India Research Center

कोविड-19 के टीके

जून 23 2021 को अपडेट किया गया

कोविड-19 के टीके को उपयोग के लिए लाये जाने के साथ ही इस टीके को तैयार किए जाने की प्रक्रिया, इसके सुरक्षित होने, उपलब्धता, कीमत और दूसरे ऐसे मुद्दों पर बहुत से लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं। यहां आपको टीकों से संबंधित इन सवालों पर सूचना उपलब्ध होगी। साथ ही आप जान सकेंगे कि इस संबंध में वैज्ञानिक अभी क्या जानते हैं और क्या जानना अभी बाकी है। यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ; स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW), भारत सरकार ; सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC), युनाइटेड स्टेट्स और दूसरे ऐसे ही विश्वसनीय स्रोतों से जुटाई गई है। इनमें से कुछ का उपयोग शब्दशः किया गया है जबकि कुछ जगहों पर उन्हें नए सिरे से शब्दों में उतारा गया है। हम इस सूचना को इकट्ठा कर पेश करते हुए इसे जुटाने में इन संगठनों की अहम भूमिका का विशेष उल्लेख करना चाहते हैं।

कोविड-19 से खुद को और दूसरों को बचाने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं और टीका लगवाना उनमें से एक प्रमुख है। इसके साथ ही चेहरे पर मास्क लगाने, दूसरों से दूरी बना कर रखने और बार-बार हाथ धोते रहने आदि सावधानियों को जारी रखने की सलाह दी जाती है। इससे खुद वायरस के संक्रमण में आने और दूसरों तक इसे फैलाने की आशंका कम हो जाती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी की गई विस्तृत गाइडलाइन यहां देखी जा सकती है ।

आप जो सूचना चाहते हैं, वह अगर यहां नहीं मिलती है तो आप इस पेज के सबसे नीचे दिए गए फॉर्म के माध्यम से अपना सवाल जरूर भेज दें। हमारी टीम उसका जवाब तलाशने की कोशिश करेगी।

वीडियो श्रृंखला देखने के लिए, यहां क्लिक करें

टीका लगवाना – पात्रता , टीका लगवाने का समय और खुराक

कोविड -19 टीका लगवाने के लिए कौन पात्र है.

भारत में 1 मई, 2021 के बाद से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड-19 वैक्सीन लगवा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने स्थानीय राज्य दिशानिर्देशों की जाँच करें।

अगर आप ऑनलाइन माध्‍यम से पूर्व-पंजीकरण नहीं कर सकते हैं, तो कृपया अपने स्थानीय सरकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से संपर्क करें, जो आपको उसी दिन ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण, अपॉइंटमेंट, सत्यापन और टीकाकरण के लिए किसी भी सरकारी कोविड-19 टीकाकरण केंद्र में भेज देंगे।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html

अगर मुझे पहले ही कोविड -19 हो चुका है और मैं ठीक हो गया हूं, तो क्या मुझे अभी भी कोविड -19 का टीका लगवाने की जरूरत है?

जी हां, भले ही आप कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हों, फिर भी आपको कोविड-19 का टीका लगवाना चाहिए। टीका अभी भी बीमारी के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित करने में मदद करेगा। लेकिन टीका लगवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद आपको तीन 3 महीने तक इंतजार करें।

हम अभी तक नहीं जानते हैं कि जिन लोगों को कोविड-19 हुआ है, उनमें फिर से कोविड-19 से संक्रमित होने से बचाने के लिए पर्याप्त प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होगी या नहीं। अगर थोड़ी सी भी सुरक्षा हो तो भी यह पता नहीं होता है कि यह प्रतिरक्षा कितने समय तक रहेगी। यही कारण है कि जिन लोगों को कोविड-19 हुआ है, उन्हें अभी भी कोविड-19 का टीका लगवाना चाहिए।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें:   https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html

अद्यतन यदि मुझे वर्तमान में COVID-19 है, तो क्या मुझे अभी टीका लगवाना चाहिए?

जो लोग कोविड-19  से संक्रमित हैं या जिनमें लक्षण नजर आ रहे हैं ऐसे लोगों को कम से कम 10 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना चाहिए। जो लोग कोविड-19 से ठीक हो गए हैं, उन्हें संक्रमण के बाद अपने कोविड-19  टीकाकरण करवाने को 3 महीने के लिए टालना चाहिए।

नया क्या होगा अगर मुझे वैक्सीन की दो खुराक के बीच में कोविड -19 हो जाए?

अधिकांश लोग, जिन्‍होंने टीके की पहली खुराक ले ली है उनमें संक्रमण के हल्‍के या मध्‍यम लक्षण होने की संभावना है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि टीकाकरण के कितने दिनों बाद वायरस का जोखिम हुआ। यदि पहली खुराक (कोवैक्सिन या कोविशील्ड) लेने के 1 से 3 सप्ताह के भीतर वायरस का एक्सपोजर होता है, तो टीके का असर होने की संभावना रहती है और संक्रमण होने की आशंका नहीं होती है। हालांकि, यदि कोई व्यक्ति अपनी पहली खुराक से 3 सप्ताह के बाद संक्रमित पाया जाता है, तो उनमें कोविड-19 के हल्‍के लक्षण नजर आने की संभावन होती है।

एक बार जब किसी व्यक्ति को कोविड-19 संक्रमण हो जाता है, तो उसका शरीर उसके प्रति एंटीबॉडी बनाना शुरू कर देता है। इसलिए, विशेषज्ञ दूसरी खुराक लेने से पहले कोविड-19 से ठीक होने के 3 महीने बाद तक की प्रतीक्षा करने का सुझाव देते हैं। भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दूसरी खुराक लेना महत्वपूर्ण है।

इसलिए, जितनी जल्‍दी लोग टीका लगवा लेंगे उतनी ही तेजी से विशेषज्ञ तमाम लक्षणों और प्रभावों के बारे में जान सकेंगे। यह हर किसी (टीका लगा चुके और बिना टीका लगवाये) के लिए जरूरी है कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखें।

मुझे टीके की दो खुराक लेने की आवश्यकता क्यों है?

पहली खुराक शरीर को वायरस को पहचानने में मदद करती है और भविष्य के संक्रमण से बचाने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली  तैयार करती है, जबकि दूसरी खुराक उस प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को और अधिक मजबूत करती है। इससे शरीर कोविड संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाता है।

नया  कोविड -19 वैक्सीन की खुराक के बीच सही समय क्या है?

हाल के अध्ययनों से पता चला है कि टीके की खुराक के बीच तय की गई समय सीमा बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाने में मदद करती है। यह समयसीमा हर टीके के हिसाब से अलग-अलग होती है। यह आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ-साथ्‍ा हर प्रकार के टीके के काम करने के विभिन्न तरीकों से संबंधित होती है।

कोविशील्ड : कोविशील्ड वैक्सीन के बारे में वर्तमान अध्ययन से पता चलता है कि खुराक के बीच ज्‍यादा वक्‍त तक प्रतीक्षा करने से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बेहतर हुई। इसलिए दोनों खुराक के बीच का समय बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया गया है।

कोवैक्‍सीन: वैज्ञानिक सलाह देते हैं कि कोवैक्‍सीन के टीके की दूसरी खुराक पहली खुराक के 4-6 सप्ताह बाद लेनी चाहिए।

नया  क्या मुझे अपने कोविड-19 टीके की पहली और दूसरी खुराक के लिए एक ही टीका लगवाने की आवश्यकता है?

जी हाँ। भारत में वर्तमान में उपलब्ध टीके आपस में बदले नहीं जा सकते हैं। तो, आपको टीके की दूसरी खुराक वही लेनी जरूरी है जो पहली बार ली गई थी। आपका टीकाकरण पंजीकरण (CoWIN पोर्टल के माध्यम से) भी यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आपको दोनों खुराक एक ही टीके की मिलें।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/COVID_vaccination/vaccination/faqs.html

टीका लगवाना – टीका लगने की तारीख तक और बाद में

नया   मैं टीकाकरण केंद्रों पर कोविड -19 से कैसे सुरक्षित रह सकता हूं.

  • टीकाकरण केंद्र में किसी भी व्‍यक्ति से कम से कम 6 फीट (2 मीटर) की दूरी बनाकर रखें।
  • अपनी नाक और मुंह पर 3-परत वाला मेडिकल मास्क या N95 मास्क पहनें। यदि संभव न हो तो डबल मास्क (डिस्पोजेबल सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क) पहनें।
  • अपने चेहरे या किसी भी सतह को न छुएं।किसी से हाथ मत मिलाएं।
  • अपने हाथों को समय-समय पर सेनेटाइज करते रहें।
  • किसी भी अन्‍य व्‍यक्ति से बात करने से बचें।
  • भविष्‍य की योजना बनाएं। यदि संभव हो तो पहले से ही पंजीकरण करें और अपनी अगली अपॉइंटमेंट का समय तय कर लें।
  • यदि आप में कोविड-19 के लक्षण नजर आ रहे हैं, या आप कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं, तो घर पर रहें और अपने अपॉइंटमेंट को बाद के लिए शेड्यूल कर लें।

अगर मुझे टीके की दो खुराकें लग चुकी हैं तो क्या मुझे मास्क पहनने और दूसरों के साथ ज्‍यादा करीब से संपर्क से बचने की ज़रूरत है?

बिल्‍कुल। भले ही विशेषज्ञ कोविड-19 टीका लगवाने के बाद वास्तविक जीवन की परिस्थितियों को जानकर उस सुरक्षा के बारे में अधिक समझ पा रहे हैं फिर भी यह सभी के लिए महत्वपूर्ण होगा कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए हमारे पास उपलब्ध सभी उपकरणों का उपयोग करना जारी रखें। इनमें अपने मुंह और नाक को मास्क से ढंकना, बार-बार हाथ धोना और दूसरों से कम से कम 2 मीटर दूरी बनाए रखना शामिल है। साथ में, कोविड-19 वैक्सीन और कोविड-19 से सुरक्षा के लिए बताये गए दिशानिर्देशों का पालन करने वाले सभी लोग कोविड-19 को फैलने से बचाने में सबसे अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे। विशेषज्ञों को उस सुरक्षा के बारे में और अधिक समझने की आवश्यकता है जो कोविड-19 टीका लगने के साथ मिल रही है। सभी को सलाह दी जाती है कि वे कोविड-19 वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए समय-समय पर जारी गाइडलाइन को अपनाएं।

कोविड-19 का टीका कोविड-19 संक्रमण, विशेष रूप से इसके गंभीर लक्षणों और इससे होने वाली मृत्यु को रोकने में प्रभावी हैं। लेकिन हम अभी भी सीख रहे हैं कि कैसे कोविड-19 के टीके लोगों को बीमारी फैलाने से बचाता है। इसके अलावा, हम अभी भी सीख रहे हैं कि कोविड-19 का कारण बनने वाले वायरस के प्रकारों के खिलाफ ये टीके कितने प्रभावी हैं। शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि टीके कुछ प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ काम कर सकते हैं लेकिन कुछ के खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं।

कुछ लोगों में अभी भी संक्रमण विकसित हो सकता है हालांकि उनकी संख्या तो कम है ही साथ ही इसकी गंभीरता भी कम होने की संभावना है। इसलिए मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ के बीच आपस में उचित दूरी बनाकर रखना बेहद जरूरी है। जब तक हम हर प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ टीके की प्रभावशीलता के बारे में पूरी तरह नहीं जान जाते, और जब तक कि अधिकांश आबादी को सामूहिक (या समुदायिक) प्रतिरक्षा हासिल करने के लिए टीका नहीं लगा जाता है, तब तक कोविड-19 रोकथाम के लिए जारी नियमों का पालन करना अति आवश्यक है।

स्रोत: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/vaccines/fully-vaccinated.html

क्या टीका लगवाने के कोई दुष्प्रभाव हैं?

कोविड-19 टीकाकरण आपको कोविड-19 से बचाने में मदद करेगा। टीकाकरण करवाने के बाद आपको कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं, जो सामान्य संकेत हैं कि आपका शरीर सुरक्षा आवरण का निर्माण कर रहा है। आम तौर पर इन लक्षणों में इंजेक्शन की जगह पर दर्द व सूजन होना और फ्लू के लक्षण जैसे बुखार, ठंड लगना, थकान और सिरदर्द शामिल हैं। हालांकि ये कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं।

यह देखा गया है कि कुछ लोगों में कोविड-19 टीका लगने के बाद एलर्जी हो सकती है। यदि आपको कभी भी अन्य टीकों या इंजेक्शन से गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया हुई है, तो यह सलाह दी जाती है कि आप टीकाकरण कराने से पहले अपने डॉक्टर से इस संदर्भ में बात करें।

नया   क्या भारत में पूर्ण टीकाकरण वाले लोगों को सामाजिक परिवेश में मास्क पहनना जारी रखने कीआवश्यकता है?

जी हाँ। बिल्‍कुल। भले ही विशेषज्ञ कोविड-19 टीका लगवाने के बाद वास्तविक जीवन की परिस्थितियों को जानकर उस सुरक्षा के बारे में अधिक समझ पा रहे हैं फिर भी यह सभी के लिए महत्वपूर्ण होगा कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए हमारे पास उपलब्ध सभी उपकरणों का उपयोग करना जारी रखें। इनमें अपने मुंह और नाक को मास्क से ढंकना, बार-बार हाथ धोना और दूसरों से कम से कम 2 मीटर दूरी बनाए रखना शामिल है। साथ में, कोविड-19 वैक्सीन और कोविड-19 से सुरक्षा के लिए बताये गए दिशानिर्देशों का पालन करने वाले सभी लोग कोविड-19 को फैलने से बचाने में सबसे अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे। विशेषज्ञों को उस सुरक्षा के बारे में और अधिक समझने की आवश्यकता है जो कोविड-19 टीका लगने के साथ मिल रही है। सभी को सलाह दी जाती है कि वे कोविड-19 वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए समय-समय पर जारी गाइडलाइन को अपनाएं।

कोविड-19 का टीका कोविड-19 संक्रमण, विशेष रूप से इसके गंभीर लक्षणों और इससे होने वाली मृत्यु को रोकने में प्रभावी हैं। लेकिन हम अभी भी सीख रहे हैं कि कैसे कोविड-19 के टीके लोगों को बीमारी फैलाने से बचाता है। इसके अलावा, हम अभी भी सीख रहे हैं कि कोविड-19 का कारण बनने वाले वायरस के प्रकारों के खिलाफ ये टीके कितने प्रभावी हैं। शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि टीके कुछ प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ काम कर सकते हैं लेकिन कुछ के खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं।कोविड-19 के प्रसार को धीमा करने के लिए सभी को क्या करना चाहिए, इस समय समय पर उचित बदलाव के साथ विशेषज्ञ आपको जानकारी देते हैं क्‍योंकि अभी भी कोविड-19 टीके से मिलने वाली सुरक्षा के बारे में और अधिक समझने की आवश्यकता है। इसलिए, जबकि विशेषज्ञ अधिक सीखते हैं और जैसे-जैसे लोग टीकाकरण करते हैं, सभी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, हाथ धोते रहें और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखना जारी रखें।

साभार: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html,

https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/vaccines/fully-vaccinated.html

टीकाकरण से सुरक्षा

क्या मुझे टीका लगवाने से कोविड -19 हो सकता है.

नहीं, विभिन्न प्रकार के टीकों में अलग-अलग प्रकार के रसायन होते हैं जो हमारे शरीर को वायरस से बचाने के लिए प्रोटीन या एंटीबॉडी का उत्पादन करने का संकेत देते हैं। इनमें से किसी भी टीके में सक्रिय वायरस नहीं है।

शरीर में शुरू होने वाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बुखार जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति वायरस से संक्रमित हो गया है। आइए इस बारे में और ज्‍यादा जानें कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक टीके कैसे काम करते हैं:

टीकाकरण के बाद शरीर को प्रतिरोधक क्षमता बनाने में आमतौर पर कुछ सप्ताह लगते हैं। इसका मतलब है कि यह संभव है कि कोई व्यक्ति उस वायरस से संक्रमित हो सकता है जो टीकाकरण के ठीक पहले या बाद में संक्रमित होकर कोविड-19  से संक्रमित हो जाए। ऐसा इसलिए है क्योंकि टीके के पास सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है।

हम यह कैसे जानें कि टीका सुरक्षित है?

आज हम जिन टीकों का इस्‍तेमाल दशकों से करते आए हैं,  सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाने वाले वे टीकों लाखों लोग हर साल सुरक्षित रूप से लगवाते हैं। इन सभी सफल टीकों की तरह, कोविड-19 टीकों को भी स्वीकृत होने से पहले व्यापक और कठोर परीक्षण से गुजरना पड़ा है। दुनिया भर के वैज्ञानिक वर्तमान संभावित कोविड-19 टीकों को विकसित करने और सभी परीक्षण प्रक्रियाओं से गुजरने के लिए 2020 की शुरुआत से काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सुरक्षित हैं। टीके लगने की शुरुआत के बाद टीके से मिलने वाली सुरक्षा पर भी निगरानी की जा रही है जिसे पोस्ट-मार्केट सर्विलांस कहा जाता है। यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि टीके उसी गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन आवश्यकताओं को पूरा करना जारी रखेंगे, जिस काम के लिए उन्हें शुरू में बाजार में पेश किया गया था।

नया   अगर मैं गर्भवती हूं या स्तनपान करा रही हूं तो क्या मेरे लिए टीका लगवाना सुरक्षित है?

