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विद्यालय का वार्षिक समारोह पर निबंध | Essay On School Annual Day Function In Hindi

प्रिय दोस्तों Essay On School Annual Day Function In Hindi के इस आर्टिकल में हम विद्यालय का वार्षिक समारोह पर निबंध जानेगे.

कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों को विद्यालय के वार्षिकोत्सव का निबंध भाषण आदि लिखने को कहा जाए तो आप हमारें  इस निबंध का उपयोग कर सकते हैं.

Essay On School Annual Day Function In Hindi

विद्यालय का वार्षिक समारोह पर निबंध | Essay On School Annual Day Function In Hindi

Varshik Utsav Essay In Hindi:  हरेक विद्यालय में आयोजित उत्सवों में स्कूल का वार्षिकोत्सव भी एक अहम इवेंट हैं, 

annual function साल के आखिरी दिनों में आयोजित किया जाता हैं. यह भावुक पल होते हैं जब सत्र भर साथ रहने वाले शिक्षक शिक्षार्थी आगामी सत्र का मध्यांतर लेते हैं.

अक्सर बच्चों को विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध याद कराया जाता हैं, परिक्षा के नजरिये से भी annual function एस्से काफी एहम टॉपिक हैं. यहाँ आपकों वार्षिकोत्सव पर सरल भाषा में हिंदी निबंध व भाषण उपलब्ध करवा रहे हैं,

जिन्हें कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स 100, 200, 300, 400, 500 शब्दों में एनुअल फंक्शन एस्से के रूप में इसे कही भी प्रस्तुत कर सकते हैं.

Varshik Utsav Essay In Hindi | विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध

विद्यालयों में वर्षभर विभिन्न प्रतियोगिताएं चलती रहती हैं. इन प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र छात्राओं को पुरस्कार प्रदान करने एवं छात्र छात्राओं में सामाजिकता के गुणों का विकास करने के उद्देश्य से विद्यालय में वार्षिक उत्सवों का आयोजन किया जाता हैं.

उत्सव की तैयारियाँ

10 जनवरी को प्रार्थना सभा में प्रधानाध्यापक जी ने घोषणा की कि वार्षिक उत्सव 23 जनवरी को मनाया जाएगा. छात्र छात्राओं में तालियाँ बजाकर इस घोषणा का स्वागत किया.

इसी दिन प्रधानाध्यापक जी के कक्ष में एक बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के अतिरिक्त कुछ छात्र छात्राओं को भी वार्षिक उत्सव सम्बन्धी कुछ न कुछ कार्य सौपे गये.

विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के निदेशक शिक्षक शिक्षिकाओं ने छात्र छात्राओं का चयन करके उनकी तैयारी प्रारम्भ करवा दी.

समूह नृत्य, समूह गान, सरस्वती वंदना, कव्वाली, नाटक, संस्कृत नाटिका, विचित्र वेशभूषा आदि कार्यक्रमों के लिए छात्रों ने तैयारी की. विद्यालय प्रांगण में ही भव्य पंडाल लगाया गया तथा मंच बनाया गया, उत्सव का समय सायं चार बजे रखा गया.

वार्षिकोत्सव का आयोजन

मुख्य अतिथि जिलाधीश महोदय थे. ठीक चार बजकर पन्द्रह मिनट पर मुख्य अतिथि का आगमन हुआ. सबसे पहले मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम के शुभारम्भ की घोषणा की. तत्पश्चात छात्र छात्राओं ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये.

समूह नृत्य, कव्वाली एवं नाटक को दर्शकों ने बहुत पसंद किया. विचित्र वेशभूषा के कार्यक्रम ने तो दर्शकों को इतना प्रभावित किया कि वे बहुत देर तक तालियाँ बजाते रहे. प्रधानाध्यापक जी ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी.

इसके बाद मुख्य अतिथि महोदय ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया तथा संक्षिप्त भाषण भी दिया. कार्यक्रम का संचालन कक्षा आठ के छात्र राजेश ने किया. कार्यक्रम का समापन राजस्थान प्रसिद्ध लोकनृत्य घूमर से हुआ.

सभी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं छात्र छात्राओं कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्न थे. सभी ने एक दूसरे को बधाई दी, उत्सव में सभी का पूरा सहयोग रहा.

vidyalaya ka varshik utsav essay in hindi

विद्यालय और सहगामी प्रवृत्तियाँ

विद्यालय सरस्वती का ऐसा मन्दिर हैं जिसमें बालकों का बौद्धिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास किया जाता हैं.

इसलिए पूरे शिक्षा सत्र छात्रों को केवल पुस्तकें पढ़ने में ही नहीं बल्कि उन्हें समय समय पर ऐसी अन्य प्रवृत्तियों में भी लगाए रखना विद्यार्थियों के लिए जरुरी हैं.

जिनसे मन तरोताजा रहे और छात्रों की अध्ययन में अभिरुचि बढ़े. स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन में प्रतिभा का प्रसार होता हैं.

इस तथ्य पर विचारकर विद्यालयों में पाठ्यक्रम के साथ साथ अन्य सहगामी प्रवृत्तियों का संचालन किया जाता हैं.

वार्षिकोत्सव का महत्व

विद्यालयों में अनेक प्रकार के कार्यक्रम चलाए जाते हैं. कभी अंत कक्षा प्रतियोगिता होती हैं तो कभी वाद विवाद श्लोक या कविता पाठ या अंत्याक्षरी होती हैं,

कभी विविध खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, तो कभी सामाजिक उत्पादकता कार्य एवं समाज सेवा के शिविर लगते हैं. उन सब शैक्षिक कार्यों का विवरण वार्षिकोत्सव पर ही समग्र रूप से सामने आता हैं.

इस दृष्टि से विद्यालय के वार्षिकोत्सव का विशेष महत्व हैं. प्रायः सभी विद्यालय इस महत्व को अच्छी तरह जानते हैं.

इसलिए वे इसका आयोजन विशाल स्तर पर प्रतिवर्ष करते हैं तथा इससे अन्य विद्यालयों की अपेक्षा स्वयं को श्रेष्ठ बतलाते हैं. इससे न केवल छात्रों में अपितु अभिभावकों में भी आकर्षण बढ़ता हैं.

विविध कार्यक्रम

हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव प्रतिवर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता हैं. इसके एक सप्ताह  पूर्व  से  ही विद्यालय की सफाई की जाती हैं. और खेल के मैदान को ठीक करके उसमें एक कोने पर बड़ा सा पांडाल बनाया जाता हैं.

उसमें एक ओर ऊँचा मंच बनाया जाता हैं. तथा सामने अतिथियों दर्शकों के लिए बैठने की व्यवस्था की जाती हैं.

मंच पर लाउडस्पीकर तथा लाइट की व्यवस्था की जाती हैं. हमारे विद्यालय के वार्षिकोत्सव में प्रतिवर्ष राज्य का कोई मंत्री मुख्य अतिथि होता हैं. इस बार खेल मंत्री जी हमारे मुख्य अतिथि थे.

लगभग अपराह्न तीन बजे वार्षिकोत्सव का आरम्भ सरस्वती वंदना से हुआ. इसके पश्चात स्वागत गान सुमधुर लय ताल से छात्रों ने प्रस्तुत किया. फिर प्रधानाचार्य जी ने अध्यक्ष और मुख्य अतिथि को मालाएं पहनाकर स्वागत किया.

हिंदी के विरिष्ठ अध्यापकजी ने अभिनन्दन पत्र पढ़ा. तत्पश्चात पहले छात्रों ने खेलकूद, व्यायाम, ड्रिल, मलखम्भ का फाइनल प्रदर्शन किया गया. फिर मंच पर एक लघु एकांकी प्रस्तुत किया गया तथा आदिवासी नृत्य प्रस्तुत कर देशभक्ति के गीत गाये गये.

विविध कार्यक्रमों के प्रदर्शन के बाद प्रधानाचार्यजी ने विद्यालय का वार्षिक प्रगति विवरण पढ़कर सुनाया तथा विद्यालय के समुचित विकास की भावी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला.

पुरस्कार वितरण

प्रगति विवरण के पश्चात माननीय मुख्य अतिथि महोदय खेलमंत्री का भाषण हुआ, उन्होंने सारगर्भित भाषण में विद्यार्थियों को कर्तव्य पालन एवं चरित्र निर्माण की प्रेरणा देते हुए श्रेष्ठ नागरिक बनने का संकल्प लेने को कहा.

विद्यालय की प्रगति से वे काफी प्रसन्न हुए, इस कारण उन्होंने समय समय पर आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन भी दिया. भाषण के पश्चात पुरस्कार वितरण कार्यक्रम हुआ.

इसमें मुख्य अतिथि महोदय के कर कमलों से विविध क्रीडाओं अन्तः कक्षा प्रतियोगिताओं, वाद विवाद, अंत्याक्षरी, कविता पाठ आदि में प्रथम व द्वितीय स्थान पाने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया.

इस अवसर पर छात्रों ने काफी प्रसन्नता व्यक्त की तथा पुरस्कृत छात्रों को बधाई भी दी, पुरस्कार वितरण के बाद प्रधानाचार्यजी ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा वार्षिकोत्सव के समापन की घोषणा की.

विद्यालयों में वार्षिकोत्सव मनाना छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी रहता हैं. इस तरह के उत्सवों का आयोजन कराने ससे उनमें परस्पर प्रेमभाव बढ़ता हैं, संगठन की भावना आती हैं. और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अभिरुचि बढ़ती हैं. इससे छात्रों में उत्साह का संचार होता हैं.

विद्यालय का वार्षिक समारोह पर निबंध

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उत्सवों का विशेष महत्व होता हैं, किन्तु छात्र जीवन में उत्सव बनाने के मौके कम मिलने के कारण छात्रों के लिए इसका महत्व बढ़ जाता हैं. छात्रों के लिए विद्यालय ही उनका परिवार होता हैं.

उनका अधिकाँश समय विद्यालय प्रांगण में ही व्यतीत होता हैं. इसलिए विद्यालय के हर उत्सव को वे अपना उत्सव समझते हुए उसे पूरा धूमधाम के साथ मनाते हैं. मेरे विद्यालय में प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस, गणतन्त्र दिवस एवं गांधी जयंती उत्सव के रूप में मनाएं जाते हैं.

साथ ही विद्यालय के वार्षिक समारोह को भी इसी रूप में मनाया जाता हैं. यदि मैं विद्यालय के वार्षिक समारोह को विद्यालय के सर्वश्रेष्ट उत्सव की संज्ञा दू तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी.

मेरे विद्यालय में हर वर्ष अप्रैल माह में वार्षिक समारोह मनाया जाता हैं, जब छात्र अपनी वार्षिक परीक्षा दे चुके होते हैं.

तथा उन्हें अपने परीक्षाफल की आतुरता से प्रतीक्षा होती हैं. शिक्षकों के पास भी कोई विशेष कार्य नहीं होता हैं. बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए विदाई का समय होता हैं.

इस तरह न ही छात्रों में अध्ययन का एवं न ही शिक्षकों में अध्यापन का तनाव रहता हैं. सभी तनाव मुक्त होते हैं. छात्रों को नई कक्षा में जाने का उत्साह होता हैं. इन्ही कारणों से यह समय वार्षिक समारोह के लिए सबसे उपयुक्त होता हैं.

इस वर्ष 5 अप्रैल को मेरे विद्यालय का वार्षिक समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में विद्यालय के एक हजार छात्रों सहित उनके माता पिता एवं अभिभावकों को भी आमंत्रित किया गया था.

क्षेत्र के कुछ गणमान्य व्यक्तियों को भी इस समारोह में विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था. इस तरह इस समारोह में लगभग दो हजार व्यक्तियों ने भाग लिया.

समारोह को भव्य बनाने के लिए विद्यालय को किसी दुल्हन की तरह सजाया गया था. विद्यालय प्रांगण के मध्य में स्थित मैदान में एक आकर्षक मंच का निर्माण किया गया था.

विद्यालय के उच्च कक्षा के कुछ छात्र उत्साह के साथ अतिथियों का स्वागत कर उन्हें उनके सही स्थान तक पहुंचा रहे थे.

समारोह में होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पहले से ही तैयार कर ली गयी थी. इसके अनुसार समारोह का शुभारम्भ 11 बजे होना था. मुख्य अतिथि साढ़े दस बजे के करीब पहुंच गये और इसके साथ ही समारोह को शुरू करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई.

हर वर्ष समारोह का शुभारम्भ करने के लिए क्षेत्र के ऐसे गणमान्य व्यक्ति को बुलाया जाता हैं, जिनसे छात्र भी प्रेरित हों. इस वर्ष स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार विद्रोही को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था.

श्रीविनोद कुमार एक कर्मठ, ईमानदार एवं सह्रदय व्यक्ति हैं. वे क्षेत्र की समस्याओं का समुचित हल निकालने का हर सम्भव प्रयास करते हैं. वे क्षेत्र में अपनी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए प्रसिद्ध हैं.

ग्यारह बजते ही जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार ने समारोह का शुभारम्भ ने समारोह दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद कुछ छात्राओं ने मंच पर पहुंचकर सूर्यकांत त्रिपाठी निराला द्वारा रचित सरस्वती वन्दना वर दे वीणा वादिनी वर दे को मधुर स्वर में गाया. इस वन्दना के समाप्त होने के बाद प्रधानाचार्य ने समारोह में भाग लेने आए सभी लोगों का स्वागत किया.

समारोह के शुभारम्भ की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुख्य अतिथि को भाषण देने के लिए बुलाया गया. अपने भाषण द्वारा उन्होंने छात्रों को मानवता के गुणों का महत्व बताते हुए जीवन मूल्यों की शिक्षा दी, उनका भाषण समाप्त होने के बाद प्रधानाचार्य ने भी अपना भाषण दिया.

मुख्य अतिथि एवं प्रधानाचार्य के भाषण के बाद छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा सभी का मन मोह लिया, समारोह को उपयोगी बनाने के उद्देश्य से इस दिन भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता एवं वाद विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था.

