माता पिता पर निबंध- Essay on Parents in Hindi

In this article, we are providing information about  the Importance of Parents in Hindi- माता पिता पर निबंध- Essay on Parents in Hindi Language.

माता पिता पर निबंध- Essay on Parents in Hindi

माता पिता भगवान की दिए हुए सबसे अनमोल उपहार है। माता पिता का स्थान हर व्यक्ति के जीवन में भगवान से भी पहले आता है और यह पूजनीय है। माता पिता का प्यार निस्वार्थ होता है और वह हमारी खुशियों के लिए अपनी खुशियों को त्याग देते हैं। बच्चे चाहे कितने भी बड़े हो जाए पर वह माँ बाप के लिए हमेशा छोटे ही रहते हैं। दुनिया का कोई भी रिश्ता झूठा हो सकता है लेकिन माँ बाप का रिश्ता हमेशा सच्चा होता है। माता पिता हमेशा अपने बच्चों को सफल होते हुए देखना चाहते हैं और उनकी जरूरतें पूरी करते हैं।

माता पिता दिन रात हमारे लिए कार्य करते हैं और हर मुसीबत को हमारे तक आने से पहले ही रोक देते हैं। माता पिता का अपने बच्चों के साथ एक पवित्र रिश्ता होता है। सिर्फ माता पिता ही होते हैं जो हमें जीवन देते हैं और अच्छे संस्कारों से सींचते हैं। हमारे जन्म से लेकर उनकी मृत्यु तक वह हर कदम पर हमारे साथ होते हैं। वह हमें संस्कार देकर इस समाज में रहने योग्य बनाते हैं और हमारा सही मार्गदर्शन करते हैं। माता पिता की ममता और त्याग का कर्ज हम कभी नहीं चुका सकते हैं पर हमें भी उन्हें खुश रखने की कोशिश करनी चाहिए। आधुनिक समय में लोग माता पिता के महत्व को भूलते जा रहे हैं और उनसे सही तरीके से बात भी नहीं करते हैं। बच्चे बड़े होते माँ बाप का प्यार भूल जाते हैं और उन्हें वृदाश्रम छोड़ आते हैं जो कि बहुत गलत है।

माता पिता का निरादर भगवान के निरादर के समान हैं। हमें अपने माता पिता का कहना मानना चाहिए और उन्हें खुश रखना है। माता पिता अद्वितीय है उनके समान दुनिया में दुसरा कोई भी नहीं है। हमें हमेशा अपने माता पिता का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वह जीवन में सिर्फ एक बार ही मिलते हैं।

# Essay on Mother and Father in Hindi # Essay on Mom and Dad in Hindi

10 lines on My Mother in Hindi

Essay on Grandmother in Hindi

My Father Essay in Hindi

Essay on Mother in Hindi

My Family Essay in Hindi

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Essay on Parents in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Now Trending:
  • Nepal Earthquake in Hind...
  • Essay on Cancer in Hindi...
  • War and Peace Essay in H...
  • Essay on Yoga Day in Hin...

HindiinHindi

Essay on parents in hindi माता पिता पर निबंध.

Read essay on Parents in Hindi. माता पिता पर निबंध। कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए माता पिता पर निबंध हिंदी में।

Essay on Parents in Hindi – माता पिता पर निबंध

hindiinhindi Essay on Parents in Hindi

Essay on Parents in Hindi 150 Words

मुझे अपने माता-पिता से बहुत प्यार है। वह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मै उनसे एक दिन भी अलग नही रह सकता हूँ। मैं हमेशा खुश रहता हूँ, जब मेरे माता-पिता मेरे साथ होते है। मेरे पिता जी अध्यापक है। उनका जन्म दिल्ली में हुआ था। मेरे पिताजी बहुत मेहनती इंसान है। मेरे पिता जी बडी ही खूबसूरती से गिटार बजाते है और वह शतरंज के भी बहुत अच्छे खिलाडी है।

मेरे पिताजी हमेशा गरीबो की मदद करते है। मेरी मॉ बहुत सुन्दर और वह बहुत अच्छा खाना बनाती है। मेरे मॉ भी दिल्ली से ही है। वह एक गृहिणी है। रात को मेरी माँ मेरे को बहुत सुन्दर कहानी सुनाती है। मेरे माता पिता मेरी पढ़ाई में मदद करते है। वह हमेशा मुझे सिखाते है कि झूठ न बोलो। हर हफते वह हमें कही न कही घुमाने ले जाते है। मुझे अपने माता पर गर्व है।

Thank you letter format to mother in Hindi

Essay on Motherland in Hindi

Essay on Parents in Hindi 600 Words

माता-पिता के प्रति हमारे कर्तव्य

हमें जन्म देने और इस संसार में लाने वाले हमारे माता-पिता ही होते हैं। वे हमारे जीवनदाता होते हैं। हमें मात्र जीवन प्रदान करते हैं, ऐसा नहीं है; बल्कि हमें इस जीवन को सुखपूर्वक और आनन्द के साथ जीने के काबिल भी बनाते हैं। वे हमारी देखभाल ही नहीं करते हैं अपितु स्थिति के अनुकूल अथवा प्रतिकूल होने पर भी वो हमारी शिक्षा आदि की अपनी क्षमता से अधिक प्रभावशाली व्यवस्था भी करते हैं; ताकि हम न केवल मानवीय-सामाजिक जीवन व्यवहार के लायक बन सकें, अपितु अपने व्यक्तिगत जीवन को भी सुन्दर और सुखद बना सकें।

हमारे जीवन में हमारे माता-पिता की अविस्मरणीय भूमिका होती है। हम अपने जीवन में जो स्थान या पद प्राप्त करते हैं उसमें हमारी मेहनत और परिश्रम की जितनी भूमिका होती है, उससे कहीं अधिक हमारे आदरणीय माता-पिता का योगदान होता है। सच पूछा जाए तो माता-पिता की मजबूत हथेलियाँ उस सुदृढ़ नींव का काम करती हैं जिस पर हमारे भविष्य की सुन्दर इमारत खड़ी होती है।

किन्तु आज-कल स्थिति अत्यंत सोचनीय होती जा रही है। इधर कुछ वर्षों से हमारे सामाजिक-पारिवारिक संबंधों में अभूतपूर्व परिवर्तन आए हैं, जिनका हमारे भावी समय पर अत्यंत गंभीर प्रभाव पड़ने वाला है। हमारे सामाजिक-पारिवारिक संबंध आज कमजोर और शिथिल पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। अगर हमारा समाज अपने संबंध, चेतना और परम्परा को लेकर इसी भांति उदासीन और विमुख होता गया तो निश्चित है कि हमारा आदर्शात्मक अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।

वस्तुत: संबंध का आधार होता है समर्पण और कर्तव्य-पालन की भावना ही है। जिस समय और जिस संबंध में से यह चेतना समाप्त अथवा गौण हो जाती है उस संबंध की आयु तेजी से क्षीण होती चली जाती है। अत: हमें सदैव इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि अपने संबंधों के प्रति पूर्णतः समर्पित और कर्तव्य-परायण बने रहें । इसी से हमारे संबंध चिरायु हो सकेंगे।