वर्तमान में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) उन महिलाओं को कोविड-19 का टीका लगवाने की सलाह नहीं देता है जो गर्भवती हैं या अपनी गर्भावस्था के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं। MoHFW सभी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कोविड-19 टीकाकरण की सिफारिश करता है।

फिलहाल गर्भवती महिलाओं में कोविशील्ड या कोवैक्सीन टीकाकरण को लेकर वर्तमान में कोई डेटा उपलब्ध नहीं है, क्योंकि गर्भवती महिलाओं को क्‍लीनिकल ट्रायल में शामिल नहीं किया गया था। विशेषज्ञ उन महिलाओं पर अध्ययन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षा का निर्धारण कर रहे हैं जो क्‍लीनिकल ट्रायल का हिस्सा थीं और बाद में गर्भवती हुईं।

स्रोत: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html

नया   किसी को कोविड -19 का टीका नहीं लगवाने के कौन से कारण हैं?

कोविड-19 वैक्सीन लगवाने से पहले डॉक्टर से बात करने के आवश्‍यक पहलू हैं:

  • अगर व्‍यक्ति में:
  • कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगने के बाद किसी तरह से एनाफिलेक्टिक या एलर्जी के लक्षण नजर आएं।
  • टीकों या इंजेक्शन से किए गए उपचारों, फार्मास्युटिकल उत्पादों/दवाओं, खाद्य पदार्थों आदि के कारण तत्काल या कुछ समय बाद एनाफिलेक्टि या एलर्जी के लक्षण नजर आएं।
  • गर्भावस्था:
  • गर्भवती महिलाएं अब तक किसी भी कोविड-19 वैक्सीन क्‍लीनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं रही हैं। इसलिए, जो महिलाएं गर्भवती हैं या अपनी गर्भावस्था की स्थिति के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, उन्हें इस समय कोविड-19 का टीका नहीं लगवाना चाहिए। जैसे ही अधिक जानकारी सामने आती है, इस मामले में बदलाव हो सकता है।
  • कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त करने में देरी के अस्थायी कारक हो सकते हैं यदि कोई:
  • हाल ही में कोविड-19 से संक्रमित था (कोविड-19 से ठीक होने के बाद टीकाकरण में 3 महीने का इंतजार करना चाहिए)
  • कोविड-19 संक्रमण के सक्रिय लक्षण नजर आ रहे हैं (कोविड-19 की जांच करवाएं)
  • कोविड-19 से संक्रमित हैं और उसे मोनोक्लोनल एंटीबॉडी या कन्‍वेलेसेंट प्लाज्मा दिया गया है।
  • गंभीर रूप से अस्वस्थ है और किसी बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती है (गहन देखभाल में या उसके बिना)

जिस व्यक्ति को इनमें से कोई एक स्थिति थी, उसकी बीमारी ठीक होने और उचित समय के बाद, उसे कोविड-19 का टीका लगाया जा सकता है।

यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आपको या आपके परिवार में किसी को टीका लगवाना चाहिए, तो डॉक्टर से बात करें।

क्या कोविड -19 टीका पुरुषों या महिलाओं में नि:संतानता का कारण बन सकता है?

इस बात को सत्‍यापित करती हुई ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण अब तक सामने नहीं आया है कि कोविड-19 का टीका महिलाओं या पुरुषों में नि:संतानता (बच्चे पैदा करने में असमर्थता) का कारक बन सकता है। इसी तरह कोविड-19 के परिणामस्वरूप नि:संतानत होने की भी जानकारी नहीं है।

क्या कोविशील्ड (ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका) के टीके से रक्त के थक्के बनते हैं?

कोविशील्ड किसी भी तरह से शरीर में खून के थक्के जमाने की तकलीफ के बढ़ते समग्र जोखिम से कतई संबंधित नहीं है। खून में मौजूद प्लेटलेट्स के निम्न स्तर के साथ असामान्य तौर पर खून के थक्‍के जमने के बहुत दुर्लभ मामले ही सामने आए हैं। खून के थक्‍के जमना उन दुर्लभ लक्षणों के साथ शामिल हैं जिन्हें शीघ्र चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है: जैसे सांस फूलना; छाती या पेट में दर्द; एक पैर में सूजन या ठंड लगना, तेज या लगातार सिरदर्द या धुंधला नजर आना ; या इंजेक्शन की जगह पर त्वचा के नीचे महीन रक्त के धब्बे। यदि टीकाकरण लगने के बाद के हफ्तों में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

टीकों से गंभीर दुष्प्रभाव दुर्लभ हैं लेकिन किसी भी टीके के साथ और किसी भी बीमारी के कुछ मामलों में वे नजर आते हैं । हालांकि, आज हम इतिहास का सबसे बड़ा सामूहिक टीकाकरण अभियान देख रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाया जा रहा है और टीकों और महामारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है, ऐसे में कुछ दुर्लभ प्रतिक्रियाएं आने की संभावना हो सकती है। यह देखा जाना बाकी है कि क्या अन्य कोविड-19 टीकों पर भी इसी तरह की दिक्‍कतें सामने आ सकती है, लेकिन यह देखते हुए कि एस्ट्राजेनेका को सबसे पहले मंजूरी दी गई थी और किसी भी अन्य की तुलना में कहीं अधिक लोगों को इसका डोज दिया जा चुका है, अब किसी भी प्रतिकूल घटनाओं के दिखने की संभावना दुर्लभ है क्‍योंकि अब तक काफी संख्‍या में लोगों को इसे लगाया जा चुका है।

स्रोत: https://www.gavi.org/vaccineswork/what-blood-clotting-disorder-astrazeneca-vaccine-has-been-linked

टीके से सबंधित मूल बातें – टीका का निर्माण और वे कैसे काम करते हैं

इन टीकों को कौन-कौन से तत्‍वों से मिलाकर तैयार किया गया है.

आज टीके का निर्माण करने के लिए केवल उन्हीं तत्‍वों का उपयोग करते हैं जो सुरक्षित और प्रभावी हैं। एक टीके में हर तत्‍व एक विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करता है। उदाहरण के लिए, वैक्सीन तत्‍व हो सकते है:

  • जो एक विशिष्ट बीमारी के खिलाफ प्रतिरक्षा (सुरक्षा) प्रदान करने में सहायता करें।
  • जो टीके को सुरक्षित और लंबे समय तक चलने में मदद करें
  • जिन्‍हें टीके के उत्पादन के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है

तत्‍व जो प्रतिरक्षा दे सकते हैं-

टीकों में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रतिक्रिया देने और किसी बीमारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनाने में मदद करने के लिए सामग्री शामिल है। उदाहरण के लिए:

  • एंटीजन बहुत कम मात्रा में कमजोर या मृत रोगाणु होते हैं जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं। वे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमणों से तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने का तरीका सीखने में मदद करते हैं। फ्लू वायरस इसी एंटीजन का एक उदाहरण है।
  • एडजुवेंट्स , ये कुछ टीकों में पाये जाने वाले ऐसे पदार्थ होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को टीके के प्रति अधिक दृढ़ता से प्रतिक्रिया करने में मदद करते हैं। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। एल्युमिनियमइसी का उदाहरण है।
  • मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक  एसिड (mRNA) , कुछ नए कोविड-19 टीकों में, यह एक सक्रिय घटक है जो उस व्‍यक्ति में एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है।

वे तत्‍व जो टीकों को सुरक्षित और लंबे समय तक बनाए रखते हैं-

कुछ तत्व यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि एक टीका वैसे ही काम करना जारी रखे जिस काम के लिए उसे बनाया गयाहै और यह बाहरी कीटाणुओं और बैक्टीरिया से मुक्त रहता है। उदाहरण के लिए:

  • प्रिजर्वेटिव टीके को बाहरी बैक्टीरिया या फंगस से बचाते हैं। आज, आमतौर पर प्रिजर्वेटिव का उपयोग केवल उन टीकों की शीशियों (कंटेनरों) में किया जाता है जिनकी एक से अधिक खुराक होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब भी उस शीशी से एक व्यक्तिगत खुराक ली जाती है, ऐसे मे हानिकारक कीटाणुओं का उसके अंदर जाना संभव हो सकता है। आज अधिकांश टीके एकल-खुराक वाली शीशियों में भी उपलब्ध हैं और उनमें प्रिजर्वेटिवनहीं होते हैं।
  • चीनी या जिलेटिन जैसे स्टेबलाइजर्स   टीकों में सक्रिय अवयवों को तब तक काम करते रहने में मदद करते हैं जब तक कि टीका तैयार होकर, संग्रहीत और स्थानांतरित नहीं हो जाता। स्टेबलाइजर्स टीकों में सक्रिय अवयवों को बदलने से रोकते हैं क्योंकि जिस स्‍थान पर टीकों को संग्रहीत किया जाता है वहां के तापमान में बदलाव हो जाता है।

टीकों के उत्पादन के दौरान प्रयुक्त सामग्री-

किसी व्यक्ति में वैक्सीन के काम करने के लिए वैक्सीन बनाने के लिए आवश्यक कुछ तत्‍वों की अब आवश्यकता नहीं है। इन सामग्रियों को उत्पादन के बाद बाहर निकाल दिया जाता है इसलिए अंतिम उत्पाद में केवल थोड़ी मात्रा ही बची रहती है। इन अवयवों की बहुत कम मात्रा जो अंतिम उत्पाद में रहती है, हानिकारक नहीं होती है। कुछ टीकों में प्रयुक्त सामग्री के उदाहरण हैं:

  • सेल कल्चर ( विकास) सामग्री, वैक्सीन एंटीजन को विकसित करने में मदद करने के लिए।
  • टीके में वायरस, बैक्टीरिया या अन्‍य हानिका‍रक पदार्थों को कमजोर करने या मारने के लिए फॉर्मलडिहाइड जैसे निष्क्रिय ( कीटाणुनाशक) तत्व ।
  • एंटीबायोटिक्स ,  जैसे नियोमाइसिन, जिससे टीके में बाहरी कीटाणुओं और जीवाणुओं को पनपने से रोकने में मदद मिल सके।

यह दावा पूरी तरह से झूठा है कि इन टीकों में माइक्रोचिप या ट्रैकर है। इन टीकों में पारा होने का दावा भी झूठा है।

कोविशील्ड की संरचना में निष्क्रिय एडिनोवायरस शामिल हैं जिनमें कोरोनावायरस, एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड जेल, एल-हिस्टिडाइन, एल-हिस्टिडाइन हाइड्रोक्लोराइड मोनोहाइड्रेट, मैग्नीशियम क्लोराइड हेक्साहाइड्रेट, पॉलीसोर्बेट 80, इथेनॉल, सूक्रोज, सोडियम क्लोराइड और डाइसोडियम एडिटेट डाइहाइड्रेट (ईडीटीए) शामिल हैं।

कोवैक्‍सीन की संरचना में निष्क्रिय कोरोनावायरस, एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड जेल, TLR 7/8 एगोनिस्ट, 2-फेनोक्सीएथेनॉल और फास्फेट बफर सलाइन [NKA1] शामिल हैं।

सामग्री और संभावित एलर्जेंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया टीका लगवाने से पहले अपने प्रदाता से पूछें।

अन्य टीकों की तुलना में कोविड -19 का टीका इतनी जल्‍दी तैयार क्यों हो गया?

टीकाकरण की प्रक्रिया तेजी से जारी है क्योंकि टीके से संबंधित शोध और विकास, क्‍लीनिकल ट्रायल , निर्माण और वितरण की योजनाएं एक ही समय में हो रही हैं।

यह विधि एक के बाद एक इन प्रक्रियाओं को करने में होने वाली देरी को दूर करती है। हालांकि इस दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के चरणों को किसी भी हाल में हटाया नहीं गया है।

टीकों का परीक्षण कैसे किया जाता है?

सभी टीके एक गहन परीक्षण प्रक्रिया से गुजरते हैं जिसमें टीके और उसके अवयवों की सावधानीपूर्वक जांच को शामिल किया गया है। ये परीक्षण टीके की सुरक्षा का मूल्यांकन करते हैं और यह पता लगाने में मदद करते हैं कि ये टीके किसी बीमारी को कितनी अच्छी तरह रोक सकते हैं। परीक्षण पहले शोध प्रयोगशालाओं में किए जाते हैं, और फिर यदि टीका प्रभावी और सुरक्षित साबित होता है, तो शोधकर्ता क्‍लीनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

क्‍लीनिकल ट्रायल में आम तौर पर हर चरण में प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या के साथ तीन चरणों में कई हजार स्वस्थ लोगों को शामिल किया जाता है। सभी चरणों में परीक्षणों को राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सख्त सुरक्षा नियमों का पालन करना होता है जो प्रतिभागियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। जब वैक्सीन निर्माता अपने टीके की स्‍वीक़ृति के लिए आवेदन करते हैं, तो सभी क्‍लीनिकल ट्रायल के परिणामों पर विचार किया जाता है।

कोविड -19 का टीका काम कैसे करता है?

फिलहाल कई कोविड-19 टीके विकसित, परीक्षण और स्वीकृत किए जा रहे हैं। वे सभी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रतिक्रिया में वायरस को समझने और उसे रोकने के लिए हैं। वैक्सीन के प्रकारों में शामिल हैं:

  • निष्क्रिय या कमजोर वायरस के टीके, जो निष्क्रिय या कमजोर किए गए वायरस के एक रूप का उपयोग करते हैं, इसलिए यह बीमारी का कारण नहीं बनते हैं बावजूद इसके एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया देता है। उदाहरण के लिए: कोवैक्‍सीन।
  • वायरल वेक्टर टीके, जो आनुवंशिक कोड (जैसे डीएनए) को ले जाने के लिए एक परिवर्तित वायरस का उपयोग करते हैं और एक प्रोटीन का निर्माण करते हैं जो बिना कोविड -19 से संक्रमित हुए प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए: कोविशील्‍ड।
  • mRNA टीके, जिसमें कोरोनावायरस स्पाइक प्रोटीन बनाने के लिए “मैसेंजर RNA” होता है। य ह प्रोटीन अकेले कोविड -19 का कारण नहीं बन सकता है । हमारी कोशिकाएं इस mRNA का उपयोग वायरल प्रोटीन बनाने के लिए करती हैं जो हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को कोविड-19 से लड़ने के लिए जरूरी एंटीबॉडी बनाने का प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए: फाइजर।

इस जानकारी को हार्वर्ड चैन स्कूल ऑफ़ पब्लिक हेल्थ और दाना-फ़ार्बर कैंसर इंस्टीट्यूट (DFCI) के विश्वनाथ लैब  ने दाना-फ़ार्बर / हार्वर्ड कैंसर सेंटर (DF/HCC) के हेल्थ कम्युनिकेशन कोर की मदद से क्यूरेट किया है। ये हार्वर्ड चैन या DFCI के आधिकारिक विचार नहीं हैं। किसी भी प्रश्न, टिप्पणी या सुझाव के लिए  [email protected]  को इ-मेल करें।

  • Bihar Board

SRM University

Pseb 10th result.

  • UP Board 10th Result
  • UP Board 12th Result
  • Punjab Board Result 2024
  • MP Board Result 2024
  • Rajasthan Board Result 2024
  • Karnataka Board Result
  • Shiv Khera Special
  • Education News
  • Web Stories
  • Current Affairs
  • नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
  • School & Boards
  • College Admission
  • Govt Jobs Alert & Prep
  • GK & Aptitude
  • general knowledge in hindi
  • समसामयिक सामान्य ज्ञान

COVID-19: वैक्सीन क्या है और यह कैसे काम करती है?

जैसा की हम जानते हैं कि covid-19 महामारी से लड़ने के लिए कई नैदानिक परीक्षण चल रहे हैं. वैज्ञानिक और शोधकर्ता नॉवेल कोरोना वायरस के लिए दुनिया भर में वैक्सीन विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वैक्सीन क्या होती है और यह कैसे काम करती है आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते  हैं..

Shikha Goyal

वैक्सीन या टीका एक प्रकार की दवा है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को बढ़ाती है और बीमारी से लड़ने में मदद करती है. 

या हम कह सकते हैं कि टीकाकरण बीमारियों को रोकने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बैक्टीरिया या वायरस सहित रोगजनकों को पहचानने और उनसे लड़ने में मदद करता है और हमें उन बीमारियों से सुरक्षित रखता है जो वे पैदा कर सकते हैं. आपको बता दें कि खसरा (measles), पोलियो (polio), टेटनस (tetanus), डिप्थीरिया (diphtheria), मेनिनजाइटिस (meningitis), इन्फ्लूएंजा (influenza), टाइफाइड (typhoid) इत्यादि 25 से अधिक जानलेवा बीमारियों से वैक्सीन बचाव करती है.