भाषण प्रतियोगिता में विभिन्न कक्षाओं के छात्रों द्वारा प्रस्तुत भाषण जोश एवं ओज से भरपूर थे. भाषण प्रतियोगिता के बाद वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया वाद विवाद प्रतियोगिता का मुख्य प्रश्न भारत के लिए शहरीकरण आवश्यक हैं या आधुनिकीकरण.

निबंध लेखन प्रतियोगिता में भारत की वर्तमान आर्थिक स्थिति, सरकारी कार्यालयों में फैला भ्रष्टाचार एवं भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता विषय पर निबंध लिखना था. चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगियों के चित्र बनाने के लिए तीन विषय वस्तु दी गई थी. ग्रामीण परि द्रश्य, भारतीय परम्परा एवं रेलवे प्लेटफार्म.

समारोह की सभी प्रतियोगिताओं के समापन के बाद प्रधानाचार्य ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की. रिपोर्ट के द्वारा उन्होंने पिछले वर्ष की विभिन्न गतिविधियों का संक्षेप में वर्णन किया  तथा  विद्यालय की उपलब्धियों से सभी को  अवगत कराया.

उन्होंने बोर्ड की परीक्षा में उतीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को उनके अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए  विदाई  की प्रक्रिया पूरी की.

इसके बाद पुरस्कार वितरण का कार्य शुरू हुआ. पुरस्कार वितरण के लिए मुख्य अतिथि को पुनः मंच पर आमंत्रित किया गया, मुख्य अतिथि ने अपने हाथों से पिछले वर्ष पढ़ाई खेलकूद अन्य क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि अर्जित करने वाले छात्रों को पुरस्कार दिए.

पुरस्कार वितरण के बाद उस दिन आयोजित प्रतियोगिता का परिणाम भी घोषित किया गया. भाषण प्रतियोगिता में नौवीं कक्षा के राकेश ने प्रथम स्थान, दसवीं के हेमंत ने द्वितीय स्थान एवं आठवीं कक्षा के सुमित ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. वाद विवाद प्रतियोगिता में नौवीं कक्षा के राकेश ने ही प्रथम स्थान प्राप्त किया.

इसके अतिरिक्त आठवीं कक्षा के विकास ने इसमें द्वितीय तथा सातवीं कक्षा के सुरन्जय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. चित्र कला प्रतियोगिता में आठवीं कक्षा की दिव्या ने प्रथम, सातवीं कक्षा की मोना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.

निबंध लेखन प्रतियोगिता में ग्यारहवीं कक्षा के राजीव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. उसने भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर बहुत ही अच्छा निबंध लिखा था.

इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को भी पुरस्कृत किया गया. इसके अतिरिक्त इन प्रतियोगिताओं में चतुर्थ एवं पंचम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को सांत्वना पुरस्कार दिए गये. पुरस्कार वितरण के बाद समारोह समापन की घोषणा हुई.

प्रधानाचार्य महोदय ने पुनः समारोह में भाग लेने वाले छात्रों के माता पिता एवं अभिभावकों तथा क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों को धन्यवाद् देकर आभार प्रकट किया. इस प्रकार इस वर्ष का यह वार्षिक समारोह सही अर्थों में एक सफल आयोजन एवं उपयोगी उत्सव सिद्ध हुआ.

Annual Function Essay In Hindi And English Language | वार्षिकोत्सव पर निबंध

नमस्कार दोस्तों, Annual Function Essay In Hindi And English Language वार्षिकोत्सव पर निबंध लेख में आपका स्वागत हैं.

आज का सरल निबंध हिंदी और अंग्रेजी में विद्यालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम पर दिया गया हैं. छोटी कक्षाओं के स्टूडेंट्स के लिए यह निबंध उपयोगी साबित हो सकता हैं.

Annual Function Essay In Hindi And English Language

Annual Function Essay In Hindi In this Paragraph Written about   Annual Function Essays  for school and College. this prize distribution function essay in Hindi and English.

class 5, 8, 10 and 12th students can use this short essay for Annual Function speech. every year this was celebrated in ending the season like an Important festival.

hindi readers use this varshik Utsav nibandh  for student, teachers and principal speech on annual day function

हमारे विद्यालय का वर्षिकोत्सव पर निबन्ध Essay on Annual function of Our School English

Pize distribution function is always the most important event in a school. it is celebrated with great pomp and show.

parents of the students are also invited. prizes are distributed to the brilliant students and sportsmen.

on this day all the classroom are thoroughly cleaned and beautifully decorated. blackboards are polished.

this year the prize distribution function was held on 26th February. the collector was the chief guest. the whole of the school building was whitewashed.

charts and photos were hung on the walls. the whole building looked like new one. the stage was tastefully decorated.

the Annual Function was to start 5 p.m. the chief guest arrived at exact 5 p.m. the chief guest was warmly received at the gate of our school.

the scouts of our school gave a guard of honor while the school band played music. when the guest looks seat, he was profusely garlanded. all the spectators cheered.

Annual Function started with Saraswati Vandana. then the musical programme started. there were songs, kabbali, gazal, and speeches. there was a short play also.

then the principal read out the annual progress report of our school. after this, the chief guest gave away prizes to the students. he delivered a short but impressive speech.

he advised to students to be good citizens, he advice them to cultivate discipline and regularity. according to him, the good habit does not come as rain from heaven, they are to be created, developed and nustered.

he congratulated the prize winners and the authorities of the school for the results shown by the school.

then the principal thanked the chief guest and the Annual Function was over. the national anthem was sung at the end. he declared the next day holiday.

the Annual Function was a great success. the memory of this function has remained evergreen in my mind. we come back to our houses singing, laughing and talking.

Annual Function Essay In Hindi वार्षिकोत्सव पर निबंध इन हिंदी

पुरस्कार वितरण समारोह (मेरे विद्यालय का वार्षिकोत्सव) हर साल विद्यालय में मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण पर्व है। इस वर्ष वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम एवं उल्लास के साथ मनाया गया।

विद्यार्थियों के माता-पिता को भी इसके लिए आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर सालभर खेल व शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया था.

इस दिन सभी कक्षाएं पूरी तरह से साफ और खूबसूरती से सजाई गई थी, ब्लैकबोर्ड पर भी पॉलिश की गई थी।

इस साल पुरस्कार वितरण समारोह/विद्यालय का वार्षिकोत्सव 26 फरवरी को आयोजित किया गया था। जिला कलेक्टर मुख्य अतिथि थे।

पूरे विद्यालय परिसर भवन को रंग रोगन कर दुल्हन की तरह सजाया गया। दीवारों पर फोटो और तस्वीरें लटकाने से इसकी रौनक कई गुना बढ़ गई, इस तरह से विद्यालय परिसर बिलकुल बदला बदला सा लग रहा था. कार्यक्रम आयोजन के मंच को भी अच्छी तरह से सजाया गया.

तय समय के अनुसार यह वार्षिक समारोह 5 बजे शुरू किया गया। मुख्य अतिथि ठीक 5 पहुचे. इनके आते ही हमारे प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथि का स्कूल के द्वार पर गर्मजोशी से स्वागत किया।

स्कूल के बैंड ने संगीत बजाते हुए स्कूल के स्काउट्स ने उन्हें गार्ड ऑफ ओनर दिया। मुख्य अतिथि महोदय के द्वारा अपना स्थान ग्रहण करने के साथ ही विद्यालय का वार्षिकोत्सव विधिवत रूप से आरम्भ हुआ.

सरस्वती वंदना के साथ विद्यालय का वार्षिकोत्सव शुरू हुआ। फिर संगीत कार्यक्रम शुरू हुआ। वहां गाने, कबाली, गज़ल और भाषण कई विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये गये। इस दौरान एक छोटा सांस्कृतिक नाटक भी प्रस्तुत किया गया ।

प्रिंसिपल महोदय ने विद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट के वाचन से सभी को सालभर के प्रदर्शन से अवगत करवाया । इसके बाद, मुख्य अतिथि ने छात्रों को पुरस्कार दिए। उन्होंने एक छोटा लेकिन प्रभावशाली भाषण दिया।

उन्होंने छात्रों को अच्छे नागरिक होने की सलाह दी, उन्होंने सलाह दी कि वे अनुशासन और नियमितता के गुणों को अपने जीवन में उतारे। उनके अनुसार, अच्छी आदत स्वर्ग से बारिश के रूप में नहीं आती है, वे विकसित, की जाती है, तथा उन पर कठोरता से चलना पड़ता है।

उन्होंने विद्यालय द्वारा दिए गए परिणामों के लिए पुरस्कार विजेताओं और स्कूल के अधिकारियों को बधाई दी।

विद्यालय का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव पर प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया और इस तरह वार्षिक समारोह की समाप्ति की घोषणा की गई । अंत में राष्ट्रीय गान गाया गया।

प्रधानाचार्य ने  अगले दिन छुट्टी की घोषणा की। इस तरह वार्षिक समारोह सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ । इस समारोह की याददाश्त मेरे दिमाग में सदाबहार

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आशा करता हूँ फ्रेड्स Essay On School Annual Day Function In Hindi  Language  का हिंदी में दिया गया यह निबंध आपकों अच्छा लगा होगा,

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स्कूल का वार्षिक दिवस निबंध Essay on School Annual Day in Hindi

स्कूल का वार्षिक दिवस निबंध Essay on School Annual Day in Hindi

किसी भी स्कूल में सबसे उत्सुकता से मनाया जाने वाला कार्यक्रम इसका वार्षिक दिन है। इस कार्यक्रम के लिए बच्चे व शिक्षक बड़ी उत्सुकता से इंतज़ार करते हैं। क्योंकि चारों ओर उत्साह और तमाम गतिविधियाँ दिखाई देती हैं और बच्चों को न पढ़ने का बहाना भी मिल जाता है।

स्कूल के सभी टीचर्स और विद्यार्थी जोश से वार्षिक दिवस के कार्यक्रम की तैयारी में लगे रहते हैं। हर जगह मस्ती और मनोरंजन का वातावरण देखने को मिलता है। हर बार के वार्षिक दिवस की कोई न कोई थीम भी रखी जाती है जैसे साहित्य, 1970s बॉलीवुड, पर्यावरण थीम आदि।

यही एक ऐसा कार्यक्रम होता है जिसमें बच्चे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। पूरे वर्ष पढाई होने के साथ – साथ इस तरह के कार्यक्रमों का होना भी अनिवार्य है। जिससे शिक्षक बच्चों की कुशलताओं को समझ पाएं।

इसीलिए किसी भी स्कूल में वार्षिक दिवस मनाना जरुरी है। इससे बच्चों का आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है और वे संयमित होकर, एकजुट होकर कार्य करना भी सीखते हैं। जो बच्चे वार्षिक दिवस में भाग नहीं लेते हैं वे इस कार्यक्रम को देखकर प्रेरित होते हैं और उनका मनोवल बढ़ता है जिससे वे भी कार्यक्रम में भाग लेने का मन बना लेते हैं।

वार्षिक दिवस की तैयारियां लगभग 15 दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं। दीवारों पर कलात्मक रूप से प्रदर्शनी लगाई जाती है। पूरे स्कूल को अच्छी तरह से सजाया जाता है। समारोह के स्थल को लेखन, गुब्बारे, बैनर और रोशनी से सजाया जाता है।

यह मुख्य अतिथि, अन्य मेहमानों और माता-पिता को प्रभावित करने के लिए किया जाता है। मुख्य अतिथि के रूप में शहर के कोई प्रतिष्ठित व्यक्ति जैसे मंत्री आदि को आमंत्रित करते हैं। नृत्य, नाटक और संगीत कार्यक्रमों में भाग लेने वाले छात्रों को रिहर्सल के लिए बुलाया जाता है।

कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए ऑडिशन राउंड भी करते हैं। जो बच्चा जिस क्षेत्र में कुशल होता है उसे उसी तरह के कार्यक्रम में लिया जाता है। निमंत्रण कार्ड भी प्रिंट करवाया जाता है जो बच्चों के अभिभावकों को दिया जाता है और मुख्य अतिथि को आदर सहित निमंत्रण पत्र देने जाते हैं। बच्चे एकल नृत्य और समूह नृत्य की तैयारी में लगे रहते हैं।

नृत्य नाटिका भी होती है जो हमारी परंपरा को प्रदर्शित करने के लिए मुख्य रूप से प्रस्तुत की जाती है। नाटक का मंचन कोई ऐतिहासिक कहानी से प्रेरित होकर करते हैं जिससे लोग उस प्रदर्शन से अवगत हो पाएं। एकल गान और समूह गान की तैयारी में भी बच्चे बड़े जोर – शोर से लगे हुए दिखाई देते हैं।

विभिन्न तरह के संगीत के वाद्य यंत्रों के द्वारा गाने प्रस्तुत किये जाते हैं। नृत्य और गाने को सीखने के लिए टीम तैयार की जाती है। इन सभी कार्यक्रमों की तैयारी के लिए विशेष प्रतिभा वाले शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है जिससे वे बच्चों को सही तरीके से सिखा सकें।

अंततः वाषिर्क दिवस आ जाता है। सभी बहुत व्यस्त दिखाई देते हैं। सभी टीचर्स को अलग – अलग उत्तरदायित्व मिलते हैं। बच्चों में अच्छा सा अच्छा परफॉर्म करने का जोश दिखाई देता है। शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है।

इसीलिए प्राचार्य सहित सभी, शिक्षक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले बहुत उत्साहित और चिंतित लगते हैं। जो लोग मंच पर आने वाले हैं उनमें उत्साह तो दिखता है मगर भय भी रहता है। बाकी छात्र मंच की व्यवस्था करने में मदद करते हैं और अनुशासन बनाने में लगे रहते हैं।

जैसे ही अतिथि का आगमन होता है वैसे ही पूरा स्कूल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूँज उठता है। लगभग हर स्कूल में कार्यक्रम की शुरुआत शाम 4 – 5 बजे से होती है। इस अवसर पर विशेष तरह की लाइटिंग की व्यवस्था की जाती है।

कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके की जाती है। साथ ही साथ बैकग्राउंड में सरस्वती वंदना का मंचन भी होता है। जिसमें किसी छात्रा को माँ सरस्वती बना दिया जाता है व अन्य छात्राएं पारम्परिक तरीके से नृत्य करती हैं। इसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिगण और अभिभावकों का स्वागत किया जाता है। इसके लिए समूह में स्वागत गीत भी गया जाता है।

विभिन्न तरह के रंगारंग कार्यक्रम शुरू होते हैं। जिनका सभी को बेसब्री से इंतज़ार होता है। हर एक अभिभावक अपने-अपने बच्चों के मंच प्रदर्शन को कैमरे में कैद करने के लिए रिकॉर्डिंग करना शुरू कर देते हैं। हर एक कार्यक्रम के लिए मैचिंग के परिधानों का विशेष ध्यान दिया जाता है।

क्लास 1st से लेकर 12th तक के सभी बच्चों द्वारा कोई न कोई कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाता है। कार्यक्रम के दौरान विशेष तरह की फोटोग्राफी का आयोजन किया जाता है। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन स्कूल के हैड बॉय द्वारा किया जाता है। जिसके लिए अच्छी से अच्छी एंकरिंग स्क्रिप्ट तैयार की जाती है।

जिसमें किसी शिक्षक का सहयोग लिया जाता है। कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों और बच्चो के द्वारा भाषण भी दिए जाते हैं। मुख्य अतिथि की भी स्पीच होती है व जो बच्चे पढाई में अच्छे हैं उन्हें अतिथि के द्वारा पुरस्कार भी दिलवाया जाता है। अंत में स्कूल के प्रधानाचार्य के द्वारा मुख्य अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है।

कार्यक्रम के समापन में राष्ट्रगान गाते हैं। कार्यक्रम जैसे ही समाप्त होता है वैसे ही अभिभावक अपने – अपने बच्चों को जिन्होंने कार्यक्रम में भाग लिया था उनसे मिलते हैं और सराहना करते हैं। कार्यक्रम के बाद स्वल्पाहार का आयोजन भी किया जाता है। सभी नाश्ते का आनंद लेते हैं और इस दिन को यादगार बना कर हंसी ख़ुशी अपने घर जाते हैं।

अक्सर वार्षिक दिवस के दूसरे दिन अवकाश घोषित कर दिया जाता है क्योंकि सभी लोग थकान महसूस करते हैं। वार्षिक दिवस एक ऐसा कार्यक्रम है जो शिक्षक, बच्चों की भावनाओं, परम्पराओं, संस्कृति से ओत – प्रोत होता है। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को सभी सराहते हैं। हर एक स्कूल के लिए उनका वार्षिक दिन अनमोल होता है।

वास्तव में, हमारे देश की संस्कृति , परम्पराओं को यदि एक साथ मंच पर देखना हो तो वह स्कूल का वार्षिक दिवस है। जो बच्चों की विभिन्न क्षेत्र में प्रतिभाओं को निखारता है और हमें उनकी कुशलताओं को देखने का मौका मिलता है।

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध । Hindi Essay on School Annual Day

annual day celebration in school essay in hindi

लोगों के वास्तविक जीवन में जो स्थान धार्मिक त्यौहारों का है और राष्ट्र के जीवन में स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, बाल दिवस, शिक्षक दिवस व गाँधी जयंती का होता है, ठीक वैसे ही विद्यालय जीवन में सभी के लिए वार्षिक महोत्सव है।

विद्यालयों में वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम उन्नति और प्रगति का परिचायक है । यह त्यौहार विद्यालयों के विद्यार्थी और अध्यापक दोनों के लिए ये हर्षोल्लास का पर्व होता है । विद्यार्थियों के लिए प्रतिभा, योग्यता व कार्यकुशलता के मूल्यांकन का दिन होता है।

वार्षिकोत्सव क्या है ?

वार्षिकोत्सव विद्यालयों में पूरे वर्ष के दौरान एक बार ही मनाया जाता है । वर्ष में एक दिन आने के चलते विद्यालय के सभी सदस्यों के लिए ये दिन बहुत खास होता है । इस दिन बहुत ही खास तरह से सभी विद्यालयों में कई प्रकार के कार्यक्रम व स्पर्धाओं के साथ आयोजन किया जाता है।

इस वार्षिक उत्सव के दौरान आयोजन प्रतियोगिता के दौरान मेधावी छात्र व छात्राओं को रंगमंच पर बुलाकर उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है । सम्मानित समारोह के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य के द्वारा सभी विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए भाषण देते है।

वार्षिक उत्सव की तैयारी

सभी विद्यालयों में वार्षिकोत्सव का पर्व एक ख़ुशी का पल होता है । जो एक महीने पहले से शुरू हो जाता है उस समय सभी विद्यालय के सदस्यों के चेहरे पर एक अलग ही ख़ुशी होती है । इस समारोह के दौरान विशाल प्रकार के तम्बू के साथ मंडप को सजाया जाता है।

इस तैयारी के दौरान सभी विद्यार्थी व अभिभावकों को बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की जाती है । वहाँ पर कई तरह क्रत्रिम तरह के सजावट जो शिक्षा के सम्बन्धित हो उसे सजा दिया जाता है । विद्यालयों व कालेजों के सभी भवनों को अच्छे से सजाया जाता है।

जो भी सदस्य उस कार्यक्रम में भाग लेते है उन सभी के लिए आगमन व निकास द्वार का निर्माण किया जाता है । सभी छात्र के साथ मिलकर विद्यालय के अंदर ब्लैक बोर्ड व पूरे भवन को गुबारों से सजा दिया जाता है।

इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न तरह के नाटक, चित्रकला, कविता, भाषण, रंगोली, नृत्य, संगीत कला, कराटे और विभिन्न तरह के खेलो को विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।

वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम

इस वार्षिकोत्सव के दौरान विद्यालय के सभी शिक्षक गण व विद्यार्थियों को अनुशासन को पालन करते हुए देखा जा सकता है । विद्यालय के संस्थापक यानि की प्रधानाचार्य महोदय द्वारा दिए गये भाषण को सभी छात्र पूरे ध्यान से सुनते हुए देखा जा सकता है।

इस भाषण के दौरान विद्यालय में हुए सभी गतिविधियों को बताते हुए छात्रों के गलतियों से सबक लेने की बात कही जाती है ।  इसके साथ ही विद्यालय के सबसे होनहार छात्रों को सम्मान देकर उनके जैसे बाकी छात्रों को उस जैसे बनने की बात कही जाती है।

विद्यालय में जब – जब कोई कार्यक्रम होता है उस समय सभी छात्रों की चेहरे पर का एक अलग ही ख़ुशी होती है ।  चाहे वो सरस्वती पूजा हो या स्वतंत्र व गणतन्त्र दिवस हो  सभी पर्व पर विद्यालय का एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर 10 लाइन

यहाँ विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर लाइन कुछ इस प्रकार है –

  • ये वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम हर साल सभी विद्यालयों के द्वारा आयोजित किया जाता है।
  • इस ख़ुशी के मौके पर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थी कुछ दिन पहले से ही अभ्यास कार्यक्रम शुरू कर देते है।
  • सभी विद्यालयों के द्वारा वार्षिक उत्सव के आने पर पूरे परिसर की साफ सफाई की जाती है और सभी भवनों को अच्छे से सजा दिया जाता है।
  • जो विद्यार्थी वार्षिकोत्सव के दौरान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इच्छुक होते है उन सभी को शिक्षकों द्वारा तैयार की जाती है।
  • हर विद्यालय के मैदान में इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक विशाल मंडप लगाया जाता है। सभी आने वाले मेहमान व छात्र, शिक्षकों के लिए बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की जाती है।
  • शहर के मुखिया या नामित व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता है।
  • इस कार्यक्रम मंडप में आगमन द्वार पर सुंदर कलाकृति द्वारा स्वागतम लिखा होता है । जिससे आने वाले लोगों के लिए खूबसूरती का अहसास होता है।
  • विद्यालय के इस कार्यक्रम में संगीत कला, नृत्य कला, कविता, चित्रकला, व्यायाम तथा अच्छे भाषण के साथ कई खेलो का प्रदर्शन किया जाता है।
  • इस कार्यक्रम की शुरु वात विद्यालय के प्रधानाचार्य या जो संस्थापक है उनके द्वारा किया जाता है।
  • प्रतियोगिता के दौरान सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया जाता है।

इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान सभी लोगों के भाग लेने की लिए सलाह तथा सभी को अनुशासन की महत्व को समझाया जाता है । हमें पढाई के साथ सभी चीजो का आनन्द लेना चाहिए, जो हमारे हित हो ना की कोई गलत कार्य करके।

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध Essay on Annual Function of School in Hindi

विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध Essay on Annual Function of School in Hindi

इस लेख में हमने विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध (Essay on Annual function of School in Hindi) दिया गया है जिसमें वार्षिकोत्सव की परिभाषा, तैयारी, कार्यक्रम, मुख्य अथिति और दस वाक्य को शामिल किया गया है।

Table of Contents

प्रस्तावना (विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध Essay on Annual Function of School in Hindi)

शिक्षा किसी भी देश के विकास की आधारशिला होती है। बच्चों को शिक्षा देने का कार्य विद्यालयों से प्रारंभ किया जाता है, जिसके द्वारा विद्यार्थियों के मानसिक, शारीरिक तथा बौद्धिक स्तर पर विकास होता है।

विद्यालय का वार्षिकोत्सव के लिए पूरे विद्यालय को बहुत शानदार तरीके से सजाया जाता है। इस दिन प्रधानाचार्य महोदय किसी विशेष व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करते हैं। सभी छात्र छात्राएं इस दिन के लिए बड़े उत्साहित होते हैं तथा कला प्रदर्शनी करने के लिए खूब मेहनत करते हैं 

सभी शिक्षा संस्थानों में बच्चों  के बौद्धिक विकास के लिए विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। पूरे वर्ष विभिन्न प्रकार के त्यौहार और महोत्सव की छुट्टियां पूरे देश में प्रदान की जाती है जिससे बच्चों को शिक्षा के अलावा अपनी संस्कृति और समाज को समझने का अवसर प्राप्त होता है।

स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस , बाल दिवस , शिक्षक दिवस और गुरु पूर्णिमा जैसे कई महोत्सव के दिन विद्यालय में विभिन्न तरह की प्रतियोगिताएं रखी जाती हैं। इन प्रतियोगिताओं में सभी छात्र छात्राएं अपनी तरफ से विभिन्न कलाओं और खेलकूद का प्रदर्शन करते हैं।

 प्रत्येक वर्ष सभी विद्यालयों में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें विभिन्न प्रकार की कार्यक्रम का आयोजन होता है। 

वार्षिकोत्सव क्या है? What is Annual function in Hindi?

विद्यालय का वार्षिकोत्सव का दिन पूरे वर्ष में एक बार मनाया जाता है जिस कारण यह सभी विद्यालय के लिए बहुत खास दिन होता है। इस दिन सभी विद्यालयों में कई प्रकार के कार्यक्रम तथा स्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है।

पूरे वर्ष में आयोजित की गई प्रतियोगिताओं में जीतने वाले छात्र- छात्राओं को इस दिन रंगमंच पर बुलाकर  विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है। इसके अलावा प्रधानाचार्य महोदय सभी विद्यार्थीयों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए अपना भाषण देते हैं।

विद्यालय का वार्षिकोत्सव के दिन प्रधानाचार्य द्वारा सभी विद्यार्थियों को अच्छे अंक लाने के लिए इनाम की घोषणा की जाती है। यह दिन सभी विद्यार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है जिसकी प्रतिक्षा वे पूरे वर्ष करते हैं।

वार्षिक उत्सव की तैयारी Preparation of The Annual function in Hindi 

विद्यालय का वार्षिकोत्सव की तैयारियां एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती हैं। इस समारोह के लिए विद्यालय के सामने विशाल तंबू अथवा मंडप लगाया जाता है जिसमें उत्सव में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों के बैठने के लिए सैकड़ों कुर्सियां की व्यवस्था की जाती है।

जिस स्थान पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है उसके बाहर एक विशाल प्रवेश द्वार बनाया जाता है जिसे रंग बिरंगे फूलों अन्य सजावटी चीजों से सजा दिया जाता है। इस प्रवेश द्वार पर सुंदर अक्षरों में “स्वागत” लिखा रहता है।

इस दिन विशेष रूप से पूरे विद्यालय की साफ सफाई की जाती है तथा विद्यार्थियों द्वारा ब्लैक बोर्ड और पूरे भवन को रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजाया जाता है।

विद्यालय के वार्षिकोत्सव की तैयारी में शिक्षकों द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं के नाम की सूची तैयार की जाती है। विद्यार्थियों की देखरेख तथा अन्य कार्यों के लिए शिक्षकों को कार्यभार सौंपा जाता है।

इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के नाटक, चित्रकला, कविता, रंगोली, नृत्य, संगीत कला, कराटे और विभिन्न  तरह के खेल विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं।

वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम Annual function program in Hindi

विद्यालय का वार्षिकोत्सव के सबसे मुख्य सदस्य प्रधानाचार्य महोदय होते हैं जो इस पूरे कार्यक्रम के लिए बजट तैयार करते हैं।

कार्यक्रम शुरू होने से पहले सभी छात्र छात्राएं रंग बिरंगे सुंदर वस्त्रों से सज्जित होकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंच जाते हैं। सभी शिक्षक भी इस दिन नए और सुंदर वस्त्रों में दिखाई देते हैं।

विद्यालय का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम शुरू होने के बाद सभी विद्यार्थी अनुशासित होकर अपनी-अपनी स्थान पर बैठ जाते हैं।  प्रधानाचार्य महोदय अपने भाषण से वार्षिकोत्सव के कार्यक्रम का प्रारंभ करते हैं।

अपने भाषण में विद्यालय के निर्माण समय से लेकर आज तक के सफर को विद्यार्थियों को बताते हैं, जिसमें  वे पूरे विद्यालय में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की भी चर्चा करते हैं।