हमारा सबसे ज्यादा करीबी और मन के पास का संबंध हमारे माता-पिता से ही होता है। यह संबध और लगाव हमें हमारे जन्म के साथ ही प्राप्त होता है और फिर कभी भी वह संबंध समाप्त नहीं होता। सदैव, हमारे साथ भी हमारे बाद भी वह संबंध बना रहता है।

आज इस अत्यंत महत्वपूर्ण और करीबी संबंध की सर्वाधिक उपेक्षा हो रही है। आज भौतिकवाद का प्रभाव आम आदमी पर इतना ज्यादा चढ़ चुका है कि उसमें मूल्य-हीनता का सा वातावरण व्याप्त है। घर के बुजुर्ग, जो आज शारीरिक रूप से शिथिल हो चुके हैं और स्वयं अपने प्रयास से ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकते, उन्हें हम समुचित आदर और सम्मान बिलकुल भी नहीं देते। हम उन्हें घर में पड़ी अन्य पुरानी वस्तुओं से ज्यादा कुछ भी नहीं समझते। और जल्द से जल्द उनसे छुटकारा पाने की चेष्टा रखते हैं।

आज वह समय आ गया है, जब बुजुर्ग लोग रिक्शा चलाते, बोझा ढोते अथवा अत्यंत जीर्ण अवस्था में भीख मांगते हमें सहज ही दिख जाते हैं। ऐसा नहीं है कि वे दुनिया में अकेले होते हैं। सोचने की बात है कि उनका पूरा परिवार उसी शहर में आराम की जिंदगी जी रहा होता है, जिसमें वह बुर्जुग हमें भीख मांगता दिखाई देता है।

हम भारतीयों को अपने उन कर्तव्यों का स्मरण आज अनिवार्य रूप से करना ही होगा जिन्हें हम छोड़ चुके हैं। जो माता-पिता जिन्दगी भर हमें सुख-सुविधाओं की प्राप्ति कराते रहते हैं। उन्हें हम उनके बुढ़ापे में आराम न दे सकें, यह हमारी और हमारे समाज की अमानवीयता ही कहलाएगी।

आज समय आ गया है जब हमें अपने नैतिक कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी और सहजता के साथ अनिवार्यत: करना होगा। अन्यथा यह समाज कब ढह जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।

More Essay in Hindi

Gautam Buddha in Hindi

Essay on Swami Vivekananda in Hindi

Essay on family planning in Hindi

Essay on My Family in Hindi

Thank you for reading. Don’t forget to write your review.

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)

About The Author

essay on parents in hindi

Hindi In Hindi

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Email Address: *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiinHindi

  • Cookie Policy
  • Google Adsense

बच्चों का माता-पिता के प्रति कर्तव्य पर निबंध |Essay on Children’s Duty towards Parents in Hindi

essay on parents in hindi

ADVERTISEMENTS:

बच्चों का माता-पिता के प्रति कर्तव्य पर निबंध |Essay on Children’s Duty towards Parents in Hindi!

मनुष्य का जीवन अनेक उतार-चढ़ावों से होकर गुजरता है । उसकी नवजात शिशु अवस्था से लेकर विद्‌यार्थी जीवन, फिर गृहस्थ जीवन तत्पश्चात् मृत्यु तक वह अनेक प्रकार के अनुभवों से गुजरता है ।

अपने जीवन में वह अनेक प्रकार के कार्यों व उत्तरदायित्वों का निर्वाह करता है । परंतु अपने माता-पिता के प्रति कर्तव्य व उत्तरदायित्वों को वह जीवन पर्यत नहीं चुका सकता है । माता-पिता से संतान को जो कुछ भी प्राप्त होता है वह अमूल्य है । माँ की ममता व स्नेह तथा पिता का अनुशासन किसी भी मनुष्य के व्यक्तित्व निर्माण में सबसे प्रमुख भूमिका रखते हैं ।

किसी भी मनुष्य को उसके जन्म से लेकर उसे अपने पैरों तक खड़ा करने में माता-पिता को किन-किन कठिनाइयों से होकर गुजरना पड़ता है इसका वास्तविक अनुमान संभवत: स्वयं माता या पिता बनने के उपरांत ही लगाया जा सकता है । हिंदू शास्त्रों व वेदों के अनुसार मनुष्य को 84 लाख योनियो के पश्चात् मानव शरीर प्राप्त होता है । इस दृष्टि से माता-पिता सदैव पूजनीय होते हैं जिनके कारण हमें यह दुर्लभ मानव शरीर की प्राप्ति हुई ।

आज संसार में यदि हमारा कुछ भी अस्तित्व है या हमारी इस जगत में कोई पहचान है तो उसका संपूर्ण श्रेय हमारे माता-पिता को ही जाता है । यही कारण है कि भारत के आदर्श पुरुषों में से एक राम ने माता-पिता के एक इशारे पर युवराज पद का मोह त्याग दिया और वन चले गए ।

कितने कष्टों को सहकर माता पुत्र को जन्म देती है, उसके पश्चात् अपने स्नेह रूपी अमृत से सींचकर उसे बड़ा करती है । माता-पिता के स्नेह व दुलार से बालक उन संवेदनाओं को आत्मसात् करता है जिससे उसे मानसिक बल प्राप्त होता है ।

हमारी अनेक गलतियों व अपराधों को वे कष्ट सहते हुए भी क्षमा करते हैं और सदैव हमारे हितों को ध्यान में रखते हुए सद्‌मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित करते हैं । पिता का अनुशासन हमें कुसंगति के मार्ग पर चलने से रोकता है एवं सदैव विकास व प्रगति के पथ पर चलने की प्रेरणा देता है ।

यदि कोई डॉक्टर, इंजीनियर व उच्च पदों पर आसीन होता है तो उसके पीछे उसके माता-पिता का त्याग, बलिदान व उनकी प्रेरणा की शक्ति निहित होती है । यदि प्रांरभ से ही माता-पिता से उसे सही सीख व प्ररेणा नहीं मिली होती तो संभवत: समाज में उसे वह प्रतिष्ठा व सम्मान प्राप्त नहीं होता ।

अत: हम जीवन पथ पर चाहे किसी भी ऊँचाई पर पहुँचें हमें कभी भी अपने माता-पिता के सहयोग, उनके त्याग और बलिदान को नहीं भूलना चाहिए । हमारी खुशियों व उन्नति के पीछे हमारे माता-पिता की अनगिनत खुशियों का परित्याग निहित होता है । अत: हमारा यह परम दायित्व बनता है कि हम उन्हें पूर्ण सम्मान प्रदान करें और जहाँ तक संभव हो सके खुशियाँ प्रदान करने की चेष्टा करें ।

माता-पिता की सदैव यही हार्दिक इच्छा होती है कि पुत्र बड़ा होकर उनके नाम को गौरवान्वित करे । अत: हम सबका उनके प्रति यह दायित्व बनता है कि हम अपनी लगन, मेहनत और परिश्रम के द्‌वारा उच्चकोटि का कार्य करें जिससे हमारे माता-पिता का नाम गौरवान्वित हो । हम सदैव यह ध्यान रखें कि हमसे ऐसा कोई भी गलत कार्य न हो जिससे उन्हें लोगों के सम्मुख शर्मिंदा होना पड़े ।