आइये पहले हम तीन शब्दों टीके या वैक्सीन , टीकाकरण ( vaccinations ) और इम्यूनाइज़ेशन ( immunisation ) के बारे में जानते हैं.

टीका ( Vaccine ) - एक रोगज़नक़ के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करता है. अधिकांश टीके या वैक्सीन इंजेक्शन के माध्यम से दिए जाते हैं, लेकिन कुछ मौखिक या नाक के माध्यम से भी दिए जाते हैं.

टीकाकरण ( Vaccination ): यह एक विशिष्ट बीमारी के लिए इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए शरीर में एक टीका लगाने की क्रिया है.

इम्यूनाइज़ेशन ( immunisation ) : यह एक प्रक्रिया है जिसके कारण कोई व्यक्ति या जानवर किसी बीमारी से सुरक्षित हो जाता है. इस शब्द का उपयोग टीकाकरण के लिए भी किया जाता है.

टीके या वैक्सीनस कैसे काम करते हैं , इसके बारे में विस्तार से जानने से पहले , आइये हम प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम के बारे में समझते हैं.

सरल शब्दों में, हम कह सकते हैं कि यह बीमारी से सुरक्षा करती है. कहा जाता है कि अगर इम्युनिटी मजबूत है तो आसानी से हम मौसमी या कई अन्य बीमारियों से लड़ सकते हैं.

इम्यून सिस्टम क्या है ?

यह संक्रमण के खिलाफ शरीर की रक्षा करता है. जैसा कि ऊपर बताया गया है कि वैक्सीन हमें बीमारियों से बचाती है और बीमारी के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली को सुरक्षित रूप से विकसित करने के लिए शरीर के नेचुरल डिफेंस के साथ संक्रमण के जोखिम को कम करती है.

Colon infection: यह क्या होता है, इसके कारण, लक्ष्ण और उपचार

लेकिन सवाल यह उठता है कि शरीर बीमारी से कैसे लड़ता है ( how the body fights illness ) ?

जब बैक्टीरिया जैसे रोगाणु शरीर में आते हैं, तो वे हमला करते हैं और बढ़ जाते हैं. बैक्टीरिया या वायरस के इस आक्रमण को एक संक्रमण के रूप में जाना जाता है जो शरीर में बीमारी का कारण बनता है. हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण से लड़ने के लिए विभिन्न उपकरणों का उपयोग करती है. जैसा कि हम जानते हैं कि रक्त में लाल रक्त कोशिकाएं (red blood cells) होती हैं जो शरीर के ऊतकों और अंगों के कई हिस्सों में ऑक्सीजन ले जाती हैं, और सफेद या प्रतिरक्षा कोशिकाएं (white or immune cells) संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं.

सफेद रक्त कोशिकाओं ( White Blood cells ) में मैक्रोफेज ( macrophages ) , बी-लिम्फोसाइट्स ( B-lymphocytes ) और टी-लिम्फोसाइट्स ( T-lymphocytes ) होते हैं.

मैक्रोफेज ( Macrophages ): ये सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं जो कि कीटाणु, और मरने वाली कोशिकाओं को निगलती हैं और पचाती हैं. वे आक्रमण करने वाले कीटाणुओं के हिस्सों को पीछे छोड़ते हैं जिन्हें एंटीजन के रूप में जाना जाता है. नतीजतन, शरीर एंटीजन को खतरनाक रूप में पहचानता है और उनसे लड़ने के लिए एंटीबॉडी को उत्तेजित करता है.

बी-लिम्फोसाइट्स ( B-lymphocytes ) : यह रक्षात्मक सफेद रक्त कोशिकाएं (defensive white blood cells) हैं. मूल रूप से वे मैक्रोफेज द्वारा पीछे छोड़ दिए गए एंटीजन पर हमला करने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं.

टी-लिम्फोसाइट्स ( T-lymphocytes ): यह एक अन्य प्रकार के रक्षात्मक सफेद रक्त कोशिका हैं. उनका काम उन कोशिकाओं पर हमला करना है जो पहले से ही शरीर में संक्रमित हैं.

जब पहली बार शरीर एक रोगाणु का सामना करता है, तो संक्रमण के खिलाफ कीटाणु से लड़ने वाले औजारों को बनाने और उपयोग करने में कई दिनों का समय लगता है. संक्रमण के बाद, यह उस बीमारी के खिलाफ शरीर की रक्षा करने के तरीके शुरू करता है.

यदि शरीर फिर से उसी रोगाणु का सामना करता है, तो शरीर की टी-लिम्फोसाइट्स, जिसे मेमोरी सेल भी कहा जाता है, तुरंत से क्रिया में आ जाती हैं. जब परिचित एंटीजन का पता लगाया जाता है और फिर बी-लिम्फोसाइट्स उन पर हमला करने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं.

अब हम अध्ययन करते हैं कि टीका या वैक्सीन कैसे काम करती है ?

शरीर में टीके प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम को विकसित करने में मदद करते हैं जो कि संक्रमण से लड़ते हैं. इस प्रकार के संक्रमण के कारण कभी भी फिर से बीमारी नहीं होती है, लेकिन यह प्रतिरक्षा प्रणाली को टी-लिम्फोसाइट्स और एंटीबॉडी का उत्पादन करने का कारण बनता है. यह भी देखा जाता है कि कभी-कभी, टीका लगने के बाद बुखार जैसे मामूली लक्षण हो सकते हैं. इस तरह के मामूली लक्षण सामान्य हैं और उम्मीद की जाती है कि ऐसा हो सकता है क्योंकि शरीर प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यूनिटी बनाता है.

एक बार जब संक्रमण खत्म हो जाता है, तो शरीर "मेमोरी" आपूर्ति को याद रखता है और परिणामस्वरूप टी-लिम्फोसाइट्स और बी-लिम्फोसाइट्स याद रखते हैं कि भविष्य में बीमारी से कैसे लड़ना है. यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि टीकाकरण के बाद टी-लिम्फोसाइट्स और बी-लिम्फोसाइट्स का उत्पादन करने में शरीर को कुछ सप्ताह लगते हैं. इसलिए, यह संभव है कि एक व्यक्ति टीकाकरण से ठीक पहले या उसके ठीक बाद किसी बीमारी से संक्रमित हो जाए, तो उसमें लक्षण विकसित हो सकते हैं और बीमारी हो सकती है क्योंकि वैक्सीन को सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलेगा.

अब टीके को जिसमें weakened germs होते हैं मुख्य रूप से इंजेक्शन द्वारा शरीर में दिया जाता है. फिर प्रतिरक्षा प्रणाली उसी तरह से प्रतिक्रिया करती है जिस तरह से यह एंटीबॉडीज पैदा करके बीमारी पर आक्रमण करेगी. अब, एंटीबॉडी टीके के कीटाणुओं को नष्ट कर देते हैं, जैसा कि वे एक प्रशिक्षण अभ्यास की तरह रोग के कीटाणुओं के साथ करते हैं. फिर, वे शरीर में रहते हैं और इम्युनिटी प्रदान करते हैं.यदि कोई व्यक्ति कभी भी वास्तविक बीमारी के संपर्क में आता है, तो उसकी रक्षा के लिए एंटीबॉडी होते हैं.

कुछ अन्य तथ्य

- एंटीजन फॉरेन सब्सटांस हैं जो शरीर में मुख्य रूप से एंटीबॉडी के उत्पादन में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रेरित करते हैं.

- एंटीबॉडी एक सुरक्षात्मक प्रोटीन है जो एक एंटीजन नामक विदेशी पदार्थ की उपस्थिति के जवाब में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा निर्मित होता है.

- एंटीबॉडी बीमार बनाने वाले कीटाणुओं को नष्ट करने में मदद करते हैं. वे हमलावर कीटाणुओं को खत्म करते हैं और ठीक होने में मदद करते हैं.

- एंटीबॉडी भविष्य के संक्रमण से भी बचाते हैं. वे रक्तप्रवाह में बने रहते हैं और भविष्य में यदि वही कीटाणु फिर से संक्रमित करते हैं तो ये बचाव और रक्षा करते हैं.

तो अब आपको टीका या वैक्सीन और यह कैसे काम करती है के बारे में ज्ञात हो गया होगा.

प्लाज्मा थेरेपी क्या है और यह कैसे काम करती है?

कोरोना वायरस का नाम ‘कोरोना’ ही क्यों रखा गया है?

आप जागरण जोश पर भारत , विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान , सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

  • राजस्थान दिवस
  • सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024
  • BCCI Central Contract 2024
  • राजस्थान के मुख्यमंत्री
  • क्रिकेट वर्ल्ड कप 2027
  • Holi Kab Hai
  • बीएसईबी बिहार बोर्ड इंटर रिजल्ट
  • लोकसभा चुनाव 2024
  • Budget 2024 Highlights in Hindi
  • जीव विज्ञान

Latest Education News

SSC GD Constable Result 2024 Live: जीडी कांस्टेबल रिजल्ट ssc.gov.in पर जल्द, इस नई वेबसाइट पर देख सकेंगे मेरिट लिस्ट

Northern Railway Group D Recruitment 2024: Applications Invited For Sports Quota Posts, Check Eligibility

CBSE Class 12 Biotechnology Syllabus 2024-25: Download PDF 

Vande Bharat Sleeper Coach: First Look of this Futuristic Vande Bharat Sleeper Train

UPSC Results 2024 OUT: Aditya Srivastava Topped, List of toppers with name and Marks at upsc.gov.in

Board Result 2024 Live: MP, Punjab, Telangana, Chhattisgarh, Gujarat, and Other Board 10th, 12th Results Expected Soon, Check Date and Time

UPPSC Marksheet 2024 Out: जारी हुई यूपीपीएससी मेन्स 2023 परीक्षा की मार्कशीट, इस लिंक से करें डाउनलोड

दुनिया के इन देशों में रहते हैं सबसे अधिक मोटे लोग, देखें सूची

SSC GD Result 2024 Live: Constable Scorecard Soon on ssc.gov.in; Check Expected Cut Off, Date and Time

CBSE Class 10 English Syllabus 2024-25: Download English Language and Literature FREE PDF 

Current Affairs Quiz In Hindi: 16 अप्रैल 2024- संयुक्त सैन्य अभ्यास डस्टलिक

NIOS 12th History Syllabus 2023-2024: Download Class 12 History Syllabus PDF

UPSC Topper List 2024: Aditya, Animesh, Donuru Topped, Check List of 1016 Name and Roll Number

VBSPU Result 2024 Out: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी रिजल्ट पर घोषित, यहां देखें सभी सेमेस्टर के नतीजे

UP Board 10th, 12th Result 2024: यूपीएमएसपी हाई स्कूल और इंटर के नतीजे upresults.nic.in पर जल्द, जानें ग्रेडिंग सिस्टम, पासिंग मार्क्स

NIOS 12th Accountancy Syllabus 2023-2024: Download Class 12 Accountancy Syllabus PDF

TS Inter Results 2024 Date: TSBIE Likely to be Released Manabadi Intermediate Result on April 20; Get Latest Updates Here

Personality Test: Your Nail Shape Reveals Your Hidden Personality Traits

CBSE Class 9 Science Syllabus 2024-2025: Download PDF

CBSE Board Result 2024 Date: Check Expected Release Date and Time for Class 10th, 12th Results; Latest Updates Here

CollegeDekho

Frequently Search

Couldn’t find the answer? Post your query here

  • अन्य आर्टिकल्स

कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) - Covid-19 महामारी पर हिंदी में निबंध

Updated On: January 09, 2024 05:14 pm IST

  • कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 100, …
  • कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 100 …
  • कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 200 …
  • कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 500 …
  • कोरोना वायरस पर निबंध 10 लाइन हिंदी में (Essay on …

कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi)

कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 100, 200 और 500 शब्दों में 

कोरोना वायरस पर निबंध (essay on coronavirus in hindi) 100 शब्दों में , कोरोना वायरस पर निबंध (essay on coronavirus in hindi) 200 शब्दों में, कोरोना वायरस पर निबंध (essay on coronavirus in hindi) 500 शब्दों में, covid-19 पर निबंध - प्रस्तावना , कोरोना वायरस की उत्पत्ति, कोरोना वायरस से बचाव के उपाय.

  • अपने हाथों को बार-बार धोएं। हाथ धोने से कोरोना वायरस के फैलने का जोखिम कम हो जाता है। हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से धोना चाहिए। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं, तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग किया जा सकता है।
  • संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाले महीन बूंदों के माध्यम से फैलता है। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में हैं जो संक्रमित है, तो अपने लक्षणों पर ध्यान दें और यदि आपके कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
  • सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें। मास्क पहनने से कोरोना वायरस के फैलने से बचाव में मदद मिल सकती है।
  • अपने चेहरे को छूने से बचें। अपने चेहरे को छूने से कोरोना वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है।
  • स्वस्थ आहार खाएं, पर्याप्त नींद लें और नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
  • सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें।

COVID-19 पर निबंध - निष्कर्ष

कोरोना वायरस पर निबंध 10 लाइन हिंदी में (essay on coronavirus in 10 lines in hindi) .

  • कोरोना वायरस उन वायरस के समूह से है जो बहुत तेजी से संक्रमित करते हैं।
  • कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई जहां इसे इंसानों ने बनाया।
  • भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला जनवरी 2020 में सामने आया था।
  • कोरोना वायरस खांसने और छींकने से फैलता है और खांसते और छींकते समय हमें अपना मुंह और नाक ढक लेना चाहिए।
  • हमें अपनी सुरक्षा के लिए मास्क पहनना चाहिए और अपने हाथों को नियमित रूप से साफ करना चाहिए।
  • हमारी सुरक्षा के लिए, सरकार ने इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश को बंद कर दिया था।
  • कोरोना वायरस के कारण स्कूल को ऑनलाइन कर दिया गया था और छात्र घर से पढ़ाई करते थे।
  • कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में सभी लोग घर पर थे।
  • इस दौरान बहुत से लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ खूब समय बिताया।
  • खुद को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से हाथ धोना और चेहरे पर मास्क पहनना बहुत जरूरी है।

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

क्या यह लेख सहायक था ?

सबसे पहले जाने.

लेटेस्ट अपडेट प्राप्त करें

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

बिना किसी मूल्य के

समुदाय तक पहुंचे

समरूप आर्टिकल्स

  • यूपीएससी सीएसई मेन्स पासिंग मार्क्स 2024 (UPSC CSE Mains Passing Marks 2024)
  • 10वीं के बाद आईटीआई कोर्स (ITI Courses After 10th in India) - एडमिशन प्रोसेस, टॉप कॉलेज, फीस, जॉब स्कोप जानें
  • 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद भारत में टॉप प्रोफेशनल कोर्सेस की लिस्ट (List of Top Professional Courses in India after 12th and Graduation in Hindi)
  • भारत में बेस्ट सर्टिफिकेट कोर्स 2024 (Best Certificate Courses in India in 2024)- करियर विकल्प, जॉब और सैलरी देखें
  • गार्गी पुरस्कार छात्रवृत्ति 2024 योजना (Gargi Puraskar Scholarship 2024 Scheme)
  • बिहार एनएमएमएस रिजल्ट 2024 जारी (Bihar NMMS Result 2024 in Hindi) - डेट, डायरेक्ट लिंक, scert.bihar.gov.in पर चेक करें

नवीनतम आर्टिकल्स

  • शिक्षक के रूप में कैरियर (Career as a Teacher): योग्यता, एग्जाम और सैलेरी स्कोप देखें
  • ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र डॉक्यूमेंट (EWS Certificate Documents)
  • भारत में वेटरनरी साइंस बैचलर (BVSc) एडमिशन 2024 (Bachelor of Veterinary Science (BVSc) Admission in India 2024): एलिजिबिलिटी, सेलेक्शन, फीस, टॉप कॉलेज
  • एसएससी सीएचएसएल एप्लीकेशन फॉर्म 2023-24 के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट की लिस्ट (Documents Required for SSC CHSL 2023-24 Application Form): फोटो अपलोड करने की प्रक्रिया, स्पेसिफिकेशन जानें
  • एनआईआरएफ रैंकिंग के आधार पर डीयू के टॉप कॉलेज (Top colleges of DU Based on NIRF Ranking)
  • दिल्ली विश्वविद्यालय कोर्सेस (Delhi University Courses) - डीयू यूजी कोर्सेस की स्ट्रीम-वार लिस्ट यहां देखें

नवीनतम समाचार

  • BSEB बिहार 10वीं मैट्रिक रिजल्ट 2024 रिजल्ट लिंक एक्टिव हुआ है या नहीं?
  • BSEB बिहार 10वीं मैट्रिक टॉपर्स लिस्ट 2024 (उपलब्ध): जिलेवार टॉपर्स के नाम, अंक, प्रतिशत

ट्रेंडिंग न्यूज़

दिल्ली आईटीआई एडमिशन 2024 (Delhi ITI Admission 2024) - डेट, एप्लीकेशन फॉर्म, मेरिट लिस्ट, काउंसलिंग प्रोसेस, कॉलेज देखें

Subscribe to CollegeDekho News

  • Select Stream Engineering Management Medical Commerce and Banking Information Technology Arts and Humanities Design Hotel Management Physical Education Science Media and Mass Communication Vocational Law Others Education Paramedical Agriculture Nursing Pharmacy Dental Performing Arts

कॉलेजदेखो के विशेषज्ञ आपकी सभी शंकाओं में आपकी मदद कर सकते हैं

  • Enter a Valid Name
  • Enter a Valid Mobile
  • Enter a Valid Email
  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

शामिल हों और विशेष शिक्षा अपडेट प्राप्त करें !