इसके बाद कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती पूजा करने के बाद हो जाता है। कार्यक्रम का मंच लाउडस्पीकर तथा रंग-बिरंगे बल्बों के प्रकाश के कारण और भी अद्भुत दिखाई देता है।

सर्वप्रथम विद्यार्थियों द्वारा व्यायाम और खेलकूद आदि प्रस्तुत किए जाते हैं, इसके बाद बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के नाट्य कला प्रस्तुत किए जाते हैं। विद्यार्थियों के अच्छे प्रदर्शनी के कारण पूरा रंगमंच तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता है। 

विद्यार्थी सुंदर पोशाकों से सुसज्जित होकर नाटक द्वारा सभी का मन मोह लेते हैं। इसके बाद तैयार की गई सूची के अनुसार सभी बच्चे संगीत कला, कविता, नृत्य कला आदि की प्रदर्शनी करते हैं।

प्रधानाचार्य के बाद सभी शिक्षक गण भी अपनी- अपनी तरफ से कुछ कविताएं या भाषण प्रस्तुत करते हैं, जिसके बाद प्रतियोगिताओं में विजेता होने वाले विद्यार्थियों के लिए पुरस्कार वितरण पर प्रकाश डाला जाता है।

वार्षिकोत्सव पर मुख्य अतिथि Chief Guest of Annual function of School in Hindi

वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम पूरे वर्ष में केवल एक बार मनाया जाता है जिसमें प्रधानाचार्य द्वारा किसी मुख्य अतिथि को कार्यक्रम का आनंद उठाने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

आमंत्रित किए गए अतिथि पूरे शहर में एक जाने-माने व्यक्ति होते हैं जिनकी उपस्थिति में सभी विद्यार्थी अपनी अपनी तरफ से विभिन्न प्रकार की कलाओं का प्रदर्शन करते हैं।

कार्यक्रम आरंभ होने से पहले अतिथि महोदय अपनी तरफ से विद्यालय तथा प्रधानाचार्य महोदय के लिए कुछ विशेष बातें कहते हैं जिसके बाद से कार्यक्रम का आरंभ होता है।

भवन के प्रवेश द्वार पर सुंदर अक्षरों में  मुख्य अतिथि का नाम भी लिखा जाता है। वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम समाप्त होने पर विजेता हुए छात्र छात्राओं के नाम की सूची तैयार की जाती है।

मुख्य अतिथि द्वारा सभी विजेता विद्यार्थियों को रंग मंच पर बुलाकर सम्मानित किया जाता है तथा अन्य विद्यार्थियों के लिए परीक्षा में अच्छे से अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है।

अंत में सभी छात्र छात्राओं को विद्यालय की तरफ से मिठाइयां और चॉकलेट्स भेंट में दी जाती हैं, जिसके बाद सभी विद्यार्थी अपने अपने घर चले जाते हैं। 

विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर 10 लाइन Best 10 Lines on Annual function of the School in Hindi

  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष सभी विद्यालयों में आयोजित किया जाता है।
  • प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सभी विद्यार्थी कई हफ्ते पहले से ही प्रदर्शनी का अभ्यास करना शुरू करते हैं।
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव के दिन पूरे विद्यालय में साफ सफाई की जाती है और सभी कमरों को रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजा दिया जाता है
  • प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों की सूची शिक्षकों द्वारा तैयार की जाती है।
  • कार्यक्रम के लिए विद्यालय के बाहर एक विशाल मंडप लगाया जाता है, जिसमें सभी विद्यार्थी तथा अन्य दर्शकों के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं की जाती हैं।
  • शहर के प्रसिद्ध व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता है।
  • कार्यक्रम मंडल के बाहर एक बड़ा प्रवेश द्वार बनाया जाता है जिसमें सुंदर अक्षरों में स्वागत लिखा जाता है।
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव में संगीत कला, नृत्य कला, कविता तथा शायरी प्रदर्शन, चित्रकला, व्यायाम , भाषण तथा विभिन्न प्रकार के खेलो की प्रदर्शनी की जाती है।
  • कार्यक्रम का आरंभ प्रधानाचार्य महोदय के भाषण से  शुरू होता है।
  • प्रतियोगिता में जीतने वाले सभी छात्र छात्राओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

इस लेख में आपने विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध (Essay on Annual function of School in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको पसंद आया हो। अगर यह निबंध आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरुर करें। 

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मेरी पाठशाला का स्नेह-संमेलन हिंदी निबंध Annual Day Celebration in your School Essay in Hindi

Annual Day Celebration in your School Essay in Hindi: दिनांक ९, १० और ११ जनवरी को मेरी पाठशाला में बड़ी धूमधाम से स्नेह-संमेलन मनाया गया। पाठशाला की सफाई की गई और दीवारों तथा कमरों को सजाया गया। मेजों और कुर्सियों पर वार्निश लगाई गई। सारा भवन बिजली के तोरणों, फूलों की मालाओं और पताकाओं के कारण बड़ा मनोहर लगता था। पाठशाला के प्रवेशद्वार की शोभा अनोखी थी।

मेरी पाठशाला का स्नेह-संमेलन पर हिंदी में निबंध Annual Day Celebration in your School Essay in Hindi

मेरी पाठशाला का स्नेह-संमेलन पर हिंदी में निबंध Annual Day Celebration in your School Essay in Hindi

विविध कार्यक्रम.

स्नेह-संमेलन का प्रारंभ खेल की प्रतियोगिताओं से हुआ। सर्वप्रथम १०० मीटर की दौड़ प्रारंभ हुई। अच्छे-अच्छे खिलाड़ी दौड़ में पीछे रह गए और सबसे छोटा राममोहन बाजी मार गया। फिर धीरे और तेज साइकिल चलाने की स्पर्धा हुई। धीरे साइकिल चलाने के प्रयास में कई खिलाड़ी गिर पड़े। दर्शकों में आनंद की लहर दौड़ गई। फिर बच्चों की कुर्सी-दौड़ और जिलेबी-दौड़ हुई। ऊंची कूद, लंबी कूद और गोला-फेंक आदि प्रतियोगिताएँ बहुत दिलचस्प रहीं। कबड्डी और रस्साकसी की प्रतियोगिताओं ने लोगों के दिल पर जादू कर दिया।

प्रतियोगिताएँ

दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरूआत वादविवाद प्रतियोगिता से हुई । वादविवाद का विषय था, ‘परिक्षाएँ होनी चाहिए या नहीं?’ पाठशाला के सबसे शरारती विद्यार्थी रामचंद्र पाठक की निराली वक्तृत्व-शक्ति ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। हॉल में बार-बार तालियाँ बजती रहीं। दोपहर को निबंध-स्पर्धा और शाम को कवि-संमेलन का कार्यक्रम रखा गया था। मैं भी निबंध स्पर्धा में शामिल हुआ। कवि-संमेलन में हिंदी के कई प्रसिद्ध कवियों ने भाग लिया। नीरजजी ने अध्यक्षपद सुशोभित किया। शहर के सभी प्रतिष्ठित सज्जन हमारी पाठशाला में पधारे । कवि-संमेलन पूरी तरह सफल रहा।

नाटक पुरस्कार वितरण आदि

स्नेह-संमेलन के अंतिम दिन महाकवि कालिदास की अमर कृति ‘अभिज्ञान शाकुंतल’ के चतुर्थ अंक का अभिनय किया गया। सभी दर्शक भावविभोर हो उठे। फिर शिक्षामंत्री के हाथों चित्रप्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। चित्र-प्रदर्शनी में प्रकृति, इतिहास, भूगोल, साहित्य आदि से संबंधित कई मनोहर चित्र रखे गए थे। लोगों ने इस प्रदर्शनी को बड़े चाव से देखा और उसकी बहुत प्रशंसा की। इसके बाद नगरपालिका के अध्यक्ष के हाथों विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। अंत में हमारे प्रधानाचार्यजी ने आभार-प्रदर्शन किया और कार्यक्रम के साथ स्नेह-संमेलन का कार्यक्रम पूरा हुआ।

उत्सव का महत्त्व

इस प्रकार हमारे स्कूल का वार्षिकोत्सव बड़ी शान से मनाया गया। इस उत्सव से सभी छात्रों और अध्यापकों में उत्साह की लहर दौड़ गई। नए साल के लिए उनके हौसले बढ़ गए। कई दिनों तक हम अपने इस स्नेह-संमेलन की चर्चा करते रहे।

Rakesh More

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध | Essay on School Annual Function in Hindi

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध | Essay on School Annual Function in Hindi!

विद्यालय जीवन में वार्षिकोत्सव का विशेष महत्त्व है, क्योंकि उदेश्य विद्यार्थियों में आत्म-संयम, विद्यालय की प्रगति में सहयोग देना और अभिभावकों से सम्पर्क स्थापित करना होता है । इन उत्सवों के आयोजन से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा, प्रदर्शन, आत्माभिव्यक्ति और दायित्व की भावना को बहिर्मुखी होकर विकसित होने का पूरा मौका मिलता है ।

हमारे विद्यालय में प्रति वर्ष वार्षिकोत्सव का प्रारम्भ बसन्त पंचमी से एक सप्ताह पूर्व हो जाता है । इस वर्ष हमारे विद्यालय को आरम्भ हुए पचास वर्ष पूर्ण हो गये थे । इसलिए हमारे विद्यालय की कार्यकारिणी समिति ने इस वर्ष के उत्सव को ‘ स्वर्ण जयन्ती ‘ के रूप में मनाने का निश्चय किया । इस आयोजन के कार्यों का विभाजन कर दिया गया ।

विद्यार्थी व अध्यापक अपने – अपने कार्यों की तैयारी में लग गए। विद्यालय भवन की अच्छी तरह सफाई की गई । रंग-रोगन कराया गया । प्रत्येक कक्ष चित्रों व चार्टों से सजाया गया । शिक्षा निदेशक, शिक्षाधिकरिा अन्य विशिष्ट लोगों एवं अभिभावकों को निमन्त्रण-पत्र प्रेषित किए गए ।

विद्यालय प्रांगण में शमियाना लगाया गया । फर्श दरियों और कालीनों से सजाया गया । एक ओर मंच बनाया गया। उसके सामने मुख्य अतिथि के लिए बैठने का स्थान बनाया गया । दायें-बायें विशिष्ट लोगों व अभिभावकों के बैठने के लिए कुर्सियाँ डाली गई ।

दिन के ठीक 3 बजे मुख्य अतिथि आए । विद्यालय के बैण्ड, प्रबन्ध समिति और अध्यापकों आदि ने उनका स्वागत किया । माल्यार्पण से वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम आरम्भ हुआ । विद्यालय प्रांगण दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था । प्राचार्य महोदय ने अपने अमूल्य विचारों के बीच विद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डाला । फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम आरम्भ हुआ ।

ADVERTISEMENTS:

कवि गोष्ठी के बाद ‘ राखी की लाज ‘ नाटक खेला गया । इसमें रानी दुर्गावती भीलनी और तातार खाँ का अभिनय करने वालों का अभिनय सराहनीय रहा । दर्शकों की ओर से काफी नकद पुरस्कार आए । इसके बाद संगीत का कार्यक्रम चला ।

मुख्य अतिथि ने गतवर्ष बोर्ड की परीक्षा में प्रथम आने वाले छात्रों को स्वर्ण पदक दिया । फिर विद्यालय के सर्वश्रेठ अनुशासित विद्यार्थी को पुरस्कृत किया गया । सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले सर्वश्रेष्ठ कलाकारों को पुरस्कार दिये गये । अध्यापकों को चाँदी के सिक्के दिये गये ।

विद्यालय के प्रबन्ध महोदय ने स्कूल के अतीत पर प्रकाश डाल कर मुख्य अतिथि से दो शब्द कहने के लिए निवेदन किया । उन्होंने कहा, ‘ मुझे बच्चों के बीच उपस्थित होने में अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है । ये बच्चे उन सुकुमार पौधों के समान है जो आगे चलकर एक विशाल वृक्ष का रूप धारण कर समाज को स्वादिष्ट फल प्रदान करेंगे ।

कल ये ही बच्चे देश के कर्णधार बनेंगे । ’ मुख्य अतिथि के शब्दों के बाद प्राचार्य जी ने उनके प्रति और आमंत्रित ममुदाय के प्रति आभार प्रकट किया । फिर उन्हें एक सुसज्जित कक्ष में जलपान के लिए ले गए । छात्रों में मिष्ठान बाँटा गया ।

अंत में प्रबन्धक महोदय ने इस दिवस के लिए सभी को धन्यवाद दिया और विद्यालय के प्राचार्य एवं अध्यापकों के कार्यों की भूरि- भूरि प्रशंसा की । अगले दिन के अवकाश की घोषणा कर दी गई । इस वार्षिकोत्सव के बाद सभी विद्यार्थियों के हृदयों में नए प्रकार का उत्सव जाग्रत हुआ । प्रत्येक विद्यार्थी अध्ययन के साथ पाठ्‌येत्तर क्रियाओं में इस रुचि से भाग लेने लगा कि अगले वार्षिकोत्सव में वह भी पुरस्कार का भागी बने

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विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर निबंध essay on school annual function in hindi.

Short Essay on School Annual Function in Hindi. विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 and 10 के बच्चों और विद्यार्थियों के लिए विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर निबंध हिंदी में।

hindiinhindi Essay on School Annual Function in Hindi

Essay on School Annual Function in Hindi 150 Words

हर साल हमारे स्कूल में वार्षिक समारोह आयोजित किया जाता है। हम इस वार्षिक समारोह के दिन का इंतजार करते है। इस साल हमारा वार्षिक समारोह 5 फरवरी को आयोजित किया गया था। हमने फूलों और लाईटों के साथ स्कूल को सजाया था। हमारे स्कूल के खेल के मैदान में एक मंच बनाया गया था। माता-पिता, छात्रों और मेहमानों के लिए सीट की व्यवस्था की गयी थी। हमारे शहर के एस एस पी साहब हमारे वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि थे।

सबसे पहले उद्घाटन गीत लडकियों द्वारा गाया गया। इस समारोह में नृत्य, गीत, वाद-विवाद, निबंध लेखन, चित्रकला का आयोजन किया गया था। फिर एस एस पी साहब ने पुरस्कार वितरित किये। उन्होने हमें एक छोटा सा भाषण भी दिया। वार्षिक समारोह में माता-पिता शिक्षकों से मिलते है और स्कूल की शिक्षा के बारे में उन्हे पता चलता है। वार्षिक समारोह के अन्त में हमारे प्रधानाचार्य ने हमारे मुख्य अतिथि का घन्यवाद किया और छात्रों ने राष्ट्रीय गान गया। हम सब ने हमारे स्कूल के वार्षिक समारोह का बहुत आनंद उठाया।

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Essay on School Annual Function in Hindi- विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध

In this article, we are providing Essay on School Annual Function in Hindi.विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध 500 words.