आज की भौतिकवादी पीढ़ी में विवाहोपरांत युवक अपने निजी स्वार्थों में इतना लिप्त हो जाते हैं कि वे अपने बूढ़े माता-पिता की सेवा तो दूर अपितु उनकी उपेक्षा करना प्रारंभ कर देते हैं । यह निस्संदेह एक निंदनीय कृत्य है । उनके कर्मों व संस्कार का प्रभाव भावी पीढ़ी पर पड़ता है । यही कारण है कि समाज में नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है । टूटते घर-परिवार व समाज सब इसी अलगाववादी दृष्टिकोण के दुष्परिणाम हैं ।

अत: जीपन पर्यंत मनुष्य को अपने माता-पिता के प्रति कर्तव्यों व उत्तरदायित्वों का निर्वाह करना चाहिए । माता-पिता की सेवा सच्ची सेवा है । उनकी सेवा से बढ़कर दूसरा कोई पुण्य कार्य नहीं है । हमारे वैदिक ग्रंथों में इन्हीं कारणों से माता को देवी के समकक्ष माना गया है ।

माता-पिता की सेवा द्‌वारा प्राप्त उनके आशीर्वाद से मनुष्य जो आत्म संतुष्टि प्राप्त करता है वह समस्त भौतिक सुखों से भी श्रेष्ठ है । ”मातृदेवो भव, पितृदेवो भव” वाली वैदिक अवधारणा को एक बार फिर से प्रतिष्ठित करने की आवश्यकता है ताकि हमारे देश का गौरव अक्षुण्ण बना रहे ।

Related Articles:

  • नारी के प्रति हमारा कर्त्तव्य पर निबंध | Essay on Our Duty Towards Women in Hindi
  • विद्यार्थी के कर्तव्य पर निबंध | Essay on Duties of a Student in Hindi
  • कर्त्तव्य पालन पर निबन्ध |Essay on Duty in Hindi
  • नागरिकों के अधिकार और कर्तव्य पर निबंध | Essay on Rights and Duties of Citizens in Hindi

माता-पिता की जिम्मेदारियाँ

माता-पिता की ज़िम्मेदारीयाँ: Responsibilities of Good Parents Essay in Hindi

माता-पिता सभी के लिए सबसे प्रिय होते हैं और सभी बच्चे भी अपने माँ-बाप की आँखों के तारे होते हैं। इस दुनिया में हमारा अस्तित्व ही उनकी वजह से है, और माता-पिता अपने बच्चों से निःस्वार्थ प्रेम करते हैं। सभी माँ-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे खुश रहें, वे तरक्की करें और बेहतर जीवन बिताएँ। और इसके लिए बच्चों को सही परवरिश देना बहुत ज़रूरी है। तो आइए जानते हैं कि माता-पिता की नैतिक जिम्मेदारियाँ क्या हैं?

Responsibilities of Parents in Hindi

सभी माता-पिता को यह जानना ज़रूरी है कि बचपन में हम अपने बच्चों को जो सिखाते हैं, वो जीवन-भर उसके साथ रहता है। कम उम्र में ही अगर बच्चों को अच्छी आदतें और संस्कार सिखा दिए जाएँ, तो बड़े होकर वो एक ज़िम्मेदार व्यक्ति बन सकते हैं। इसलिए हर माता-पिता को कोशिश करनी चाहिए कि बचपन से ही बच्चों को अच्छी सिख दें।

माता-पिता की ज़िम्मेदारीयाँ

  • हर उम्र का बच्चा माता-पिता के बर्ताव की नकल करता है, इसलिए उसके सामने सही बर्ताव करें।
  • अगर अभिभावक कहते हैं कि झूठ बोलना ग़लत है तो खुद भी झूठ न बोलें।
  • घर के माहौल का बच्चे पर बहुत असर होता है।
  • घर में लड़ाई-झगड़ा हो, तो बच्चे पर बुरा असर पड़ता है। माता-पिता के बीच विवाद हो तो बच्चे के सामने न उलझें, अकेले में सुलझाएँ।
  • बच्चे पर बार-बार हाथ उठाया जाए, तो उसे बेइज़्ज़ती महसूस होती है। इससे बच्चा या तो दब्बू या ढीठ बन जाता है।
  • बच्चे को सख़्त सजा देना भी अच्छा नहीं है।
  • बच्चा कुछ अच्छा करे, तो उसकी तारीफ़ करना और इनाम देना चाहिए। इनाम के तौर पर उसे कहानी सुनाएँ, घुमाने ले जाएँ, आदि।
  • बच्चे के जन्म से ही उसके स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरुरी है।
  • बीमारियों से बचाने के लिए नियमित रूप से टीके लगवाने चाहिए। बच्चा बीमार पड़े, तो उसका उचित इलाज जरुरी है।
  • बच्चे को उम्र के अनुसार सही भोजन देना चाहिए। यह भी देखना चाहिए कि उसका सही विकास हो रहा है या नहीं।
  • बच्चों को उनकी पसंद के कपड़े और खिलौने दें।
  • लड़का हो या लड़की- दोनों को शिक्षा के समान अवसर मिलने चाहिए।
  • खेलने-खाने की उम्र में उनसे मज़दूरी नहीं करानी चाहिए।
  • उन्हें बोलने और उनके विचार रखने की आजादी देनी चाहिए। घर के फ़ैसलों में उनकी भी राय लेनी चाहिए।
  • उन्हें अच्छे संस्कार देने चाहिए और अच्छी बातें सीखनी चाहिए। जैसे- सच बोलना, चोरी न करना, बड़ों और महिलाओं का आदर करना, अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारियों को समझना आदि।
  • बच्चा शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर हो तो माँ-बाप की ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है।
  • ऐसे बच्चे के माता-पिता को मान लेना चाहिए कि बच्चे में कोई कमी है। ऐसा करने से समस्याएँ कम हो जाती हैं।
  • डॉक्टर की सलाह से बच्चे की परेशानियों को कम करने के उपाय किए जा सकते हैं। उन्हें काबिल बनाया जा सकता है।

परिवार की ख़ुशहाली के लिए अच्छे संबंध आवश्यक हैं। पारिवारिक संबंध मज़बूत हों, तो परिवार सुखी और सुरक्षित रहता है। माता-पिता की ज़िम्मेदारी है कि उनका बच्चा स्वस्थ, शिक्षित, होनहार, संस्कारी और ज़िम्मेदार व्यक्ति बने।

इसे भी पढ़ें: छोटा-परिवार, सुखी-परिवार का महत्व

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

माता पिता पर निबंध

Essay on Parents in Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम माता पिता पर निबंध पर जानकारी आप तक पहुंचाने वाले हैं। इस निबंध में माता पिता के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

इस निबंध में हमारे जीवन में माता-पिता की क्या भूमिका है, माता पिता हमारे लिए क्या-क्या करते हैं, हमारा माता पिता के प्रति क्या कर्तव्य होता है, माता और पिता को धरती पर भगवान का दर्जा क्यो दिया गया है, माता-पिता से ही हमारी पहचान क्यो होती है, इन सभी बातों के बारे में आज हम इस निबंध में आपको जानकारी प्रदान करेंगे।

Essay-on-Parents-in-Hindi

Read Also:  हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

माता पिता पर निबंध | Essay on Parents in Hindi

माता पिता पर निबंध (250 शब्द).

