फलों की उपयोगिता पर निबंध | Essay on the Importance of Fruits in Hindi
फलों की उपयोगिता पर निबंध | Essay on the Importance of Fruits in Hindi!
हमारे जीवन में फलों का बहुत महत्व है । हमारे शरीर में जाकर वे विटामिन, कैल्शियम आदि की कमी को पूरा करते हैं । एक प्रसिद्ध कहावत है कि- ”प्रतिदिन एक सेब खाया जाए तो जीवन भर डाक्टर की आवश्यकता नहीं रहती” । यह उपलक्षण मात्र है । कहने का तात्पर्य यह है कि प्रतिदिन आहार में फलों का उपयोग करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है ।
व्यक्ति को सदैव फलों का सेवन करना चाहिए । फल ताजे तथा ऋतु अनुसार खाने चाहिए । मौसम के फल ताजे और पौष्टिक होते हैं । फल के सूख जाने पर उनके विटामिन नष्ट हो जाते हैं । फलों को देख-परख कर लेना चाहिए । कटे हुए, सड़े और पेड़ से गिरकर फटे हुए फल नहीं खाने चाहिए, उनमें कीटाणु होने की सम्भावना रहती है ।
ADVERTISEMENTS:
बाजारों में कटे हुए या छीले हुए फल हो, उन्हें भी नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि उन पर तरह-तरह के कीटाणु बैठते हैं । खाने के साथ वह कीटाणु हमारे शरीर में पहुँच कर तरह-तरह के रोग उत्पन्न करते हैं । हैजा जैसी बीमारियाँ भी ऐसे ही होती हैं ।
फल की उत्पादन शक्ति को बढ़ाने के लिए हमारे देश के वैज्ञानिक तरह-तरह की खोज करते हैं । नए-नए बीजों का निर्माण किया जाता है । कुछ बीज विदेशों से भी खरीदे जाते हैं और अपने यहाँ के बीज विदेशों में भी जाते हैं । इसी तरह के आदान-प्रदान से लोगों को नई-नई किस्म के फल उपलब्ध होते हैं ।
फलों को कीटाणुओं से बचाने के लिए उनके ऊपर तरह-तरह की कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग किया जाता है । फलों को सुन्दर बनाने के लिए उनको बेचने से पहले तरह-तरह के रंग लगा दिये जाते हैं, जिससे ग्राहक उसे देखकर आकर्षित हो और खरीद ले ।
ये कीटनाशक दवाइयां और रंग किसी तरह फलों के अन्दर भी पहुँच जाते हैं । ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं । सरकार को चाहिए कि फलों के ऊपर होने वाले हानिकारक कीटनाशकों का प्रयोग कम करवाए और फलों को प्राकृतिक रूप में ही जनता तक पहुँचने दे ।
वर्तमान समय में हर मौसम के फल साल भर तक प्राप्त किए जा सकते हैं । फलों के जैम, जैली, स्केवश बनाकर उन्हें साल भर प्राप्त किया जा सकता है । टमाटर के रस को निकालकर उसे पैक कर लिया जाता है, जो काफी दिनों तक तरो-ताजा रहता है और सब्जी बनाते समय इसका प्रयोग किया जाता है । हमें फिर भी मौसम में मिलने वाले रसीले और स्वादिष्ट फल खाने चाहिए । उनकी गुणवत्ता अधिक होती है अपेक्षाकृत उनके जो शीत गृहों में स्टोर करके रखे जाते हैं ।
Related Articles:
- रेडियो की उपयोगिता पर निबंध | Essay on Usefulness of Radio in Hindi
- खेलों का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Sports in Hindi
- खेल का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Games
- डाकघर की उपयोगिता पर निबंध | Essay on The Utility of the Post Office in Hindi
SILENT COURSE
Essay Writing, Letter Writing, Notice Writing, Report Writing, Speech, Interview Questions and answers, government exam, school speeches, 10 lines essay, 10 lines speech
- Hindi Essay
- Eng. Speech
- Hindi Speech
- Notice Writing
- Report Writing
Saturday, March 11, 2023
फलों पर निबंध - essay on fruits in hindi - the fruits essay im hindi, निबंध : फल.
No comments:
Post a comment, 28 फरवरी ➤ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस - national science day.
- ➤ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर निबंध
- ➤ सी.वी रमन जी पर निबंध
- ➤ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर 10 वाक्य
- ➤ Essay on National Science Day In English
- ➤ Essay on C.V. Raman In English
- ➤ 10 Lines on National Science Day
- ➤ 10 Lines on National Science Day In English
एक देश, एक चुनाव / One Nation One Election
- - एक देश एक चुनाव पर निबंध
- - एक देश, एक चुनाव पर 10 वाक्य
- - Essay on One Nation, One Election In English
- - 10 Lines on One Nation, One Election In English
आदित्य एल1 मिशन / Aditya-L1 Mission
- - आदित्य एल1 मिशन पर निबंध
- - आदित्य एल1 मिशन पर 10 पंक्ति
- - Essay on Aditya-L1 Mission In English
- - 10 Lines on Aditya-L1 Mission In English
चंद्रयान 3 / Chandrayaan-3
- - चंद्रयान 3 पर निबंध
- - चंद्रयान 3 पर 10 पंक्ति
- - Essay on Chandrayaan 3
- - 10 Lines on Chandryaan-3
Popular Posts
- Write A Letter To Your Friend Congratulating Him On His Success In The Examination Q. Write A Letter To Your Friend Congratulating Him On His Success In The Examination. Ans : RZH-333, Street-9 Bangalore Road Mysore - 570...
- Write An Application To The Principal For Fee Concession Q. Write An Application To The Principal For Fee Concession. Ans : Letter Writing To The Principal Adarsh School Dwarka Sec - 7 Delhi :...
- Write A Letter To Your Friend Inviting Him To Spend Summer Vacation With You Q. Write A Letter To Your Friend Inviting Him To Spend Summer Vacation With You. Examination Hall Palika Road, Delhi 17th May...
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध - Essay on International Yoga Day In Hindi - 21st June Essay on International Yoga Day In Hindi (300 Words) अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को पुरे विश्व मे...
- Essay on Dr. APJ Abdul Kalam In 300 Words Essay on Dr. APJ Abdul Kalam In English | 300 Words Father of India Missile Programmed Dr. A.P.J Abdul Kalam is the 11 th president of...
- How To Write An Application to The Principal For Sick Leave (How To Write An Application To The Principal For Sick Leave) To The Principal Delhi Convent School Subject : Application...
- दो दिन की छुट्टी / अवकाश के लिए प्रधानाचार्य जी को आवेदन पत्र या प्रार्थना पत्र - Write An Application To The Principal For Leave Two Days Question : Write An Application To The Principal For Leave Two Days दो दिन की छुट्टी / अवकाश के लिए प्रधानाचार्य जी को आवेदन पत्र या ...
- स्कूल छोड़ने के लिए प्रधानाचार्य जी को प्रार्थनापत्र - Write An Application To The Principal For School Leaving Certificate In Hindi Question : Write An Application To The Principal For School Leaving Certificate प्रश्न : स्कूल छोड़ने के लिए प्रधानाचार्य जी को प्रार्थ...
- Fee Installment के लिए आवेदन - Application For Fee Installment In School In Hindi Fee Installment के लिए आवेदन | Application For Fee Installment In School In Hindi दिनांक :- सेवा में प्रधानाचार्य / प्रधानाचा...
- Write An Application To The Principal For A School Picnic Q. Write An Application To The Principal For A Picnic Q. Application to the principal to arrange for school picnic Q. Application for Per...
- - Road Accident Report Writing
- - Fire Accident Report Writing
- - Kerala Flood Report Writing
- - Pulwama Attack Report Writing
- - Blood Donation Camp Report Writing
- - Lost Wrist Watch Notice Writing
- - Lost Water Bottle Notice Writing
- - Lost Pencil Box Notice Writing
- - Fancy Dress Competition Notice Writing
- - Sick Leave Application
- - School Leaving Certificate
- - For Scholarship
- - Fee Concession
- - Congratulation Letter (Exam)
- - Application for Picnic
- English-Essay (120)
- Hindi-Essay (120)
- 10-Lines-English (31)
- 10-Lines-Hindi (31)
- English-Festival-Essay (25)
- Hindi-Festival-Essay (25)
- Hindi-Speech (19)
- Hindi-Letter (18)
- 10-Lines-Speech (15)
- English-Speech (14)
- English-Letter (13)
- Freedom-Fighter-Hindi-Essay (13)
- Freedom-Fighter-Essay (12)
- 10-Lines-Hindi-Speech (8)
- 10-lines-hindi-essay (8)
- 10-Lines-Essay (5)
- English-Notice (5)
- English-Report (5)
- 10-Lines-Domestic-Animal (4)
- 10-Lines-Historical-Monuments (2)
- 10-Lines-Wild-Animal (2)
- Freshers-Interview (2)
- Experienced-Interview (1)
Site Information
- Privacy Policy
Contact Form
Total pageviews.
- Education Diary
- Advertising
- Privacy Policy
Class Notes NCERT Solutions for CBSE Students
फलों की उपयोगिता पर निबंध Hindi Essay on Importance of Fruits
admin September 16, 2017 Essays in Hindi 5,369 Views
व्यक्ति को सदैव फलों का सेवन करना चाहिए। फल ताजे तथा ऋतु अनुसार खाने चाहिए। मौसम के फल ताजे और पौष्टिक होते हैं। फल के सूख जाने पर उनके विटामिन नष्ट हो जाते हैं। फलों को देख-परख कर लेना चाहिए। कटे हुए, सड़े और पेड़ से गिरकर फटे हुए फल नहीं खाने चाहिए, उनमें कीटाणु होने की सम्भावना रहती है। बाजारों में कटे हुए या छीले हुए फल हो, उन्हें भी नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि उन पर तरह-तरह के कीटाणु बैठते हैं। खाने के साथ वह कीटाणु हमारे शरीर में पहुँच कर तरह-तरह के रोग उत्पन्न करते हैं। हैजा जैसी बीमारियाँ भी ऐसे ही होती हैं।
फल की उत्पादन शक्ति को बढ़ाने के लिए हमारे देश के वैज्ञानिक तरह-तरह की खोज करते हैं। नए-नए बीजों का निर्माण किया जाता है। कुछ बीज विदेशों से भी खरीदे जाते हैं और अपने यहाँ के बीज विदेशों में भी जाते हैं। इसी तरह के आदान-प्रदान से लोगों को नई-नई किस्म के फल उपलब्ध होते हैं। फलों को कीटाणुओं से बचाने के लिए उनके ऊपर तरह-तरह की कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग किया जाता है। फलों को सुन्दर बनाने के लिए उनको बेचने से पहले तरह-तरह के रंग लगा दिये जाते हैं, जिससे ग्राहक उसे देखकर आकर्षित हो और खरीद ले। ये कीटनाशक दवाइयां और रंग किसी तरह फलों के अन्दर भी पहुँच जाते हैं। ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। सरकार को चाहिए कि फलों के ऊपर होने वाले हानिकारक कीटनाशकों का प्रयोग कम करवाए और फलों को प्राकृतिक रूप में ही जनता तक पहुँचने दे।
- Stumbleupon
Tags Easy Hindi Essays Essays for NCERT Syllabus Essays in Hindi Language Hindi Essays for 10 Class Students Hindi Essays for 11 Class Students Hindi Essays for 12 Class Students Hindi Essays for 5 Class Students Hindi Essays for 6 Class Students Hindi Essays for 7 Class Students Hindi Essays for 8 Class Students Hindi Essays for 9 Class Students Hindi Essays for CBSE Students Hindi Essays for NCERT Students Hindi Essays in Easy Language Popular Hindi Essays for CBSE Students Short Hindi Essays
Related Articles
राम नवमी पर हिंदी निबंध स्कूली छात्र और छात्राओं के लिए
गुड़ी पड़वा पर हिन्दी निबंध आसान भाषा में स्कूली छात्रों और बच्चों के लिए
3 weeks ago
ईस्टर त्यौहार पर हिंदी निबंध: आसान भाषा में स्कूली छात्रों और बच्चों के लिए
4 weeks ago
होली: रंगों का त्यौहार Hindi Essay on Holi Festival
March 17, 2024
महाशिवरात्रि त्यौहार पर हिंदी निबंध विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
March 7, 2024
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हिंदी निबंध छात्र और छात्राओं के लिए
March 3, 2024
छत्रपति शिवाजी महाराज पर हिंदी निबंध स्कूली छात्रों और बच्चों के लिए
छत्रपति शिवाजी महाराज पर निबंध: दृणनिश्चयी, महान देशभक्त, धर्मात्मा, राष्ट्र निर्माता तथा कुशल प्रशासक शिवाजी …
- सामान्य ज्ञान
- Fruits Benefits in Hindi: फलों के 25 अद्भुत और हैरतंगेज फायदे
Amazing Health Benefits of The Fruits in Hindi
जब बात अच्छी सेहत की आती है तो हर जागरूक इंसान का ध्यान सबसे पहले कुदरत की उन अनमोल नेमतों पर ही जाता है जो सौंदर्य, ओज, शक्ति और स्वाद का खजाना है। जिनसे शरीर को किसी भी तरह के नुकसान पहुँचने की आशा नहीं है। जी हाँ बात हो रही है इंसानों के भोजन के मुख्य भाग फलों और सब्जियों की, जिनकी महत्ता को हर चिकित्सक स्वीकार करता है।
और जो अपने मूल रूप में ग्रहण किये जाने पर स्वास्थ्य के लिये हमेशा लाभदायक ही सिद्ध होती हैं, बशर्ते कि उनके उत्पादन में असावधानी और लोभ को दूर रखा गया हो। वैसे तो अधिकांश फल आजकल हर मौसम में उपलब्ध होने लगे हैं, क्योंकि वे भी Industrialization से अछूते नहीं रह गये हैं, लेकिन फलों को उनके अनुकूल मौसम में ही खाना चाहिये।
क्योंकि उसी समय वे अपने उन नैसर्गिक गुणों से युक्त होते हैं जिनके लिये वे प्रसिद्द हैं। जैसे सेव वैसे तो पूरे साल उपलब्ध रहता है लेकिन उसकी फसल का समय अक्टूबर से दिसम्बर तक ही है। अपने मौसम में अच्छी तरह से पके हुए सेव में जो गुण रहते हैं वह उस सेव में उतनी मात्रा में नहीं रहते हैं, जो महीनों तक cold stores में रखा रहता है।
यदि उस समय उसका सेवन किया जाय तो उससे वह सारे लाभ मिल सकेंगे जिनके लिये वह विख्यात है। Health Benefits of Vegetables in Hindi में आप सब्जियों के फायदों के बारे में पहले ही पढ़ चुके हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि फलों के क्या फायदे हैं तथा इन्हें कब और किस तरह से खाना चाहिये।
When and How to eat Fruits फलों को कब और किस तरह खाना चहिये : –
फलों का पूरी तरह से लाभ उठाने के लिये, जहाँ तक भी संभव हो सके उन्हें उनकी ताज़ी, पकी हुई और सहज अवस्था (कच्चा) में ही प्रयोग में लाना चाहिये। उन्हें प्रसंस्करित (process) करने या पकाने से उनके अधिकतम गुण नष्ट हो जाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार आपकी खाने की प्लेट का आधा हिस्सा फल और सब्जियों से भरा होना चाहिये।
फलों का सेवन खाली पेट ही करना चाहिये। प्रातः काल का समय फल खाने के लिहाज से सबसे उत्तम है। यदि व्यस्त दिनचर्या के कारण आप सुबह फल न खा सकें तो शाम का समय भी बहुत अच्छा है, बस आपने दो या तीन घंटे से कुछ न खाया हो। फल खाने के बाद एक घंटे तक कुछ नहीं खाना चाहिये।
इनके पाचन के लिये इतना समय पर्याप्त होता है। यदि आप फल खाने के तुरंत बाद भोजन, चाय, कॉफ़ी या दूसरी चीज़ें खा लेते हैं तो फिर फलों का लाभ शून्य हो जाता है। क्योंकि गरिष्ठ भोजन और processed food में पाये जाने वाले तत्व और इन्हें पचाने के लिये उत्सर्जित होने वाले तीव्र पाचक रस Metabolism की प्रक्रिया में फलों के सार को निष्प्रभावी बना देते हैं।
इसके अतिरिक्त, फल हल्के अम्लीय होते हैं तथा भोजन के साथ लिये जाने पर यह जबरदस्त acidity पैदा कर सकते हैं। यह पाचन संस्थान के लिये परेशानी का कारण न बनें, इसलिये भी इन्हें खाली पेट ही खाना चाहिये। फलों के तुरंत बाद पानी भी नहीं पीना चाहिये, क्योंकि इससे भी acidity का खतरा पैदा हो सकता है।
वैसे भी फलों का अधिकांश भाग पानी ही होता है, इसलिये अलग से पानी पीने की कोई आवश्यकता होनी भी नहीं चाहिये। फलों का भण्डारण करते समय यह बातें ध्यान रखें कि न तो इन्हें बहुत गर्म स्थान पर रखें और न ही बहुत ठंडे स्थान पर, अन्यथा इनकी रासायनिक संरचना बदल जाती है जिसके कारण यह फिर खाने योग्य नहीं रहते हैं।
Incredible Health Benefits of Fruits
फलों के अविश्वसनीय लाभ.