भूमिका- हमारे विद्यालय में उत्सव तो बहुत मनाए जाते हैं, परंतु पारितोषिक वितरणोत्सव विशेष महत्व रखता है। यह प्राय: हमारे विद्यालय में नवंबर के अंत में मनाया जाता है, किंतु इस वर्ष दिसंबर की 15 तारीख को ही मनाया गया ।

साज-सज्जा- विद्यालय के साथ समीप वाले क्रीड़ा-क्षेत्र में उत्सव मनाने का प्रबंध किया गया। प्रात:काल एक बड़ा सुंदर शामियाना लगाया गया। उसके इर्द-गिर्द भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए रस्सी से सीमाएँ बांध दी गई थीं। पूर्व-पश्चिम दोनों ओर आमने-सामने दो स्टेज बनाए गए। एक पर प्रधान महोदय और विद्यालय के अधिकारी बैठे थे। दूसरे पर छात्रों के कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र तथा अध्यापक विराजमान थे। दायीं ओर प्रतिष्ठित व्यक्तियों के बैठने के लिए कुर्सियाँ रखी हुई थीं और बायीं ओर साधारण जनता के लिए बैंच रखे हुए थे। एक और महिलाओं के बैठने के लिए प्रबंध किया गया था- दोनों मंडप चित्रों और झंडियों से सजाया गए थे। प्रधान महोदय की कुर्सी के आगे सुंदर मेज पर फूलदान रखे हुए थे। इस प्रकार सारा स्थान शोभायमान हो रहा था।

बालचरों दवारा सलामी- यह उत्सव ठीक प्रात: 10 बजे आरंभ होना था। छात्र बहुत पहले ही नियत स्थानों पर बैठ चुके थे। बालचर चारों ओर तैनात थे। वे सब असुविधाओं को दूर कर रहे थे। दर्शकों की असुविधाओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयत्न किया गया था। ठीक 10 बजे कार्यवाही आरंभ हो गई। प्रधान महोदय ने अपने इस उत्सव की अध्यक्षता प्रदेश के शिक्षामंत्री महोदय से करवायी। उनके पदार्पण करते ही विद्यालय के बैंड ने उनके स्वागत में सुरीली धुन बजाई। फिर विद्यालय के बालचरों ने उनको सलामी दी। तत्पश्चात् सब उपस्थित महानुभावों ने उनका स्वागत किया। उनकी कुर्सी के दायीं और प्रधानाध्यापक तथा बायीं ओर मैनेजर महोदय बैठे थे। इसके एक ओर मेज पर छात्रों में बाँटे जाने वाले पारितोषिक रखे हुए थे।

शारीरिक प्रदर्शन-  सर्वप्रथम प्रार्थना की गई। इसके पश्चात् विद्यार्थियों ने अपने शारीरिक प्रदर्शन दिखाए। फिर अछुतोदोधार नामक नाटक का अभियान किया गया। इसमें पुजारी का काम बहुत अच्छा रहा। फिर दो गीत गाए गए। तदनंतर “सेठ-सेठानी’ का खेल खेला गया। फिर कुछ हास्यप्रद कव्वालियाँ प्रस्तुत की गई। बाद में पहाड़ी नृत्य और गीत गाए गये। तदंतर मुख्याध्यापक महोदय ने विवरण पत्रिका पढ़कर सुनाई। फिर प्रधान महोदय ने अपने कर कमलों से छात्रों में पारितोषिक बाँटे।

अध्यक्ष महोदय का भाषण – अध्यक्ष महोदय ने छोटा-सा भाषण दिया कि आप सब छात्र देश की संपत्ति हैं। अत: सदा अपने कत्र्तव्यों का पालन करते हए देश के सच्चे नागरिक बनो। तभी हमारे देश का उद्धार होगा। तब प्रधानाध्यापक महोदय ने प्रधान जी तथा उपस्थित जनता को धन्यवाद दिया। जिन छात्रों को पारितोषिक मिले थे, वे फूले नहीं समा रहे थे।

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध। Annual day function essay in hindi

विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध। Annual day function essay in hindi : विद्यालय का वार्षिकोत्सव मेरा सर्वप्रिय उत्सव रहा है। मैँ बहुत दिनों पहले से ही इस उत्सव पर अपने कार्यक्रम को प्रस्तुत करने की तैयारी मेँ जुट जाता हूँ। यह उत्सव प्राय: जनवरी माह मेँ मनाया जाता है। सास्कृतिक कार्यक्रमों में प्रत्येक विद्यार्थी को अपने अन्दर छिपे कलाकार को प्रकट करने का अवसर मिलता है। इसके साथ ही वार्षिकोत्सव मे विद्यालय की भावी प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत की जाती है। इस वर्ष 4-5-6 जनवरी को विद्यालय का वार्षिकोत्सव होना निश्चित हुआ। प्रघानाचार्य द्वारा इसकी घोषणा से सभी विद्यार्थियो में आनंद की लहर दौड़ गयी। उत्सव प्रारम्भ होने में 20 दिन का समय शेष था। अब जोर-शोर से खेलकूद औरे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी शुरू हो गयी।

Annual day function essay in hindi

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School Anniversary Essay In Hindi | विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध

School Anniversary Essay In Hindi विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध

  • उत्सवों का महत्व
  • वार्षिकोत्सव की तैयारियाँ
  • उत्सव का वर्णन

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न  हिंदी निबंध  विषय पा सकते हैं।

विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबन्ध | Essay on School Anniversary In Hindi

उत्सव और समारोह मानव-मन में उत्साह और आनंद का संचार करते हैं। इनसे जीवन में ताज़गी और स्फूर्ति आती है व अधिकाधिक कार्य करने की लगन पैदा होती है। विद्यालय में होने वाले वार्षिकोत्सव का अपना एक विशेष महत्व होता है पुरस्कृत विद्यार्थियों को देखकर अन्य विद्यार्थियों के मन में भी उमंग की लहर पैदा होती है और वे भी कुछ अधिक करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।

हमारा विद्यालय नगर के प्रतिष्ठित विद्यालयों में गिना जाता है। इसका नाम अरविंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल है। हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव प्रतिवर्ष वसंत पंचमी के दिन मनाया जाता है। इस अवसर पर मौसम बड़ा सुहावना और रमणीय होता है। इन दिनों न तो अधिक सर्दी पड़ती है और न अधिक गर्मी। प्रात:काल शीतल, मंद और सुगंधित वायु बहती है। चारों ओर प्रकृति का निखरा हुआ सौंदर्य दिखाई देता है। प्रकृति नववधू की भाँति हरी साड़ी पहने हुए रंग-बिरंगे फूलों से अलंकृत बहुत प्यारी और सुहावनी लगती है।

पिछले वर्ष 25 फरवरी के दिन वसंत पंचमी थी। हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव इसी दिन मनाया गया। इसके लिए एक महीने पहले से तैयारियाँ होने लगी। प्रधानाचार्य ने अध्यापकों और विद्यार्थियों को मिलाकर कई समितियाँ बनाईं जिनको अलग-अलग कार्य सौंप दिए गए। सबसे अधिक महत्वपूर्ण कार्य था सांस्कृतिक समिति का। समूह गान, वाद्यवृंद और नृत्यनाटिका में भाग लेने वाले विद्यार्थी मन लगाकर अभ्यास करने लगे।

विद्यालय में अवकाश हो जाने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थी एक घंटे अभ्यास के लिए रुकते थे। अध्यापक और विद्यार्थी अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे। निमंत्रण पत्र छपवाए गए और आमंत्रित व्यक्तियों को भेज दिए गए। इस अवसर पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जिसमें हर विषय के मॉडल और चार्ट बनवाए गए। विशेष रूप से विज्ञान विषय के वर्किंग मॉडल तैयार किए गए। इस कार्य में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

25 फरवरी को वार्षिकोत्सव सायं छह बजे से प्रारंभ होना था। विद्यार्थी और अध्यापक 10 बजे प्रातः विद्यालय पहुँच गए थे। सभी अपने-अपने अपूर्ण कार्य को पूरा करने में लग गए।

विद्यालय के क्रीडांगण में एक बड़ा शामियाना लगाया गया। मंच के सामने विशेष अतिथियों के बैठने के लिए सोफे लगाए गए। सोफों के पीछे दर्शकों के बैठने के लिए कुर्सियों की पंक्तियाँ थीं। मंच पर रंग-बिरंगे बल्बों का प्रकाश हो रहा था। फ़र्श पर लाल कालीन बिछे थे। मुख्य द्वार की साज-सज्जा देखने योग्य थी। लाल कपड़े की पट्टी पर सुनहरे बड़े अक्षरों में वार्षिकोत्सव के साथ विद्यालय का नाम अंकित था। मुख्य द्वार से पंडाल तक के मार्ग के दाएँ-बाएँ लाल रंग के कपड़े की दीवार थीं और फ़र्श पर कालीन बिछे थे।

6 बजकर 10 मिनट पर मुख्य अतिथि उपशिक्षा मंत्री की कार स्कूल के द्वार पर थी। प्रधानाचार्य और प्रबंध समिति के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। एक छात्र ने उन्हें पुष्पमाला पहनाई तथा एक अन्य छात्र ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। प्रधानाचार्य उपमंत्री महोदय को मंच पर ले गए। वहाँ पंडाल में बैठे दर्शकों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया।

सरस्वती वन्दना के साथ कार्यक्रम आरंभ हुआ। मिडिल कक्षाओं के विद्यार्थियों ने एक समूहगान प्रस्तुत किया। तदुपरांत एक वाद्यवृंद रचना प्रस्तुत की गई। प्रधानाचार्य ने विद्यालय का वार्षिक-विवरण पढ़कर सुनाया। इसके बाद पुरस्कार वितरण का कार्य हुआ।

इस अवसर पर. 50 विद्यार्थी पुरस्कृत किए गए। प्रत्येक कक्षा में गत वर्ष की वार्षिक परीक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले छात्र को मुख्य अतिथि महोदय द्वारा पुरस्कार दिया गया। वार्षिक खेलकूद में अलग-अलग प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। अंत में नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की गई। यह उत्सव का मुख्य आकर्षण था। सबने इसकी सराहना की। मुख्य अतिथि के भाषण के बाद राष्ट्रगान से उत्सव का समापन हुआ।

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव.

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विद्यालय का वार्षिकोत्सव  Essay on School Annual Function in Hindi 

तैयारियाँ - .

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स्वागत सत्कार - 

प्रधानाचार्य द्वारा विवरण - , पारितोषिक विवरण -, सभापति का भाषण - , उत्सव की समाप्ति - , उपसंहार - .

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विद्यालय में कुछ मनोरंजन भी होना चाहियें.

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Hindi Report Writing on “School Annual Function” “वार्षिकोत्सव समारोह” for Class 7, 8, 9, 10, and 12 Students.

भारत भारती विद्यापीठ चंडीगढ़ में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह का प्रतिवेदन प्रस्तुत कीजिए।

भारत भारती द्यापीठ , हरिद्वार में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह

दिनांक 6 दिसम्बर, 200… को भारत भारती विद्यापीठ चंडीगढ़ में वार्षिकोत्सव का आयोजन अत्यंत धूमधाम से किया गया, जिसमें जिला विद्यालय निरीक्षक को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम ठीक 2.00 बजे प्रारंभ हुआ। विद्यालय के प्राचार्य ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण दवारा स्वागत किया। मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। छात्रों ने सरस्वती वंदना, नृत्यनाटिका, लोकगीत, भावगीत तथा सीमा रेखा’ एकांकी का भव्य मंचन किया। मुख्य अतिथि ने मेधावी तथा विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट प्रतिभा वाले छात्रों को पुरस्कृत किया। उन्होंने विद्यालय के अनुशासन तथा परीक्षा परिणाम की प्रशंसा की तथा जीवन में नैतिक मूल्यों के विकास पर बल दिया। प्रधानाचार्य ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट द्वारा विद्यालय की गतिविधियों तथा उपलब्धियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। विद्यालय के व्यवस्थापक श्री कमलकांत ने आए हुए आगंतुकों तथा मुख्य अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के सफल संचालन का श्रेय विद्यालय के संस्कृत आचार्य श्री देवेन्द्र शुक्ला को है।

(रमा श्रीवास्तव)

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वार्षिक दिवस पर भाषण | Best 19 Speech On Annual Day in Hindi

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  • 1 वार्षिक दिवस पर भाषण – 1 ( Long And Short Speech On Annual Day in Hindi)
  • 2 वार्षिक दिवस पर भाषण – 2(Speech On annual day in Hindi)
  • 3 वार्षिक दिवस पर भाषण – 3 (Best speech on annual day in Hindi for student )
  • 4 वार्षिक दिवस पर भाषण – 4

वार्षिक दिवस पर भाषण – 1 ( Long And Short Speech On Annual Day in Hindi)

Speech On Annual Day in Hindi: शुभ प्रभात! आज का दिन मेरे विद्यालय का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। हाँ, यह वार्षिक दिवस है और वर्ष में हमने जो कुछ किया है उसे पूरा करने का समय है। एक साल जो खत्म होने वाला है और एक नया जो शुरू होने वाला है। हमारा स्कूल, सभी गतिविधियों का एक केंद्र और एक ऐसा स्थान जहां हम विषयों की एक पूरी श्रृंखला सीखते हैं जिसमें विज्ञान और गणित जैसे अधिक गंभीर विषय शामिल होते हैं जिन्हें हम कला और खेल जैसे अभ्यास करते समय सीखते हैं।