हमारी जिंदगी में माता पिता अनमोल उपहार की तरह होते हैं। जिसकी कोई कीमत नहीं होती है। माता पिता के बिना हमारे जीवन का कोई अर्थ नही होता, अगर भगवान के बाद दूसरा स्थान किसी को दिया जाता है तो वह हमारे माता-पिता को दिया जाता है।  माता-पिता के बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते । हमको इस दुनिया में लाने वाले हमारे माता-पिता ही होते हैं। माता पिता द्वारा हमारे जीवन का कोई मोल हो ही नहीं सकता।

हमारे जीवन में बचपन से लेकर बड़े होने तक माता पिता बहुत भूमिकाएं निभाते हैं। वह हमें बहुत प्यार करते हैं, भले ही हम कितने भी बड़े हो जाए लेकिन उनकी नजर में हमेशा बच्चे ही रहते हैं। दुनिया की हर रिश्ते में आपको झूठ बेईमानी देखने को मिल सकती है, पर मां-बाप का रिश्ता निस्वार्थ होता है। हमेशा अपने बच्चों की भलाई में ही उनकी पूरी जिंदगी लग जाती है।

मां-बाप हमारे लिए बहुत से कार्य करते हैं हमारे जीवन में हर आने वाली मुसीबतों को वह अपने ऊपर ले लेते हैं। जीवन की किसी भी बड़ी से बड़ी कठिनाइयों को हम अपने मां-बाप के फायदा से आसानी से पार कर लेते हैं। मां-बाप हमें बहुत अच्छे संस्कार प्रदान करते हैं, और जीवन में हमेशा आगे बढ़ने की सही राह दिखाते हैं। सही शब्दों में वह हमारे अच्छे और सच्चे मार्गदर्शक भी होते हैं।

माता पिता पर निबंध ( 1200 शब्द)

हमारे जीवन में माता पिता का महत्व बहुत अनमोल है। माता पिता अपने बच्चों के लिए अपने जीवन में बहुत ऐसे कार्य करते हैं,जिनको कभी भुलाया नहीं जा सकता। मां बाप अपने बच्चों की खुशी के लिए उनकी जरूरत से ज्यादा बच्चों की सभी खुशियों की पूर्ति करते हैं। मां बाप को भगवान से भी ऊंचा दर्जा प्रदान किया गया है, लेकिन फिर भी आज हमारे देश में मां बाप के बुजुर्ग होने के बाद उनकी बहुत दयनीय स्थिति देखने को मिलती है। लोग बड़े होने के बाद में अपने मां बाप को अकेले सड़क पर छोड़ देते हैं, या फिर उनको वृद्ध आश्रम में छोड़ दिया जाता है। यह हम सभी के लिए बहुत ही गंभीर समस्या बनी हुई है।

माता पिता का निस्वार्थ प्यार

माता पिता का प्यार इस दुनिया में बिना किसी स्वार्थ का प्यार होता है वह अपने बच्चों से कभी भी किसी मतलब की है प्यार नहीं करते सबसे पवित्र माता-पिता का ही प्यार होता है। मां बाप की उपस्थिति हमें इस दुनिया में सबसे ज्यादा भाग्यशाली बनाती है। माता पिता के द्वारा दिए गए प्यार उनके त्याग सम्मान को किसी को भी अपने जीवन में नहीं भूलना चाहिए जब भी आप अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं तो उनके द्वारा दिए गए संस्कार और सीख हमेशा अपने जीवन में याद रखनी चाहिए क्योंकि हमारा नाम हमारे मां-बाप की वजह से ही आगे बढ़ता है हमें एक पहचान अपने मां-बाप के द्वारा ही मिलती है इसीलिए उनके प्यार को कभी नहीं भूलना चाहिए।

मां बाप की बच्चों के विकास में भूमिका

मां बाप अपने बच्चे के जन्म से ही उसके जीवन को सुयोग बनाने की पूरी कोशिश करते हैं वह उनके जन्म के बाद भी उनकी छोटी-छोटी खुशियों और जरूरतों को प्यार के साथ पूरा करते हैं। माता पिता के द्वारा ही बच्चों के विकास में हमारे समाज में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है बच्चे की पहली गुरु उसकी मां होती है और दृढ़ विश्वास और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा उसके पापा की वजह से आती है।

बहुत से बच्चों के माता-पिता ऐसे होते हैं जो उनके बच्चों के जीवन की खुशियों को पूरा नहीं कर सकते लेकिन फिर भी वह बहुत अधिक प्रयास करते हैं अपने बच्चों को सारी खुशियां दे सकें उन सभी माता-पिता ओं के पास में पर्याप्त संसाधनों का भी अभाव होता है लेकिन फिर भी अपने बच्चों को बढ़ने में वह बहुत प्रयास करते हैं और उनको हमेशा खुश रखते हैं

करते हैं कड़ी मेहनत अपने बच्चों के लिए

सभी माता-पिता अपने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं। इसके लिए वह हर संभव प्रयास करते हैं, जिससे उनको जीवन में आगे बढ़ाया जा सके। सभी मां बाप यह चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में तथा हर क्षेत्र में आगे बढ़ कर उनका नाम रोशन कर रहे। इसके लिए वह सभी उनकी जो जरूरत की चीजें होती है उन सभी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, और बहुत अधिक प्रयास करते हैं कि वह अपने लक्ष्य को पा सके। माता पिता अपने बच्चों के सही मार्गदर्शक और शिक्षक के रूप में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।

माता पिता के लिए बच्चों के कर्तव्य

सभी बच्चों को अपने मां बाप को हमेशा खुश रखने का प्रयास करना चाहिए। हम अपने बचपन में जब छोटे थे, तो हमारे प्रिय माता-पिता ने हमारे जीवन को आगे बढ़ाने में जीवन की छोटी से छोटी बड़ी से बड़ी खुशी के लिए अपने जीवन को हमारे लिए ही पूरा समर्पित कर दिया। जब हमारे माता-पिता बुजुर्ग होते हैं तो उनका हमें बहुत अच्छे से ख्याल रखना चाहिए, और यह बात कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमको जीवन के जिस मुकाम पर पहुंचाया है वह हमारे माता-पिता ही है। हमको माता पिता की सेवा, त्याग, परिश्रम, को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। माता पिता को उनके वृद्धावस्था में बहुत प्यार प्रेम के साथ में रखना चाहिए। यह नहीं कि बड़े होने के बाद आप उनकी सभी बातों को भूल जाओ और किसी वृद्धआश्रम में छोड़ दो, ऐसा करना आप सभी के लिए बहुत गलत होगा।