Details Saved

coronavirus vaccine essay in hindi

Your College Admissions journey has just begun !

Try our AI-powered College Finder. Feed in your preferences, let the AI match them against millions of data points & voila! you get what you are looking for, saving you hours of research & also earn rewards

For every question answered, you get a REWARD POINT that can be used as a DISCOUNT in your CAF fee. Isn’t that great?

1 Reward Point = 1 Rupee

Basis your Preference we have build your recommendation.

  • Discussions
  • Certificates
  • Collab Space
  • Course Details
  • Announcements

कोविड-19 का परिचय और फैब्रिक मास्क और मेडिकल मास्क(कपड़े का मास्क और चिकित्सा मास्क) कैसे पहनें :भारतीय सांकेतिक भाषा में वीडियो। / Introduction to COVID-19 and how to wear fabric and medical masks: videos in Indian Sign Language

कोरोनावायरस वायरसों का एक बड़ा परिवार है जो सामान्य सर्दी-जुखाम से लेकर अधिक गंभीर बीमारियों जैसे मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम(MERS)और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम(SARS)का कारण बनता है।

एक नए कोरोनावायरस(COVID19)की पहचान चीन के वुहान में 2019 में हुई थी ।यह एक नया कोरोनावायरस है जो इससे पहले कभी मनुष्यों में नहीं पाया गया है ।

इस पाठ्यक्रम में भारतीय सांकेतिक भाषा के तीन वीडियो शामिल हैं ,जो कोविड-19 का परिचय प्रदान करते हैं और दिखाते हैं कि फाब्रिक मास्क और मेडिकल मास्क(कपड़े का मास्क और चिकित्सा मास्क) कैसे सुरक्षित रूप से पहनें ।

सामग्री निर्माण के बाद आधिकारिक रूप से बीमारी का नाम स्थापित किया गया था इसलिए nCov का कोई भी उल्लेख कोविड-19 के संबंध में ही है जो हाल ही में खोजे गए कोरोनावायरस के कारण होने वाला संक्रामक रोग है ।

Coronaviruses are a large family of viruses that are known to cause illness ranging from the common cold to more severe diseases such as Middle East Respiratory Syndrome (MERS) and Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS).

A novel coronavirus (COVID-19) was identified in 2019 in Wuhan, China. This is a new coronavirus that has not been previously identified in humans.

This course consists of four videos in Indian Sign Language, which provide an introduction to COVID-19 and show how to safely wear fabric and medical masks.

It also includes a new module customised for children with disabilities and particularly for the ones who fall under neurodiverse group. It covers topics such as the details on how to wear a fabric/ medical mask, the hand wash rules, ways to dispose the used mask and about the importance of maintaining appropriate physical distance when in need.

As the official disease name was established after material creation, any mention of nCoV refers to COVID-19, the infectious disease caused by the most recently discovered coronavirus.

कृपया ध्यान दें: इन सामग्रियों को 03/03/2020 को लॉन्च किया गया था।

Course information

अवलोकन : इस पाठ्यक्रम में भारतीय सांकेतिक भाषा में तीन वीडियो शामिल हैं जो कोविड-19 का परिचय प्रदान करते हैं और दिखाते हैं कि फैब्रिक मास्क और मेडिकल मास्क(कपड़े का मास्क और चिकित्सा मास्क) कैसे सुरक्षित रूप से पहनें । चार जानने के लक्ष्य:

  • कोविड-19 सहित सभी उभरते श्वसन वायरस के मूलभूत सिद्धांतों का विवरण इसमें है।
  • फेब्रिक मास्क और मेडिकल मास्क (कपड़े का मास्क और चिकित्सा मास्क) को सुरक्षित रूप से पहनने का तरीका बताते हैं ।

पाठ्यक्रम की अवधि: लगभग 1 घंटे

प्रमाणपत्र: पाठ्यक्रम सामग्री का 100% पूरा करनेवाले प्रतिभागियों को एक प्रमाणपत्र दिया जाएगा।

चूंकि सामग्री निर्माण के बाद आधिकारिक रूप से बीमारी का नाम स्थापित किया गया था nCov का कोई भी उल्लेख कोविड-19 को संदर्भित करता है। यह हाल ही में खोजे गए कोरोनावायरस के कारण होनेवाली संक्रामक बीमारी है ।

कोविड-19 का कैसे पता लगाते हैं, रोकथाम कैसे है,पता लगने पर क्या करना है और नियंत्रण कैसे कर पाएँगे आदि की रीतिसहित उभरते श्वसन वायरस (2020), मेडिकल मास्क (चिकित्सा मास्क) कैसे पहनें *(2020) और फैब्रिक मास्क (कपड़े का मास्क)कैसे पहनें *(2020)आदि के संबंध में परिचयात्मक वीडियो से भारतीय सांकेतिक भाषा में अनूदित।

यह अनुवाद विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) द्वारा सत्यापित नहीं है। यह संसाधन केवल अध्ययन की सहायता के लिए है।

Overview: This course consists of four videos in Indian Sign Language, which provide an introduction to COVID-19 and show how to safely wear fabric and medical masks. It also includes a module customised for children with disabilities with two text resources that cover the hygiene rules and precautions to prevent the spread of COVID-19.

Learning objectives:

  • Describe the fundamental principles of emerging respiratory viruses, including COVID-19.
  • Describe how to safely wear fabric and medical masks.

Course duration: Approximately 1 hour.

Certificates: A certificate is available to participants who complete 100% of the course material.

Translated into Indian Sign Language from the introductory video in Emerging Respiratory Viruses, including COVID-19, methods for detection, prevention, response and control (2020), How to wear a medical mask (2020) and How to wear a fabric mask (2020). WHO is not responsible for the content or accuracy of this translation. In the event of any inconsistency between the English and Indian Sign Language translation, the original English version shall be the binding and authentic version.

This translation is not verified by WHO. This resource is intended for learning support purposes only.

Course contents

मोड्यूल 1 : कोविड-19 का परिचय / module 1: introduction to covid-19 :, मोड्यूल 2 : मेडिकल मास्क(चिकित्सा मास्क) कैसे पहनें / module 2: how to wear a medical mask:, मोड्यूल 3 : फैब्रिक मास्क(कपड़े का मास्क) कैसे पहनें / module 3: how to wear a fabric mask:, module 4: materials for children with disabilities:, enroll me for this course, certificate requirements.

  • Gain a Confirmation of Participation by completing at least 100% of the course material.
  • तत्काल अपील
  • अभी दान कीजिए

भारत

  • हाइ कांट्रास्ट
  • हमारे बारे में
  • हमारा इतिहास
  • हमारे सहयोगी
  • हम कहाँ काम करते हैं
  • हमें संपर्क करें
  • प्रेस सेंटर

यूनिसेफ़ खोजें

भारत में कोरोनावायरस के बारे में: जरूरी जानकारी, एक उपन्यास कोरोनावायरस (cov) कोरोनवायरस का एक नया तनाव है।.

30 years old Kusum showcases handwashing with soap techniques along with her sister-in-law at her house in Kamla Ganj, Shivpuri.

  • में उपलब्ध:

नोवेल कोरोनावायरस क्या है ? नोवेल कोरोनावायरस, यह कोरोना वायरस का नया नस्ल है| सबसे पहले वुहान, चीन में पता लगने वाले नोवेल कोरोनावायरस से होने वाली बीमारी को कोरोनावायरस डिजीज (COVID-19/कोविड - 19) कहते हैं | 

CO कोरोना के लिए, VI - वायरस के लिए और D - डिजीज के लिए है | पहले इस बीमारी को ‘2019 नोवेल कोरोनावायरस’ या ‘2019-nCoV.’ के नाम से जाना जाता था |

COVID-19/कोविड - 19 वायरस, Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS) से जुड़ा हुआ एक नया वायरस है|

COVID-19/कोविड - 19 वायरस किस तरह फैलता है? यह वायरस किसी पीड़ित व्यक्ति के खांसने या छींकने से सांस के कणों/बूंदों के सीधे संपर्क में आने से या वायरस से संक्रमित सतह को छूने से फैलता है | COVID-19/कोविड - 19 वायरस कुछ घंटों तक अपनी सतह पर जीवित रहता है लेकिन इसे किसी साधारण निस्संक्रामक से ख़त्म किया जा सकता है | कोरोनावायरस के लक्षण क्या हैं?

इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, जल्दी-जल्दी सांस लेना आदि हो सकता है | अधिक गंभीर मामलों में निमोनिया या सांस की तकलीफ आदि हो सकते हैं | और गंभीर लेकिन कम मामलों में इससे जान भी जा सकती है | इसके लक्षण फ्लू (इन्फ्लुएंजा) या सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते जुलते हैं, जिनकी सम्भावना COVID-19/कोविड - 19 की अपेक्षा अधिक है | 

इसलिए इसमें टेस्ट करना ज़रूरी है जिससे किसी को COVID-19/कोविड - 19 होने पर पता चल सके | ये जानना महत्वपूर्ण है कि इससे बचाव के वही सामान्य तरीके हैं - बार-बार हाथ धोना और सांस लेने सम्बन्धी सावधानियां (खांसते या छींकते समय टिश्यू या कोहनी को मोड़ कर अपना मुंह और नाक ढक लें और इस्तेमाल के बाद टिश्यू को किसी बंद कूड़ेदान में फ़ेंक दें) |

इसके संक्रमण के खतरे से हम किस तरह बच सकते हैं?

यहाँ चार सावधानियां बताई जा रही हैं, जिससे आप और आप का परिवार संक्रमण से बच सकता है:

icon 1

निरंतर अपना हाथ साबुन या अल्कोहल आधारित हैंड-रब से साफ़ करें |

icon 2

खांसते या छींकते समय टिश्यू या कोहनी को मोड़ कर अपना मुंह और नाक ढक लें और इस्तेमाल के बाद टिश्यू को नष्ट कर दें |

icon 3

अगर आपको या आपके बच्चे को बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ हो तो अपने स्वास्थ्य कर्मी या डॉक्टर से संपर्क करें ।

icon 4

सर्दी-जुकाम या फ्लू के लक्षणों वाले किसी भी व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें |

क्या मुझे मेडिकल मास्क पहनना चाहिए?

यदि आपको सांस से सम्बंधित लक्षण हैं (खांसी और छींकना) तो और लोगों को बचाने के लिए आपको मेडिकल मास्क पहनना चाहिए | अगर आपको कोई लक्षण नहीं है तो आपको मेडिकल मास्क पहनने की ज़रुरत नहीं है | 

अगर आप मास्क पहनते हैं तो उसे सही ढंग से इस्तेमाल करने के बाद नष्ट कर देना चाहिए जिससे उसका सही असर हो और उससे किसी और में वायरस का संक्रमण न फैले | 

केवल मास्क पहनने से ही संक्रमण से बचाव नहीं होता है, इसलिए इसके साथ बार-बार हाथ धोना, छींकते और खांसते समय मुंह ढकना और किसी सर्दी या फ्लू के लक्षणों (खांसी, छींक, बुखार) वाले व्यक्ति से सीधे संपर्क से बचना ज़रूरी है |  

क्या COVID-19/कोविड - 19 बच्चों को प्रभावित करता है ?

ये एक नया वायरस है और अभी हमें इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि ये बच्चों को किस प्रकार प्रभावित करता है | हम जानते हैं कि इस वायरस से कोई भी प्रभावित हो सकता है लेकिन अभी तक COVID-19/कोविड - 19 से बच्चों के प्रभावित होने के कम मामले ही सामने आये हैं | मुख्य रूप से कोविड - 19 पहले से बीमार वृद्ध लोगों के मामले में अधिक प्रभावित करता है |

अगर मेरे बच्चे में COVID-19/कोविड - 19 के लक्षण दिखें तो मुझे क्या करना चाहिए ?

डॉक्टर को दिखाएँ, लेकिन याद रखें कि इस समय उत्तरी गोलार्द्ध (hemisphere) में फ्लू का मौसम चल रहा है और COVID-19/कोविड - 19 के लक्षण जैसे खांसी या बुखार फ्लू या असामान्य सर्दी-जुकाम में भी होते हैं - जिसकी सम्भावना बहुत अधिक है |

हाथ और सांस सम्बन्धी स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें, जैसे लगातार हाथ धोना और बच्चों को सभी टीके लगे होना - जिससे आपका बच्चा बीमारियां पैदा करने वाले अन्य वायरस और बैक्टीरिया से बचा रहे |

आपको या आपके बच्चे को फ्लू की तरह अन्य सांस सम्बन्धी संक्रमण के लक्षण होने पर भीड़ वाली जगह (काम की जगह, स्कूल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट) में जाने से बचें, जिससे अन्य लोगों में ये संक्रमण न फैले |

अगर मेरे परिवार के किसी सदस्य में इसके लक्षण दिखें तो मुझे क्या करना चाहिए ?

अगर आपको या आपके बच्चे को बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए | अगर आप किसी ऐसी जगह गए हैं जहाँ COVID-19/कोविड - 19 के मामले सामने आये हों, या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आये हों जो ऐसे जगह पर गया हो और उसे सांस सम्बन्धी तकलीफ हो, तो आप पहले ही अपने डॉक्टर को संपर्क करें |

क्या मुझे अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेजना चाहिए ?

अगर आपके बच्चे में ये लक्षण हैं तो डॉक्टरी मदद लें और डॉक्टर की सलाह मानें, अन्यथा फ्लू जैसे सांस के अन्य संक्रमण के मामले में बच्चे को घर पर आराम करने दें और भीड़ वाली जगह में जाने और संक्रमण फैलने से रोकें |

अगर आपके बच्चे में बुखार, खाँसी जैसे लक्षण नहीं हैं और स्वास्थ्य या स्कूल सम्बन्धी कोई सलाह नहीं जारी किया गया है - तो बेहतर होगा कि आप अपने बच्चे को स्कूल भेजें |

बच्चे को स्कूल न भेजने के बजाय उसे स्कूल और अन्य स्थानों पर हाथ और सांस सम्बन्धी स्वच्छता, जैसे बार-बार हाथ धोना (नीचे देखें), कोहनी मोड़ कर या टिश्यू से खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढक लेना और इस्तेमाल के बाद टिश्यू को किसी बंद कूड़ेदान में फ़ेंक देना और गंदे हाथ से अपनी आँख, मुंह या नाक न छूना आदि सिखाएं |

सही ढंग से हाथ धुलने का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?

पहला चरण  – नल के / बहते पानी में हाथ गीला करिए |

दूसरा चरण  – पूरे हाथ के लिए पर्याप्त साबुन लीजिये |

तीसरा चरण  – पूरे हाथ को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से मलिए – हाथ के पीछे, उँगलियों के बीच में और नाखूनों के अंदर भी |

चौथा चरण  - नल के / बहते पानी में हाथ अच्छे से धुलिये |

पांचवां चरण  – साफ़ कपड़े या एक बार इस्तेमाल करने वाले तौलिये से हाथ पोछें |

निरंतर हाथ धोइए, विशेष रूप से खाने से पहले, नाक साफ करने के बाद, खांसने या छींकने के बाद और बाथरूम में जाने के बाद|

अगर साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो अल्कोहल युक्त सैनीटाईज़र, जिसमे कम से कम 60% अल्कोहल हो, से हाथ साफ़ करें | अगर हाथ देखने में गन्दा लग रहा हो तो, साबुन और पानी से हाथ साफ करें |

यात्रा करते हुए मुझे अपने परिवार के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए ?