वर्ष 2017 वास्तव में पिछले वर्षों की तरह ही एक रोलर कोस्टर की सवारी रहा है। अवसरों से भरा समय, सीखने से भरा समय और अच्छी तरह से बिताया गया समय; एक ही समय में दोस्तों के साथ सीखना और आनंद लेना। कभी-कभी प्रतिस्पर्धी होने और दूसरों की मदद करने के लिए, यह वास्तव में एक शानदार अवधि रही है, जो महीने बीत चुके हैं और कभी वापस नहीं आएंगे।

सबसे अच्छी बात यह है कि दोस्तों हम एक साथ हमारे और हमारे स्कूल के लिए बहुत सारी प्रशंसा और ट्राफियां और पुरस्कार जीतने में सफल रहे हैं। हमने सभी को दिखाया है कि हम एक साथ जीत सकते हैं! यह जश्न मनाने और हमारी उपलब्धियों का एक साथ आनंद लेने का समय है। यहां हम अपने माता-पिता को यह प्रदर्शित करने के लिए हैं कि हम बच्चे, अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकते हैं जब सबसे अच्छे हाथ हमें ढालते हैं और जहां चारों ओर भगवान के दूत हैं, हमारी प्रतिभा को पोषित करने के लिए, हमें एक अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं जहां हम बढ़ सकते हैं, न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी। सबसे अच्छे दिमाग और सबसे मेहनती प्राणियों के मार्गदर्शन में, हमारे प्रिय शिक्षकों, हमने इस विशेष दिन, हमारे वार्षिक दिवस, 2017 के लिए अपने सभी गर्वित माता-पिता के लिए यह शो एक साथ रखा है। यह एक कार्यक्रम है, हमारे माता-पिता कर सकते हैं नाटक, नृत्य, कविता, गायन और एक टॉक शो पर अपनी आँखें दावत दें। जूनियर स्कूल के बच्चों ने रुडयार्ड किपलिंग की सबसे मनमोहक किताब द जंगल बुक का म्यूजिकल वर्जन पेश किया है।

इस वार्षिक दिवस पर हमने एक बिल्कुल नया खंड शामिल किया है। हमने खेलों का एक सेट शामिल किया है जिसे बच्चे और माता-पिता एक टीम के रूप में खेलेंगे। यह एक वादा है कि यह एक मजेदार मामला होगा और हम सभी इसका आनंद लेने जा रहे हैं; एक तरफ बच्चे और माता-पिता और दूसरी तरफ शिक्षक और स्कूल के कर्मचारी। सभागार में शो समाप्त होने के तुरंत बाद स्कूल के साग में रस्साकशी, तीन पैरों वाली दौड़ और रिले दौड़ जैसे सरल खेल आयोजित किए जाते हैं।

हमारे वार्षिक दिवस को समाप्त करने का कितना स्वस्थ तरीका है। मुझे यकीन है कि हम सभी पूरे दिल से भाग लेंगे और माता-पिता एक बड़ा समर्थन हैं और हमें निराश नहीं करते हैं। हमें अपनी आदरणीय प्राचार्य महोदया से विशेष अनुमति लेनी पड़ी है। वह एक अद्भुत व्यक्ति है; उसे विषय पसंद आया और उसने तुरंत अपनी सहमति दे दी। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं और उनसे अनुरोध करता हूं कि कृपया पूरे स्कूल परिवार को एक साथ लाने और हमारे वार्षिक दिवस 2017 को एक बड़ी सफलता बनाने के हमारे छोटे से प्रयास में शामिल हों।

कार्यक्रम शुरू करने का समय आ गया है, जिसकी एंटीना हमारे सम्मानित अतिथियों को पहले ही दे दी जाती है। सभागार में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद स्कूल कैफेटेरिया में जलपान की व्यवस्था की जाती है।

तो माता-पिता, अभी आएं, हमारे साथ आनंद लें। बच्चों और उनके शिक्षकों के साथ मस्ती, मस्ती, हंसी के ये पल फिर नहीं आएंगे, कम से कम इस साल तो नहीं!

वार्षिक दिवस पर भाषण – 2(Speech On annual day in Hindi)

वार्षिक दिवस 2018 के इस विशेष अवसर पर आज उपस्थित सभी लोगों को सुप्रभात। हम xyz स्कूल में इस दिन को एक और वर्ष के लिए मनाते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं। यह हमारे प्यारे बच्चों और आने वाले वर्ष में उनकी उपलब्धियों का उत्सव है।

हमारे स्कूल की ओर से, मैं अपने सम्मानित मुख्य अतिथि श्री/सुश्री _____ और माता-पिता का स्वागत करता हूं, उनके प्रयासों के बिना हमने कभी वह हासिल नहीं किया होगा जो हमने पिछले एक साल में किया था। आज हमारे पास मिडिल स्कूल और जूनियर स्कूल के बच्चे हैं जो अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से मंच पर प्रदर्शन करने की क्षमता के प्रदर्शन के रूप में वार्षिक दिवस मनाने के लिए यहां हैं। बच्चों ने अपने अथक शिक्षकों के साथ बड़ी तैयारी की है, और अपने माता-पिता के सामने यह प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं कि अगर उन्हें रचनात्मक होने और अपनी ऊर्जा को रचनात्मक रूप से लगाने का मौका दिया जाए तो वे क्या कर सकते हैं।

आज, हमें आपके साथ यह साझा करते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे स्कूल को इस शहर के सर्वश्रेष्ठ स्कूल के रूप में चुना गया है। हमारे बच्चों ने अपने अकादमिक विषयों में और खेल, कला, आईटी और नृत्य जैसे विभिन्न गैर शैक्षणिक क्षेत्रों में भी उत्कृष्टता साबित की है। लगातार अच्छा करते रहने के उनके निरंतर प्रयासों ने बेजोड़ परिणाम दिखाया है। हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि स्कूल में सबसे अच्छे शिक्षक हैं, हम उन्हें केवल किराए पर नहीं लेते हैं, हम उन्हें गुरु के रूप में विकसित होने का अवसर प्रदान करते हैं, और उन्हें हमेशा सीखते रहने और अपने ज्ञान को उन्नत करने के लिए प्रेरित करते हैं। यह हमें शिक्षाविदों और सीखने की तकनीकों के क्षेत्र में नवीनतम विकास से अवगत कराता है।

हम दिन की शुरुआत अपने जूनियर और मिडिल स्कूल के अधिकांश बच्चों के प्रदर्शन से करेंगे। बच्चे अपनी कक्षाओं और कला कक्षों, नृत्य कक्षों, खेल के मैदानों और पुस्तकालय के माध्यम से पूरे वर्ष वास्तव में कड़ी मेहनत करते हैं। कहा से करना आसान है। मैं हर रोज देखता हूं और सोचता हूं कि उन्हें यह सारी ऊर्जा कहां से मिलती है। लेकिन सच्चाई यह है कि वे सभी माता-पिता और स्कूल में हमारे शिक्षकों द्वारा घर पर इतनी अच्छी तरह से तैयार किए जाते हैं कि वे आत्म-प्रेरित रहते हैं। यहां तक ​​कि हमारे शिक्षकों का रवैया भी उनके लिए बेहद प्रेरणादायक है। एक ऐसा रवैया जिसमें कभी न मरने की भावना होती है और यह दिखाया जाता है कि सही उदाहरण स्थापित करके चीजों को कैसे किया जा सकता है। बच्चे मिट्टी के नर्म ढेले की तरह होते हैं, उन्हें जैसा चाहो वैसा ही ढाल लो। सही आदतें, तौर-तरीके और कड़ी मेहनत करने के प्रति सही रवैया, सिर्फ काम ही नहीं, इतनी कम उम्र में बहुत महत्वपूर्ण है। तो हम जल्दी शुरू करते हैं। यहां तक ​​कि प्ले स्कूलों ने भी बच्चों की प्रवेश आयु घटाकर ढाई साल कर दी है। उन्हें जल्दी पकड़ें, जैसे कि एक शुरुआती पक्षी कीड़ा पकड़ लेता है।

और अगर आप इस कीमती समय को चूक जाते हैं, तो पछताने के अलावा और कुछ नहीं है जो आप कर सकते हैं। माता-पिता, हम समझते हैं कि आप जानते हैं कि आपके बच्चे के लिए सबसे अच्छा क्या है, और आजकल माता-पिता दोनों बाहर जाकर काम करते हैं। इसलिए हम आपको यह याद दिलाने का मौका नहीं छोड़ते कि अपने छोटों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना कितना महत्वपूर्ण है। और इसके साथ ही आपके बच्चे के सिर के अंदर क्या चल रहा है, यह जानने के लिए दैनिक आधार पर लगातार प्रयास करना महत्वपूर्ण है। इसलिए उनके साथ एक ऐसा रिश्ता बनाएं जो उन्हें आप पर विश्वास करने का विश्वास दिलाए और जीवन के बारे में सबसे जटिल और सरल प्रश्न भी आपसे पूछने से न डरें। आखिरकार आपका बच्चा पूछ रहा है, भले ही यह आपको कितना भी शर्मनाक लगे, लेकिन सबसे सूक्ष्म में उनका जवाब देना सीखें। हमारे पास स्कूल में सलाहकारों की एक अत्यंत पेशेवर टीम है। आपके बच्चे और आप अपॉइंटमेंट के बाद उनके साथ सत्र लेने के लिए स्वतंत्र हैं।

इन नन्हे-मुन्नों को लाने के लिए हम सभी को कुछ मदद की जरूरत है। और सबसे अच्छा यह है कि इसे सही तरीके से करें, जहां भ्रम की स्थिति में मदद मांगें और फिर अपना सर्वश्रेष्ठ करें। हम भी पहली बार माता-पिता बने हैं। कुछ पालने-पोसने में सीखने के गुण से हमारे भीतर है, और कुछ अपने माता-पिता से सीखकर, बाकी हासिल किया जा सकता है।

इसलिए इस वार्षिक दिवस पर आइए हम सभी अपने बच्चों को न केवल प्यार देने का संकल्प लें, बल्कि हम उनका सहारा बनें, जब वे मुसीबत में पड़ सकें। उन्हें बताएं कि हम हमेशा उनके लिए हैं और उनके पास उदास होने या अपनी समस्याओं से अकेले निपटने का कोई कारण नहीं है। आइए हम इन कोमल कलियों को ध्यान से पोषित करें और उन्हें जिम्मेदार, सफल नागरिकों के रूप में खिलते हुए देखें जो एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। आइए देखते हैं उन्हें सफलता के लिए कष्टदायक। मैं सितारों के इस झुंड के लिए मंच लौटाता हूं जो हम पर अपना प्रकाश चमकने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

“यह वह नहीं है जो आप अपने बच्चों के लिए करते हैं, यह वही है जो आपने उन्हें अपने लिए करना सिखाया है जो उन्हें सफल इंसान बनाएगा” मैं आपको इन शब्दों के साथ एन लैंडर्स, एक प्रसिद्ध स्तंभकार और एक मीडिया व्यक्ति के साथ छोड़ देता हूं।

वार्षिक दिवस पर भाषण – 3 (Best speech on annual day in Hindi for student )

हम सभी आज हमारे स्कूल में वार्षिक दिवस मनाने के लिए यहां हैं और मैं अपने स्कूल के बहुत सम्मानित निदेशक श्री __ का स्वागत करता हूं, सभी माता-पिता जो इस विनम्र प्रयास का हिस्सा हैं और माता-पिता जिन्होंने तैयारी के दौरान हमारी मदद की है। उन सभी माता-पिता के साथ जुड़ना एक खुशी की बात है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोग हैं जिन्होंने अपने अमूल्य इनपुट के माध्यम से हमारी संस्था को बहुत महत्व दिया है। हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारे पास माता-पिता-बच्चों के संयोजन और हमारे स्कूल की मूल्य प्रणाली का सबसे अच्छा सेट है।

आज वह दिन है जब हम उन सभी बच्चों को पुरस्कारों और पदकों से सजाते हैं, जो अपनी प्रतिभा के लिए पूरे वर्ष प्रशंसा प्राप्त करते रहे हैं और स्कूल या इंटर-स्कूल स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से उन्हें प्रदर्शित किया है। हमें आपके साथ यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे स्कूली बच्चे न केवल खेल प्रतियोगिताओं में बल्कि जेएसटीएसई, सभी विषयों के ओलंपियाड, निबंध लेखन प्रतियोगिताओं और कई अन्य शैक्षणिक प्रतियोगिताओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं।

प्रतियोगिताएं ऐसे मंच हैं जो हम बच्चों को प्रदान कर सकते हैं जहां वे अपनी शिक्षा का परीक्षण कर सकते हैं और वे किसी भी तरह से इस बात का पैमाना नहीं हैं कि कौन किससे बेहतर है।

हम एक पार्श्व शिक्षा प्रणाली में विश्वास करते हैं जिसमें प्रत्येक बच्चे को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। जिन बच्चों में अवरोध होता है, उन्हें कक्षा स्तर पर आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, एक ऐसा क्षेत्र जहां उनके आराम का स्तर उनके कक्षा कक्षों से बाहर जाने और प्रदर्शन करने की तुलना में अधिक होता है। हमारे शिक्षण के तरीके समग्र और समावेशी हैं। यह वार्षिक दिवस समारोह इसका एक बड़ा उदाहरण है जिसमें हम सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक बच्चा भाग ले और प्रदर्शन करे। यह प्रत्येक छात्र को आगे आने और यह दिखाने का अवसर देता है कि उसके पास शिक्षाविदों में अच्छा होने के अलावा क्या है।