माता पिता की वृद्धावस्था

आज के समय में हमें जब माता-पिता बूढ़े हो जाते हैं तो लोग अक्सर उनको वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं। उनके द्वारा हमारे जीवन में किए गए कार्य प्यार सम्मान मेहनत परिश्रम कुछ भी बच्चों को दिखाई नहीं देता। ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी में धिक्कार है, जो अपने माता-पिता को इस तरह वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं, क्योंकि वह उनके महत्व को भूल जाते हैं कि उनके लिए उनके जीवन में माता-पिता ने क्या-क्या किया था। सभी बच्चों को वृद्धावस्था में अपने मां-बाप को बहुत खुश रखना चाहिए। आपके द्वारा की गई सेवा से उनका कर्ज उतारने का यह एक अच्छा तरीका है। हमेशा अपने मां-बाप का सम्मान करना चाहिए, और अपनी सेवा के द्वारा उनको हमेशा प्रसन्न रखना चाहिए ।

मां-बाप का कर्ज हमारे जीवन में

हम सभी को इस दुनिया में लाने में मां-बाप का ही योगदान होता है। भगवान को भी मां ने ही जन्म दिया था।सबसे बड़ा हमारे जीवन का यही कर्ज है जो हम कभी चाह कर भी नहीं उतार सकते। हमारे माता-पिता हमको इस दुनिया में लेकर आए। हमारे लिए यह सबसे बड़ी सौभाग्य की बात रही है। इस पूरी धरती पर बहुत से ऐसे लोग भी हैं। जिनको मां-बाप का सुख भी नसीब नहीं हुआ उन व्यक्तियों से पूछो कि उनके जीवन में मां बाप की क्या अहमियत रही होगी। इसीलिए सभी लोगों को बुढ़ापे में अपने मां-बाप की सेवा करनी चाहिए।

सभी लोगों को अपने माता पिता का महत्व अपने जीवन में कभी नहीं भूलना चाहिए। माता पिता भगवान के समान ही पूजनीय होते हैं। हमारे देश में पहले भी श्रवण कुमार जैसे बेटे ने अपने माता-पिता की सेवा करते ही अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था, तो सभी को चाहिए की मां बाप की उनके बुढ़ापे में सेवा करके उनको सम्मान पहुंचाएं।  हमेशा उन को खुश रखने के प्रयास करे। उन्होंने आपके जीवन में जो कार्य किया है, उसके लिए हमेशा अपने माता-पिता का आभारी उनके ही रहना चाहिए।

आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया माता पिता पर निबंध (Essay on Parents in Hindi) पसंद आया होगा। अगर आपको इस से जुड़ी हुई किसी अन्य जानकारी के लिए जाना है तो कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते हैं।

  • मेरे दादाजी पर निबंध
  • दादी माँ पर निबंध
  • मेरी माँ पर निबंध

Ripal

Related Posts

Leave a comment जवाब रद्द करें.

Humhindi.in

माता पिता पर निबंध Essay on Parents in Hindi @ 2018

हेलो दोस्तों आज फिर मै आपके लिए लाया हु Essay on Parents in Hindi पर पुरा आर्टिकल। आज हम आपके सामने Parents के बारे में कुछ जानकारी लाये है जो आपको हिंदी essay के दवारा दी जाएगी। आईये शुरू करते है Essay on Parents in Hindi

Essay on Parents in hindi

  • Essay on Mother in Hindi @ 2018
  •  Essay on My School in Hindi @ 2018
  •  Essay on My Family in Hindi @ 2018
  •  Essay on Newspaper in Hindi

मुझे अच्छी तरह याद है, जब मैं अपनी माँ का हाथ पकड़कर उन्हें वैष्णो देवी की चढ़ाई पर ले गया था। तब मेरी उम्र मात्र छह वर्ष थी। मुझे वो दिन भी याद है, जब मेरे पिताजी मुझे अपने कंधे पर बैठाकर मेला दिखाने ले गए थे और मुझे झूला झुलाया था तथा गुब्बारा भी दिलाया था। मेरे माता-पिता मुझे बहुत प्यार करते हैं। जब मैं बीमार पड़ जाता, तो माँ-पिताजी दोनों रातरात भर जागते थे। तेज़ बुखार होने पर पिताजी मेरे माथे पर पानी में भिगोकर पट्टी रखते , तो माँ अपने पल्लू से मेरे हाथ व पैर के पंजों को झाड़ती रहती थी ताकि मेरा बुखार जल्दी से उतर जाए। मेरे हृदय में मेरे माता-पिता के प्रति असीम आदर है। मैं नित्य सुबह उठकर अपने मातापिता के चरण-स्पर्श करता हूँफिर वे मुझे आशीर्वाद देते हैं। मैं सोचता हूँ कि मेरे माता-पिता की छत्रछाया मुझ पर सदैव बनी रहे ताकि मुझे हमेशा उनका आशीर्वाद और प्यार मिलता रहे। मेरे माता-पिता मेरे लिए सब कुछ त्याग करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। और मैं भी उनकी प्रत्येक आज्ञा का पालन करने के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। मेरे आदरणीय माता-पिता दुनिया के सबसे अच्छे माता पिता है .

  • Essay on Education in Hindi 2018 Latest
  •  Essay on Morning Walk in Hindi
  •  Essay on Swachata in Hindi Cleanliness Par Essay
  •  Essay on Yoga in Hindi 
  •  Essay on Corruption in Hindi 
  •  Essay on Child Labour in Hindi 2018
  •  Essay on Discipline in Hindi in 2018
  •  Essay on Mera Bharat Mahan in Hindi
  •  Essay on Diwali in Hindi 2018 
  •  Essay on Independence Day in Hindi [5]
  •  Essay on Holi in Hindi 
  •  Essay on Pollution in Hindi Complete Guide

' src=

Romi Sharma

I love to write on humhindi.in You can Download Ganesha , Sai Baba , Lord Shiva & Other Indian God Images

Related Posts

essay on Taj Mahal

ताजमहल पर निबंध Essay on Taj Mahal in Hindi

Essay on Technology in Hindi

विज्ञान और तकनीकी पर निबंध Essay on Technology in Hindi

Essay on Television in Hindi

टेलीविजन पर निबंध Essay on Television in Hindi @ 2018

Essay on Summer Vacation in Hindi

गर्मी की छुट्टी पर निबंध Essay on Summer Vacation in Hindi

One thought on “ माता पिता पर निबंध essay on parents in hindi @ 2018 ”.

aapne bahut acchi details di hai

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

  • गर्भधारण की योजना व तैयारी
  • गर्भधारण का प्रयास
  • प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी)
  • बंध्यता (इनफर्टिलिटी)
  • गर्भावस्था सप्ताह दर सप्ताह
  • प्रसवपूर्व देखभाल
  • संकेत व लक्षण
  • जटिलताएं (कॉम्प्लीकेशन्स)
  • प्रसवोत्तर देखभाल
  • महीने दर महीने विकास
  • शिशु की देखभाल
  • बचाव व सुरक्षा
  • शिशु की नींद
  • शिशु के नाम
  • आहार व पोषण
  • खेल व गतिविधियां
  • व्यवहार व अनुशासन
  • बच्चों की कहानियां
  • बेबी क्लोथ्स
  • किड्स क्लोथ्स
  • टॉयज़, बुक्स एंड स्कूल
  • फीडिंग एंड नर्सिंग
  • बाथ एंड स्किन
  • हेल्थ एंड सेफ़्टी
  • मॉम्स एंड मेटर्निटी
  • बेबी गियर एंड नर्सरी
  • बर्थडे एंड गिफ्ट्स

FirstCry Parenting

  • प्रीस्कूलर (3-5 वर्ष)
  • बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

मेरा परिवार पर निबंध (My Family Essay in Hindi)

मेरा परिवार पर निबंध (My Family Essay in Hindi)

In this Article

मेरा परिवार पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On My Family In Hindi)

मेरा परिवार पर निबंध 200-300 शब्दों में (short essay on my family in hindi 200-300 words), मेरा परिवार पर निबंध 400-600 शब्दों में (essay on my family in hindi 400-600 words), मेरा परिवार के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है (what will your child learn from this essay on my family), परिवार के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (faqs).