किसी दूसरे देश की यात्रा करने से पहले वहां के सम्बन्ध में जारी कोई यात्रा सम्बन्धी सलाह, देश में प्रवेश के सम्बन्ध में किसी प्रकार की रोक, प्रवेश के समय क्वारंटाइन सम्बन्धी निर्देश या अन्य कोई सलाह के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें |

यात्रा सम्बन्धी सामान्य सावधानियों के साथ, क्वारंटाइन से बचने के लिए या अपने देश में वापस लौटने के प्रतिबन्ध से बचने के लिए, आपको इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की वेबसाइट पर COVID-19/कोविड –19 के बारे में ताज़ा स्थिति (the latest COVID-19 update on the International Air Transport Association website) की जानकारी प्राप्त कर लें |

किसी भी यात्रा के दौरान सभी अभिभावक खुद के लिए और अपने बच्चों के सम्बन्ध में स्वच्छता सम्बन्धी मानकों का पालन करें: बार-बार हाथ धुलें या अल्कोहल युक्त सैनीटाईज़र, जिसमे कम से कम 60% अल्कोहल हो, से हाथ साफ़ करें, सांस सम्बन्धी स्वच्छता (कोहनी मोड़ कर या टिश्यू से खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढक लेना और इस्तेमाल के बाद टिश्यू को नष्ट कर देना) का पालन करें और किसी खांसने या छींकने वाले के संपर्क में आने से बचें | इसके अतिरिक्त अभिभावकों को ये सलाह है कि वे हमेश अपने साथ हाथ साफ करने वाला सैनीटाईज़र, डिस्पोजेबल टिश्यू और कीटाणु नाशक वाइप्स साथ रखें |

इसके अतिरिक्त ये करने की भी सलाह दी जाती है की किसी विमान या अन्य किसी गाड़ी में बैठते समय कीटाणु नाशक वाइप्स से अपनी सीट, आर्म्स रेस्ट, टच स्क्रीन आदि को साफ कर लें | जिस होटल में आप और आपके बच्चे रुकें, वहां भी कीटाणु नाशक वाइप्स से चाबियाँ, दरवाजों के हैंडल, रिमोट कण्ट्रोल आदि साफ कर लें |  

क्या किसी गर्भवती महिला से उसके बच्चे में कोरोनावायरस जा सकता है ?

अभी तक इस विषय में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है कि किसी गर्भवती महिला से गर्भावस्था के दौरान उसके बच्चे में वायरस जा सकता है या नहीं और इसका उसके बच्चे पर क्या प्रभाव हो सकता है | इस बारे में शोध अभी जारी है | गर्भवती महिलाओं को इस वायरस के संपर्क में आने से बचने के लिए ज़रूरी सावधानियों को अपनाएं और बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाएँ|

क्या कोरोना वायरस से पीड़ित माँ के द्वारा अपने बच्चे को स्तनपान करना सुरक्षित है ?

इससे प्रभावित या अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में रहने वाली या बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ की लक्षण वाली माताओं को डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए, और उनका पालन करना चाहिए |

स्तनपान के फायदों को ध्यान में रखते हुए और श्वास सम्बन्धी अन्य वायरस की माँ के दूध में क्षीण भूमिका  को देखते हुए देखते हुए माताओं को अपने बच्चों को पूरी सावधानी के साथ स्तनपान कारन जारी रखना चाहिए |

जैसा कि COVID-19/कोविड –19से संक्रमित या संभावित अन्य मामलों में सावधनी रखना चाहिए, इसके लक्षण वाली माताओं को भी, जो स्तनपान कराती हैं, सभी सावधानियां रखनी चाहिए जैसे मास्क पहनना, अपने बच्चे के पास जाते समय (या उसे स्तनपान कराते समय) अपना हाथ धुलना, संक्रमित सतहों को साफ / विसंक्रमित करना आदि |

यदि माँ ज्यादा बीमार हो तो उनको, संक्रमण से बचाव के तरीके अपनाते हुए, अपना दूध निकल कर किसी साफ कप या चम्मच से बच्चे को पिलाने को कहना चाहिए|

Lybrate Logo

  • Piles Treatment
  • Fistula Treatment
  • Fissure Treatment
  • Pilonidal Sinus Treatment
  • Rectal Prolapse
  • Hernia Treatment
  • Gallstones Treatment
  • Appendicitis
  • Inguinal Hernia Treatment
  • Umbilical Hernia Treatment
  • Surgical Abortion
  • Ectopic Pregnancy Treatment
  • Molar Pregnancy Treatment
  • Ovarian Cyst
  • Miscarriage Treatment
  • Bartholin Cyst Treatment
  • Endometriosis Treatment
  • Adenomyosis Treatment
  • PCOS-PCOD Treatment
  • Pregnancy Care Treatment
  • Laser Vaginal Tightening
  • Hymenoplasty
  • Vaginoplasty
  • Labiaplasty
  • Vaginal Wart Removal
  • Tympanoplasty
  • Adenoidectomy
  • Sinus Treatment
  • Septoplasty
  • Mastoidectomy
  • FESS Surgery
  • Thyroidectomy
  • Tonsillectomy
  • Stapedectomy
  • Myringotomy
  • Throat Surgery
  • Ear Surgery
  • Vocal Cord Polyps
  • Nasal Polyps
  • Turbinate Reduction
  • Circumcision
  • Stapler Circumcision
  • Kidney Stones Treatment
  • Enlarged Prostate
  • Frenuloplasty Surgery
  • Balanoposthitis
  • Paraphimosis
  • Foreskin Infection
  • Prostatectomy
  • Tight Foreskin
  • Gynecomastia
  • Liposuction
  • Hair Transplant
  • Lipoma Surgery
  • Breast Lift Surgery
  • Sebaceous Cyst Surgery
  • Rhinoplasty
  • Breast Augmentation Surgery
  • Axillary Breast
  • Breast Lump
  • Breast Reduction
  • Double Chin
  • Earlobe Repair
  • Blepharoplasty
  • Beard Transplant
  • DVT Treatment
  • Varicose Veins Treatment
  • Varicocele Treatment
  • Diabetic Foot Ulcer Treatment
  • Uterine Fibroids
  • Knee Replacement
  • Carpal Tunnel Syndrome
  • ACL Tear Treatment
  • Meniscus Tear Treatment
  • Hip Replacement Surgery
  • Spine Surgery
  • Shoulder Dislocation
  • Shoulder Replacement
  • Rotator Cuff Repair
  • Arthroscopy Surgery
  • Knee Arthroscopy
  • Shoulder Arthroscopy
  • Total Knee Replacement
  • Lasik Eye Surgery
  • Diabetic Retinopathy
  • Cataract Surgery
  • Retinal Detachment
  • Glaucoma Treatment
  • Squint Surgery
  • SMILE Lasik surgery
  • FEMTO Lasik surgery
  • ICL surgery
  • Contoura Vision
  • IVF Treatment
  • IUI Treatment
  • Female Infertility
  • Male Infertility
  • Egg Freezing
  • Dental Implant Surgery
  • Dental Braces
  • Teeth Aligners

tab_logos

कोरोना वायरस बीमारी (COVID-19): लक्षण, कारण, संचरण, उपचार, सावधानियां | Coronavirus In Hindi

आखिरी अपडेट : Nov 18, 2020

Topic Image

कोरोनावायरस क्या है?

कोरोनावायरस को ​​नोवेल कोरोनावायरस भी कहा जाता है, जो कि कोरोनावायरस (CoV) नामक वायरस के परिवार से आता है, जिसकी पहचान वर्ष 1960 में हुई थी। वायरस को उसके आकार से नाम मिला जो मुकुट(क्राउन) की तरह होता है।

यह जानवरों और मनुष्यों दोनों में फैल सकता है जो मनुष्यों में सांस की बीमारियां, गाय और सूअर में डायरिया और मुर्गियों में ऊपरी श्वसन रोग जैसी विनाशकारी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

कोरोनावायरस प्रकृति में जूनोटिक होता हैं यानी वे जानवरों से मनुष्यों में पारित होते हैं। संक्रमित व्यक्ति या उनके द्वारा छुई गई चीजों को छूने से लोग संक्रमित हो सकते हैं।

कोरोनावायरस लाइव अपडेट:

हमेशा याद रखें ... वायरस की तुलना में अफवाहें तेजी से फैलती हैं। कोरोनावायरस के प्रकोप लाइव अपडेट के लिए WHO आधिकारिक साइट का पालन करें।

लेटेस्ट इंडिया अपडेट:

  • COVID-19: दिल्ली के भीड़-भाड़ में तीसरी लहर के रूप में कोरोनावायरस - और पढ़े!
  • TIFR का कहना है कि मुंबई में दूसरा COVID-19 पीक मामले में कम गंभीर - और पढ़े!
  • केंद्र ने राज्यों को COVID-19 टीकाकरण अभियान की देखरेख के लिए समितियां बनाने का निर्देश दिया - और पढ़े!
  • कोरोनावायरस अपडेट: सक्रिय मामले भारत में 5.5 लाख से नीचे गिरे क्योंकि भारत में 40,000 फ्रेश संक्रमणों से कम रिपोर्ट दर्ज - और पढ़े!
  • पश्चिम बंगाल में 30 नवंबर तक लॉकडाउन के उपायों को आसानी के साथ बढ़ाया गया - और पढ़े!

दुनिया की लेटेस्ट अपडेट:

  • श्रीलंका के ग्रामीणों ने फंसे हुए व्हेल को बचाने के लिए कोरोनोवायरस कर्फ्यू को चुनौती दिया - और पढ़े!
  • CureVac का टीका प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है, यूके ने एस्ट्राजेनेका की दवा के लिए समीक्षा शुरू की - और पढ़े!
  • COVID-19 मामले, चुनाव के दिनों में तेजी से बढ़ रही मौतें - और पढ़े!
  • अपनी पहली-लहर के गलतियों से सीखने में असफल, इटली लॉकडाउन की ओर वापस लौटा - और पढ़े!
  • रूसी वैक्सीन ट्रायल डोज की कमी, भारत दुनिया को वैक्सीन लेने में करेगा मदद - और पढ़े!

कोरोनावायरस की उत्पत्ति और प्रकोप:

कोरोनावायरस रोग (COVID-19) एक नया तनाव (स्ट्रेन) है, जिसकी उत्पत्ती चीन के शहर वुहान से हुई और यह पहली बार दिसंबर 2019 में खोजा गया था। यह पहले मनुष्यों में नहीं पहचाना गया था।

जब से संक्रमण सामने आया, यह अनुमान लगाया गया कि यह एक लैब में बायोवेपॉन के रूप में था। हालांकि, वैज्ञानिक ऐसा कोई सबूत नहीं खोज पाए हैं, जो यह बताता हो कि वायरस किसी लैब में बना था या फिर इंजीनियर्ड था। जर्नल नेचर में प्रकाशित निष्कर्षों के अनुसार, संक्रमण प्राकृतिक विकास का एक उत्पाद है।

चीन में शुरू में इसका प्रकोप गंभीर था, जहाँ इसने सबसे अधिक लोगों को संक्रमित किया और मारे गए। लेकिन, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, यूरोप संक्रमण का नया उपरिकेंद्र(epicentre) है। जिन देशों की उच्च संक्रमण और घातक संख्या की सूचना रिपोर्ट की गई है उनमें इटली, ईरान, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जर्मनी शामिल हैं।

कोरोनावायरस बीमारी (कोविद -19) कैसे फैलता है?

सबसे पहला सवाल यह होता है कि कोरोनावायरस कैसे फैलता है, तो बता दें कि कोरोनावायरस रोग मुख्य रूप से संचारित होता है:

  • संक्रमित व्यक्ति (1 मीटर के भीतर) के साथ निकट संपर्क के माध्यम से संचारित होता है।
  • जब संक्रमित रोगी खांसता या छींकता है तो श्वसन की बूंदें(respiratory droplets) उत्पन्न होती हैं जिससे यह संचारित होता है।
  • किसी वस्तु को छूने से जिसकी सतह पर वायरस है, और फिर अपने मुंह, नाक, या संभवतः आंखों को छूता है तो यह संचारित होता है।
  • पशु मीट खाने से जो कोरोनावायरस से संक्रमित होता है।

pms_banner

वायरस कितनी देर तक सरफेस पर जीवित रहता है?

यह सही ज्ञात नहीं है कि वायरस सतह पर कितने समय तक जीवित रहता है। कई अध्ययनों के अनुसार, यह वायरस कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक सतहों पर बना रह सकता है। यह अलग-अलग परिस्थितियों में सतह के प्रकार, तापमान या वातावरण की नमी के आधार पर भिन्न होता है।

क्या कोविद -19 सार्स के समान है?

नहीं, दोनों बीमारियां अलग हैं। कोविद-19 (COVID-19) और 2003 में सार्स ( SARS ) के प्रकोप का कारण बनने वाले वायरस आनुवांशिक रूप से संबंधित हैं, लेकिन उनके कारण होने वाली बीमारियां अलग हैं। COVID -19 की तुलना में सार्स घातक लेकिन कम संक्रामक था। इसके अलावा, 2003 के बाद, आज तक दुनिया में SARS का कोई प्रकोप नहीं देखा गया।

कोरोनावायरस रोग(COVID-19) के लक्षण और संकेत क्या हैं?

कोरोनावायरस (COVID-19) के लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • साँस की तकलीफ

जिन रोगियों में यह विकसित चरण में पहुंचा है, वे निम्न लक्षणों में से कुछ का अनुभव कर सकते हैं:

  • छाती में लगातार दर्द या दबाव
  • मन में असमंजस की स्थिति
  • नीले होंठ या चेहरा

कोरोनावायरस रोग (कोविद -19) के लिए ऊष्मायन अवधि क्या है?

वायरस के संकुचन और लक्षणों की शुरुआत के बीच का समय 1 से 14 दिनों के बीच अलग-अलग हो सकता है। आमतौर पर, पांच दिनों के भीतर, संक्रमित व्यक्ति लक्षण दिखाना शुरू कर देता है।

कोरोनोवायरस रोग (कोविद -19) का निदान कैसे किया जा सकता है?

सबसे पहले, लैब टेक्नीशियन आपके ब्लड का सैंपल एक सुई के माध्यम से लेगा या कपास का उपयोग करके वह आपके लार या श्वसन स्राव (नाक से या आपके गले के पीछे से) का सैंपल लेगा। बाद में, सैंपल को वायरल सामग्री या एंटीबॉडी की उपस्थिति की कन्फर्म करने के लिए टेस्टिंग के लिए भेजा जाता है जो वायरस को बताता है।

कोरोना वायरस परीक्षण प्रयोगशालाएँ

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने सरकारी प्रयोगशालाओं की स्थापना की और निजी प्रयोगशालाओं को कोविद -19 जांच परीक्षणों का संचालन करने की अनुमति दी। कृपया नीचे उनके स्थान के साथ केंद्रों की सूची देखें:

  • स्थान के साथ कोरोनावायरस पैन इंडिया प्रयोगशालाएँ

क्या कोरोनावायरस बीमारी (कोविद -19) के लिए कोई टीका है?

कोविद -19(COVID-19) से बचाव के लिए पूरी दुनिया में कोई टीका उपलब्ध नहीं है। वैक्सीन को जल्द से जल्द विकसित करने के लिए वैज्ञानिक उसी पर काम कर रहे हैं। हालाँकि, यह भविष्यवाणी की गई है कि आने वाले 18 महीनों में इस महामारी को ठीक करने के लिए कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं होगी।

हम कोरोनावायरस का इलाज कैसे कर सकते हैं?