हमारा मानना ​​है कि उनकी प्रतिभा के बिना पूरी शिक्षण प्रक्रिया अधूरी है। इसलिए, इस वार्षिक दिवस पर हमने इस आवश्यकता की पहचान की है और वार्षिक दिवस कार्यक्रम को इस तरह से डिजाइन किया है कि कला जैसी प्रतिभाओं का भी ध्यान नहीं जाता है। अगर आप अपने आस-पास देखेंगे तो आपको बहुत सारे चित्र और पोस्टर दिखाई देंगे। हर एक पर उन छात्रों के नाम और कक्षाएं होती हैं जिन्होंने इन चित्रों को खींचा, रंगा या चित्रित किया है। कला की इस बहुमूल्य दीर्घा को देखने के लिए कुछ समय अवश्य निकालें क्योंकि इसके लिए मान्यता की भी आवश्यकता होती है। और कौन जानता है कि यह आपका बच्चा हो सकता है जिसके पास इतने समय तक यह प्रतिभा थी लेकिन आप इसके बारे में नहीं जानते थे। और कला के कुछ टुकड़े पुरस्कार विजेता प्रविष्टियां हैं।

एनुअल डे में आमतौर पर नाटक और नृत्य होते हैं, हमने एक नई श्रेणी शामिल की है जो इन दिनों हर जगह धूम मचा रही है, मनोरंजन श्रेणी में हर टीवी चैनल ये दिखाता है – मैं स्टैंड अप कॉमेडी सेक्शन के बारे में बात कर रहा हूं। हाँ, हमारे यहाँ कुछ बहुत ही प्रतिभाशाली बच्चे हैं जो आपको हँसी-मज़ाक से गुदगुदाएंगे। इसलिए माता-पिता मस्ती भरे दिन के लिए तैयार रहें। हमारे नन्हे-मुन्नों ने एक संगीतमय नाटक प्रस्तुत किया है; मध्य विद्यालय के छात्र उस नृत्य नाटक की तैयारी में व्यस्त हैं जो मुझे बताया गया है कि हमारे अपने छोटे नवोदित प्रतिभाशाली नृत्य गुरुओं द्वारा कोरियोग्राफ किया गया है। जितना बड़ा योग, कलाबाजी और नृत्य हमें दिखाने के लिए एक में लुढ़का हुआ है, मुझे उनके शिक्षकों द्वारा बताया गया है, जो अपने प्रयासों में एक महीने से अधिक समय से एक शो सुनिश्चित करने के लिए लगाए गए हैं। मनोरंजन उद्योग के पेशेवर कलाकारों को निश्चित रूप से चुनौती दे सकता है।

मैं आपको इंतजार नहीं करवाऊंगा और उस मंच को छोड़ दूंगा जो जल्द ही रंग और उल्लास से भर जाएगा और हमें हंसी और खुशी से भर देगा।

वार्षिक दिवस पर भाषण – 4

शुभ प्रभात! मस्ती भरे दिन की एक आशाजनक शुरुआत के साथ एक नई जीवंत सुबह हम सभी का इंतजार कर रही है। मैं इस दिन की शुरुआत सर्वोच्च शक्ति से प्रार्थना करके करता हूं कि यहां मौजूद सभी लोगों को अच्छा स्वास्थ्य और स्वस्थ दिमाग दिया जाए।

हम में से प्रत्येक के लिए अच्छा आकार होना महत्वपूर्ण है ताकि हम और अधिक कर सकें, और अधिक प्राप्त कर सकें। “शारीरिक फिटनेस न केवल एक स्वस्थ शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण कुंजियों में से एक है, यह गतिशील और रचनात्मक बौद्धिक गतिविधि का आधार है”, जॉन एफ कैनेडी के बुद्धिमान शब्द। तो चाहे हम जवान हों या बूढ़े, कुछ लोगों द्वारा मंदिर नामक इस शरीर की देखभाल करना हमारा कर्तव्य है।

हम एक्सवाईजेड स्कूल में फिट होने के महत्व को समझते हैं क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में एक स्वस्थ दिमाग होता है। और जब हम छोटे थे तब हम अपने माता-पिता और शिक्षकों द्वारा कई बार सुने गए इन शब्दों के महत्व को दृढ़ता से महसूस करते हैं। मैं इसे माता-पिता को संबोधित कर रहा हूं। हमारे बच्चे

अभी भी निविदा प्रारंभिक वर्षों में हैं। खेलों, बाहरी गतिविधियों और शारीरिक कसरत के महत्व को समझने के लिए, हम बच्चों के अति उत्साही सेट के साथ वार्षिक दिवस का आयोजन करते हैं जो हमेशा उसी उत्सुकता के साथ इसके लिए तत्पर रहते हैं।

इसलिए यहां हम इसे एक और वर्ष 2018 के लिए मना रहे हैं। यह हमारा 35 वां वार्षिक दिवस समारोह है और हमें आपके साथ इस अद्भुत दिन को मनाने की विरासत को जारी रखने पर गर्व है। हम आशा करते हैं कि आप इसका उतना ही आनंद लेंगे जितना हमने किया था जबकि बच्चों ने प्रत्येक प्रदर्शन का अभ्यास तब तक किया जब तक कि वे पूर्णता प्राप्त नहीं कर लेते। यही एक गुण है जिसे किसी को अपने भीतर विकसित करने की आवश्यकता है वह है सफलता केवल एक इच्छा नहीं बल्कि जुनून है। और इस गतिविधि के माध्यम से हम अपने बच्चों में यह गुण पैदा करते हैं कि वे अपने शिक्षाविदों में भी सफलतापूर्वक लागू होते हैं और अपने विषयों में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।

जहाँ ऐसे शैक्षणिक विषय हैं जो बच्चों के पढ़ने और सीखने के लिए उनके ज्ञान को बढ़ाने और उनके मस्तिष्क और स्मृति के साथ न्याय करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, वहाँ सह-पाठयक्रम विषयों से संबंधित गतिविधियाँ हैं जो बच्चों को आनंद, सटीकता और अधिक करने के लिए दृढ़ता प्रदान करती हैं। अधिक और अधिक प्राप्त करें। सभी बच्चों में कुछ जन्मजात प्रतिभा होती है, कुछ में विज्ञान, कुछ के पास इतिहास में, और अन्य खेल, नृत्य या क्रोनिंग में अच्छे हो सकते हैं। लेकिन इन प्रतिभाओं को मंच पर पेश करने से आत्मविश्वास, साहस और जीतने का आत्मविश्वास पैदा होता है।

इस दिन सब-जूनियर और मिडिल स्कूल के छात्रों ने हम सभी के लिए एक असाधारण शो का आनंद लेने के लिए भाग लिया है। बच्चे आर के नारायण द्वारा शंकर की कहानी पर आधारित एक संगीत नाटक, लोक नृत्य, कविता पाठ, हिंदी शास्त्रीय के साथ-साथ अंग्रेजी गीत गायन, बच्चों द्वारा विशुद्ध रूप से संचालित जादू शो और ऐसी कई गतिविधियों जैसे विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन कर रहे हैं।

वार्षिक दिवस पूरे वर्ष हमारे बच्चों की उपलब्धियों का उत्सव है। इस दिन हम अपने उत्कृष्ट छात्रों, अकादमिक विषयों के साथ-साथ खेल, ओलंपियाड, अंतर-विद्यालय प्रतियोगिता विजेताओं और हाउस गतिविधि विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हैं। इससे अधिक उत्साहजनक कोई पुरस्कार या ट्रॉफी नहीं है जिसे कोई घर वापस ले जा सकता है। यह एक व्यक्ति को उन प्रयासों की याद दिलाता है जो उसने इसे जीतने के लिए लगातार लगाए थे। और अधिक करने के लिए प्रोत्साहन का एक बड़ा स्रोत! प्रदर्शन समाप्त होने के करीब आने के बाद हमारे पास पुरस्कारों का वितरण होगा।

हमारे बच्चे इस दिन की तैयारी एक महीने से अधिक समय से कर रहे हैं। वे एक बाजीगर की तरह कक्षाओं और तैयारियों के बीच करतब दिखाते रहे हैं। यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी तरह की पढ़ाई से समझौता न किया जाए और बच्चों की कोई क्लास छूट न जाए। वास्तव में स्कूल में एक घंटे के रुकने ने अद्भुत काम किया है। मैं सभी माता-पिता को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी मदद की और हर समय हमारा साथ दिया। आपके सहयोग के बिना (बच्चों के लिए अतिरिक्त टिफिन भेजने में, उनके कपड़े और वेशभूषा में उनकी मदद करने में, उनके प्रवेश और अंतिम समय में मेकअप के साथ मदद करने में), यह संभव नहीं था।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि घर पर बच्चों को अपना होमवर्क पूरा करने और अगर वे कुछ भी याद करते हैं तो उनकी कक्षा का काम पूरा करने में इतनी बड़ी मदद करते हैं। अपने काम के बोझ के बावजूद कि आप घर पर या काम पर हैं, आप वास्तव में सहायक रहे हैं। माता-पिता चाहे गृहिणी हों या पेशेवर, का भी बहुत व्यस्त कार्यक्रम होता है, और हम आप में से प्रत्येक का सम्मान करते हैं कि आप समय निकालें और यह सब करें। यह वास्तव में हमारे लिए बहुत मायने रखता है और हम आभारी हैं।

इस प्रयास में माता-पिता और शिक्षक एक साथ हैं और हम अपने देश के अच्छे स्वस्थ नागरिकों को लाने के लिए सबसे अच्छा काम करते हैं। मुझे एक कविता याद आ रही है जो मैंने बहुत पहले पढ़ी थी, “किसका बच्चा है” और कविता का अंत इस तथ्य को छू गया कि एक-दूसरे के समर्थन के बिना हमारे बच्चों का पालन-पोषण अधूरा होगा। पूरे चौदह वर्षों के लिए, बच्चे के दिन को घर पर और स्कूल में होने के बीच विभाजित किया जाता है। घर और स्कूल दोनों में ऐसा वातावरण होना चाहिए कि

बच्चों को समग्र रूप से तैयार मानव, प्रकृति की सच्ची संपत्ति और धरती मां बनने में सक्षम होने के लिए अपने गुणों और प्रतिभाओं को पोषित करने का अवसर प्रदान करता है।

मैं उन सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिए बिना समाप्त नहीं कर सकता, जिन्होंने दोनों छोर पर मोमबत्ती जलाई है और हम सभी के लिए इस शानदार आयोजन को एक साथ लाया है। उन सभी सहायकों का बहुत-बहुत धन्यवाद जो छोटी और बड़ी चीजों को आगे बढ़ाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। और अंत में मैं अपने मुख्य अतिथि को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस अवसर पर अपना कीमती समय निकालने के लिए हम पर कृपा की। हम सभी के लिए तालियों का एक बड़ा दौर और सभी प्रयासों के लिए एक हुर्रे।

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10 Lines on School Annual Day in Hindi | स्कूल वार्षिक दिवस पर 10 वाक्य

10 lines on school annual day in hindi.

10 Lines on School Annual Day in Hindi | स्कूल वार्षिक दिवस पर 10 वाक्य कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए। वार्षिक दिवस स्कूलों और छात्रों के लिए एक कार्यक्रम है जो पिछले शैक्षणिक वर्ष को विदाई देती है और नए साल की शुरुआत का जश्न मनाती है। सभी स्कूल अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए इस अद्भुत दिवस का आयोजन करते है। और यह वह समय भी है जब अधिकांश स्कूल महत्वपूर्ण कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों को सम्मानित करते है। आइये जानते है कुछ और विशेषताएं इन 10 वाक्य में।

Set (1) 10 Lines on School Annual Day in Hindi

1. हमारे विद्यालय में प्रत्येक वर्ष एक वार्षिक समारोह का आयोजन किया जाता है।

2. इस दिन पूरे स्कूल की साफ-सफाई की जाती है और सभी कक्षाओ को रंग-बिरंगे गुब्बारों और कागज से सजाया जाता है।

3. सभी छात्र प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कुछ सप्ताह पहले से ही प्रदर्शनी का अभ्यास शुरू कर देते हैं।

4. शिक्षकों द्वारा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों की सूची तैयार की जाती है।

5. कार्यक्रम के लिए स्कूल के मैदान में एक विशाल मंडप बनाया गया, जिसमें सभी विद्यार्थी और दर्शकों के लिए कुर्सियां और विभिन्न सुविधाएं स्थापित किया जाता हैं।

6. इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में किसी विशेष व्यक्ति को आमंत्रित किया जाता है।

7. मंडप के बाहर एक बड़ा प्रवेश द्वार बनाया गया है जिसमें रंग-बिरंगे सुंदर अक्षरों में स्वागत लिखा जाता है।

8. वार्षिक समारोह के कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्य के भाषण से होती है।

9. इस अवसर पर विद्यार्थियों के द्वारा चित्रकला, संगीत कला, नृत्य कला, कविता और कविता प्रदर्शन, भाषण, व्यायाम, और विभिन्न प्रकार के खेलों का प्रदर्शन किया जाता है।

10. प्रतियोगिता के सभी विजेता विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है।

ये भी देखे – 10 Lines on natural satellites in Hindi

**************************************************

Set (2) 10 Lines on School Annual Day in Hindi

1. वार्षिकोत्सव विद्यालय में हर साल मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण पर्व है।

2. मेरे विद्यालय में इस वर्ष वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम एवं उल्लास के साथ मनाया गया।

3. इस अवसर पर विद्यार्थियों के माता-पिता को भी इसके लिए आमंत्रित किया गया था।

4. वार्षिकोत्सव पर सालभर शिक्षा व खेल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।

5. इस अवसर पर सभी कक्षाएं पूरी तरह से साफ और खूबसूरत गुब्बारे से सजाई गई थी।

6. पूरे विद्यालय परिसर भवन को रंगा गया और दीवारों पर फोटो और तस्वीरें लगाने से इसकी रौनक कई गुना बढ़ गई।

7. इस साल विद्यालय का वार्षिकोत्सव 10 जनुअरी को आयोजित किया गया, जिसमे जिला कलेक्टर मुख्य अतिथि थे।

8. मुख्य अतिथि के आते ही हमारे प्रधानाचार्य ने उनका स्कूल के द्वार पर गर्मजोशी से स्वागत किया।

9. तय समय के अनुसार यह वार्षिक समारोह सुबह 10 बजे शुरू किया गया। मुख्य अतिथि ठीक 10 बजे पहुचे।

10. वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के अंतिम में प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया और सभी विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

ये भी देखे – Essay on school annual function day in Hindi 1000 words

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Q&A. on School Annual Day in Hindi

हम वार्षिक दिवस क्यों मनाते हैं.