परिवार का हम सब के जीवन में बहुत महत्व होता है। परिवार में दादा-दादी, मम्मी-पापा, भाई-बहन, चाचा-चाची, बुआ आदि शामिल होते हैं। बच्चे के लिए परिवार बहुत जरूरी होता है। वह परिवार में रहने वाले लोगों के साथ रहकर बहुत कुछ सीखता है और जीवन में आने वाली मुसीबतों का सामना कभी अकेले नहीं करना पड़ता है क्योंकि उसका परिवार हमेशा उसके साथ होता है। परिवार में आपस में बहुत प्यार होता है। हर कोई एक-दूसरे की इज्जत करता है। परिवार वाले दुःख-मुसीबत में एक दूसरे का साथ देते हैं। इस लेख में आपको मेरा परिवार पर छोटा और बड़ा निबंध लिखना बताया जा रहा है, आइए देखते हैं:

अपने परिवार के बारे में निबंध लिखने के लिए बच्चों को सही वाक्यों की जरूरत होती है, इन 10 वाक्यों को अच्छे से समझकर बच्चा एक बेहतरीन निबंध लिख सकता है।

  • मेरा परिवार एक छोटा परिवार है।
  • मेरे परिवार में सब मिलजुल कर रहते हैं।
  • मेरे परिवार में मम्मी, पापा, भाई और मैं हूँ।
  • हम भाई-बहन में बहुत प्यार है।
  • पापा घर के मुखिया हैं।
  • मेरे परिवार में सब एक साथ बैठकर खाना खाते हैं।
  • मेरे परिवार वाले मुझे अच्छी आदतों के बारे में सिखाते हैं।
  • मेरा परिवार मुझसे बहुत प्यार करता है।
  • मुसीबत के समय एक परिवार ही साथ देता है।
  • मेरा परिवार दूसरों की हमेशा मदद करता है।

वैसे तो हर किसी का एक परिवार होता है, और जब मेरा परिवार कैसा हो पर निबंध या अनुच्छेद लिखना हो तो हम सोच में पड़ जाते हैं कि क्या लिखें। ऐसे में हम आपकी मदद कर सकते हैं। आइए माय फैमिली पर एक छोटा निबंध लिखते हैं:

एक ही घर में एक साथ रहने वाले लोग जो किसी न किसी रिश्ते से बंधे होते हैं उसे परिवार कहते हैं। परिवार छोटा और बड़ा दोनों तरह का होता है। छोटा परिवार जिसे अंग्रेजी में न्यूक्लियर फैमिली भी कहते हैं उसमें सिर्फ माता-पिता और बच्चे होते हैं। वहीं एक बड़े परिवार में जिसे अंग्रेजी में जॉइंट फैमिली भी कहते हैं, उसमें दादा-दादी, चाचा-चाची, बुआ और भाई-बहन सब होते हैं। एक हंसता-खेलता परिवार सुखी परिवार की निशानी होती है। एक सुखी और संपन्न परिवार में बच्चे हमेशा आगे बढ़ते हैं और अच्छाई सीखते हैं। परिवार के सदस्यों में एकता रहती है और सब मिलजुल कर एक दूसरे का काम करते हैं। छोटे बच्चों को परिवार से बहुत प्यार मिलता है, खासकर उनके दादा-दादी और नाना-नानी से बहुत लाड मिलता है। एक संयुक्त परिवार में सब एक साथ बैठकर खाना खाते हैं। कोई भी फैसला लेने से पहले पूरे परिवार के सदस्यों से पूछा जाता है। परिवार जब आपके साथ होता है तो आपको कभी किसी मुसीबत से डर नहीं लगता है। जब भी परिवार के किसी एक सदस्य पर मुसीबत आती है, तो सारा परिवार एक साथ खड़ा रहता है। इंसान जीवन में जितनी भी कामयाबी हासिल कर ले लेकिन अगर उसका परिवार उसके साथ है तो यह कामयाबी दुगनी हो जाती है। परिवार में मौजूद छोटे बच्चे अपने बड़ों से सीखते हैं और उनकी अच्छाइयों को अपनाते है। परिवार में जितने भी लोग हैं उनका अपना अलग-अलग महत्व होता है। परिवार में जितने सदस्य होते है बच्चों को सभी से उतना ज्यादा प्यार मिलता है।

अपने परिवार के बारे में आपके बच्चे को अधिक क्रिएटिविटी और बेहतर तरीके से एक बड़ा 400-600 शब्दों वाला निबंध लिखना है, तो हमारे द्वारा बताए गए मेरा परिवार पर लिखे गए निबंध के तरीके को अपना सकते हैं और एक अच्छा निबंध लिखा जा सकता है।

परिवार क्या होता है? (What Is Family?)

परिवार वह होता है जिसके साथ आप रहते हैं। एक परिवार में सब एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। परिवार के सदस्यों को बड़ों की इज्जत करना और छोटा को प्यार करना आना चाहिए। परिवार आपकी ताकत होता है। कोई भी मुसीबत आए या परेशानी जब परिवार वाले साथ होते हैं तो सबको झेलने की शक्ति मिलती है। परिवार के सदस्य एक समय का खाना एक साथ खाते हैं। जो प्यार और लाड परिवार से मिलता है वह कहीं और से कभी नहीं मिल पाता है। इसलिए जीवन में परिवार का बहुत अहमियत है क्योंकि यह बहुत कुछ सिखाता है और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

परिवार के गुण (Qualities Of Family)

परिवार छोटा हो या बड़ा आपस में प्यार होना जरूरी है, इसलिए एक अच्छे परिवार के कुछ गुण होते हैं जो ज्यादातर खुशहाल परिवार में देखने को मिलते हैं।

  • अच्छा परिवार एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताते हैं।
  • परिवार के लोग एक साथ खाना खाते हैं।
  • परिवार वालों से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
  • दादा-दादी के अनुभव बच्चों के लिए काम आते हैं।
  • यह किसी भी परेशानी को साथ में मिलकर सामना करते हैं।
  • एक दूसरे की मदद करना इन्हे पसंद होता है।
  • बड़ों की इज्जत करना जानते हैं।
  • बच्चों को प्यार और लाड मिलता है।
  • परिवार के सदस्य एक-दूसरे की राय को अहमियत देते हैं।