1. फल वृद्धावस्था को दूर रखते हैं, क्योंकि फलो में antioxidants काफी मात्रा में पाये जाते हैं जो शरीर को नुकसान पहुँचाने वाले Free Radicals से शरीर का बचाव करते हैं। यह तत्व metabolism की प्रक्रिया में पैदा होते हैं और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम करते हुए उसे बीमारियों का शिकार बना देते हैं।
2. सप्ताह में एक दिन अन्न न लेना और केवल फल और जल ही ग्रहण करना, प्राकृतिक चिकित्सा का एक ऐसा अनूठा प्रयोग है जो नियमित रूप से करने पर अविश्वसनीय परिणाम उपस्थित करता है। क्योंकि फल पचने में अत्यंत हल्के होते हैं जिससे पाचन संस्थान पर कोई दबाव नहीं पड़ता है। परिणामस्वरूप आमाशय, यकृत व् आँतों समेत हर पाचक अंग को एक नया जीवन प्राप्त होता है। आखिरकार शरीर को भी तो, इंसानों की तरह एक दिन का विश्राम चाहिये ही।
3. खून की कमी होने पर चिकित्सक Vitamin A, Vitamin C और लौह तत्व से भरपूर फलों के जूस का सेवन करने को कहते हैं, जैसे – मौसमी, अनार, चुकंदर और गाजर का जूस। लेकिन जहाँ तक संभव हो सके, फलों के जूस का सेवन तुरंत ही करना चाहिये और उनमे किसी अन्य भोज्य पदार्थ जैसे चीनी आदि की मिलावट नहीं करनी चाहिये। अन्यथा उनके गुण या तो नष्ट हो जाते हैं या फिर बहुत कम।
4. फल उन Essential Minerals, Important Vitamins और उर्जा को हासिल करने का सबसे अच्छा और सबसे आसान जरिया होते हैं जो मनुष्य शरीर के सुचारू रूप से कार्य करने के लिये अनिवार्य हैं।
5. फल हमारे प्रजनन संस्थान को स्वस्थ बनाये रखने में प्रभावी भूमिका निभाते हैं। विशेषकर Dry Fruits जैसे बादाम, छुआरा, खजूर व् मुनक्के आदि जिनके बारे में आप Health Benefits of Dry Fruits in Hindi में पढ़ चुके होंगे।
6. सभी फल तुरंत शक्ति प्रदान करने वाले होते हैं, क्योंकि इनमे प्रोटीन और वसा जैसा कोई जटिल तत्व नहीं होता जिसे पचाने के लिये शरीर को बहुत मेहनत करनी पड़े। इसलिये व्यस्त दिनचर्या और workout करने वाले लोगों के लिये यह energy पाने का बहुत ही आसान जरिया हैं।
7. गर्मियों के मौसम में मिलने वाले सभी फल पानी और उन पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो शरीर को खतरनाक लू और गर्मी से उपजने वाली दूसरी समस्याओं से बचाते हैं।
8. फल एक शानदार laxative agent होने के साथ-साथ आँतों की आकुँचन-प्रकुंचन क्षमता को भी बढ़ाते हैं, जिससे मलों का उचित निष्कासन संभव हो पाता है और शरीर constipation, gastritis और IBS यानी Intestine Bowel Syndrome जैसी तकलीफदेह बीमारियों से आसानी से बचा रहता है।
9. कई फलों का chemical structures और उनके function अन्य फलों से अलग होते हैं, जिस कारण से चिकित्सक कुछ विशेष बीमारियों में विशेष तरह के फल का सेवन करने को कहते हैं। जैसे खून की कमी होने पर अनार का, बुखार में कीवी और चीकू का तथा कब्ज और गैस में पपीते और अमरुद का सेवन करना लाभदायक होता है।
10. चूँकि फलों में शरीर के लिये आवश्यक लगभग हर पोषक तत्व होता है इसलिये यह न केवल न केवल मोटापे को नियंत्रित करते हैं, बल्कि दिल की बीमारियों (Cardiovascular Disease) के खतरे को कम करने में भी बहुत मदद करते है, क्योंकि इनमे कोलेस्ट्रोल नहीं होता।
11. फल न केवल त्वचा की रंगत को निखारते हैं, बल्कि फोड़े-फुंसियों, कील-मुंहासों जैसी परेशान करने वाली समस्याओं से भी बचाते हैं, कमोबेश जिनका सामना लगभग हर उम्र के व्यक्ति को करना पड़ सकता है।
12. वैसे तो फल सभी के लिये लाभदायक होते हैं, लेकिन जो लोग लम्बे समय तक बीमार रहे हों या फिर जिनका शरीर जीर्ण हो चला हो उनके लिये फल किसी वरदान से कम नहीं हैं।
Wonderful Health Benefits of The Fruits in Hindi
13. चूँकि फलों में 90 प्रतिशत से अधिक अंश पानी का होता है, इसलिये यदि इनका नियमित रूप से सेवन किया जाय तो यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते हैं जिससे हमारे उत्सर्जन तंत्र के मुख्य अंग Kidney, Bladder आदि स्वस्थ और क्रियाशील बने रहते हैं ।
14. गर्भवती स्त्रियों के लिये फलों का सेवन करना उनके अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिये भी बहुत उत्तम माना गया है।
15. अनिद्रा, अवसाद समेत कुछ अन्य मानसिक समस्याओं में फलों का सेवन करना, उन रोगों की तीव्रता को कम करता है।
16. सभी फलों में महत्वपूर्ण Dietary Fiberहोता है जो पाचन संस्थान को सही रखने में मदद करता है।
17. इसके अतिरिक्त फल, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज और कैंसर सहित दूसरी बीमारियों की रोकथाम में भी काफी असरदायक होते हैं।
18. त्वचा से संबंधित रोगों में विटामिन C से युक्त फलों का सेवन करना चिकित्सा की दृष्टि से भी काफी लाभदायक होता है।
19. बालों को स्वस्थ रखने और उनके बेहतर पोषण के लिये भी फलों का सेवन करना उत्तम माना जाता है।
20. कुछ विशेष फल जैसे केला, संतरा, नींबू आदि को छोड़कर (क्योंकि इनका छिलका मोटा होता है) बाकी सभी फलों को छिलकेसहित ही उपयोग में लाना चाहिये, क्योंकि इनके छिलके fiber से भरपूर होते हैं।
21. फल एक शानदार Electrolyte का भी काम करते हैं। यह रक्त में अम्ल और क्षार का आवश्यक संतुलन बनाये रखते हैं।
22. फल उन phytochemicals का भी प्रचुर स्रोत हैं जो antioxidants और antiinflammatory agents के रूप में काम करते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने में हमारी मदद करते हैं।
23. जामुन, आलूबुखारा जैसे फल diabetes के रोगियों के लिये बहुत लाभदायक है, क्योंकि यह इंसुलिन कोशिकाओं की क्रियाशीलता को बढ़ाते हैं।
24. फल नाड़ियों की दुर्बलता को दूर करते हैं और आँखों के स्वास्थ्य को उत्तम बनाते हैं।
25. फल न केवल रसीले और स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि यह इस बात को भी सुनिश्चित करते हैं कि लम्बे समय तक आपका स्वास्थ्य और शरीर दोनों उत्तम बने रहें।
फलों के इतने ज्यादा लाभ देखकर, अब तो आप भी समझ ही गये होंगे कि भारत में चली आ रही यह सदियों पुरानी कहावत ‘एक अनार सौ बीमार” बिल्कुल भी गलत नहीं है। जो शायद फलों की महत्ता को आधार मानकर ही बनाई गयी थी, भले ही आज इसका अर्थ कुछ अन्य उद्देश्य से भी प्रयोग में लाया जाने लगा हो।
अगले लेख में हम आपको प्रत्येक फल के बारे में विस्तार से बतायेंगे जिनका सेवन आपको कई शारीरिक समस्याओं से निजात दिला सकता है और एक स्वस्थ जीवन जीने के सपने को पूरा करने में आपकी आशातीत सहायता कर सकता है।
Read more at : Benefits of Fruits
Related Posts
Home » Essay Hindi » फलों की जानकारी पर निबंध Fruits In Hindi
फलों की जानकारी पर निबंध Fruits In Hindi
फलों की जानकारी और निबंध इस पोस्ट Essay And Information About Fruits In Hindi में दिया गया है। प्रकृति हमें फल देती है। मनुष्य का जीवन प्रकृति पर निर्भर है। प्रकृति के द्वारा दी जाने वाली चीजों में फल महत्वपूर्ण होते है। पोष्टिकता से भरे हुए फल हर किसी को पसंद होते है। साल के हर मौसम में अलग अलग फल आते है। स्वाद में मीठे फलों पर निबंध लेखन का प्रयास किया गया है।
विद्यार्थियों को फलों पर निबंध ( Essay On Fruits In Hindi ) और जानकारी लिखने को अक्सर दिया जाता है। यहां पर सरल भाषा में निबंध लेखन किया गया है। तो आइए दोस्तों फल की जानकारी पर निबंध पढ़ते है।
फलों का महत्व पर निबंध Essay On Fruits In Hindi
दोस्तों, आपके मन में एक प्रश्न आता होगा कि फल क्या है? फल पौधे का एक परिपक्व अंडाशय होता है। पौधों में परागण के कारण फल और बीज बनते है। निशेषन की क्रिया फलस्वरूप फलों का विकास होता है। कुछ फलों का विकास सीधे पुष्प के अंडाशय से होता है जैसे कि आम । नाशपती और सेब जैसे फलों का विकास पुष्प के अन्य हिस्सों से होता है।
फल भोजन है जो हमें प्रकृति से मिलता है। फल पोषक तत्वों से भरे होते है। इनमें कई तरह के मिनरल्स, विटामिन्स , प्रोटीन, फाइबर , आयरन इत्यादि मिलते है। इसलिए फल खाने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है। शरीर को ऊर्जा देने का काम फल करते है। एक तरह से कहे तो फल प्रकृति का दिया अनमोल तोहफा है।
फल पेड़ पर लगते है। प्रत्येक फल का पेड़ अलग होता है। उन पर फलों का विकास भी भिन्न होता है। पेड़ पर लगने वाले फूलों से ही फल बनते है। पौधे पर फल एकल या गुच्छों में लगते है। एकल फलों में आम, सेब इत्यादि फल आते है जबकि अंगूर , केला जैसे फल गुच्छों में लगते है।
दोस्तों, फलों की बनावट भी रोचक होती है। कुछ फल गोल होते है, कुछ मोटे, कुछ आकार में बहुत छोटे होते है। कुछ फल छिलके सहित खाये जाते है जैसे कि सेब, अंगूर, अमरूद इत्यादि। और कुछ फल छिलका उतार के खाये जाते है जैसे कि आम, पपीता, केला इत्यादि।
फल में पाये जाने वाले मुख्य पोषक तत्व
- कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर इत्यादि।
- मिनरल्स – कैल्शियम, पोटैशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, जिंक इत्यादि मिनरल्स फलों में होते है।
- विटामीन – विटामिन A, B कॉम्प्लेक्स, C, E, K, D सभी विटामिन फलों में मिलते है।
पोषक तत्व के अनुसार प्रत्येक फल खास गुण लिए होता है। जैसे कि सेब फल में फाइबर अधिक मात्रा में होते है। संतरा में विटामिन C अधिक मात्रा में होता है। केला में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है। इसलिए किसी एक फल को ना चुनकर सारे फलों को मौसम के मुताबिक खाना चाहिए।
फल के बाहरी परत की मोटाई भिन्न भिन्न होती है। जैसे कि अन्नानास का छिलका मोटा जबकि सेब का छिलका पतला होता है। फल का छिलका तीन भागों में बंटा होता है। इन्हें फल भित्ति कहते है। एपीकार्प (फल की सबसे बाहरी परत), मेसोकार्प (फल की गुदा) और एंडोकार्प (आंतरिक परत) नामक तीन भित्तियां होती है।
ठंडी और गर्मी के मौसम के अनुसार भी फल लगते है। फलों के कई प्रकार होते है। आम, सेब, अंगूर इत्यादि सभी फल लगने के लिए वातावरण की परिस्थिति भिन्न होती है। जलवायु, मिट्टी इत्यादि की भी फलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
फल मौसम के मुताबिक खाना अच्छा माना जाता है। जैसे कि आम गर्मियों में खाना बेहतर है क्योंकि यह गर्मियों के लिए श्रेस्ठ है। सेब को सर्दियों में खाना स्वास्थ के लिए बेहतर है। बेमौसम फल खाने से परहेज खाना चाहिए। प्रत्येक फल की प्रकृति किसी खास मौसम के अनुकूल होती है।
फलों की जानकारी Information About Fruits In Hindi
दोस्तों, फल से पेड़ का बीज प्राप्त होता है। बीजों से नए पौधे विकसित होते है। कई फल पौधे के बीज ही होते है। सूखे मेवे जैसे कि बादाम , काजू इत्यादि पौधे के बीज ही होते है। कुछ फलों को बीज सहित खाया जाता है जैसे कि अनार, अंगूर, केला इत्यादि। आम, सेब जैसे फलों की केवल गुदा खाई जाती है। इन फलों से बीज अलग किये जाते है। फल विभिन रंगों में होते है। सेब लाल रंग का होता है। अंगूर हल्का हरा, केला पीला, अमरूद हरा, जामुन काला होता है।