उत्तर – वार्षिक दिवस स्कूलों और छात्रों के लिए एक घटनापूर्ण समय है। विद्यालय का वार्षिक दिवस मनाने से स्कूल को अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, और यह वह समय भी है जब अधिकांश स्कूल महत्वपूर्ण कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों को सम्मानित करते है।

हम वार्षिक दिवस कैसे मनाते हैं?

उत्तर – वार्षिक दिवस एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जो पिछले शैक्षणिक वर्ष को विदाई देती है और नए साल की शुरुआत का जश्न मनाती है और  सभी स्कूल अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए इस अद्भुत दिवस का आयोजन करते है।

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Nibandh

स्कूल में वार्षिक खेलकूद दिवस पर निबंध

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रूपरेखा : प्रस्तावना - स्कूल में वार्षिक खेलकूद का आयोजन - उद्घाटन - स्पर्धाओं का विवरण - विजेता को सम्मानित - उपसंहार।

मनुष्य जीवन का स्वस्थ रहना बहुत जरुरी है। स्वस्थ जीवन ही मानव जीवन की सफलता है। स्वस्थ रहने के लिए मानव जीवन का सक्रिय होना बहुत जरुरी है। यही स्वस्थ जीवन खेल-कूद के माध्यम से अधिक आती है। खेल-कूद के माध्यम से शारीरिक विकास ही नहीं बल्कि मानसिक विकास भी होता है। इसीलिए सभी लोगों के जीवन में चाहे वो विद्यार्थी हो या अन्य लोग खेल-कूद का होना अधिक महत्वपूर्ण है।

खेलकूद स्कूल के पाठ्यक्रम के अनिवार्य अंग होते हैं। वे छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास में योगदान करते हैं। विद्यालयों में बहुत-से खेल खेले जाते हैं। इस वार्षिक खेलकूद के आयोजन से छात्रों को जो खेल पसंद है, उसे सीखने का अवसर मिलता है। छात्रों की मदद के लिए खेल-प्रशिक्षक होते हैं। शैक्षिक सत्र के अंत में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। सभी विजेताओं को पुरस्कृत एवं प्रोत्साहित किया जाता है।

स्कूल में वार्षिक खेल-कूद अक्टूबर माह में होते हैं लगभग दो सप्ताह पहले से इसकी तैयारी शुरू हो जाती है। तैयारियों में मैदान की साफ़ सफाई, स्टेज को सजाना, मैदानों में सभी खेलों के हिसाब से निशान देना, सामान्य चिकित्सक (डॉक्टर) के लिए कक्ष तैयार करना आदि कार्यो को देखा जाता है। सामान्य चिकित्सक (डॉक्टर) के लिए कक्ष इसीलिए तैयार किया जाता है क्योंकि खेल के दौरान किसी छात्र को चोट लग जाती है तो उसका जल्द ही उपचार करवाया जाए ताकि देर होने से छात्र की हालत गंभीर न हो जाए। प्रायः सभी वर्गों के लड़के-लड़कियाँ इसमें भाग लेते हैं। छात्रों को प्रतियोगिता की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय दिया जाता है।

हर वर्ष सभी स्कूलों में वार्षिक खेलकूद दिवस समारोह का आयोजन होता है। वार्षिक खेलकूद दिवस पर पहले दिन 100 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़, 1000 मीटर दौड़, रिले (टोली) दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद एवं गोला-फेंक की प्रतियोगिताएँ होती है। सभी प्रतिभागी उत्तेजित एवं ऊर्जावान होते है। स्कूल के खेल-मैदान के विभिन्न भाग भिन्न-भिन्न खेलों के लिए निर्धारित किये जाते है। पूरा मैदान छात्रों से भरा हुआ रहता है। एक भाग में खिलाड़ियों हेतु नाश्ता एवं चिकित्सीय सहायता उपलब्ध रहते है।

दूसरे दिन का कार्यक्रम बैडमिंटन, टेनिस, शतरंज, बॉस्केटबॉल और वॉलीबॉल के अंतिम मैंचों के लिए होता है। सभी मैच बहुत रोचक होते है। सभी छात्र, शिक्षक पूरा दिन आनंद खेल का आनंद लेते है। तीसरे दिन एक मैत्रीपूर्ण कबड्डी मैच आयोजित किया जाता है। सभी खिलाड़ियों वार्षिक खेलकूद दिवस पर अच्छा प्रदर्शन करते है।

अंत में, पुरस्कार-वितरण समारोह होता है। सभी खेलों में शीर्षस्थ स्थान पानेवाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाता है। समारोह में छात्र के साथ-साथ उनके परिवारों को भी आमंत्रित किया जाता है। अपने बच्चों को पुरस्कार से सम्मानित होता देख उनके माता-पिता बहुत खुश होते है।

स्कूल के प्राचार्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन से बहुत खुश थे। प्रति वर्ष स्कूल से कुछ छात्र राज्य-स्तर पर चुने जाते है। वार्षिक खेलकूद समाप्त होने के बाद सभी छात्रों के लिए दो दिनों के अवकाश की घोषणा होती है। इससे सभी छात्र वहुत खुश होते है। वार्षिक खेल-कूद समारोह प्रत्येक छात्र को नई ऊर्जा से भर देता है।

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Essay on Annual Day

Students are often asked to write an essay on Annual Day in their schools and colleges. And if you’re also looking for the same, we have created 100-word, 250-word, and 500-word essays on the topic.

Let’s take a look…

100 Words Essay on Annual Day

Introduction.

Annual Day is a significant event in a school’s calendar. It’s a day of celebration, showcasing talents, and appreciating efforts.

Significance

Annual Day marks the culmination of the academic year. It’s a platform for students to display their abilities in academics, sports, and arts.

Preparation

Preparation for the day begins weeks in advance. Students practice cultural performances, while teachers organize academic and sports awards.

Day of the Event

On the day, the school is festively decorated. Students perform, parents watch with pride, and achievers receive awards.

Annual Day is a memorable event, fostering a sense of accomplishment and community spirit amongst students.

Also check:

  • Speech on Annual Day

250 Words Essay on Annual Day

The significance of the annual day.

The Annual Day is a significant event in the academic calendar of any institution. It offers an opportunity for students to showcase their talents and achievements, and it serves as a platform for the institution to acknowledge and reward their efforts.

Preparation and Participation

The preparation for the Annual Day is a journey of self-discovery for students. It involves a myriad of activities ranging from choosing the theme, planning the event, rehearsing performances to executing the day with precision. This process instills a sense of responsibility, teamwork, and leadership among the students.

Annual Day: A Cultural Extravaganza

The Annual Day is a cultural extravaganza that displays the diverse talents of students. It typically includes a variety of performances like dance, drama, music, and more, reflecting the cultural richness of the student body. This cultural exchange fosters mutual respect and understanding among students.

Academic Recognition

The Annual Day also serves as a platform to recognize academic excellence. Awards and scholarships are bestowed upon deserving students, encouraging them to strive for greater heights. This recognition not only boosts the morale of the students but also motivates their peers.

In conclusion, the Annual Day is a celebration of learning, talent, and achievement. It is a day that brings together the entire institution, fostering a sense of unity and shared accomplishment. By providing a platform for showcasing talent and rewarding hard work, it plays a crucial role in shaping the overall development of students.

500 Words Essay on Annual Day

Annual Day is a significant event in the academic calendar of any institution, symbolizing the culmination of various activities and events that have taken place throughout the year. It is a day of celebration, a day to acknowledge the talents, achievements, and efforts of the students and staff alike.

The Significance of Annual Day

The Annual Day serves as an opportunity for students to showcase their talents beyond the academic sphere. It is a platform where students can express themselves through various mediums such as drama, dance, music, and art. This not only enhances their creative skills but also builds confidence and helps in overall personality development.

Simultaneously, it is a day of recognition and rewards. The achievements of students in various fields are acknowledged, thereby motivating them and their peers to strive for excellence. The Annual Day also serves to strengthen the bond between the students, teachers, and parents, fostering a sense of community and mutual respect.

Preparation and Execution

The preparation for the Annual Day is an event in itself. It involves meticulous planning and coordination among various committees. Students are assigned different roles and responsibilities, which not only instills in them a sense of responsibility but also teaches them the importance of teamwork and leadership.

The execution of the event is a testament to the hard work and dedication put in by the students and staff. The series of performances, the decoration of the venue, the smooth flow of the event, all reflect the collective efforts of the institution.

Learning Beyond Academics

While academics form the crux of any educational institution, events like the Annual Day highlight the importance of holistic development. Participation in such events helps students understand the value of time management, cooperation, and perseverance. It also helps them to develop social skills and emotional intelligence as they interact with a diverse group of individuals.

In conclusion, the Annual Day is not just an event but a learning experience that goes beyond textbooks and classrooms. It is a celebration of the spirit of learning, the joy of achievement, and the thrill of creativity. It is a day that leaves an indelible mark on the memories of the students, encouraging them to explore, learn, and grow. The Annual Day, therefore, is a significant milestone in the journey of education, shaping the students into well-rounded individuals ready to take on the challenges of the future.

That’s it! I hope the essay helped you.

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  • Essay on Annual Sports Day
  • Essay on Annual Function
  • Essay on Annual Day Celebration

Apart from these, you can look at all the essays by clicking here .

Happy studying!

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Paragraph on Annual Sports Day at School in Hindi – स्कूल का वार्षिक खेलकूद दिवस पर अनुच्छेद

October 6, 2017 by essaykiduniya

यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में स्कूल का वार्षिक खेलकूद दिवस पर अनुच्छेद मिलेगा। Here you will get Paragraph on Annual Sports Day at School in Hindi Language for students of all Classes in 200 and 300 words.

Paragraph on Annual Sports Day at School in Hindi – स्कूल का वार्षिक खेलकूद दिवस पर अनुच्छेद ( 200 words )  

हर स्कूल में खेल दिवस मनाया जाता है। पहले से ही तैयारियां शुरू होती हैं। इनाम बाँठे जाते हैं। दूसरे दिन छुट्टी होती है। हमारे स्कूल के चार सदन–नेहरू, गांधी, टैगोर और बोस हैं। हर सदन का अपना-अपना रंग है। मैं टैगोर सदन में हूँ। मेरा सदन, पढ़ाई तथा खेलों में प्रायः प्रथम स्थान पर आता है। इस वर्ष खेल दिवस गत वर्ष की तरह ३० मार्च को हुआ। भारत के राष्ट्रपति हमारे विशेष अतिथि थे। मैदान सजा हुआ था। शामियाने’ भी लगे हुए थे। ठीक तीन बजे दौड़ों का कार्यक्रम शुरू हुआ।

चार बजे हमारे विशेष अतिथि पधारे। इस दिन का विशेष कार्यक्रम मचग था। बैण्ड की सुरोली धुन के साथ बालक-बालिकाओं के उठते हाथ और पैर अति सुन्दर लगते थे। हमारा सदन माचिंग में प्रथम स्थान पर आया। ठीक पाँच बजे यह खेलों का कार्यक्रम समाप्त हुआ। राष्ट्रपति ने स्कूल तथा बच्चों की बहुत प्रशंसा की। जीतने वाले बच्चों को इनाम दिये गये। राष्ट्र गीत के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हुआ। मुझे यह कार्यक्रम बहुत पसन्द आया।

Paragraph on Annual Sports Day at School in Hindi – स्कूल का वार्षिक खेलकूद दिवस पर अनुच्छेद ( 300 Words ) 

हमारे स्कूल का वार्षिक खेल दिवस इस वर्ष 20 फरवरी था। यह हमारे स्कूल के आयोजन के इतिहास में एक पर्व दिन था। स्कूल खेल मैदान एक उत्सव के देखो पहनी थी खेल मैदानों को साफ किया गया और एक बड़ा शमिैयाइन फिट था। घोषणा करने के लिए इसे एक ज़ोर से स्पीकर प्रदान किया गया था हमारे जिला के डिप्टी कमिश्नर, जो मुख्य अतिथि थे, ने खेल दिवस खोलने की घोषणा की।

इसके बाद एथलीटों, एन। सी। सी। कंटेंट और एन.एस.एस. स्वयंसेवकों। स्कूल एथलेटिक्स टीम के कप्तान राघवन ने प्रतिभागियों की ओर से शपथ ली। इसके बाद ट्रैक और क्षेत्र की घटनाओं के बाद किया गया। कई दिलचस्प एथलेटिक घटनाएं थीं – सभी लंबाई और अवधि की दौड़, सभी प्रकार के कूद, विभिन्न श्रेणियों के फेंकता सबसे दिलचस्प घटनाएं धीमी गति से साइकिल चालन, संगीत की कुर्सियां, स्टाफ दौड़, टग ऑफ युद्ध थे। तकिया लड़ाई का आनंद लेने के लिए दर्शक अपनी सीटों पर खड़े थे पूरी ज़िन्दगी हँसी के साथ उभरती हुई घटनाओं के बाद, खेल विभाग और शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रमुख ने वार्षिक खेल रिपोर्ट पढ़ी मुख्य अतिथि ने विजेताओं को पुरस्कार दिए।

हमारे प्रधान ने मुख्य अतिथि को धन्यवाद दिया और औपचारिक रूप से वार्षिक स्पोर्ट्स डे को बंद कर दिया। राष्ट्रीय गान के बाद हर शरीर को छिद्रित किया गया। अगले दिन को अवकाश घोषित किया गया। हर स्कूल को हर साल वार्षिक खेल दिवस का जश्न मनाने चाहिए| इससे छात्रों को खेलों में रुचि होगी और वे पढ़ाई के साथ – साथ खेलना भी शुरू कर देंगे।

हम आशा करेंगे कि आपको यह अनुच्छेद ( Paragraph on Annual Sports Day at School in Hindi – स्कूल का वार्षिक खेलकूद दिवस पर अनुच्छेद ) पसंद आएगा।

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