परिवार की अहमियत (Importance Of Family)

  • माता-पिता परिवार का एक अहम हिस्सा होते है, जिनके बिना जीवन अधूरा है।
  • परिवार आपका आत्मविश्वास बढ़ाता है।
  • दुख और मुसीबत के समय में आपके साथ खड़ा होता है।
  • आपको अच्छा कामयाब व्यक्ति बनने में मदद करता है।
  • परिवार आपको एक सम्पूर्ण व्यक्ति बनने में मदद  करता है।
  • परिवार हमे नैतिकता और मूल्य सिखाता है।
  • परिवार की खुशी से आपको भी शांति और खुशी मिलती है।
  • खुशहाल परिवार में बच्चे पढ़ाई अच्छे से करते हैं।

मेरा परिवार निबंध से बच्चों को पहले अपने परिवार की अहमियत पता चलेगी और दूसरा उन्हें कभी भी को मेरे परिवार पर एस्से लिखने को दे तो वह बिना किसी संकोच के एक अच्छा सा निबंध लिख सके, जिसमे वह बेहतर शब्दों का प्रयोग कर सकता है।

परिवार से कुछ सवाल हैं, जो बच्चों के मन में चलते होंगे। ये रहें वो सवाल-

1. परिवार कितने प्रकार के होते हैं?

परिवार दो प्रकार के होते हैं एकल परिवार जिसे अंग्रेजी में न्यूक्लियर फैमिली कहते हैं और सम्पूर्ण परिवार जिसे जॉइंट फैमिली कहते हैं।

2. क्या परिवार के साथ होने से आपका मनोबल बढ़ता है?

परिवार के साथ होने से हर काम पूरा होता हैं और जो काम कामयाब नहीं होते हैं उनको दुबारा से प्रयास करने की प्रेरणा परिवार से मिलती है और मनोबल भी बढ़ता है।

यह भी पढ़ें:

मेरी माँ पर निबंध (My Mother Essay in Hindi) प्रिय मित्र पर निबंध (Essay on Best Friend in Hindi)

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

मातृ दिवस पर भाषण (mother’s day speech in hindi), रबीन्द्रनाथ टैगोर पर निबंध (rabindranath tagore essay in hindi), मदर्स डे पर 125 बेस्ट और लेटेस्ट कोट्स व मैसेजेस, मातृ दिवस पर 30 सबसे नई कविताएं, 30 सबसे अलग माँ के लिए गिफ्ट आइडियाज, गर्मी के मौसम पर निबंध (essay on summer season in hindi), popular posts, जादुई हथौड़े की कहानी | magical hammer story in hindi, श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l the story of shri krishna and arishtasura vadh in hindi, शेर और भालू की कहानी | lion and bear story in hindi, भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | the hungry king and poor farmer story in hindi, श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l the story of..., शेर और भालू की कहानी | lion and bear story in..., भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | the hungry king....

FirstCry Parenting

  • Cookie & Privacy Policy
  • Terms of Use
  • हमारे बारे में

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका पर निबंध | Essay On Role Of Parents And Teachers In Students Life In Hindi

नमस्कार साथियों आपका स्वागत हैं, आज हम विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका पर निबंध | Essay On Role Of Parents And Teachers In Students Life In Hindi   का निबंध लेकर आए है.

आज के निबंध, भाषण, अनुच्छेद, स्पीच में यह जानने का प्रयत्न करेगे कि स्टूडेंट लाइफ (विद्यार्थी जीवन) में बच्चों के प्रति माता- पिता पेरेंट्स अथवा शिक्षक (टीचर्स) का क्या दायित्व कर्तव्य योगदान महत्व और उनकी भूमिका हैं. इससे पूर्व हमने माता-पिता की शिक्षा में भूमिका पर निबंध भी प्रस्तुत किया हैं जिन्हें भी आप पढ़ सकते हैं.

विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका पर निबंध

विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका पर निबंध | Essay On Role Of Parents And Teachers In Students Life In Hindi

वैसे तो हमारे सम्पूर्ण जीवन में अपने माता- पिता का अहम किरदार हैं, मगर जब बात विशेष रूप से छात्र जीवन की करी जाए तो उनकी जिम्मेदारियां और अधिक बढ़ जाती हैं.

यकीनन एक बालक के जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कोई अवधि होती हैं तो वह स्टूडेंट लाइफ ही हैं. बालक के सम्पूर्ण भावी जीवन की नीव भी विद्यार्थी जीवन अथवा बाल्यावस्था या किशोरावस्था ही होती हैं.

एक नाजुक उम्रः के दौर में बच्चों को स्वयं के भले बुरे की समझ नहीं होती हैं. वे अपने कर्तव्यों को पूरा करने की बजाय अपने मन को अधिक सुख देने वाले कार्य में अधिक भाग लेते हैं जैसे खेलना आदि.

एक सफल विद्यार्थी बनने के लिए यह नितांत जरूरी हैं कि माता पिता एवं शिक्षक बच्चें का पूरा ख्याल करें. उनके सहयोग और मार्गदर्शन से ही छात्र जीवन को सफल बनाया जा सकता हैं.

विद्यार्थी जीवन में पेरेंट्स का बच्चों को भरपूर सहयोग एवं मार्गदर्शन नहीं मिलता हैं तो वह समुचित रूप से शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकेगा. बालक की अनौपचारिक शिक्षा से उसके परिवार से ही शुरू होती हैं, वह बोलना चीजों को समझना अपने परिवार से ही शुरू करता हैं.

इसी कारण माँ को बच्चे की प्रथम गुरु कहा जाता हैं. जब छात्र माँ बाप की छाया से निकलकर स्कूल जाता हैं तो अध्यापक उसे प्रशिक्षित करते हैं तथा घर आने पर माता पिता ही उसे गाइड करते हैं समस्त शैक्षिक आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाता हैं.

छात्र अपने बाल्यकाल में दो तरह की शिक्षा प्राप्त करता हैं पहली सैद्धांतिक जो उसे विद्यालय में गुरु द्वारा दी जाती हैं, जबकि माता- पिता द्वारा उसे व्यवहारिक शिक्षा दी जाती हैं. जैसे उसे किनके साथ कैसा व्यवहार करना हैं.

समाज के साथ जीवन कैसे जिया जाता हैं, मानवीय मूल्यों एवं संस्कारों को नीव परिवार में ही रखी जाती हैं. अच्छा छात्र बनने में सारी मेहनत बालक स्वयं करता है मगर उसे सही दिशा तो पेरेंट्स और टीचर ही दिखाते हैं.

छात्र जीवन में माता पिता की क्या भूमिका हैं इसे सही ढंग से परिभाषित करने के लिए यह कहे कि बच्चों के जीवन को आकार देने वाले सांचे की भूमिका माँ बाप और अध्यापक की होती हैं. बच्चों को जन्म से प्यार दुलार और उनकी देखभाल की जाती हैं.