कोविद -19(COVID-19) का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। लक्षणों को देखते हुए, मरीजों को लक्षणों से राहत पाने के लिए मेडिकल केयर लेने की सलाह दी जाती है। यदि आपके लक्षण गंभीर हैं, तो सहायक उपचार दिए जा सकते हैं। कोविद-19 के लिए वर्तमान उपचार विधियां आमतौर पर वायरल संक्रमण के लक्षणों के प्रबंधन पर जोर देती हैं।

  • एंटीवायरल या रेट्रोवायरल दवाएं
  • ब्रेथिंग सपोर्ट, जैसे मकेनिकल वेंटिलेशन
  • फेफड़ों की सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड
  • ब्लड प्लाज्मा ट्रांसफ्यूजन

और पढ़े: आयुर्वेद में इम्युनिटी के लिए बेस्ट निवारक कोरोना वायरस टिप्स

कोरोनोवायरस रोग (कोविद -19) के लिए निवारक उपाय क्या हैं?

lybrate_youtube

चूंकि कोविद -19 एक उच्च संचारी (highly communicable) रोग है, ऐसे कुछ निवारक उपाय हैं, जिनका पालन करके आप कॉरोनोवायरस रोग (COVID-19) के जोखिम को कम कर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित विभिन्न सावधानियों का पालन करके अपनी रक्षा करें। इसमें शामिल है:

कोरोना वायरस से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:-

अधिकांश लोग जो संक्रमित हो जाते हैं वे हल्के बीमारी का अनुभव करते हैं और ठीक हो जाते हैं, लेकिन यह दूसरों के लिए अधिक गंभीर हो सकता है। अपना ध्यान रखें और निम्नलिखित कार्य करके दूसरों की रक्षा करें:

अपने हाथों को अल्कोहल-आधारित हाथ से नियमित रूप से और अच्छी तरह से साफ करें या उन्हें साबुन और पानी से धोएं।

क्यों? अपने हाथों को साबुन और पानी से धोना या अल्कोहल-आधारित हैंड रब का उपयोग, हाथों के वायरस को खत्म कर सकता है।

कम से कम 1 मीटर (3 फीट) की दूरी पर अपने आप को और किसी को भी, जो खांस रहें है या छींक रहें हैं, के बीच दूरी बनाए रखें। क्यों? जब किसी को खांसी या छींक आती है तो वे अपनी नाक या मुंह से छोटी तरल बूंदें छिड़कते हैं जिसमें वायरस हो सकता है। यदि आप बहुत करीब हैं, तो आप उस खांसी में सांस ले सकते हैं, जिसमें कोविड ​​-19 वायरस भी शामिल हो सकते हैं यदि खांसी करने वाले व्यक्ति को यह बीमारी है।

क्यों? हाथ कई सतहों को छूते हैं और वायरस उठा सकते हैं। एक बार दूषित होने पर, हाथ वायरस को आपकी आंखों, नाक या मुंह में स्थानांतरित कर सकते हैं। वहां से, वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है और आपको बीमार कर सकता है।

सुनिश्चित करें कि आप, और आपके आस-पास के लोग, अच्छी रेस्पिरेटरी हाइजीन का पालन करते हैं। इसका मतलब है खांसी या छींक आने पर अपनी मुड़ी हुई कोहनी या टिशू से अपने मुंह और नाक को ढंकना। या फिर इस्तेमाल किए गए टिश्यू का तुरंत फेक देना।

क्यों? ड्रॉपलेट से वायरस फैलते हैं। अच्छी रेस्पिरेटरी हाइजीन का पालन करके आप अपने आसपास के लोगों को सर्दी, फ्लू और सीओवीआईडी ​​-19 जैसे वायरस से बचाते हैं।

यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो घर पर रहें। यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई है, तो चिकित्सा पर ध्यान दें और पहले से फोन करें। अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करें।

क्यों? आपके क्षेत्र की स्थिति की जानकारी के लिए राष्ट्रीय और स्थानीय अधिकारियों के पास सबसे अधिक जानकारी होगी। पहले से कॉल करने से आपका डॉक्टर आपको जल्दी से सही स्वास्थ्य सुविधा के लिए निर्देशित कर सकता है। यह आपकी रक्षा भी करेगा और वायरस और अन्य संक्रमणों के प्रसार को रोकने में मदद करेगा।

कोविड -19 के बारे में नई घटनाओं से अवगत रहें। अपने डॉक्टर, अपने राष्ट्रीय और स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राधिकरण या अपने नियोक्ता द्वारा कोविड -19 से खुद को और दूसरों को बचाने के तरीके के बारे में दी गई सलाह का पालन करें।

क्यों? आपके क्षेत्र में COVID-19 फैल रहा है या नहीं, इस पर राष्ट्रीय और स्थानीय अधिकारियों को सबसे अधिक जानकारी होती है। उन्हें इस बात की सलाह देने के लिए सर्वोत्तम स्थान दिया जाता है कि आपके क्षेत्र के लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए।

उन लोगों के लिए सुरक्षा उपाय जो हाल ही में (पिछले 14 दिनों में) उन क्षेत्रों में गए हैं, जहां COVID-19 फैल रहा है।

ऊपर उल्लिखित मार्गदर्शन का पालन करें

जब तक आप ठीक न हो जाएं, तब तक घर पर हीं रहें, जब तक कि हल्के लक्षण दिखने शुरू न हो जाएं जैसे सिरदर्द और हल्की नाक बहना। क्यों? दूसरों के साथ संपर्क से बचने और मेडिकल फैसिलिटी से ये सुविधाएं अधिक प्रभावी ढंग से संचालित हो सकेंगी और आपको और दूसरों को संभव COVID-19 और अन्य वायरस से बचाने में मदद मिलेगी।

यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई का विकास होता हैं, तो तुरंत चिकित्सीय सलाह लें क्योंकि यह श्वसन संक्रमण या अन्य गंभीर स्थिति का कारण हो सकता है। पहले से कॉल करें और किसी भी हाल की यात्रा के बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। क्यों? पहले से कॉल करने से आपका डॉक्टर आपको जल्दी से सही स्वास्थ्य सुविधा के लिए निर्देशित कर सकता है। यह COVID-19 और अन्य वायरस के संभावित प्रसार को रोकने में भी मदद करता है.

सॉर्स: जनता के लिए WHO की सलाह।

मास्क का उपयोग कब करें?

  • यदि आप स्वस्थ हैं, तो आपको केवल तब मास्क पहनना होता है, जब आप किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं जिसके पास कोविद-19 का संक्रमण है।
  • खांसने या छींकने पर मास्क पहनें।
  • मास्क केवल तभी प्रभावी होते हैं जब अल्कोहल-आधारित हैंड रब या साबुन और पानी के साथ लगातार हाथ-सफाई के संयोजन में उपयोग किया जाता है।
  • यदि आप मास्क पहनते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि इसका उपयोग कैसे करना है और इसे ठीक से कैसे उतारना या फेकना है।

मास्क कैसे लगाएं, इस्तेमाल कैसे करें, उतारें कैसे और डिस्पोज कैसे करें?<

  • मास्क लगाने से पहले, अल्कोहल बेस्ड हैंड रब या साबुन और पानी से हाथ साफ करें।
  • मुंह और नाक को मास्क से ढकें और सुनिश्चित करें कि आपके चेहरे और मास्क के बीच कोई गैप न हो।
  • उपयोग करते समय मास्क को छूने से बचें; यदि आप ऐसा करते हैं, तो अपने हाथों को अल्कोहल-आधारित हैंड रब या साबुन और पानी से साफ करें।
  • नम होते ही मास्क को रिप्लेस करें और सिंगल-यूज़ मास्क का दोबारा उपयोग न करें।
  • मास्क कैसे हटाएं: इसे पीछे से हटाएं (मास्क को सामने से न छुएं); बंद बिन में तुरंत फेकें; अल्कोहल बेस्ड हैंड रब या साबुन और पानी से हाथ साफ करें।

भारत में कोरोनावायरस रोग (कोविद -19) के निशान:

केरल में 30 जनवरी को कोरोनोवायरस के पहले मामले का पता चला था। छात्र वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ रहा था और उसका इलाज केरल के अस्पताल में किया गया। अब तक, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोविद -19 के कुल कन्फर्म मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

क्या हमें कोविद -19 के बारे में चिंता करनी चाहिए?

कोविद -19 यानी कोरोनावायरस के बारे में दुनिया भर में महामारी की स्थिति घोषित किया गया है। इस वायरस के कारण होने वाली बीमारी आम तौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में हल्के होती है, हालांकि, बड़ी उम्र के लोग या डायबिटीज या दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों को कोरोनावायरस से संक्रमित होने का अधिक खतरा होता है।

यदि शुरुआती चरणों में सावधानी नहीं बरती जाती है, तो संक्रमण गंभीर हो जाता है और उचित चिकित्सा की आवश्यकता होती है। नीचे दिए गए निवारक उपायों को अपनाकर हम सभी इस बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं।

  • वायरस को मारने के लिए कीटाणुनाशक से सतहों को साफ करें।
  • अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
  • अपने मुंह, आंख और नाक को छूने से बचें।
  • जब आप छींकते हैं तो अपने मुंह को कोहनी से ढकें।
  • यदि खांसी, छींक या सर्दी लंबे समय तक बनी रहती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें।

कोरोनोवायरस बीमारी के बारे में मिथक

lybrate_youtube

  • ठंड का मौसम और बर्फ कोरोनावायरस को नहीं मार सकते।
  • कोरोनावायरस को मारने में हैंड ड्रायर्स प्रभावी नहीं हैं।
  • कोई सबूत नहीं है कि नियमित रूप से सेलाइन के साथ नाक धोना लोगों को कोरोनावायरस से संक्रमण से सुरक्षित रखता है।
  • कोरोनावायरस गर्म और नम जलवायु वाले क्षेत्रों में संचारित किया जा सकता है।
  • पराबैंगनी किरणों का उपयोग विसंक्रमण के लिए नहीं किया जाना चाहिए और यह त्वचा में जलन पैदा कर सकता है।
  • लहसुन हेल्दी होता है लेकिन मौजूदा प्रकोप से कोई सबूत नहीं है कि लहसुन खाने से लोगों को कोरोनावायरस से बचाया जा सकता है।
  • कोरोनाविरस मच्छर के काटने से नहीं फैलता है।
  • थर्मल स्कैनर यह पता लगा सकता हैं कि लोगों को बुखार है या नहीं, लेकिन यह पता नहीं लग सकता है कि क्या किसी को कोरोनावायरस है या नहीं।
  • एंटीबायोटिक्स वायरस के खिलाफ काम नहीं करते हैं, एंटीबायोटिक्स केवल बैक्टीरिया के खिलाफ काम करते हैं।
  • कोई सबूत नहीं है कि जानवर / पालतू जानवर जैसे कुत्ते या बिल्ली कोरोनावायरस को संचारित कर सकते हैं।
  • अपने शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव करना उन वायरस को खत्म नहीं करता है जो पहले ही आपके शरीर में प्रवेश कर चुके हैं।
  • आज तक, कोरोनावायरस को रोकने या इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा नहीं है।
  • गर्म स्नान कोरोनावायरस को नहीं रोकता है।
  • निमोनिया के खिलाफ टीके, जैसे न्यूमोकोकल वैक्सीन और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचआईबी) वैक्सीन, कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं।

अपने कार्यस्थल(वर्क प्लेस) को कोरोनावायरस से निपटने के लिए कैसे तैयार करें?

अपने कार्यस्थल में COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए सरल तरीके से रोक सकते हैं

नीचे दिए गए कम लागत वाले उपाय आपके कार्यस्थल में संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करेंगे, जैसे सर्दी, फ्लू और स्‍टमक बग, और आपके ग्राहकों, ठेकेदारों और कर्मचारियों की रक्षा करेंगे।

काम करने वाले लोगों(कर्मचारीयों) को अब इन चीजों को करना शुरू करना चाहिए, भले ही COVID-19 उन समुदायों में नहीं आया हो जहां वे काम करते हैं। बीमारी के कारण काम करने वाले दिनों को पहले ही कम करके और यदि आपके किसी वर्क प्लेस पर यह संक्रमण हो गया है तो आप ऐसा करके COVID-19 के प्रसार को रोक या धीमा कर सकते हैं।

क्यों? क्योंकि कर्मचारियों और ग्राहकों द्वारा छुई गई सतहों पर संदूषण मुख्य तरीकों में से एक है जो COVID-19 फैलता है।

क्यों? क्योंकि हाथ धोना आपके हाथों पर वायरस को मारता है और COVID19 के प्रसार को रोकता है

क्यों? क्योंकि अच्छी श्वसन स्वच्छता COVID-19 के प्रसार को रोकती है

अपने कर्मचारियों, ठेकेदारों और ग्राहकों को बताएं कि कोरोना वायरस आपके समुदाय में फैल सकता है। यदि किसी को भी हल्की खांसी या कम बुखार (37.3 C या अधिक) है तो ऐसे में घर पर रहना चाहिए। यदि आपने सरल दवाएं ली हैं, जैसे कि पेरासिटामोल / एसिटामिनोफेन, इबुप्रोफेन या एस्पिरिन तो आपको घर पर रहना चाहिए (या घर से काम करना चाहिए), जो संक्रमण के लक्षणों हो सकता है।

क्या COVID-19 के लिए कोई इलाज / टीकाकरण है?

इस समय, आपको नोवेल कोरोनवायरस से बचाने के लिए कोई टीका नहीं है, जिसे SARS-CoV-2 भी कहा जाता है। कोविद-19 के लक्षणों के उपचार के लिए कोई विशेष दवाइयां भी अनुमोदित नहीं हैं। जिन लोगों में हल्का मामला मिलता है, उन्हें अपने लक्षणों को कम करने के लिए देखभाल की आवश्यकता होती है, जैसे आराम, तरल पदार्थ और बुखार पर कंट्रोल करना. गंभीर लक्षणों वाले लोगों को अस्पताल में दिखाने की आवश्यकता होती है।

कोविद-19 के टीके और उपचार के विकल्प वर्तमान में दुनिया भर में चेक किया जा रहा हैं। कुछ सबूत हैं कि कुछ दवाओं में बीमारी को रोकने या कोविद​​-19 के लक्षणों का इलाज करने के संबंध में प्रभावी होने की क्षमता हो सकती है।

हालांकि, शोधकर्ताओं को संभावित टीके और अन्य उपचार उपलब्ध होने से पहले मनुष्यों में यादृच्छिक नियंत्रित ट्रायल्स(randomized controlled trials) करने की आवश्यकता है। इसमें कई महीने या उससे अधिक समय लग सकता है।

यहां कुछ उपचार विकल्प दिए गए हैं जो वर्तमान में SARS-CoV-2 के खिलाफ सुरक्षा और COVID-19 लक्षणों के उपचार के लिए जांच की जा रही है।

रेमडेस्वीर एक प्रायोगिक ब्रॉड-स्पेक्ट्रम एंटीवायरल दवा है जिसे मूल रूप से इबोला को लक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

शोधकर्ताओं ने पाया है कि रेमडेस्वीर अलग-अलग कोशिकाओं में नोवेल कोरोनवायरस से लड़ने के लिए बेहद प्रभावी होता है। यह उपचार अभी तक मनुष्यों में अनुमोदित नहीं है, लेकिन चीन में इस दवा के लिए दो नैदानिक ​​परीक्षण लागू किए गए हैं। एक नैदानिक ​​परीक्षण हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में एफडीए द्वारा अनुमोदित किया गया था।

क्लोरोक्वीन एक ऐसी दवा है जिसका इस्तेमाल मलेरिया और ऑटोइम्यून बीमारियों से लड़ने के लिए किया जाता है। यह 70 से अधिक वर्षों से उपयोग किए जाने वाले स्रोत के लिए उपयोग में है और इसे सुरक्षित माना जाता है। शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि यह दवा टेस्ट ट्यूब में किए गए अध्ययनों में SARS-CoV-2 वायरस से लड़ने में कारगर है। कम से कम 10 नैदानिक ​​परीक्षण वर्तमान में क्लोरोक्वीन के संभावित उपयोग को नोवेल कोरोनावायरस से निपटने के विकल्प के रूप में देख रहे हैं।

लोपिनवीर और रितोनवीर को कालेट्रा नाम से बेचा जाता है और एचआईवी के इलाज के लिए डिज़ाइन किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, अन्य दवाओं के साथ संयोजन में कालेट्रा का उपयोग करने के लाभ हो सकता है।

नोवेल कोरोनावायरस से लड़ने के लिए APN01 नामक दवा की क्षमता की जांच करने के लिए चीन में जल्द ही एक नैदानिक ​​परीक्षण शुरू किया गया है। पहली बार 2000 के दशक में APN01 को विकसित करने वाले वैज्ञानिकों ने पाया कि ACE2 नामक निश्चित प्रोटीन SARS संक्रमण में शामिल है। इस प्रोटीन ने श्वसन संकट के कारण फेफड़ों को चोट से बचाने में मदद की है।

हाल के शोध से यह पता चला है कि SARS की तरह 2019 कोरोनवायरस भी मनुष्यों में कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए ACE2 प्रोटीन का उपयोग करता है।

यादृच्छिक(randomized), डूएल-आर्म-ट्रायल 1 सप्ताह के लिए 24 रोगियों पर दवा के प्रभाव को दखा गया। इस ट्रायल में भाग लेने वाले आधे प्रतिभागियों को APN01 दवा प्राप्त होगी, और अन्य आधे को एक प्लेसबो दिया जाएगा। यदि परिणाम अच्छा हुआ, तो बड़े नैदानिक ट्रायल किए जाएंगे।

चीन ने COVID-19 के लक्षणों के इलाज के लिए एंटीवायरल ड्रग फेविलविर के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। शुरुआत में नाक और गले में सूजन के इलाज के लिए दवा विकसित की गई थी। हालांकि अध्ययन के परिणाम अभी तक जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन दवा को माना जाता है कि 70 लोगों के नैदानिक ​​परीक्षण में कोविद-19 लक्षणों के इलाज में प्रभावी पाया है।

सॉर्स: Webmd

प्रोफेशनल सहायता के लिए:

प्रोफेशनल सहायता प्राप्त करने के लिए, आप यहाँ देख सकते हैं:

  • Helpline Number Toll-free: 1075, +91-11-23978046
  • Helpline Email ID : ncov2019[at]gov[dot]in OR Ncov2019[at]gmail[dot]com
  • Website: https://www.mohfw.gov.in/

आगे जानिए इसके बारे में: कोरोनावायरस पैन इंडिया हेल्पलाइन नंबर

  • Coronavirus. World Health Organization [Internet]. who.int 2020 [cited 17 March 2020]. Available from: https://www.who.int/health-topics/coronavirus
  • Coronavirus (COVID-19). CDC, Centers for Disease Control and Prevention [Internet]. cdc.gov 2020 [cited 17 March 2020].Available from: https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/index.html
  • Novel Corona Virus. Ministry Of Health And Family Welfare, Department of Health & Family Welfare [Internet]. mohfw.gov.in 2020 [cited 17 March 2020]. Available from: https://www.mohfw.gov.in/

लोकप्रिय प्रश्न और उत्तर

Hello I was infected with covid in april 2021. ...

related_content_doctor

Dr. Prabhakar Laxman Jathar

Endocrinologist

Mr Vivek, Thanks for the query. I have seen the details given. Your HbA1c% is at borderline of pr...

I was on ecosprin (150 mg) dose for last few mo...

related_content_doctor

Dr. Siddharth Vashistha

ENT Specialist

Usually the meds you r taking can cause some elevation in pt and inr .but there is not sure way o...