भारत देश में आम, अंगूर, सेब, अनार, पपीता इत्यादि कई फलों के पेड़ पौधे पाये जाते है। इनमें से आम सबसे ज्यादा प्रसिद्ध फल है जो गर्मी के मौसम में आता है। गर्मी में आने वाले अन्य फलों में तरबूज, नारियल, लीची, केला, पपीता इत्यादि प्रमुख है। सर्दी के मौसम में मुख्य फल सेब है जो हर मर्ज की दवा कहलाता है। इसके अलावा अंगूर, संतरा, अमरूद, चीकू इत्यादि फल मुख्यत सर्दियों में आते है। वैसे आजकल कोल्ड स्टोरेज के कारण किसी भी प्रकार का फल हर मौसम में मिल जाता है।
फल खाने से पूर्व कुछ सावधानियां रखनी जरूरी है। फल ताजा होना चाहिए क्योंकि बासी फल खाने से शरीर को नुकसान हो सकता है। फल को हमेशा धोकर ही खाना चाहिए क्योंकि फल पर कीटाणु होते है।
स्वादिष्ट फलों का रस या ज्यूस भी बनाया जाता है। आम, अन्नानास, मौसमी , पपीता जैसे फलों का ज्यूस पीया जाता है। गर्मियों के मौसम में ज्यूस की दुकानों पर फलों का रस मिलता है।
फल खाने के फायदे Benefits Of Fruits
दोस्तों, फल खाने के कई फायदे है जिनमें से मुख्य फायदे निबंध में दिए गए है।
1. फ्रूट्स में कार्बोहाइड्रेट होता है जिससे शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। तरबूज, खरबूजा इत्यादि फल गर्मियों में आते है जिनमें भरपूर ऊर्जा होती है। कार्बोहाइड्रेट वाले फल खाने से थकान दूर होती है जिससे आराम मिलता है।
2. सेब का फल खाने से पाचन तंत्र अच्छा रहता है। इस फल में फाइबर अधिक होता है, यही कारण है कि सेब खाने से कब्जी दूर रहती है। अमरूद, नाशपाती , पपीता इत्यादि फल भी फाइबर के उच्च सोर्स है। इसलिए पाचन संबधी बीमारी होने पर इन फलों का सेवन करना चाहिए।
3. विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करने से त्वचा के रोग दूर होते है। बालों और चेहरे की त्वचा की खूबसूरती के लिए विटामिन सी से युक्त फल खाने चाहिए। संतरा, मौसमी, आमला, इत्यादि फल विटामिन सी से भरपूर है।
4. दुबले पतले शरीर वालों को प्रोटीन वाले फल खाने चाहिए। केला प्रोटीन से युक्त होता है जिसे खाने से वजन बढ़ा सकते है। खजूर, आलूबुखारा , अमरूद, अवोकाडो इत्यादि फल प्रोटीन से भरे होते है।
फल खाने के फायदे
5. फल का सेवन करने से दिल संबंधित बिमारिया दूर रहती है। कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी फल लाभकारी है। हाई ब्लड प्रेशर में भी फल खाना बेहतर है। परंतु हार्ट के मरीज और मधुमेह पीड़ितों को फलों का सेवन डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
6. लगभग सभी फलों में एंटीऑक्सीडेंट होता है। एंटीऑक्सीडेंट से युक्त फलों का सेवन करने से त्वचा हमेशा जवान रहती है। चेहरे से झुर्रियों, काले धब्बों को खत्म करने के लिए इस प्रकार के फल खाने चाहिए। आम, सेब, अंगूर, अनार इत्यादि सभी फ्लोर में एंटीऑक्सीडेंट होते है।
7. अनार, चुकंदर , सेब, अंगूर इत्यादि फल खाने से रक्त की मात्रा बढ़ती है। खून की कमी होने पर आयरन से भरपूर फल खाने चाहिए। उपयुक्त फल खाने से आयरन की कमी दूर होती है।
8. फल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाते है। शरीर की इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए फल का सेवन करना बेहतर तरीका है। सेब, अनार, अंगूर, आम, पपीता, स्ट्राबेरी इत्यादि सभी फल इम्युनिटी बढ़ाते है।
फलों के बारे में जानकारी Fruits Information In Hindi
दुनिया का सबसे बड़ा फल कटहल (Jack Fruit) है। दुनिया में सबसे ज्यादा फलों का उत्पादन चीन में होता है। फल उत्पादन में भारत दूसरे नम्बर पर है। सेब फल का सबसे ज्यादा उत्पादन चीन में होता है। आम का फल भारत में सर्वोधिक पैदा होता है। नींबू, केला का फल भी भारत देश में अधिक होता है। थाईलैंड में अन्नानास ज्यादा होता है।
दोस्तों मनुष्य जीवन में फलों का विशेष महत्व है। ये शरीर में पोषक तत्वों की कमी दूर करते है। भोजन की पूर्ति करके शरीर को ऊर्जावान रखते है। तो दोस्तों फल खाना चाहिए।
अन्य उपयोगी निबंध –
- वृक्षों का महत्व पर निबंध
- प्रकृति का महत्व पर निबंध
- वनों का महत्व पर निबंध
Note – इस पोस्ट Information About Fruits In Hindi में फलों की जानकारी और फलों पर निबंध (Essay On Fruits In Hindi) आपको कैसा लगा। यह आर्टिकल “Essay And Importance Of Fruits In Hindi Information” अच्छा लगा हो तो इसे शेयर भी करे।
Related Posts
महत्वपूर्ण विषयों पर निबंध लेखन | Essay In Hindi Nibandh Collection
ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध | डिजिटल एजुकेशन
समय का सदुपयोग पर निबंध (समय प्रबंधन)
राष्ट्रीय पक्षी मोर पर निबंध लेखन | Essay On Peacock In Hindi
ईद का त्यौहार पर निबंध | Essay On Eid In Hindi
चिड़ियाघर पर निबंध लेखन | Long Essay On Zoo In Hindi
मेरा परिवार विषय पर निबंध | Essay On Family In Hindi
Knowledge Dabba
नॉलेज डब्बा ब्लॉग टीम आपको विज्ञान, जीव जंतु, इतिहास, तकनीक, जीवनी, निबंध इत्यादि विषयों पर हिंदी में उपयोगी जानकारी देती है। हमारा पूरा प्रयास है की आपको उपरोक्त विषयों के बारे में विस्तारपूर्वक सही ज्ञान मिले।
Leave a comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
ESSAY KI DUNIYA
HINDI ESSAYS & TOPICS
Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi – फलों की उपयोगिता पर निबंध
February 1, 2018 by essaykiduniya
Get information about fruits in hindi. Here you will get Paragraph and Short Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi Language/ Essay on Fruits in Hindi Language for students of all Classes in 200, 300, 500 and 600 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में फलों की उपयोगिता पर निबंध मिलेगा।
Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi – फलों की उपयोगिता पर निबंध ( 200 – 300 words )
फल हमारे जूवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमें इन्हें अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। फलों को खाने से व्यक्ति तंदुरूस्त रहता है क्योंकि उनमें पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। फल हमें बिमारियों से दुर रखते हैं और हमें ताकतवर बनने में सहायता करते हैं। फलों को खाने से सिर्फ शरीर ही नहीं दिमाग भी स्वस्थ रहता है। कुछ फल सदाबाहर होते है तो कुछ सिर्फ निर्धारित मौसम में ही पाए जाते हैं। पूरे विश्व में अनेकों तरह के फल पाए जाते हैं जिनमें से आम का फल लोगों को सबसे ज्यादा पसंद है और इसी कारण इसे फलों का राजा भी कहा जाता है।
हमें हर रोज फल खाने चाहिए जो कि मौसम के अनुसार हो और ताजे भी हो। फलों का रस और गुणवत्ता तभी तक होती है जब त वह ताजे होते हैं। सड़ जाने के बाद उनके विटामिन नष्ट हो जाते हैं। हमें बच्चों को भी फल खाने की आदत डालनी चाहिए। बाजारों में कटे हुए फल भी होते है जिनपर तरह तरह के किटाणु बैठते हैं और उन्हें गंदा करते है इस लिए हमें कटे हुए फल नहीं खरीदने चाहिए। हमेशा स्वच्छ फल खरीदना चाहिए और उसे धोकर और छिलकर ही खाना चाहिए।
Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi – फलों की उपयोगिता पर निबंध ( 500- 600 words )
यह कोई रहस्य नहीं है कि फल आपके लिए अच्छा है और फल के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं – लेकिन वे क्या हैं? आम तौर पर, जो लोग स्वस्थ आहार के भाग के रूप में ज्यादा फल खाते हैं, वे मधुमेह, हृदय रोग, अल्जाइमर और कैंसर जैसी बीमारियों को विकसित करने की संभावना नहीं रखते हैं, और वे अपने शरीर को सभी पोषक तत्वों के साथ प्रदान करते हैं जिन्हें अन्य संक्रमणों और मरम्मत कोशिकाओं से लड़ने की जरूरत होती है।
अधिकांश लोग यथासंभव स्वस्थ होना चाहते हैं। हम बीमारी और बीमारी की बाधाओं के बिना जीवन का आनंद लेने में सक्षम होना चाहते हैं, और एक लंबा और सक्रिय जीवन जीते हैं। संतुलित भोजन के भाग के रूप में हर दिन भोजन करना सिर्फ एक तरीका है जिससे हम अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, और हमारे शरीर को परिपक्व उम्र में रहने में मदद कर सकते हैं।
इन दिनों हमारे शरीर की जरूरत पहले से कहीं अधिक विटामिन और खनिजों की जरूरत है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हम लंबे समय तक काम करते हैं, प्रदूषण से अधिक विषैले धुएं के संपर्क में होते हैं और हम जितने भी इस्तेमाल करते थे, उतनी अधिक तनाव में हैं। रोज़ खाने के लिए इन पोषक तत्वों के साथ अपने शरीर को उपलब्ध कराने का एक सरल तरीका है यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप दैनिक जीवन के तनाव से निपटने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं, और भविष्य में बीमारियों से आपकी रक्षा कर सकते हैं।
नियमित आहार से युक्त आहार आपके शरीर को एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करेगा जिससे शरीर पर हमला करने से मुक्त कणों को रोकने में मदद मिलेगी।
मुक्त कण अणुओं का उत्पादन होता है जब हमारे शरीर ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करते हैं। वे कोशिकाओं के भीतर अन्य अणुओं के साथ प्रतिक्रिया करते हैं और उनके प्रोटीन, झिल्ली और जीन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। क्षति के कारण बीमारी की शुरुआत हो सकती है, विशेष रूप से अल्जाइमर, हृदय रोग और कैंसर। यह हमारे शरीर की उम्र बढ़ने के लिए भी योगदान देता है।
एंटीऑक्सीडेंट
शरीर भी स्वाभाविक रूप से एंटीऑक्सिडेंट पैदा करता है, जो मुक्त कणों से लड़ते हैं और समय से पहले उम्र बढ़ने और रोग की शुरूआत को रोकने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को बेअसर करते हैं और उन्हें हमारे स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला कर देते हैं। क्योंकि हम हर दिन अधिक से अधिक मुक्त कट्टरपंथियों के संपर्क में होते हैं, हमें उनको बेअसर करने के लिए अधिक एंटीऑक्सिडेंट की आवश्यकता होती है।
फल एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत है उन्हें नियमित रूप से भोजन करने से हमारे कथनों पर हमला करने और उनके उत्परिवर्तित मुक्त कट्टरपंथियों को रोक दिया जाएगा।
अन्य स्वास्थ्य लाभ
फलों में आहार फाइबर होता है, जो आपके पाचन तंत्र को ठीक से चलने में मदद करता है। न केवल इस कचरे के उत्पादों को अधिक कुशलतापूर्वक निष्कासित करने में मदद मिलेगी, लेकिन यह बृहदान्त्र और आंत्र कैंसर को भी रोक सकता है, क्योंकि कम समय के लिए उस क्षेत्र में कम विषाक्त पदार्थ मौजूद होंगे।
