गतिविधि सीधे 3 सप्ताह के लिए की जाती है तो यह स्वचालित रूप से एक आदत बन जाती है। इसलिए, हमेशा अपनी दिनचर्या में सकारात्मक परिवर्तनों को शामिल करने की कोशिश करें और अपनी योजना के आधार पर, 21 दिनों तक ऐसा करना जारी रखें। यह उम्मीद की जाती है कि 21 दिनों के बाद लागू गतिविधि आपके जीवन का हिस्सा बन जाएगी। दुनिया में बहुत से लोग अक्सर असफलताओं से घिरे होते हैं और सकारात्मकता की ओर अपने जीवन में कोई बदलाव नहीं करते हैं।

एक अनुशासित व्यक्ति होने के नाते न केवल आपको अपने सपनों को प्राप्त करने में मदद मिलती है, बल्कि आपको अंदर और बाहर सकारात्मक महसूस करने में भी मदद मिलती है। अध्ययनों से पता चलता है कि अनुशासित लोगों को उन तरीकों को खोजने की अधिक संभावना है जिनमें वे खुश हो सकते हैं और अनुशासनहीन लोगों की तुलना में अपने जीवन के पाठ्यक्रम को बदल सकते हैं। इसके अलावा, अनुशासित होने से एक व्यक्ति शांत हो जाता है। यह गुण व्यक्ति को बाधाओं को दूर करने और सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। वे दूसरों के जीवन पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं।

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यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि अनुशासन के दो रूप हैं- पहला प्रेरित अनुशासन और दूसरा, आत्म-अनुशासन। पूर्व उस तरह का अनुशासन है जिसमे दूसरे हमें सिखाते हैं या हम दूसरों को देखकर खुद सिखते हैं। जबकि दूसरी ओर, अनुशासन का बाद का रूप वह है जो भीतर से आता है। यह अनुशासन का कठिन रूप है क्योंकि इसके लिए दूसरों से धैर्य, ध्यान और प्रेरणा की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष- दोस्तों अब तक आप यह बहुत अच्छे से समझ चुके होंगे कि अनुशासन का हमारे जीवन मे कितना महत्व है अगर हम अपने जीवन में कामयाब होना चाहते हैं तो हमे किसी न किसी रूप मे अनुशासन का पालन करना ही होगा। उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए हमारी साइट पर विज़िट करें।

अनुशासन पर निबंध कैसे लिखें?

अनुशासन पर निबंध लिखने के लिए आपको यह जानना होगा की अनुशासन एक क्रिया है जो अपने शरीर, दिमाग और आत्मा को नियंत्रित करता है और परिवार के बड़ों, शिक्षकों और माता-पिता की आज्ञा को मानने के द्वारा सभी कार्य को सही तरीके से करने में मदद करता है।

अनुशासन निबंध क्या है?

अनुशासन निबंध- अनुशासन एक ऐसी चीज है जो प्रत्येक व्यक्ति को नियंत्रण में रखती है । हर कोई अपने जीवन में अलग-अलग रूप में अनुशासन का पालन करता है। इसके अलावा, हर किसी के पास अनुशासन की अपनी संभावना होती है।

जीवन में अनुशासन का महत्व क्या है?

जीवन में अनुशासन का महत्व यह है कि अपने विकास के लिए कुछ नियम निर्धारित करना और उस नियम का रोजाना पालन करना चाहे वह नियम हमें पसंद हो या ना हो इसी को हम अनुशासन का महत्व कहते हैं।

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मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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