I have recovered from covid 6 weeks back. Durin...

related_content_doctor

Dr Anil Kumar Jain

Hello dearest Lybrate user. Gm. Good news that you recovered from covid19. Please share complete ...

Hi doctor, I am getting mad day by day. I am re...

related_content_doctor

Dr. Rushali Angchekar

Homeopathy Doctor

Hello. Take arsenic album 30 4 pills morning 3 days and report me after 3 days for further treatm...

I got my recent cbc wherein wbc are 3.6, no fev...

Not necessarily you r immunocompromised. please share your complete blood count reports in a pic ...

सम्बंधित हेल्थ टिप्स

Topic Image

Positive Impact Of COVID-19!

Coronavirus disease is an infectious disease caused by a recently discovered coronavirus. Individ...

related_content_doctor

Dr. Sanjeev Kumar Singh

Ayurvedic Doctor

Topic Image

How Germany Was Able To Successfully Control Th...

How Germany was able to flatten the curve? 1) Early diagnosis and screening. The government was p...

related_content_doctor

Dr. Ritu Singh

Topic Image

Look After Your Mental & Emotional Health Durin...

1. Plan your day Regular routines are essential for our identity, self-confidence and purpose. Lo...

related_content_doctor

Dr. Partha Bose

Pulmonologist

Topic Image

COVID19 & Obesity

Statistics show that many of us may have a higher death rate due to the high prevalence of obesit...

related_content_doctor

Dr. Vinayak S Hiremath

General Physician

Topic Image

Best Preventive Coronavirus Tips For Immunity I...

आयुर्वेद में इम्युनिटी के लिए बेस्ट निवारक कोरोना वायरस टिप्स चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वाय...

related_content_doctor

Ms. Shilpa Marwah

Dietitian/Nutritionist

  • Top General Physician in Delhi
  • Top General Physician in Mumbai
  • Top General Physician in Gurgaon
  • Top General Physician in Pune
  • Top General Physician in Kolkata
  • Top General Physician in Bangalore
  • Top General Physician in Chennai
  • Top General Physician in Hyderabad

कंटेंट टेबल

Profile Image

15+ Years of Surgical Experience

All Insurances Accepted

EMI Facility Available at 0% Rate

अपने आसपास General Physician तलाशें

pms_banner

फ्री में सवाल पूछें

डॉक्टरों से फ्री में अनेक सुझाव पाएं

lybrate_youtube

Having issues? Consult a doctor for medical advice

Book Appointment

No Booking Fee

U.S. flag

An official website of the United States government

The .gov means it’s official. Federal government websites often end in .gov or .mil. Before sharing sensitive information, make sure you’re on a federal government site.

The site is secure. The https:// ensures that you are connecting to the official website and that any information you provide is encrypted and transmitted securely.

  • Publications
  • Account settings

Preview improvements coming to the PMC website in October 2024. Learn More or Try it out now .

  • Advanced Search
  • Journal List
  • J Family Med Prim Care
  • v.10(7); 2021 Jul

“Covishield and Covaxin” – India's contribution to global COVID-19 pandemic

Sunil kumar raina.

1 Community Medicine, Dr. RP Government Medical College, Tanda, Himachal Pradesh, India

Raman Kumar

2 President, Academy of Family Physicians of India, New Delhi, India

The coronavirus disease 2019 (COVID-19) pandemic continues to bring in its wake not only morbidity and mortality but also an unprecedented challenge to public health, food systems, human dignity, and work across the world. The availability and possible delivery of a safe and effective vaccine to populations across the world are not only being seen as a hope to surmount these challenges but also as a show of human resilience in the face of adversity. Nations need to galvanize their resources and make the availability of vaccines universal, without which the real benefits of its development cannot be realized. Despite its large domestic needs, our country is being looked upon with both hope and expectation to deliver at this crucial juncture in the evolution of human civilization, and India is more than willing to do its part.

An external file that holds a picture, illustration, etc.
Object name is JFMPC-10-2433-g001.jpg

May all be happy; May all be free from infirmities; May all see good; May none partake suffering.

One of the most beautiful verses, illustrating the whole concept of “well-being of all” and commonly quoted in the context of spirituality, dharma, universality, and well-being has been the guiding principle of our health care civilizational history. Fundamental to it is the “health and wellbeing of all” irrespective of their nationality, group, or race. The COVID-19 pandemic necessitates the integration of this verse into the national health care mitigation plans of each nation of this world to reduce the impact on the most disadvantaged and needy. The path has been shown, it is time to tread on it as the entire world, despite falling numbers, continues to be amid the COVID-19 pandemic.

As nations put together various forms of response; from lockdowns and freezing of transmission to tracking the pandemic through surveillance or advising on interventions, the development and delivery of safe and effective vaccines was one intervention most widely awaited.

Ever since vaccines have been in operation, millions of lives continue to be saved each year. By training and preparing the immune system, the vaccines help the human body to recognize and fight off the viruses and bacteria against which these vaccines are developed.[ 1 ] On a larger canvas though, vaccines go beyond individualization of their benefits. By providing vaccination to a larger group of beneficiaries we create a cohort of protected individuals capable of providing protection to others as part of the herd immunity. The existence of this dichotomy makes vaccination not only challenging but also worthy of achievement.

World response

The Government of India launched what is largely being realized as the largest vaccination drive across the country, riding largely on two vaccines developed by Indian vaccine manufacturers.[ 2 ] Similar initiatives have been taken by governments across the world with the European Union, the USA, and Israel vaccinating its health care staff with vaccines developed by other pharmaceutical houses. Maybe in the coming times more will be added to this basket as more than 50 COVID-19 vaccine candidates are in different phases of trials across the world. The fundamental principle driving all these trials is the development and supply of a safe and effective vaccine. On its part, once such vaccine or vaccines are in the basket, COVAX the vaccines pillar of the access to COVID-19 led by the World Health Organization (WHO), Global Alliance for Vaccines and Immunization (GAVI), officially Gavi, the Vaccine Alliance (previously the GAVI Alliance, and before that the Global Alliance for Vaccines and Immunization) and Coalition for Epidemic Preparedness and Innovations (CEPI) is expected to facilitate the equitable access and distribution of these vaccines to protect people in all countries.[ 3 ]

India responds

The significant ease with which India has been able to reach its captive cohort of health care workers may be replicable in other similar cohorts like the frontline police personnel’s, but the real test for us will make the vaccines available to those who need them to run their lives without fear of catching serious infection, the elderly, or the people with the comorbid conditions. The numbers to reach are huge, so is the diversity of geography, but the resilience shown by an average Indian to face the challenges in the aftermath of the COVID-19 pandemic generates hope that the challenge will be surmounted if not with ease but with a great degree of resolve in the effort.

Where do we stand

The vaccine per se will also shape the future of immunization practices in the next decade or so as the governments across the world will need to mount programs specifically targeting COVID-19 or aligning COVID-19 vaccination with existing programs. This will also be guided by the fact as to whether this vaccine will enter the world market as the vaccine that brought the human life back to the old or will become a vaccine belonging to that small stable of influenza vaccines less commonly used in large parts of the world; only time will tell. But the hope, it has generated in the pale of gloom involving the pandemic increases the belief of common people in the capabilities of its scientific community to a significant amount. It is been no lesser a triumph that resources were gathered, where paucity loomed large in the wake of lockdowns, to effectively challenge and win over the pandemic.

This also is significant from India's point of view. Our development of a vaccine has not lagged behind any other country, largely maybe because of our robust infrastructures to develop and deliver vaccines. But the real challenge in front of all of us now is to make these vaccines available to all those in need of them across the world.

Why the whole world looks at India

Limiting the vaccines to a few; groups, populations, or nations will defeat the very purpose for which the vaccine has been developed. The pandemic has been global so should be the vaccine. As the “Pharmacy capital” of the world, India needs to stand up to the challenge in delivering safe and cost-effective vaccines across the world, and on its part, India is living up to its reputation.[ 4 ] Given the way, the different vaccines are placed, with respect to the use of vaccine platforms, the cold chain maintenance, and eventual delivery to each corner of the world, vaccines manufactured and to be delivered by India are the best options to tackle the vaccine requirement and target the COVID-19 pandemic. What also makes the Indian Vaccines more important on the world's vaccine canvas is the fact that nations including Britain, European Union members, the United States, Switzerland, and Israel have been at the front of the queue for vaccine deliveries from companies including Pfizer and partner BioNTech, Moderna, and AstraZeneca. As per available reports, the European Union (EU) has entered into a deal with Pfizer and BioNTech for 300 million additional doses of their COVID-19 vaccine.[ 5 ] This deal will help the EU secure nearly half of the firms’ global output for 2021 making their vaccine almost unavailable to a large number of poor and developing countries.

The scramble for vaccine and its impact

The scramble for the vaccine is making people worried. On its part, the WHO under its COVAX facility had raised $6 billion of the $7 billion it sought in 2021 to help finance deliveries to 92 developing nations with limited or no means to buy vaccines on their own. But the ground reality remains that the vaccines have to be supplied by someone to deliver to these countries.

As per an analysis of advance market commitments for experimental COVID-19 vaccine by the Duke Global Health Innovation Canter of the USA, international initiatives such as COVAX and other alliances are critical to ensuring equitable allocation of vaccines for low- and middle-income countries and if we go by the current models, not enough vaccines will be available to cover the world's population until 2024.

India’s role

The fact that India manufactures more than 60% of all vaccines sold across the globe is going to come in handy as also the fact that its $40 billion pharmaceutical sector is not yet involved.[ 6 ] Indian will continue to play a pivotal role even in the production of the expensive Pfizer Inc and Moderna shots and thereby help immunize much of the world. In the pipeline is the development of some more affordable vaccines by the Indian companies with the aim to fight COVID-19. At the moment the Indian Serum Institute's Covishield is being looked up to as called the “vaccine for the world.”

In the words of Australia's ambassador to India, Barry O’Farrell, “There are many vaccines being produced in countries around the world but there's only one nation that has the manufacturing capacity to produce sufficient quantities to satisfy the demands of citizens in every country, and that's India,” after touring vaccine manufacturing sites in India with many other diplomats.

An external file that holds a picture, illustration, etc.
Object name is JFMPC-10-2433-g002.jpg

This tweet by the Brazilian President, Jair Bolsonaro, while invoking Ramayana, on Friday thanking the Indian Prime Minister, Narendra Modi, underpins what the world expects from us and how the world looks at us in delivering the coronavirus vaccines.[ 7 ] India is expected to be exporting safe and cost-effective coronavirus vaccines not only to its neighbors but also to countries such as Brazil and South Africa with many low- and middle-income countries awaiting the same. In addition, India is committed to training health care practitioners across economies in the safe and effective delivery of vaccines.

The entire world is looking to India, which despite its huge domestic needs and resource shortage due to a long lockdown (like most other nations) is not just looking inward but is going out of the way to fulfill its commitments to the nations in need of relief in these trying times.

betterhealth.vic.gov.au

कोरोनावायरस – Coronavirus (COVID-19) – हिन्दी (Hindi)

Actions for this page, on this page, कोविड-19 से खुद को और दूसरों को बचाएँ, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, कोविड की दवाइयों के बारे में पूछें, मास्क पहनें, अपने टीके की अगली खुराक प्राप्त करें, ताजी हवा को अंदर आने दें, कोविड-19 से उबरना, यदि आप एक संपर्क हैं.

यदि आपको दुभाषिए की आवश्यकता है, तो टीआईएस नेशनल को 131 450 पर कॉल करें। कृपया केवल आपातस्थितियों के लिए ही तीन शून्य ( 000 ) का प्रयोग करें।

कोविड-19 अभी भी समुदाय में फैल रहा है। अभी भी यह कुछ लोगों को बहुत बीमार कर सकता है। दूसरों को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका खुद को सुरक्षित रखना है। अगर आपको कोविड नहीं होता है, तो आप कोविड को फैला नहीं सकते/सकती हैं।

घर पर रहें और रैपिड एँटीजन टेस्ट (आरएटी) करें, यदि:

  • आपके शरीर में नाक बहने, गले में खराश, खांसी, बुखार या ठंड लगने जैसे लक्षण पैदा होते हैं।
  • आपका संपर्क कोविड-19 से ग्रस्त किसी व्यक्ति से हुआ है।

यदि आपकी जाँच का परिणाम नकारात्मक निकलता है, तो आपको अगले कुछ दिनों तक रैपिड एँटीजन टेस्ट का उपयोग करते रहना चाहिए और तब तक घर पर रहना चाहिए, जब तक कि आपके लक्षण दूर न हो जाएँ।

यदि कोविड-19 के कारण आपके बहुत बीमार होने की संभावना है, तो जीपी से पीसीआर टेस्ट के लिए पूछें। यदि आपके पीसीआर टेस्ट का परिणाम सकारात्मक निकलता है, तो आपको अपने परिणाम की सूचना देने की आवश्यकता नहीं है।

वेबपेज कोविड-19 टेस्ट प्राप्त करें पर और अधिक जानकारी प्राप्त करें।

यदि आपकी कोविड-19 जाँच का परिणाम सकारात्मक निकलता है, तो आपको आराम करना चाहिए और जीपी से बात करनी चाहिए। अधिकांश लोगों में हल्के लक्षण पैदा होंगे और वे घर पर ही ठीक हो सकते हैं। आपको:

  • कम से कम 5 दिनों के लिए घर पर रहना चाहिए। कार्यस्थल पर या स्कूल नहीं जाना चाहिए। अस्पतालों, वृद्ध देखभाल (एजेड केयर) सुविधाओं और विकलांगता सेवाओं से दूर रहना चाहिए।
  • आपातस्थिति में घर से बाहर जाने की आवश्यकता होने पर मास्क पहनें। सर्जिकल या N95 सबसे अच्छे मास्क होते हैं।
  • जिन लोगों के साथ आपका संपर्क हुआ है या जिन जगहों पर आप हाल ही में गए/गई हैं, उन्हें बताएँ कि आपको कोविड है।

यदि आपके लक्षण और बिगड़ जाते हैं, तो आपको जीपी से बात करनी चाहिए।

यदि आप जीपी से बात नहीं कर सकते/सकती हैं, तो तत्काल देखभाल के लिए विक्टोरिया के वर्चुअल आपातकालीन विभाग External Link को कॉल करें।

आपातस्थितियों के लिए तीन शून्य ( 000 ) पर कॉल करें।

आप 10 दिनों तक संक्रामक बने रह सकते/सकती हैं। यदि आपको नाक बहने, गले में खराश, खांसी, बुखार, ठंड लगने, पसीना आने या सांस लेने में तकलीफ होती है, तो आपको घर पर रहना चाहिए। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं, तो रैपिड एँटीजन टेस्ट का उपयोग करें या जीपी से बात करें।

और अधिक जानकारी के लिए:

  • कोविड-19 का सकारात्मक परिणाम निकलने पर क्या करें, इसके लिए कोविड-19 जांचसूची देखें
  • लक्षणों के लिए और घर पर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कोविड-19 का प्रबंधन देखें।

किसी से बात करने के लिए:

  • अनुवाद और दुभाषिया सेवा को 131 450 पर कॉल करें

कोविड की दवाइयाँ जीवन की रक्षा करती हैं और लोगों को कोविड-19 के कारण बहुत अधिक बीमार पड़ने से बचाती हैं। सबसे अच्छी तरह से कारगर होने के लिए इन्हें जल्दी से जल्दी और बीमार पड़ने के 5 दिनों के अंदर लिया जाना चाहिए।

आप कोविड की दवाइयों के लिए पात्र हैं या नहीं, यह जानने के लिए इन प्रश्नों के उत्तर दें। यदि आपको लगता है कि आप पात्र हैं, तो जीपी से बात करें। जीपी पात्र लोगों को जल्दी उपचार मिलना सुनिश्चित करने में सहायता कर सकता है

और अधिक जानकारी के लिए एँटीवायरल्स और अन्य दवाइयाँ देखें।

मास्क आपको कोविड-19 होने और इसे फैलाने से रोक सकते हैं। मास्क अच्छी गुणवत्ता के होने चाहिए और चेहरे पर अच्छी तरह से फिट होने चाहिए। N95 और P2 मास्क (रेस्पिरेटर्स) सबसे अधिक सुरक्षा देते हैं।

आपको इन परिस्थितियों में मास्क पहनना चाहिए:

  • जनपरिवहन में, सार्वजनिक स्थानों पर, और बाहर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर।
  • यदि आपको कोविड-19 है और आपके लिए घर छोड़कर बाहर जाना आवश्यक है
  • यदि आपके लिए, या आपके साथ मौजूद किसी व्यक्ति के लिए बहुत बीमार पड़ने का ऊंचा खतरा है।

2 वर्ष या इससे कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि इसके गले में फंसने या दम घुटने का खतरा रहता है।

और अधिक जानकारी के लिए वेबपेज फेस मास्क देखें।

खुद को और परिवार को कोविड-19 के कारण बहुत अधिक बीमार पड़ने से बचाने के लिए टीके सबसे अच्छा तरीका होते हैं। आपको अपने लिए सलाह में बताए गए टीकाकरण के साथ अप-टु-डेट रहना चाहिए। यह पता लगाने के लिए जीपी से बात करें कि कितनी खुराकों की सलाह दी गई है।