मुझे सभी फल पसंद है, लेकिन मेरा पसंदीदा फल स्ट्रॉबेरी है स्ट्राबेरी एक छोटा फल है इसका आकार अन्य फलों से अलग है इसमें अपने शरीर के बाहर बीज की तरह छोटी सी कील होती है जो इसे अधिक सुंदर लगती है। मुझे आलू की क्रीम, केक, मिल्क शेक, जाम, सलाद आदि जैसे स्ट्रॉबेरी के साथ बने सभी भोजन पसंद हैं। वे पोषक तत्वों के साथ पैक किए जाते हैं और विटामिन सी का उत्कृष्ट स्रोत होते हैं। स्ट्रॉबेरी का खट्टा स्वाद होता है, लेकिन जब प्रसंस्कृत एक स्वादिष्ट एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है वे खाद्य पदार्थों को मिठास देते हैं स्ट्राबेरी में थोड़ा हरा स्टेम होता है स्ट्राबेरी का रंग बहुत सुंदर है| यह लाल रंग का होता है|
मुझे आशा है कि आप इस निबंध ( Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi – फलों की उपयोगिता पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
More Articles :
Essay on Junk Food in Hindi – जंक फूड पर निबंध
Essay on Mango in Hindi – आम पर निबंध
Essay on Healthy Food in Hindi – संतुलित आहार पर निबंध
Essay on Flowers in Hindi – (फूल) पुष्प पर निबंध
फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी, Essay On Fruits in Hindi
Essay on fruits in Hindi, फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी: नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए लेके आये है फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी, essay on fruits in Hindi लेख। यह फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी लेख में आपको इस विषय की पूरी जानकारी देने का मेरा प्रयास रहेगा।
हमारा एकमात्र उद्देश्य हमारे हिंदी भाई बहनो को एक ही लेख में सारी जानकारी प्रदान करना है, ताकि आपका सारा समय बर्बाद न हो। तो आइए देखते हैं फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी, essay on fruits in Hindi लेख।
इस लेख में महत्वपूर्ण मुद्दे
आम तौर पर, फल आमतौर पर मांसल बीज संरचनाओं को संदर्भित करते हैं जिन्हें हम खाने से पहले कच्चा या संसाधित और पका कर खा सकते हैं।
फलों को मीठा, खट्टा के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा फल उत्पादक देश है।
पिछले कुछ वर्षों में फलों के उत्पादन में जबरदस्त वृद्धि हुई है। यह २०१५-२०१६ की तुलना में बहुत बड़ी वृद्धि थी। कुल भारतीय बाजार में फलों के उत्पादन का बड़ा हिस्सा है। हरित क्रांति ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बना दिया।
हरित क्रांति के दौरान, उच्च उपज देने वाली बीज किस्मों, बेहतर सिंचाई और मिट्टी के रखरखाव की तकनीक और किसानों द्वारा खेती के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक में सुधार के कारण पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
फलों का महत्व
सभी लोगों की जीवन शैली में फलों से भरपूर आहार को हमेशा प्रोत्साहित किया गया है। फलों के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
स्वास्थ्य उन्मुख जीवन शैली की ओर दुनिया की मानसिकता बदल रही है। इसलिए पिछले कुछ सालों में फलों की मांग बढ़ी है। लोग अब खाने के साथ फल खाना पसंद करने लगे हैं।
बाजार में आम, सेब, कीवी, कटहल, अमरूद, संतरा, अनानास जैसे कई फल मिलते हैं। इन सभी फलों के अपने-अपने स्वास्थ्य लाभ हैं। ये एक तरह से हमारे शरीर को मिनरल्स से समृद्ध करते हैं। बच्चे आमतौर पर फल पसंद करते हैं। फल बच्चों के बढ़ते शरीर को पोषण देने का एक आसान तरीका है।
फलों के फायदे
रोजाना फलों का सेवन कुछ अप्रिय बीमारियों जैसे अल्जाइमर, कैंसर आदि से बचाता है। कुछ फलों से भरपूर आहार उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह आदि के जोखिम को कम करने में मदद करता है। पोषक तत्व शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि फल खाने से शरीर को अधिक एंटीबायोटिक कोशिकाओं का उत्पादन करने में मदद मिलती है जो बीमारी से लड़ने में मदद करती हैं। साथ ही फल हमारे शरीर को चोट या बीमारी से उबरने में मदद करते हैं। यह पोषक तत्वों से भरपूर रस जारी करके शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
फलों में फाइबर भी अधिक होता है। हालांकि फाइबर स्वयं विटामिन नहीं है, यह आपके पाचन तंत्र को अधिक कुशलता से काम करने में मदद करता है। यह वास्तव में छोटी और बड़ी आंतों को साफ करने में मदद करता है, जो मल त्याग को बढ़ाने में मदद करता है। स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए डॉक्टरों और पेशेवरों द्वारा मल त्याग में वृद्धि।
यदि फाइबर युक्त फलों को आहार में शामिल किया जाए तो कब्ज का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है।
फलों की उपलब्धता
फल आपकी थाली में विविधता लाते हैं। फलों में आपको गुलाबी, हरा, लाल, पीला, नारंगी, बैंगनी और भी कई रंग मिलेंगे। यह भोजन को अधिक आकर्षक और स्वादिष्ट बनाता है। फलों को किसी भी रूप में खाया जा सकता है।
कच्चे फल, डिब्बाबंद फल, जमे हुए फल, ये सभी हमारी सेवा में उपलब्ध हैं। फल कई किस्मों में आते हैं।
आप फलों को अलग-अलग आकार में काट सकते हैं या छील सकते हैं। आप अपने स्वाद के अनुसार फलों का जूस पी सकते हैं। फलों का अचार भी बनाया जा सकता है। साथ ही इनका उपयोग सूप में भी किया जाता है। इस प्रकार, वे सूप में पोषण मूल्य भी जोड़ते हैं।
इस तेजी से भागती और बढ़ती दुनिया में इंसानों को पहले से कहीं ज्यादा फलों की जरूरत है।
कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि फल तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि फलों का सेवन हार्मोन से जुड़ा होता है जो शरीर में खुशी के स्तर को नियंत्रित करता है।
तो इसमें कोई शक नहीं कि फल सबसे ज्यादा पौष्टिक चीज हैं। और हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले जंक फूड खाने के बजाय हम सभी को फलों का सेवन करना चाहिए। क्योंकि ये हमें स्वस्थ रखते हैं और हमारी लंबी उम्र बढ़ाते हैं।
आज आपने क्या पढ़ा
तो दोस्तों, उपरोक्त लेख में हमने फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी, essay on fruits in Hindi की जानकारी देखी। मुझे लगता है, मैंने आपको उपरोक्त लेख में फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी के बारे में सारी जानकारी दी है।
आपको फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी यह लेख कैसा लगा कमेंट बॉक्स में हमें भी बताएं, ताकि हम अपने लेख में अगर कुछ गलती होती है तो उसको जल्द से जल्द ठीक करने का प्रयास कर सकें।
जाते जाते दोस्तों अगर आपको इस लेख से फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी, essay on fruits in Hindi इस विषय पर पूरी जानकारी मिली है और आपको यह लेख पसंद आया है तो आप इसे फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
फल की उपयोगिता पर निबंध
Essay on the Importance of Fruits In Hindi :फल के बारे में तो हर कोई जानता ही है। आज के इस आर्टिकल में हम फल की उपयोगिता पर निबंध पर जानकारी आप तक पहुंचाने वाले हैं। इस निबंध में फल की उपयोगिता के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
Read Also: हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध
फल की उपयोगिता पर निबंध | Essay on the Importance of Fruits In Hindi
फल की उपयोगिता पर निबंध (1200 शब्द).
जैसा कि हम सब जानते हैं, फल हमारे जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। फलों को खाने से व्यक्ति तंदुरुस्त बना रहता है क्योंकि उसमें भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। जो कि हमें बीमारियों से दूर रखते हैं और हमें ताकतवर बनाने में सहायक रहते हैं। फलों को खाने से सिर्फ शरीर ही नहीं बल्कि दिमाग भी बहुत तंदुरुस्त बना रहता है। कुछ फल तो सदाबहार होते हैं, जो कि पूरे वर्ष भर मिलते हैं। कुछ फल मौसम के अनुसार पाए जाते हैं। पूरी दुनिया भर में अनेकों तरह के फल पाए जाते हैं। जिनमें से आम अधिकतर लोगों की पसंद होती है, और इसी की वजह से फलों के राजा को आम कहा जाता है।
हमें अपनी दिनचर्या में फलों को शामिल करना चाहिए । जितने भी मौसम के अनुसार फल आते हैं, हमें फल खाने चाहिए। इसी प्रकार फलों का रस भी बहुत ही गुणकारी होता है। जब फल ताजे होते हैं, उसका रस और भी फायदेमंद होता है, क्योंकि जब फल खराब हो जाते हैं, तो उसके विटामिन नष्ट हो जाते हैं। हमें समय रहते बच्चों को भी फल खाने की आदत डाल देनी चाहिए, जिससे बच्चे बाद में परेशान ना करें।
बाजार में कटे हुए फल मिलते हैं लेकिन वह नहीं खाने चाहिए, क्योंकि कटे हुए पलों में बहुत ही जल्दी कीटाणु आ जाते हैं, जिसकी वजह से हमें बीमारी बढ़ने की संभावना हो जाती है और फलों को गंदा भी कर देते हैं, इसीलिए हमें कटे हुए फल नहीं खाने चाहिए और ना ही खरीदने चाहिए। हमें हमेशा स्वच्छ फल खरीदने चाहिए फिर उन्हें अच्छे साफ पानी से धोकर छीलकर अच्छी तरह से फिर खाने चाहिए। जिससे उसमें शामिल सभी पोषक तत्व हमें मिल सके और हमें बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता प्रदान कर सकें।
फल की उपयोगिता पर निबंध (850 शब्द)
अक्सर हमारे मन में एक सवाल आता है, कि यह फल क्या होते हैं? फल वह है, जो हमें हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता से लड़कर हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है। फल हमें प्रकृति द्वारा मिलते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। फलों में कई तरह के मिनिरल्स, विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, आयरन इत्यादि प्राप्त होते हैं, इसीलिए फल खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। फलों से हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है। इसी प्रकार फल प्रकृति का दिया हुआ बहुत ही अनमोल तोहफा है।
हर प्रकार के फलों का पेड़ अलग होता है, और उनका उत्पन्न होने का तरीका भी अलग अलग होता है। पेड़ पर जितने भी फूल लगते हैं, उन्हीं से फल बनते हैं। कई प्रकार के पौधे एकल फल देते हैं, तो कई प्रकार के पौधे गुच्छे वाले फल देते हैं। एकल फल होते हैं, जैसे कि आम, सेब इत्यादि और गुच्छे फल होते हैं, जैसे अंगूर, केला इत्यादि।
सभी प्रकार के फलों की बनावट भी अलग-अलग होती है। कुछ मोटे होते हैं, तो कुछ गोल होते हैं, कुछ आकार में बहुत ही छोटे होते हैं, तो कुछ आकार में बहुत ही बड़े होते हैं, कुछ पलों को हम छिलके सहित खा सकते हैं, जैसे कि सेब, अंगूर, अमरूद इत्यादि जबकि कुछ फल ऐसे होते हैं, जिनके छिलके उतारकर ही खाए जाते हैं, जैसे कि आम, पपीता, केला इत्यादि।
फलों में कौन-कौन से मुख्य पोषक तत्व पाए जाते हैं?
फलों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर इत्यादि पाए जाते हैं।
इसके अलावा मिनरल्स में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीज, फास्फोरस, जिंक, इत्यादि मिनरल्स पाए जाते हैं।
विटामिन में- विटामिन A, B कांपलेक्स C, E, K, D सभी विटामिन फलों में पाए जाते हैं।
फलों को कैसे खाना चाहिए
हर प्रकार के फलों में उनके अनुसार गुण और पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिस प्रकार से फाइबर बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है, उसी प्रकार संतरा में विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है। केला में कार्बोहाइड्रेट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसीलिए हमें एक फल को न चुनकर सभी प्रकार के फलों को खाना चाहिए।
सभी प्रकार के फलों की बाहरी परत की मोटाई अलग-अलग तरह की होती है। जैसे कि अनानास का छिलका बहुत ही मोटा होता है, वहीं पर सेब का छिलका बहुत ही पतला होता है, फलों के छिलकों को तीन भागों में बांटा गया है, इन्हें भीति फल कहते हैं।
ठंडी और गर्मी के मौसम के अनुसार ही पलों को उगाया जाता है। फल कई प्रकार के होते हैं, आम, सेब, अंगूर, सभी फल लगाने के लिए उनका वातावरण अलग अलग होता है। उसी प्रकार जलवायु, मिट्टी इत्यादि भी अलग तरह की होती है, जो कि फलों को विकास करने में बहुत ही सहायक पूर्ण होती है।
हमें बेमौसम फल खाने का परहेज करना चाहिए। फलों को मौसम के अनुसार ही खाना चाहिए। जैसे कि आम को गर्मियों में खाया जाता है, क्योंकि वह सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसी प्रकार सर्दियों में सेव खाया जाता है, क्योंकि वह बहुत ही लाभदायक होता है। हर फल की प्रकृति को उसके मौसम के अनुसार ही रखना चाहिए।
फल खाने से होने वाले लाभ
- फलों में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जिससे हमारे शरीर में एनर्जी बनी रहती हैं, तरबूज, खरबूजा गर्मियों में खाया जाता है, जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, इससे हमारी थकान भी दूर होती है, और हमारे शरीर को आराम भी मिलता है।
- अगर हम प्रतिदिन एक सेब खाते हैं, तो इससे हमारा पाचन तंत्र अच्छा रहता है, क्योंकि सेब में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, इससे कब्ज दूर होती है।
- फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे त्वचा के रोगों से बचाव होता है, बालों की और चेहरे की खूबसूरती बनाए रखता है। विटामिन सी इसमें संतरा, मौसमी, आमला इत्यादि फल शामिल होते हैं।
- फलों से दिल की संबंधित बीमारियां भी दूर होती हैं, क्योंकि वह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बहुत ही सहायक होता है। इसे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।
- कई फलों से हमारे शरीर में रक्त की मात्रा को बढ़ावा मिलता है, जैसे कि अनार, चुकंदर इत्यादि फल हमारे शरीर में खून की कमी को पूरा करते हैं, जिसे हम आयरन के रूप में खाते हैं।
- फलो से हमारे शरीर की इम्यूनिटी बहुत ही अच्छी रहती है। सेब, अनार, अंगूर, आम, पपीता, सटॉबेरी इन फलों को खाने से हमारे शरीर में इम्यूनिटी की मात्रा बढ़ती है।
महत्वपूर्ण फल
कहां जाता है, दुनिया में सबसे बड़ा फल कटहल है। जिस का उत्पादन सबसे अधिक चीन में होता है। भारत में दूसरे नंबर पर फल उत्पादन किए जाते हैं। सेब का सबसे अधिक उत्पादन चीन में ही होता है। भारत में सर्वाधिक आम का उत्पादन किया जाता है। इसके अलावा नींबू, केला यह सब भी भारत में ही उत्पादित किया जाता है। अनानास थाईलैंड में सबसे ज्यादा पाया जाता है।
सभी प्रकार के फल अलग-अलग जगहों पर पाए जाते हैं, लेकिन फल मौसम के अनुसार ही आते हैं। कुछ फल सदाबहार होते हैं। परंतु कुछ मौसम के अनुसार जो, कि हमारे शरीर को बहुत ही स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं, इसीलिए हमें समय-समय पर फलों का सेवन करते रहना चाहिए।
फल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं, जो कि हमारी इम्यूनिटी को बनाए रखते हैं। हमारे शरीर को संतुलित बनाए रखते हैं, इसीलिए हमें चाहिए कि हम अपनी दिनचर्या में फलों का सेवन जरूर करें रोज एक या दो फल हमें अपनी आदत में डालने चाहिए। जिससे हमारे शरीर में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, मिनिरल्स किसी भी प्रकार की कोई कमी ना हो और हमें रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलती रहे।
आज हमने आपके साथ फल की उपयोगिता पर निबंध ( Essay on the Importance of Fruits In Hindi) की जानकारी शेयर की है। इस लेख में आपको बताया है, कि फल हमारे स्वास्थ्य के लिए कितने लाभदायक होते हैं। आशा करते हैं, आप भी रोज अपनी दिनचर्या में फलों का सेवन जरूर करेंगे। जिससे आप बीमारियों से दूर रहेंगे। अगर आपको इससे संबंधित और अधिक जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।
- केले पर निबंध
- आम पर निबंध
- स्वस्थ भोजन पर निबंध
Related Posts
Leave a comment जवाब रद्द करें.
फलों का राजा आम पर निबंध
By विकास सिंह
एक विशेष फल तभी किसी देश के राष्ट्रीय फल के रूप में घोषित किया जाता है जब वह कुछ प्रमुख मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करता है। इस फल को देश की कुछ सांस्कृतिक विशेषताओं जैसे देश के इतिहास में फल का एक समृद्ध हिस्सा होना चाहिए। देश की धार्मिक और आध्यात्मिक विरासत में भी इसकी पर्याप्त उपस्थिति होनी चाहिए।
आम (Mango), जिसे फलों का राजा कहा जाता है, भारत का राष्ट्रीय फल है। इसकी मीठी खुशबू और मनोरम स्वाद ने दुनिया भर के कई लोगों का दिल जीत लिया है। आम दुनिया में सबसे अधिक खेती किए जाने वाले उष्णकटिबंधीय फलों में से एक है। भारत के राष्ट्रीय फल के रूप में यह देश की छवि में समृद्धि, बहुतायत और समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
आम उष्णकटिबंधीय देशों के सबसे व्यापक रूप से उगाए जाने वाले फलों में से एक है। भारत में, पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर आम की खेती लगभग सभी भागों में की जाती है। आम भारत में विटामिन ए, सी और डी का एक समृद्ध स्रोत है। हमारे पास आम की सैकड़ों किस्में हैं। वे विभिन्न आकारों, आकारों और रंगों के होते हैं।
अनादिकाल से भारत में आम की खेती की जाती रही है। यहां तक कि हमारे पौराणिक कथाओं और इतिहास में भी आम की कहानियां हैं- प्रसिद्ध भारतीय कवि कालीदास ने भी इसकी प्रशंसा की थी। अलेक्जेंडर महान ने, हियुन त्सांग के साथ मिलकर आम का स्वाद चखा। कहा जाता है कि महान मुगल राजा, अकबर ने दरभंगा (आधुनिक बिहार) में 100,000 से अधिक आम के पेड़ लगाए थे। आम को पका हुआ खाया जाता है और इसका उपयोग अचार के लिए भी किया जाता है।
इतिहास:
आम का सुख और उसका दिव्य स्वाद भारतीयों को बहुत कम उम्र से ज्ञात है। जीवाश्म साक्ष्य 25-30 मिलियन साल पहले भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में आम की उपस्थिति का पता लगाते हैं। इसे वैदिक शास्त्रों में जैसे बृहदारण्यक उपनिषद, पुराणों, रसला और सहकार के रूप में संदर्भित किया जाता है।
बौद्ध धर्म में आमों के महत्व को इस तथ्य से रेखांकित किया गया था कि भगवान बुद्ध ने एक आम के पेड़ की छाया के नीचे आराम करने के लिए चुना था और बौद्ध भिक्षु हर जगह उनके साथ आम ले गए थे। कहा जाता है कि सिकंदर महान फल की कई किस्मों के साथ यूरोप लौट आए। मेगस्थनीज और हिसुन-त्सांग जैसे विदेशी यात्रियों ने फलों के स्वाद की बहुत प्रशंसा की और उल्लेख किया कि आम के पेड़ सड़कों के किनारे भारतीय शासकों द्वारा समृद्धि के प्रतीक के रूप में लगाए गए थे।
भारतीय आम या मंगिफेरा इंडिका दक्षिणी एशिया, विशेष रूप से भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में मुख्हैया रूप से पाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि बौद्ध भिक्षुओं ने फल को दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों जैसे मलेशिया और चीन में चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में पेश किया था। तब से यह फारसियों द्वारा पूर्वी अफ्रीका और पुर्तगालियों द्वारा पश्चिम अफ्रीका और ब्राजील में पाया जाता है।
आम का पेड़, पत्ते और फल:
आम के पेड़ मध्यम से बड़े आकार के होते हैं जिनकी ऊंचाई 10-40 मीटर के बीच होती है। वे 10 मीटर की औसत व्यास के जितने चौड़े होते है और साथ ही वे सदाबहार होते हैं। छाल गहरे भूरे रंग की होती है। पत्तियां लम्बी होती हैं और लंबाई में 15-45 सेमी तक होती है। ऊपरी सतह एक मोमी परत के साथ गहरे हरे रंग की होती है जबकि नीचे की ओर हल्के हरे रंग की होती है।
पत्तियों को बहुत बारीकी से एक साथ व्यवस्थित किया जाता है और 5 या अधिक समूहों में बांटा जाता है। फूलों का उत्पादन टर्मिनल पैनल्स में किया जाता है जो लगभग 20 सेमी लंबाई के होते हैं। फूल सफेद रंग के होते हैं, 5-10 मिमी लंबी पंखुड़ियों के साथ छोटे और एक मीठी गंध लिए होते हैं।
कच्चे फल आमतौर पर हरे रंग के होते हैं लेकिन पके फलों का रंग अलग-अलग होता है और हरे से पीले से नारंगी से लाल तक होता है। फल आकार में तिरछे होते हैं और मांसल होते हैं। फल की लंबाई 25-40 सेमी से भिन्न होती है।
खेती:
भारत में दुनिया में सर्वाधिक आमों का उत्पादन होता है और विश्व के कुल उत्पादन का भारत में लगभग आधा हिस्सा है। यूरोप में, यह अंडालूसिया, स्पेन में उगाया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में, आम की खेती दक्षिण फ्लोरिडा और कैलिफोर्निया क्षेत्रों में की जाती है। कैरेबियन द्वीप समूह में भी आम की काफी खेती देखी जाती है। भारत में, आंध्र प्रदेश राज्य आमों का सर्वाधिक उत्पादन करता है।
आम की खेती आम तौर पर उष्णकटिबंधीय और गर्म उप-उष्णकटिबंधीय जलवायु में की जाती है, जो समुद्र तल से 1400 मीटर की ऊंचाई तक है। फूल आने के दौरान नमी, बारिश और ठंढ आम की उत्पादकता पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। गीली मानसून और शुष्क गर्मी आम की खेती के लिए आदर्श है। आम के पेड़ 5.5-7.5 से लेकर पीएच के साथ थोड़ी अम्लीय मिट्टी पसंद करते हैं। वे अच्छी तरह से सूखा लेटराइट और जलोढ़ मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित हो सकते हैं जो कम से कम 15.24 सेमी गहरी हो।
किसानों द्वारा सब्जियों की खेती की विधि पसंद की जाती है और इनार्चिंग, लिबास ग्राफ्टिंग और एपिकोटिल ग्राफ्टिंग जैसी तकनीकों को काम में लिया जाता है। अच्छी तरह से पौष्टिक पौधे रोपण के 3-5 वर्षों के बाद फल देने लगते हैं, जो कि खेती के प्रकार पर निर्भर करता है। अधिकांश काश्तकारों के लिए फरवरी से अगस्त के बीच फलों की कटाई की जाती है। आम के फलों का जीवन कम है – लगभग 2-3 सप्ताह, इसलिए उन्हें 12-13 डिग्री सेल्सियस के कम तापमान में संग्रहीत किया जाता है।
पोषण जानकारी:
पके आम आम तौर पर मीठे होते हैं हालांकि कुछ किस्में पकने के बाद भी खट्टा स्वाद बरकरार रख सकती हैं। गुदे की बनावट अलग-अलग खेती के साथ-साथ नरम गूदेदार और दृढ़ या रेशेदार होती है। खट्टे अनार आमों का उपयोग अचार और चटनी की विस्तृत किस्मों में किया जाता है या इन्हें नमक और मिर्च के साथ कच्चा खाया जा सकता है। आम पन्ना और आम जैसे पेय क्रमशः कच्चे और पके आम के पल्प से बनाए जाते हैं। पके आम के गूदे का इस्तेमाल आम की कुल्फी, आइसक्रीम और शर्बत जैसी कई मिठाइयों को बनाने में किया जाता है।
आम क्वेरसेटिन, एस्ट्रैगलिन और गैलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट का एक समृद्ध स्रोत हैं जो कुछ प्रकार के कैंसर में प्रभावी सिद्ध हुए हैं। फाइबर, पेक्टिन और विटामिन सी का उच्च स्तर रक्त में कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन के स्तर को कम करने में मदद करता है। आम का गूदा विटामिन ए का समृद्ध स्रोत है जो दृष्टि को बेहतर बनाने में मदद करता है।
आम के फलों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह डायबिटीज के रोगियों के लिए उपयुक्त होते हैं। आम के पल्प में मौजूद विटामिन और कैरोटीनॉयड की प्रचुरता प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करती है। आम के सेवन से अस्थमा के साथ-साथ मांसपेशियों के खराब होने का खतरा कम होता है।
आम के खाने में विभिन्न उपयोग:
आम तौर पर आम मीठे होते हैं, हालांकि मुरब्बे का स्वाद और बनावट विभिन्न खेती में भिन्न होता है; कुछ में एक अतिवृद्धि बेर के समान नरम, गूदेदार बनावट होती है, जबकि अन्य मजबूत होते हैं, जैसे कि एक कैंटालूप या एवोकैडो, और कुछ में रेशेदार बनावट हो सकती है।
आम को कच्चा खाना, पका खाना, चटनी बनाना और जूस बनाकर पिने में प्रयोग किया जाता है हालांकि कभी कभी कच्चे आम से होठों और मुह के अन्दर छाले होने या सुजन आने की आशंका होती है।
आम का भोजन में कई तरह से उपयोग किया जाता है। खट्टे, अरीनो आमों का उपयोग चटनी, अथानू, अचार, आदि में किया जाता है, या इन्हें नमक, मिर्च, या सोया सॉस के साथ कच्चा खाया जा सकता है। आम पन्ना नामक ग्रीष्मकालीन पेय आम से बनता है।
मैंगो पल्प से जेली भी बनाई जाती है या लाल चने की दाल और हरी मिर्च के साथ पकाया जाता है और इसे पके हुए चावल के साथ परोसा जा सकता है। आम की लस्सी पूरे दक्षिण एशिया में लोकप्रिय है, पके आम या आम के गूदे को छाछ और चीनी के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है। पके आम का उपयोग करी बनाने के लिए भी किया जाता है।
आमरस चीनी या दूध के साथ आम से बना एक लोकप्रिय गाढ़ा रस है, और इसका सेवन चपातियों के साथ खाने में किया जाता है। पके आम के गूदे का इस्तेमाल जाम को मंगाड़ा बनाने के लिए भी किया जाता है। आंध्र अवेकाया एक अचार है जो कच्चे, अधपके, गूदे और खट्टे आम से बनाया जाता है, जिसे मिर्च पाउडर, मेथी के बीज, सरसों पाउडर, नमक और मूंगफली के तेल के साथ मिलाया जाता है।
आन्ध्र प्रदेश में आम का उपयोग दही की तैयारी करने के लिए भी किया जाता है। गुजराती आम का उपयोग चुंडा बनाने के लिए करते हैं (मसालेदार, कद्दूकस की हुई आम की डिश)। आम का मुरब्बा, मुरम्बा (एक मीठा, कद्दूकस किया हुआ आम), आमचूर (सूखा और पीसा हुआ कच्चा आम), और अचार, मसालेदार सरसों-तेल का अचार और शराब बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
पके आमों को अक्सर पतली परतों में काट दिया जाता है, उतारा जाता है, मोड़ा जाता है और फिर काटा जाता है। ये बार कुछ देशों में उपलब्ध सूखे अमरूद के फलों के समान हैं। फल को अनाज उत्पादों जैसे मूसली और ओट ग्रेनोला में भी जोड़ा जाता है।
बिना पके आम को बगूंग (विशेष रूप से फिलीपींस में), मछली की चटनी, सिरका, सोया सॉस या नमक के पानी के साथ (सादा या मसालेदार) खाया जा सकता है। मीठे, पके आम के सूखे स्ट्रिप्स (कभी-कभी बीज रहित इमली के साथ मिलकर मैन्गोरिन्ड बनाने के लिए) भी लोकप्रिय हैं। आम का उपयोग जूस बनाने के लिए किया जा सकता है, आम अमृत, और आइसक्रीम और शर्बत में स्वाद और प्रमुख घटक के रूप में भी इनका प्रयोग किया जाता है।
आम का उपयोग जूस, स्मूदी, आइसक्रीम, फ्रूट बार, रस्पैडोस, अगुआस फ्रैकेस, पाई और स्वीट चिली सॉस बनाने के लिए किया जाता है, या चामोय के साथ मिलाया जाता है, जोकि एक मीठा और मसालेदार मिर्च पेस्ट होता है। यह गर्म मिर्च पाउडर और नमक में डूबी छड़ी या ताजे फलों के संयोजन में मुख्य घटक के रूप में लोकप्रिय है। मध्य अमेरिका में, आम को या तो हरे, नमक, सिरका, काली मिर्च और गर्म सॉस के साथ मिलाया जाता है, या विभिन्न रूपों में पकाया जाता है।
आम के टुकड़ों को मैश किया जा सकता है और आइसक्रीम पर टॉपिंग के रूप में या दूध और बर्फ के साथ मिल्कशेक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। मीठे ग्लूटिनस चावल को नारियल के साथ स्वाद दिया जाता है, फिर मिठाई के रूप में कटा हुआ आम के साथ परोसा जाता है।
दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य हिस्सों में, आमों को मछली की चटनी और चावल के सिरके के साथ पकाया जाता है। हरे आम का उपयोग आम सलाद में मछली सॉस और सूखे झींगे के साथ किया जा सकता है। कंडेन्स्ड मिल्क के साथ मैंगो का इस्तेमाल मुंडा बर्फ के लिए टॉपिंग के रूप में किया जा सकता है।
आर्थिक मूल्य:
भारत में आम सबसे अधिक प्रचलित फल हैं। आम के पेड़ की लकड़ी का उपयोग कम लागत के फर्नीचर, पैकिंग आदि के लिए किया जाता है। छाल से प्राप्त टैनिन का उपयोग चमड़ा उद्योग में किया जाता है। हालांकि भारत आम के उत्पादन का नेतृत्व करता है, लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा देश की आबादी द्वारा ही उपभोग किया जाता है और केवल एक छोटा हिस्सा निर्यात किया जाता है।
सांस्कृतिक संदर्भ:
प्राचीन काल से, आम को भारत में एक विशेष स्थान दिया गया है। फल स्वाद में बेहद स्वादिष्ट है और इसे ‘देवताओं का भोजन’ कहा जाता है। यह सभी सामाजिक पृष्ठभूमि के लोगों के बीच उत्सव का एक स्रोत है। एक पूरी तरह से पका हुआ आम प्राप्ति और समृद्धि का प्रतीक है।
आम दुनिया के लिए देश के उपहार के प्रतिनिधि भी हैं। जैन देवी अम्बिका को आम के पेड़ के नीचे बैठे हुए चित्रित किया गया है। आम के फूल सरस्वती पूजा का एक अभिन्न अंग हैं। आम के पत्तों को शुभ माना जाता है और साथ में पांच आम के पत्ते हिंदू अनुष्ठानों का अनिवार्य घटक है।
आप अपने सवाल और सुझाव नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
[ratemypost]
विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
Related Post
Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, leave a reply cancel reply.
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Climate Change: जलवायु-परिवर्तन के कुप्रभावों से संरक्षण का अधिकार भी मौलिक अधिकार
फेयरनेस क्रीम के बढ़ते इस्तेमाल से भारत में किडनी की समस्याएँ बढ़ रही हैं: अध्ययन, election 2024: जलवायु परिवर्तन जैसे पर्यावरण संबंधी समस्याएं भारत मे चुनावी मुद्दा क्यों नहीं बनतीं, katchatheevu island: प्रधानमंत्री मोदी आखिर इस ‘गड़े मुर्दे’ को क्यों उखाड़ रहे हैं.
Essay on Mango in Hindi- आम पर निबंध
In this article, we are providing information about Mango in Hindi- Short Essay on Mango in Hindi Language. आम पर निबंध- Aam par Nibandh. 10 Lines on Mango in Hindi
Short Essay on Mango in Hindi for kids ( 100 words )
आम फलों का राजा है। इसे कच्चा और पका दोनों तरह खाया जाता है । कच्चे आम से चटनी, आचार, मुरब्बा और खटाई बनती है।
पके आम को काट कर या इसका रस निकालकर खाया जाता है। आम के रस से अमावट भी बनता है।
देश के सभी भागों में आम की पैदावार होती है । इसके अनेक प्रकार होते हैं । बनारस का लंगड़ा, लखनऊ और मुंबई का हापूस सर्वोत्तम माने जाते हैं । आम का मुख्य स्थान उत्तर प्रदेश और बिहार है ।
अपने रूप, गंध और स्वाद के कारण आम सबसे प्रसिद्ध फल है । यह स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।
आम अब विदेशों में भी लोकप्रिय हो रहा है । इसलिए आम का फल अब विदेशों में भी भेजा जाता है।
10 Lines on Mango Tree in Hindi
Aam par Nibandh ( 300 words )
आम भारत का राष्ट्रीय फल है और इसे फलों का राजा भी कहा जाता है। यह फल रस से भरपूर होता है। यह पेड़ो पर लगने वाला फल है। इसका उत्पादन ज्यादातर मार्च से अक्टूबर के बीच में होता है। आम के उत्पादन में भारत का सबसे ऊँचा स्थान है। यह विभिन्न आकार का पाया जाता है और यह अलग अलग रंग में पाया जाता है जैसे कि पीला,नारंगी, लाल और हरा आदि। आम की 100 से भी ज्यादा प्रजातियाँ पाई जाती है। आम बहुत सारे लोगों का पसंदीदा फल है और सभी लोग इसे बहुत चाव से खाते हैं। गर्मी में लोग आम रस भी पीते हैं। गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा बिकने वाला फल आम है और विदेशों में भी यह बड़ी खुशी के साथ खाया जाता है।
आम के अंदर विटामीन ए,विटामिन सी और विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। आम के पत्तों को शुभ कार्य में प्रयोग करते हैं और इसका वृक्ष अधिक पुराना होने के बाद भी फल देता है। आम का प्रयोग आचार, चटनी और मुरब्बा आदि बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। आम के पत्तों के पास औषधीय गुण है जिनका प्रयोग बहुत सी बिमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। आम की पत्तीयों और मलबे आदि को जलाना नहीं चाहिए क्योंकि उससे निकलने वाले रसायन सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
आम में रस और स्वाद होने के साथ साथ पौष्टिक तत्वों की भरपूर मात्रा है। आम के अंदर गुठली के रूप में एक बड़ा बीज होता है। आम लोगों की जिंदगी में रस और प्यार लेकर आते है। आम की खेती से आर्थिक लाभ कमाया जा सकता है। बच्चों से लेकर बूढ़े तक आम सबको पसंद है। आम की खुशबू सबका मन मोह लेती है और उसे चखने पर विवश कर देती है। बांग्लादेश में आम का पेड़ वहाँ कर राष्ट्रीय पेड़ है।
#Mango Essay in Hindi # Information about Mango Fruit in Hindi
All Fruits Name in Hindi
राष्ट्रीय पक्षी मोर पर निबंध- Essay on Peacock in Hindi
ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Essay on Mango in Hindi (Article)आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।
2 thoughts on “Essay on Mango in Hindi- आम पर निबंध”
very nice essay maybe u read my comment sooo plss one time read this essay its very helpful !! thankuu
Leave a Comment Cancel Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
25,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today
Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.
Verification Code
An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify
Thanks for your comment !
Our team will review it before it's shown to our readers.