यदि आपको कोविड-19 हो चुका है, तो भी आपको टीका लगवाना चाहिए। जीपी या स्थानीय फार्मेसी के साथ अपनी अगली खुराक की बुकिंग करने के लिए वैक्सीन क्लिनिक फाइंडर External Link का उपयोग करें।

और अधिक जानकारी के लिए कोविड-19 टीका External Link देखें।

कोविड-19 हवा से फैलता है। इनडोर जगह में ताजी हवा के प्रवाह से कोविड-19 फैलने का खतरा कम हो सकता है। किसी इनडोर जगह में दूसरों के साथ एकत्र होते समय यदि संभव हो, तो खिड़कियाँ या दरवाजे खुले रखें। यदि ऐसा करना संभव नहीं है, तो आप एक पोर्टेबल एयर क्लीनर (हेपा फिल्टर) का उपयोग कर सकते/सकती हैं, जो हवा से एयरोसोल कणों को हटाता है।

और अधिक जानकारी के लिए हवा का प्रवाह देखें।

कई लोगों को संक्रामक नहीं होने के बाद भी कोविड-19 के कारण अस्वस्थ महसूस होगा। अपने शरीर को ठीक से उबरने के लिए देखभाल और समय की अनुमति दें।

आपको संक्रमित होने के बाद और टीके की अगली खुराक प्राप्त करने से पहले 6 महीने प्रतीक्षा करनी चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपको वायरस से सबसे अच्छी सुरक्षा मिलती है।

आपको ठीक होने के बाद 4 सप्ताहों जितने कम समय में ही फिर से कोविड-19 हो सकता है। यदि संक्रमित होने पर 4 सप्ताहों या इससे अधिक समय बाद आपके शरीर में लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको जाँच करवानी चाहिए।

जब कोविड-19 के लक्षण 3 महीनों से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो यह लॉन्ग कोविड होता है। आपको अपने जीपी को दिखाना चाहिए, जो आपके लक्षणों का प्रबंध करने में आपकी सहायता कर सकता है या आपको आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ के पास रेफर कर सकता है।

लॉन्ग कोविड के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करें।

यदि आप घर साझा (शेयर) करते/करती हैं या आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ निकट संपर्क में हैं, जिसकी जाँच सकारात्मक निकली है, तो आपके लिए कोविड-19 विकसित होने का खतरा है।

आपको लक्षणों के लिए निगरानी करनी चाहिए और सकारात्मक जाँच वाले व्यक्ति के साथ अपने संपर्क के बाद 7 दिनों के लिए नियमित रूप से जाँच करनी चाहिए। इस समय के दौरान यह सलाह दी जाती है कि आप:

  • अस्पतालों, वृद्ध देखभाल सुविधाओं और विकलांगता सेवाओं से दूर रहने की कोशिश करें
  • घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें, जिसमें जनपरिवहन और कार्यस्थल व स्कूल जैसे इनडोर स्थान शामिल हैं
  • जब संभव हो, खिड़कियाँ खोलकर इनडोर स्थानों में ताजी हवा आने दें

संपर्कों की जाँचसूची के बारे में और अधिक जानकारी के लिए।

This page has been produced in consultation with and approved by:

Department of Health and Human Services logo

Give feedback about this page

Content disclaimer.

Content on this website is provided for information purposes only. Information about a therapy, service, product or treatment does not in any way endorse or support such therapy, service, product or treatment and is not intended to replace advice from your doctor or other registered health professional. The information and materials contained on this website are not intended to constitute a comprehensive guide concerning all aspects of the therapy, product or treatment described on the website. All users are urged to always seek advice from a registered health care professional for diagnosis and answers to their medical questions and to ascertain whether the particular therapy, service, product or treatment described on the website is suitable in their circumstances. The State of Victoria and the Department of Health shall not bear any liability for reliance by any user on the materials contained on this website.

coronavirus vaccine essay in hindi

  • Emergency information
  • Increase Font Size
  • Decrease Font Size

Home – NSW Government – Health – logo

Hindi (हिन्दी)

coronavirus vaccine essay in hindi

coronavirus vaccine essay in hindi

Please download the file to view it

COVID-19 Poster_Prevention_Prepress_Hindi

COVID-19 Poster_Prevention_Prepress_Hindi

Note: As of 7th January 2020, a new strain of Coronavirus was identified. The virus has been renamed by WHO as SARS-CoV-2 and the disease caused by it as COVID-19. On 28 February 2020, WHO increased its risk assessment of COVID-19 to very high at global and regional levels. Risk communication and community engagement (RCCE)will be the mainstay for containment of COVID-19. UNICEF and WHO have jointly developed a package of risk communication materials approved by the ministry of Health and Family Welfare. These posters focus on prevention methods and precautions related to COVID 19 with a focus on handwashing etiquette, coughing etiquette, social distancing, self-reporting and also travelers returning from China. The posters are in English and Hindi. These posters have been approved by MoHFW and put up in the Ministry of Health and Family Welfare website and also on the NCDC website. *These posters have been developed by UNICEF India.

Related Assets

COVID-19 Materials

COVID-19 Materials

coronavirus vaccine essay in hindi

666 downloads

coronavirus vaccine essay in hindi

728 downloads

Radio spot on key behaviours COVID-19_Telugu

Radio spot on key behaviours COVID-19_Telugu

127 downloads

Radio spot on key behaviours COVID-19_Assamese

Radio spot on key behaviours COVID-19_Assamese

92 downloads

Radio spot on key behaviours COVID-19_Hindi

Radio spot on key behaviours COVID-19_Hindi

252 downloads

Request Document

Post feedback.

coronavirus vaccine essay in hindi

Dailymotion

Dailymotion

CSC - Donasyong P200,000 ni Singson, hindi dapat tinanggap ng MMDA | Saksi

Posted: April 15, 2024 | Last updated: April 15, 2024

Saksi is GMA Network's late-night newscast hosted by Arnold Clavio and Pia Arcangel. It airs Mondays to Fridays at 11:00 PM (PHL Time) on GMA-7. For more videos from Saksi, visit http://www.gmanews.tv/saksi.News updates on COVID-19 (coronavirus disease 2019) and the COVID-19 vaccine: https://www.gmanetwork.com/news/covid-19/#Nakatutok24OrasBreaking news and stories from the Philippines and abroad:GMA News and Public Affairs Portal: http://www.gmanews.tvFacebook: http://www.facebook.com/gmanewsTwitter: http://www.twitter.com/gmanewsInstagram: http://www.instagram.com/gmanewsGMA Network Kapuso programs on GMA Pinoy TV: https://gmapinoytv.com/subscribe

More for You

This is what was said

A Ukrainian ally is sending Kyiv F-16s for deep strikes into Russia's rear

House, Senate ready to probe Duterte deal

House, Senate ready to probe Duterte deal

Julia Barretto chases cooking contest dream in ‘Secret Ingredient’ trailer

Julia Barretto chases cooking contest dream in ‘Secret Ingredient’ trailer

MailOnline logo

Another Aussie music festival has been cancelled

Farewell to Willie Limond

Boxing world shocked: former British champion Willie Limond dies at the age of 45

Hundreds of people gather in Kamituga, South Kivu, on September 12, 2020, at the entrance of one of the mines where dozens of Congolese artisanal miners are feared to be killed after heavy rain filled the mine tunnels

Mutated strain of mpox with ‘pandemic potential’ found in DRC mining town

'I had to protect my child from her paedophile dad'

Paedophiles could lose parental rights under new law

Surprise? Boracay is No Longer the Top Local Travel Destination for Foreign Tourists

Surprise? Boracay is No Longer the Top Local Travel Destination for Foreign Tourists

Haier launches split-type inverter UV air-conditioner

Haier launches split-type inverter UV air-conditioner

‘Family Feud’s’ rating soars during ‘It’s Showtime’ family episode

How did ‘It’s Showtime’s’ first week of simulcast airing on GMA Network fare in TV ratings?

MailOnline logo

George Soros drops $60 MILLION into Democrats' progressive war chest

Australia’s Great Barrier Reef hit by record bleaching

Australia’s Great Barrier Reef hit by record bleaching

Make sure you're aware of the latest changes in your favourite supermarket

Tesco, Sainsbury's, Asda, Morrisons and Aldi all announce huge changes in stores

Rory McIlroy

Rory McIlroy makes decision on PGA Tour

'PH-US-Japan triad distorting WPS security

'PH-US-Japan triad distorting WPS security

Hanif Kureishi

Hanif Kureishi starting to feel ‘normal’ after fall left author tetraplegic

The Worst Action Movies of All Time

The 60 Worst Action Movies of All Time

the world of the married highest rating korean dramas

The Top 50 Highest-Rating Korean Dramas of All Time

30 great recipes with eggs

30 great recipes with eggs

MailOnline logo

Chilling wake up call over Scotland's right to die law

IMAGES

  1. Race for a Coronavirus Vaccine

    coronavirus vaccine essay in hindi

  2. Coronavirus vaccine planning in Ventura County complicated by unknowns

    coronavirus vaccine essay in hindi

  3. A lab in Canada has begun work on a coronavirus vaccine

    coronavirus vaccine essay in hindi

  4. Experimental coronavirus vaccine is safe and produces immune response

    coronavirus vaccine essay in hindi

  5. Experimental coronavirus vaccine highly effective

    coronavirus vaccine essay in hindi

  6. Essay on Coronavirus Vaccine

    coronavirus vaccine essay in hindi

VIDEO

  1. coronavirus introduction in hindi || essay on corona in english || corona essay writing in english

  2. സംസ്ഥാനത്തു കൊറോണ കേസുകൾ വർധിക്കുന്നു

  3. FDA recommends updating COVID-19 vaccines

  4. कोरोना वायरस पर निबंध l हिंदी l बोर्ड कक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण l कोरोना एक महामारी. Essay on corona

  5. Corona Virus (कोरोना वायरस) पर निबंध।।Essay on Corona Virus in Hindi// निबन्ध कैसे लिखें

  6. FREE COVID-19 VACCINE IN K.S.A ( ALDARA HOSPITAL )

COMMENTS

  1. कोविड-19 का टीका

    Covid-19 Vaccine Registration कैसे करे? [ संपादित करें ] यदि आप भी घर बैठे करना चाहते है तो इसके लिए आपको निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करना होगा.

  2. कोविड-19 के टीके

    अद्यतन यदि मुझे वर्तमान में covid-19 है, तो क्या मुझे अभी टीका लगवाना चाहिए?. जो लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं या जिनमें लक्षण नजर आ रहे हैं ऐसे लोगों को कम से कम 10 ...

  3. Hindi-COVID-19: What is Vaccine and how it works?

    COVID-19: Several clinical trials are conducted by scientists and researchers to generate a vaccine for novel coronavirus. Let us study what is vaccine and how it works in hindi.

  4. निबंध : क्या है वैक्सीन, कैसे बनती है, जानिए फायदे

    Covid-19 : Delta plus का पता लगाने के लिए इंदौर से भेजे गए 60 सेंपल ओलंपिक में भाग लेने वालों के लिए कोविशील्ड की दूसरी खुराक के समय अंतराल में दी ढील

  5. कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi)

    कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 200 शब्दों में कोरोना वायरस एक प्रकार का विषाणु है जो मनुष्यों में श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण बनता है। COVID-19 का मामला ...

  6. कोरोनावायरस

    कोरोनाविषाणु Coronavirus; 2019 नवल कोरोनावायरस virion का चित्र द्वारा ...

  7. कोरोना वायरस पर हिन्दी में नया निबंध, जानिए कैसे फैलता है और क्‍या है

    प्रस्‍तावना - कोरोना वायरस या Covid-19 संक्रमण ऐसी बीमारी है जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है। नवंबर 2019 में यह चीन की लैब से निकला था, धीरे ...

  8. उभरते श्वसन वायरस Covid-19 के सहित: पता लगाने, रोकथाम, प्रतिक्रिया और

    नोवल श्वसन वायरस (COVID-19) के उद्भव का पता लगाने, रोकथाम और सामना करने के लिए दी जानेवाली सूचना और सामुदायिक सहभाग हेतु कौनसी रणनीतियों ...

  9. कोविड-19 विश्वमारी

    कोविड-19 विश्वमारी. यह लेख एक वर्तमान बीमारी के प्रकोप का वर्णन करता है।. इस पृष्ठ पर दी गई जानकारी शीघ्र या कालान्तर (निकट या सुदूर ...

  10. कोविड-19 का परिचय और फैब्रिक मास्क और मेडिकल मास्क(कपड़े का मास्क और

    A novel coronavirus (COVID-19) was identified in 2019 in Wuhan, China. This is a new coronavirus that has not been previously identified in humans. This course consists of four videos in Indian Sign Language, which provide an introduction to COVID-19 and show how to safely wear fabric and medical masks.

  11. भारत में कोरोनावायरस के बारे में: जरूरी जानकारी

    क्या covid-19/कोविड - 19 बच्चों को प्रभावित करता है ? ये एक नया वायरस है और अभी हमें इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि ये बच्चों को किस प्रकार ...

  12. कोरोनावायरस बीमारी (Covid-19): ट्रांसमिशन, लक्षण, टेस्ट, टिप्स और

    नहीं, दोनों बीमारियां अलग हैं। कोविद-19 (covid-19) और 2003 में सार्स के प्रकोप का कारण बनने वाले वायरस आनुवांशिक रूप से संबंधित हैं, लेकिन उनके ...

  13. PDF कोरोना वायरस एक वश्वैिक महामारी

    श्ववि मेंकोरोना संक्रमण (covid-19) पर एक नर (श्वदनांक 18-04-2020 तक) जविwर्µों का कहना हxजक क{_{नावा^_स सwसंक्रज]त Ăजत एक ह ा_ Ö^जि^ों

  14. Coronavirus Essay

    Uttar Pradesh Coronavirus Update : उत्तर प्रदेश में Corona संक्रमण की रफ्तार बरकरार, 46 मौतें Rajasthan Coronavirus Update : राजस्थान में रोगियों के ठीक होने की दर 73.83 प्रतिशत हुई

  15. "Covishield and Covaxin"

    Abstract. The coronavirus disease 2019 (COVID-19) pandemic continues to bring in its wake not only morbidity and mortality but also an unprecedented challenge to public health, food systems, human dignity, and work across the world. The availability and possible delivery of a safe and effective vaccine to populations across the world are not ...

  16. कोरोनावायरस

    आपके शरीर में नाक बहने, गले में खराश, खांसी, बुखार या ठंड लगने जैसे लक्षण पैदा होते हैं।. आपका संपर्क कोविड-19 से ग्रस्त किसी व्यक्ति से ...

  17. कोरोनावायरस रोग 2019

    कोविड-19 (covid-19) एक प्रकार का संक्रामक रोग है, जो 2019 f1 n1 नवकोरोनावायरस ...

  18. Hindi (हिन्दी)

    COVID-19 can live on surfaces for days, but simple cleaning can kill it. COVID-19 can live on surfaces for days, but simple cleaning can kill it. COVID-19 can live on surfaces for days, but simple cleaning can kill it. Covid-19 testing and antiviral information. Covid-19 testing and antiviral information.

  19. The Importance of Global COVID-19 Vaccination

    The 95% effectiveness actually means that people with the vaccine have a 95% lower risk of COVID-19 when compared to a control group. Without the vaccine, we would expect roughly 1% of the ...

  20. COVID-19 resources in Hindi

    Translated and downloadable material to help answer questions about COVID-19 in Hindi. Visit the Patient Education online catalogue for more resources in Hindi. You can find more COVID-19 information in Hindi on the BC Government and the BC Centre of Disease Control websites.

  21. 2020 भारत में कोरोनावायरस महामारी

    यह लेख एक वर्तमान रोग महामारी के बारे में है इससे संबंधित सूचना समय के साथ बहुत तेजी से परिवर्तित हो सकती है। हालांकि इस नवीनतम पृष्ठ अपडेट लेख का ...

  22. COVID-19 : Hindi COVID-19

    Hindi COVID-19 - हिन्दी ... COVID-19 के दौरान आगंतुकों के लिए आवश्यकताएँ (Visiting requirements during COVID-19) COVID-19 महामारी के कारण आरसीएच [RCH] ने अपने रोगियों, उनके परिजनों ...

  23. COVID-19 Poster_Prevention_Prepress_Hindi

    COVID-19 Poster_Prevention_Prepress_Hindi. Note: As of 7th January 2020, a new strain of Coronavirus was identified. The virus has been renamed by WHO as SARS-CoV-2 and the disease caused by it as COVID-19. On 28 February 2020, WHO increased its risk assessment of COVID-19 to very high at global and regional levels.

  24. CSC

    CSC - Donasyong P200,000 ni Singson, hindi dapat tinanggap ng MMDA | Saksi. Posted: April 15, 2024 | Last updated: April 15, 2024. Saksi is GMA Network's late-night newscast hosted by Arnold ...