- Interesting Facts /
Mango Facts in Hindi : क्या आप जानते है “फलों के राजा” आम से जुड़े ये रोचक तथ्य
- Updated on
- फरवरी 26, 2024
गर्मियों के मौसम में बहुत सारे फल आते हैं मगर यही वो मौसम होता है जब आम भी अपनी ढेर सारी वैयराइटी के साथ बाजार में उपलब्ध होता है और इसे प्रेम, प्रचुरता और सौभाग्य का प्रतिक भी माना जाता है। इसके अलावा आम से जूस, जैम, जैली, अचार आदि बनाए जाते है और आम को भारत में फलों का राजा भी कहा जाता है। इसलिए आज के इस ब्लॉग Mango Facts in Hindi में हम आपको आम से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट्स बताएंगे जिन्हें जानकर अगर आप मैंगो लवर नहीं हैं तो हो जाएंगे।
Mango Facts in Hindi
रिसर्च, स्टडी और रिपोर्ट्स के अनुसार स्टूडेंट्स के लिए Mango Facts in Hindi यहाँ दिए गए है :
- मैंगो का वैज्ञानिक नाम “Mangifera indica” है।
- मैंगो का पेड़ एक बड़े वनस्पति प्रजाति का होता है और यह अधिकांशत: गर्मी और उच्च नमी क्षेत्रों में पाया जाता है।
- भारत को “मैंगो का देश” कहा जाता है, क्योंकि यहाँ पर मैंगो की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं और भारतीय खाद्य सामग्री का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- सबसे प्रसिद्ध मैंगो की प्रजातियों में से कुछ हैं अल्फांसो, केसर, दशहरी, और लंगड़ा।
- मैंगो का सेवन विटामिन C, विटामिन A, पोटैशियम, और आंशिक रूप से फाइबर का अच्छा स्रोत होता है।
- मैंगो के फल में अनेक प्रकार के फायदे होते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद, त्वचा को सुंदर बनाने में सहायक, और डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करना।
- मैंगो के दानों का एक महत्वपूर्ण उपयोग है आम पनी बनाने में और खरीदारी के लिए अक्सर इन्हें सूखा कर बेचा जाता है।
- भारत में मैंगो के साथ आम की मेला (Mango Festival) भी आयोजित होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के आम और आम से बनी विभिन्न खाद्य वस्त्र प्रदर्शित होते हैं।
- मैंगो का फल भारतीय साहित्य और संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसे अक्सर “फलों का राजा” कहा जाता है।
- भारत आम का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है। देश में आम की 1,500 से अधिक किस्में पाई जाती हैं।
आम से जुड़े ये रोचक तथ्य नहीं जानते होंगे आप
- भारत के अलावा, मैंगो के प्रमुख उत्पादक देश थाईलैंड, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, और मेक्सिको आदि हैं।
- अलफांसो मैंगो भारत का सबसे प्रसिद्ध और स्वादिष्ट मैंगो है, जिसका उत्पादन मुख्य रूप से महाराष्ट्र और गुजरात में होता है।
- भारतीय मैंगो का वैराइटी केसर, जिसे “सफ्रोन ऑफ इंडिया” भी कहा जाता है, काश्मीर के नाम से भी प्रसिद्ध है, और यह स्वाद में ख़ास है।
- आम का इतिहास 5,000 साल से भी पुराना है। इसकी उत्पत्ति पूर्वोत्तर भारत के मिजोरम और मेघालय क्षेत्र में मानी जाती है।
- आम भारत का राष्ट्रीय फल है और बांग्लादेश ने 2010 में आम के पेड़ को राष्ट्रीय पेड़ घोषित किया था।
- भारतीय पौराणिक कथाओं और साहित्य में आम को प्रेम, प्रचुरता और सौभाग्य का प्रतिक माना गया है।
- आम के फल के सम्मान में हर साल 22 जुलाई को राष्ट्रीय आम दिवस मनाया जाता है।
- भारत का राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड 1987 में प्रिय आम को सम्मानित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय आम महोत्सव का विचार लेकर आया।
- सबसे पुराना जीवित आम का पेड़ लगभग 300 वर्ष पुराना है और यह मध्य भारत के पूर्वी खानदेश में पाया जाता है।
- आम त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।
- आम में मौजूद फाइबर पाचन में मदद करता है। इसमें पानी भी भरपूर मात्रा में होता है।
- आम में आयरन की मात्रा अधिक होती है, इसलिए एनीमिया से पीड़ित लोगों और गर्भवती महिलाओं को इस फल का नियमित सेवन करने की सलाह दी जाती है।
- नियमित रूप से आम खाने से रतौंधी, आंखों का सूखापन, कॉर्निया का नरम होना, आंखों में खुजली और जलन से बचाव होता है।
- आम का रस याददाश्त, एकाग्रता बढ़ाता है और मानसिक कमजोरी से बचाता है।
- आम के पेड़ 35 फीट से लेकर 100 फीट तक बढ़ सकते हैं।
- आम की पत्तियां मवेशियों के चारे के लिए जहरीली होती हैं। उनकी पत्तियाँ, लकड़ी या मलबा जलाना भी विषैला होता है।
- आम की खेती भारत के लगभग सभी राज्यों में की जाती है। परंतु उत्तर प्रदेश में इसकी खेती सबसे ज्यादा होती है।
- आम का पेड़ आमतौर पर चार से पांच सालों में फल देना शुरू कर देता है।
यह भी पढ़ें – आम का पर्यायवाची शब्द क्या हैं?
सम्बंधित ब्लॉग
उम्मीद है आपको Mango Facts in Hindi का हमारा ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य फैक्ट्स से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।
विशाखा सिंह
A voracious reader with degrees in literature and journalism. Always learning something new and adopting the personalities of the protagonist of the recently watched movies.
प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें
अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।
Contact no. *
Leaving already?
8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs
Grab this one-time opportunity to download this ebook
Connect With Us
25,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..
Resend OTP in
Need help with?
Study abroad.
UK, Canada, US & More
IELTS, GRE, GMAT & More
Scholarship, Loans & Forex
Country Preference
New Zealand
Which English test are you planning to take?
Which academic test are you planning to take.
Not Sure yet
When are you planning to take the exam?
Already booked my exam slot
Within 2 Months
Want to learn about the test
Which Degree do you wish to pursue?
When do you want to start studying abroad.
September 2024
January 2025
What is your budget to study abroad?
How would you describe this article ?
Please rate this article
We would like to hear more.
Fruits Name in Hindi। 100+ फलों के नाम हिंदी में जानिए
फल खाने से हमें ऊर्जा मिलती है। फल खाने से हम अनेको बीमारियों से बचे रहते है। जैसे सब्जिया, अनाज और दूध हमारे स्वस्थ्य के लिए आवश्यक है ठीक उसी प्रकार फल भी हमारे लिए अति आवश्यक है। तो आज आप सभी को पोस्ट में “ फलो के नाम हिंदी में” पढ़ेंगे। स्कूल की प्रारंभिक कक्षाओं में ही “ Fruits Name in Hindi” पूछ जाता है। हम यह पर सभी फलो के नाम हिंदी में और साथ ही साथ फलो के नाम इंग्लिश में भी दे रहे है। ताकि आप सभी को Fruits name in Hindi and English दोनों भाषाओ में समझने और याद करने में मदद मिल सके।
Table of Contents
Fruits in Hindi
फल एक प्रकार का प्राकृतिक भोजन है। फलो का खाने के रूप में प्रयोग पूरी दुनिया के लोग करते हैं। फल एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन है और इसके खाने से स्वास्थ्य को भी लाभ होता है।
फल वृक्ष से प्राप्त होता है, यह एक फूल वाले पौधे का परिपक्व रूप होता है, जिसमें बीज होते हैं। फल कई प्रकार के आकार और रंगों में होते हैं, जैसे : गोल, अंडाकार, छोटे आकार और बड़े आकार शामिल हैं। इनका स्वाद भी अलग अलग होता है जैसे : मीठा, खट्टा, कसैला या थोड़े कड़वा भी होता हैं।
फल खाने से हमारे शरीर को आवश्यक विटामिन और खनिज प्राप्त होता है। प्रत्येक फल में अलग अलग गुण और विटामिन होते है। फलो में अनेक विटामिन मिलते है जैसे विटमिन सी, जो एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है, और पोटेशियम, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। फलों में प्रचूर मात्रा में फाइबर भी होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में शरीर की मदद कर सकता है।
फलों का सेवन कच्चा या पकाकर किया जाता है। फलों को खाने के कुछ लोकप्रिय तरीके है जैसे कच्चा फल खाना, फलो के टुकड़े कर कर खाना, छोटे फलो का शरबत या स्मूदी बनाकर उनका उपभोग करना। फलों का उपयोग जैम, जैली या अन्य प्रिजर्व बनाने के लिए भी किया जाता है।
फल के प्रयोग से लोग मीठे पकवान भी बनाते है जो की स्वस्थ्य के लिए लाभदायक होता है। बहुत से लोग मीठा खाने के बजाय फलों को खाना पसंद करते है। फलो में फ्रुक्टोस होता है जो मिठास तो देता है परन्तु यह मोटापे जैसी और मधुमेह बीमारी से हमें बचता है।
फलो का उपयोग हमारी दैनिक भोजन में जरूर करना चाहिए इससे हमारी भोजन संतुलित भोजन बनता है। हमें अपने स्वस्थ्य को सही रखने के लिए नियमित मौसमी फल प्रचूर मात्रा में खाना चाहिए।
Fruits Name in Hindi with Pictures PDF Download
अपने पाठको और विद्यार्थियों की सहायता के लिए नीचे Fruit in Hindi की एक छोटी लिस्ट दी गयी है जिसमे आप सभी Names of Fruits in Hindi में पढ़ और याद कर सकते है। फलो के नाम हिंदी भाषा में याद करने वाले विद्यार्थी इस छोटी तालिका का प्रयोग कर सकते है।
Fruits Name in Hindi with Pictures
Fruits Name in Hindi and English with Pictures
FAQ in Fruits Name in Hindi
Question :फल खाने के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं.
Answer: फलो में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है इसलिए यह इन सबका अच्छा स्रोत है। फलो के सेवन से स्वास्थ्य में सुधार और हृदय रोग और कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। फ़ल फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत हैं ।
Question : क्या मैं बहुत सारे फल खा सकता हूँ?
Answer: फलों में उच्च आहार खाने से स्वास्थ्य लाभ हो सकता है, लेकिन बहुत अधिक फल खाने से स्वस्थ्य सम्बंधित परेशानी आ सकती है। किसी भी वास्तु की अधिकता नुक्सान देह होती है। फलों को दैनिक आहार में अन्य भोजन के साथ खाने और अपने आहार में फलों और सब्जियों का संतुलन रूप में सेवन अधिक लाभकारी साबित होता है।
Question : क्या फ्रोजेन हुए फल ताजे फल जितने स्वस्थ होते हैं?
Answer: फ्रोजेन या स्टोर किये हुए फल अक्सर ताजे फलों की तरह ही स्वस्थ होते हैं, परन्तु हमें मौसम के फलो का प्रयोग ज्यादा सरल और स्वस्थ रखने में मदद करता है। लेकिन बिन मौसम के फलो का आनंद लेने के लिए फ्रोजेन हुए फल भी एक सुविधाजनक तरीका हो सकते हैं।
Question : क्या वजन कम करते समय फल का सेवन सही है?
Answer: सभी फलों में प्राकृतिक रूप से चीनी होती है, इसलिए ज्यादा फ्रुक्टोस वाले फलो का सेवन न करे इनका सेवन कम मात्रा में करना महत्वपूर्ण है। कुछ फल जिनमें चीनी अधिक होती है उनमें अंगूर, केला और अनानास शामिल हैं।
Question : फलों को साबुत या जूस किस रूप में खाना बेहतर है?
Answer: फल को साबुत अच्छी तरह से चबा चबा कर खाना आम तौर पर रस के रूप में लेने से बेहतर होता है क्योंकि पूरे फलों में अधिक फाइबर होता है, जो आपको अधिक पोषण देता है।
हमें आशा है, आप सभी को fruits name english to hindi पढ़कर अच्छा लगा होगा। इस पोस्ट में हमने hindi fruits name के साथ साथ fruits name in english and hindi दोनों दिया है ताकि सभी को समझने में आसानी हो। यदि आप किसी प्रकार का संशोधन या कुछ और इस पोस्ट में जोड़ना चाहते है तो हमें जरूर बताये।
Question and Answer forum for K12 Students
Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics
हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।
निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics
- सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
- राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
- अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
- राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
- नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
- साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
- नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
- मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
- एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
- युवा पर निबंध – (Youth Essay)
- अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
- मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
- परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
- पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
- असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
- मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
- मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
- दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
- दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
- बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
- महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
- दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
- सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
- राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
- खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
- रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
- राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
- मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
- मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
- राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
- नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
- राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
- देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
- पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
- सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
- सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
- विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
- लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
- विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
- रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
- समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
- समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
- समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
- व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
- विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
- विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
- विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
- मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
- मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
- पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
- मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
- सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
- शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
- खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
- क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
- ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
- मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
- पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
- सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
- कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
- कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
- कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
- कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
- इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
- विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
- शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
- विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
- विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
- विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
- विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
- विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
- विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
- कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
- मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
- मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
- मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
- विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
- भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
- सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
- डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
- भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
- राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
- भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
- कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
- हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
- अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
- महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
- महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
- आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
- मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
- ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
- मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
- भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
- भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
- आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
- भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
- चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
- चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
- पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
- परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
- यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
- आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
- भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
- संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
- भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
- दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
- राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
- भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
- भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
- किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
- राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
- बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
- भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
- महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
- गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
- स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
- बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
- राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
- आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
- सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
- बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
- गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
- सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
- महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
- यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
- बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
- सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
- परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
- पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
- वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
- महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
- महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
- यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
- बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
- शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
- बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
- दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
- जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
- श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
- जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
- भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
- मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
- हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
- विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
- भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
- गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
- भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
- गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
- गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
- महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
- परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
- मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
- अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
- देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
- समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
- नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
- ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
- जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
- जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
- प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
- प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
- वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
- पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
- पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
- पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
- बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
- योग पर निबंध (Yoga Essay)
- मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
- प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
- वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
- वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
- बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
- अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
- स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
- महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
- मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
- मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
- कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)
इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।
हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?
प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।
हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।
तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।
हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची
हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।
विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।
हिंदी निबंधों की संरचना
उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।
इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।
हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु
अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:
- अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
- अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
- पहला भाग: परिचय
- दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
- तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
- एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
- जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
- अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
- विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
- यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
- महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।
हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।
2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।
3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।
4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।
5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:
- एक पंच-लाइन की शुरुआत।
- बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
- रचनात्मक सोचें।
- कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
- आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
- सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
- निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।
निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।
यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।
Once I Hire a Writer to Write My Essay, Is It Possible for Me to Monitor Their Progress?
Absolutely! Make an order to write my essay for me, and we will get an experienced paper writer to take on your task. When you set a deadline, some people choose to simply wait until the task is complete, but others choose a more hands-on process, utilizing the encrypted chat to contact their writer and ask for a draft or a progress update. On some occasions, your writer will be in contact with you if a detail from your order needs to be clarified. Good communication and monitoring is the key to making sure your work is as you expected, so don't be afraid to use the chat when you get someone to write my essay!
Andre Cardoso
Finish Your Essay Today! EssayBot Suggests Best Contents and Helps You Write. No Plagiarism!
Finished Papers
Courtney Lees
Customer Reviews
HindiVyakran
- नर्सरी निबंध
- सूक्तिपरक निबंध
- सामान्य निबंध
- दीर्घ निबंध
- संस्कृत निबंध
- संस्कृत पत्र
- संस्कृत व्याकरण
- संस्कृत कविता
- संस्कृत कहानियाँ
- संस्कृत शब्दावली
- Group Example 1
- Group Example 2
- Group Example 3
- Group Example 4
- संवाद लेखन
- जीवन परिचय
- Premium Content
- Message Box
- Horizontal Tabs
- Vertical Tab
- Accordion / Toggle
- Text Columns
- Contact Form
- विज्ञापन
Header$type=social_icons
- commentsSystem
अंगूर पर निबंध Essay on Grapes Fruit in Hindi
अंगूर पर निबंध Essay on Grapes Fruit in Hindi अंगूर सर्वाधिक खाए जाने वाले फलों में से एक है।दोस्तो आज हमने अंगूर पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है। Get Long and Short Essay on Grapes Fruit in Hindi in this article. अंगूर पर छोटा निबंध Short Essay on Grapes Fruit in Hindi अंगूर एक रसीला तथा गूदेदार फल है। अंगूर मुख्य रूप से बाजार में दो रंगों में आते हैं - हरा या बैंगनी। लेकिन यह कई अलग-अलग रंगों में भी आते हैं जैसे लाल, हरा, सुनहरा, बैंगनी, गुलाबी, काला और सफेद आदि।खट्टेपन और मिठास का इसका मिश्रित स्वाद हर किसी को इसे पसंद करता है। इसका रस किसी भी कार्बोनेटेड पेय के लिए एक सही विकल्प है।
अंगूर पर निबंध Essay on Grapes Fruit in Hindi
- Short Essay on Grapes Fruit in Hindi
- Long Essay on Grapes Fruit in Hindi
अंगूर पर छोटा निबंध Short Essay on Grapes Fruit in Hindi
अंगूर पर बड़ा निबंध long essay on grapes fruit in hindi.
Advertisement
Put your ad code here, 100+ social counters$type=social_counter.
- fixedSidebar
- showMoreText
/gi-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list
- गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit यहां पढ़ें गम् धातु रूप के पांचो लकार संस्कृत भाषा में। गम् धातु का अर्थ होता है जा...
- दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद - Do Mitro ke Beech Pariksha Ko Lekar Samvad Lekhan दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद लेखन : In This article, We are providing दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद , परीक्षा की तैयार...
RECENT WITH THUMBS$type=blogging$m=0$cate=0$sn=0$rm=0$c=4$va=0
- 10 line essay
- 10 Lines in Gujarati
- Aapka Bunty
- Aarti Sangrah
- Akbar Birbal
- anuched lekhan
- asprishyata
- Bahu ki Vida
- Bengali Essays
- Bengali Letters
- bengali stories
- best hindi poem
- Bhagat ki Gat
- Bhagwati Charan Varma
- Bhishma Shahni
- Bhor ka Tara
- Boodhi Kaki
- Chandradhar Sharma Guleri
- charitra chitran
- Chief ki Daawat
- Chini Feriwala
- chitralekha
- Chota jadugar
- Claim Kahani
- Dairy Lekhan
- Daroga Amichand
- deshbhkati poem
- Dharmaveer Bharti
- Dharmveer Bharti
- Diary Lekhan
- Do Bailon ki Katha
- Dushyant Kumar
- Eidgah Kahani
- Essay on Animals
- festival poems
- French Essays
- funny hindi poem
- funny hindi story
- German essays
- Gujarati Nibandh
- gujarati patra
- Guliki Banno
- Gulli Danda Kahani
- Haar ki Jeet
- Harishankar Parsai
- hindi grammar
- hindi motivational story
- hindi poem for kids
- hindi poems
- hindi rhyms
- hindi short poems
- hindi stories with moral
- Information
- Jagdish Chandra Mathur
- Jahirat Lekhan
- jainendra Kumar
- jatak story
- Jayshankar Prasad
- Jeep par Sawar Illian
- jivan parichay
- Kashinath Singh
- kavita in hindi
- Kedarnath Agrawal
- Khoyi Hui Dishayen
- Kya Pooja Kya Archan Re Kavita
- Madhur madhur mere deepak jal
- Mahadevi Varma
- Mahanagar Ki Maithili
- Main Haar Gayi
- Maithilisharan Gupt
- Majboori Kahani
- malayalam essay
- malayalam letter
- malayalam speech
- malayalam words
- Mannu Bhandari
- Marathi Kathapurti Lekhan
- Marathi Nibandh
- Marathi Patra
- Marathi Samvad
- marathi vritant lekhan
- Mohan Rakesh
- Mohandas Naimishrai
- MOTHERS DAY POEM
- Narendra Sharma
- Nasha Kahani
- Neeli Jheel
- nursery rhymes
- odia letters
- Panch Parmeshwar
- panchtantra
- Parinde Kahani
- Paryayvachi Shabd
- Poos ki Raat
- Portuguese Essays
- Punjabi Essays
- Punjabi Letters
- Punjabi Poems
- Raja Nirbansiya
- Rajendra yadav
- Rakh Kahani
- Ramesh Bakshi
- Ramvriksh Benipuri
- Rani Ma ka Chabutra
- Russian Essays
- Sadgati Kahani
- samvad lekhan
- Samvad yojna
- Samvidhanvad
- Sandesh Lekhan
- sanskrit biography
- Sanskrit Dialogue Writing
- sanskrit essay
- sanskrit grammar
- sanskrit patra
- Sanskrit Poem
- sanskrit story
- Sanskrit words
- Sara Akash Upanyas
- Savitri Number 2
- Shankar Puntambekar
- Sharad Joshi
- Shatranj Ke Khiladi
- short essay
- spanish essays
- Striling-Pulling
- Subhadra Kumari Chauhan
- Subhan Khan
- Suchana Lekhan
- Sudha Arora
- Sukh Kahani
- suktiparak nibandh
- Suryakant Tripathi Nirala
- Swarg aur Prithvi
- Tasveer Kahani
- Telugu Stories
- UPSC Essays
- Usne Kaha Tha
- Vinod Rastogi
- Vrittant Lekhan
- Wahi ki Wahi Baat
- Yahi Sach Hai kahani
- Yoddha Kahani
- Zaheer Qureshi
- कहानी लेखन
- कहानी सारांश
- तेनालीराम
- मेरी माँ
- लोककथा
- शिकायती पत्र
- सूचना लेखन
- हजारी प्रसाद द्विवेदी जी
- हिंदी कहानी
RECENT$type=list-tab$date=0$au=0$c=5
Replies$type=list-tab$com=0$c=4$src=recent-comments, random$type=list-tab$date=0$au=0$c=5$src=random-posts, /gi-fire/ year popular$type=one.
- अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन - Adhyapak aur Chatra ke Bich Samvad Lekhan अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन : In This article, We are providing अध्यापक और विद्यार्थी के बीच संवाद लेखन and Adhyapak aur Chatra ke ...
Join with us
Footer Social$type=social_icons
- loadMorePosts
- relatedPostsText
- relatedPostsNum
Check your email for notifications. Once your essay is complete, double-check it to see if it falls under your expectations and if satisfied-release the funds to your writer. Keep in mind that our essay writing service has a free revisions policy.
Finished Papers
Terms of Use
Privacy Policy
Customer Reviews
Frequently Asked Questions
Finished Papers
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
Article shared by: फलों की उपयोगिता पर निबंध | Essay on the Importance of Fruits in Hindi! हमारे जीवन में फलों का बहुत महत्व है । हमारे शरीर में जाकर वे विटामिन, कैल्शियम ...
This essay on Papaya in Hindi Language is ideal for all students. पपीता पर निबंध Essay on Papaya Fruit in Hindi पपीता एक फलदार पौधा है जो कैरिसेई परिवार से संबंधित है। यह पौधा मूलतः मैक्सिको ...
Essay on Fruits In Hindi Language. निबंध : फल फल एक स्वस्थ और संतुलित आहार का एक अनिवार्य घटक है। फलों पर निबंध - Essay on Fruits In Hindi - The Fruits Essay Im Hindi - SILENT COURSE
फलों की उपयोगिता पर निबंध Hindi Essay on Importance of Fruits. admin September 16, 2017 Essays in Hindi 5,341 Views. हमारे जीवन में फलों का बहुत महत्व है। हमारे शरीर में जाकर वे विटामिन ...
Wonderful Health Benefits of The Fruits in Hindi. 13. चूँकि फलों में 90 प्रतिशत से अधिक अंश पानी का होता है, इसलिये यदि इनका नियमित रूप से सेवन किया जाय तो यह शरीर में ...
फलों की जानकारी और निबंध इस पोस्ट Essay And Information About Fruits In Hindi में दिया गया है। प्रकृति हमें फल देती है। मनुष्य का जीवन प्रकृति पर निर्भर है। प्रकृति के द्वारा दी ...
Paragraph, Short Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi - फलों की उपयोगिता पर निबंध: Importance and Benefits of Fruits Essay in Hindi Language for students of all Classes in 200, 300, 500, 600 words.
मेरा पसंदीदा फल सेब निबंध हिंदी, My Favourite Fruit Essay in Hindi. हमारे देश में बहुत सारे फल हैं, जो सभी आकार और रंगों में उपलब्ध हैं। गर्मी हो या सर्दी, चुनने के लिए हमेशा ...
Essay on fruits in Hindi: यदि आप फलों की उपयोगिता पर निबंध हिंदी, essay on fruits in Hindi के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो यह लेख उपयोगी है।
फल की उपयोगिता पर निबंध. 20/09/2021 Ripal. Essay on the Importance of Fruits In Hindi :फल के बारे में तो हर कोई जानता ही है। आज के इस आर्टिकल में हम फल की उपयोगिता पर निबंध ...
National Fruit Mango essay in hindi, king of fruits, information, paragraph, article: फलों का राजा आम पर निबंध, भारत का राष्ट्रीय फल आम, जानकारी, इतिहास, लेख
Essay on Mango in Hindi- आम पर निबंध. Short Essay on Mango in Hindi for kids ( 100 words ) आम फलों का राजा है। इसे कच्चा और पका दोनों तरह खाया जाता है । कच्चे आम से चटनी, आचार, मुरब्बा ...
संतरा एक फल है। संतरे को हाथ से छीलने के बाद पेशीयोँ को अलग कर के चूसकर खाया जा सकता है। सँतरे का रस निकालकर पीया जा सकता है। संतरा ठंडा, तन और मन को ...
Mango Facts in Hindi : क्या आप जानते है "फलों के राजा" आम से जुड़े ये रोचक तथ्य. गर्मियों के मौसम में बहुत सारे फल आते हैं मगर यही वो मौसम होता है जब ...
Essay On Orange Fruit In Hindi Language Essay On Orange Fruit In Hindi Language 2. Long Tail ail Project #4: Literature Search The Long Tail by R. Cros Table of contents I. Background II. Thesis 1 and 2 III. Thesis Findings A. Thesis One Consumer Driven B. Thesis Two Higher Consumer Engagement IV. Thesis Objections V. Unanswered Questions VI.
Fruits Name in English. Fruits Name in Hindi. 1. Mango Name in Hindi. Mango. आम. आम एक रसीला और मीठा फल होता है। आम को इंग्लिश में Mango कहते है। भारत में आम फलो का राजा कहलाता है। आम का ...
आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi) सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi) बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध - (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
Essay On Orange Fruit In Hindi Language, Professional Cover Letter Proofreading Websites Usa, Favorite Object Essay, Example Of How To Write A Newspaper Article For Kids, Buy A Research Proposal Paper, Essay Topics In Islaimc Philosophy, Thesis Statement About Death And Dying
संतरा पर निबंध। Essay on Orange Fruit in Hindi! संतरा एक खट्टा मीठा और रसदार फल होता है। यह नारंगी रंग का होता है इसी कारण इसे ऑरेंज कहा जाता है। संतरा छीलकर खाया जाता है ...
Essay On Orange Fruit In Hindi Language. Level: College, University, Master's, High School, PHD, Undergraduate. We are inclined to write as per the instructions given to you along with our understanding and background research related to the given topic. The topic is well-researched first and then the draft is being written.
अंगूर पर छोटा निबंध Short Essay on Grapes Fruit in Hindi. अंगूर एक रसीला तथा गूदेदार फल है। अंगूर मुख्य रूप से बाजार में दो रंगों में आते हैं - हरा या बैंगनी ...
In order to make a good essay, you need to have a perfect understanding of the topic and have the skills of a writer. That is why the company EssaysWriting provides its services. We remove the responsibility for the result from the clients and do everything to ensure that the scientific work is recognized. 4.5-star rating on the Internet.
Essay On Apple Fruit In Hindi Language - 100% Success rate Package Plan. Essay writing help has this amazing ability to save a student's evening. For example, instead of sitting at home or in a college library the whole evening through, you can buy an essay instead, which takes less than one minute, and save an evening or more.