उन्हें संस्कार सिखाए जाते हैं तथा भावी जीवन के लिए तैयार किया जाता हैं. उम्रः की दो महत्वपूर्ण अवस्थाएं बाल्यावस्था और किशोरावस्था मूल रूप से विद्यार्थी जीवन के दौरान ही होती हैं.

खासकर किशोरावस्था में बालक एक कठिन दौर से होकर गुजरता हैं, अमूमन बच्चें यहाँ सही मार्गदर्शन न पाकर राह भटक जाते हैं. इस उम्रः में लड़के लड़की पर माता-पिता को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पडती हैं.

अन्यथा गलत दोस्तों की राह पर चलकर अपने भविष्य को अन्धकार में भी धकेल सकते हैं. माता- पिता को बालक के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए.

पेरेंट्स को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि विद्यार्थी काल में उन्हें अपने तरीके से पढ़ने, उनकी रूचि के मुताबिक़ विषय चयन का अवसर दिया जाना चाहिए.

कई बार अधिक अपेक्षाओं और अपने निर्णयों को बच्चों पर थोपने के कारण वे उस बोझ तले दब जाते हैं इस कारण उनकी प्रतिभा निखरने की बजाय खत्म हो जाती हैं. माँ बाप को अपने जीवन के सच्चे अनुभव भी बच्चों के साथ साझा करना चाहिए जो उनके लिए उपयोगी हो.

हम ऐसे पेरेंट्स से भी मिलते हैं जो बच्चों को बस अपनी मर्जी के मुताबिक़ चलाना चाहते हैं. उनकी इच्छा रहती हैं कि किसी तरह उसका बच्चा हर क्षेत्र में प्रथम आए जिससे समाज में उनका स्टेट्स बढ़ सके. भले ही इस झूठी शानो शौकत में बच्चे का बचपन भी खत्म हो जाए.

जब बच्चा प्राथमिक विद्यालय में पढ़ रहा होता हैं तो माता पिता उनके लिए अच्छे आईआईटी या मेडिकल कॉलेज को खोज में लग जाते हैं. यह मानसिकता बच्चों के न केवल विद्यार्थी काल को बर्बाद कर देगी बल्कि उसे एक मानसिक रोगी भी बना देगी, इसलिए उन्हें निर्बाध रूप से रूचि के अनुसार आगे बढ़ने के अवसर दीजिए.

उक्त विवरण से स्पष्ट है विद्यार्थी जीवन में माता पिता का उच्च स्थान हैं. वहीँ बच्चों के भी कुछ दायित्व हैं. माता- पिता हमारे लिए ईश्वर से बढ़कर पूजनीय हैं उनका स्थान सबसे ऊंचा हैं, हमारे लिए वे ही सृष्टि के रचयिता हैं.

हमें सदैव उनका सम्मान देना चाहिए तथा उनके आशीर्वाद से जीवन में कामयाबी प्राप्त करनी चाहिए. हमारा अच्छा शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास केवल माता-पिता के सानिध्य उनके प्रेम में ही सम्भव हैं.

हम एक अच्छे सफल मनुष्य बन सके, इसके लिए वे अपना पूरा जीवन दांव पर लगा देते हैं. हमें अपने पेरेंट्स और टीचर्स को सम्मान देना चाहिए क्योंकि वे इसके अधिकारी हैं तथा हमारा यह कर्तव्य भी हैं.

एक संदेश माता पिता पेरेंट्स के लिए भी हैं, वे बड़े होकर अपने पुत्र पुत्री को डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट, सी.ए. जैसे किसी पद पर बैठा हुआ देखना चाहते हैं, अपने इस सपने को साकार करने के लिए उन्हें महंगी शिक्षा दिलाते हैं ट्यूशन भी करवाते हैं.

मगर उन्हें चरित्रवान, संस्कारी बनाने की तरफ ध्यान किसी का नहीं जाता हैं. आज के छात्रों में इन नैतिक मूल्यों की कमी देखने को मिलती हैं. इसके साथ ही बच्चों को खेलों से बिलकुल अलग थलग कर दिया हैं जो कि शिक्षा और समुचित विकास का एक अंग हैं,

बच्चों को इनडोर गेम्स के साथ ही साथ बाहर के खेल खेलने का अवसर देवे, उनके साथ समय बिताएं, उन्हें छोटी छोटी कामयाबियों पर प्रोत्साहन देने, अपने बच्चें को सुने उनके विचारों को सम्मान देवे.

इससे फायदा यह होगा कि बालक भी अपने माता- पिता को सम्मान देगे. विद्यार्थी जीवन में यदि पेरेंट्स और बच्चों के मधुर और नजदीकी सम्बन्ध रहते हैं तो शेष जीवन में भी उसकी छाप दिखाई देती हैं.

  • माता-पिता का सम्मान पर निबंध
  • ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध
  • शिक्षा पर निबंध
  • शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009
  • महात्मा गांधी का शिक्षा दर्शन
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020

उम्मीद करता हूँ दोस्तों विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका पर निबंध | Essay On Role Of Parents And Teachers In Students Life In Hindi का यह लेख आपकों पसंद आया होगा. मित्रों यदि आपकों इस लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मेरे बचपन की यादों पर निबंध – 10 lines (Childhood Memories Essay in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों में

essay on parents in hindi

Childhood Memories Essay in Hindi –  यादें सबसे महत्वपूर्ण चीज़ों में से एक हैं जिन्हें हम जीवन भर संजोकर रख सकते हैं। वे हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं क्योंकि हमारा सारा ज्ञान और पिछले अनुभव वहीं संग्रहीत होते हैं। यादें अच्छी और बुरी दोनों हो सकती हैं. या तो बहुत पहले की या हाल के अतीत की यादें हैं। Childhood Memories Essay हमारे कठिन समय में, हम अपनी यादों को याद करके कुछ ताज़गी पा सकते हैं। इन यादों की मदद से हम अपना जीवन सुचारु रूप से चला सकते हैं। यादें हमारी कई तरह से मदद करती हैं। हम पिछली गलतियों से खुद को सुधार सकते हैं। बचपन की यादें हम सभी के लिए अनमोल होती हैं। वे बुढ़ापे में भी हमें मुस्कुराते हैं। 

बचपन की यादें निबंध 10 पंक्तियाँ (Childhood Memories Essay 10 Lines in Hindi)

  • 1) बचपन हमारे जीवन का सबसे छोटा समय है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण भी है।
  • 2) हम सभी के पास बचपन की बहुत सारी अच्छी यादें होती हैं।
  • 3) बचपन की यादें हमें उन सभी गलतियों को ठीक करने में मदद करती हैं जो हमने अतीत में की हैं।
  • 4) बचपन हमारे जीवन का सबसे मासूम हिस्सा है।
  • 5) जीवन के सभी पड़ावों में से सबसे खूबसूरत पड़ाव बचपन है।
  • 6) वे हमें हमारी गलतियों से सीखते हैं और बेहतर बनने में मदद करते हैं।
  • 7) बचपन की यादें हमारे भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  • 8) हमारे बचपन की यादों से हमारा व्यक्तित्व और स्वभाव बहुत प्रभावित होता है।
  • 9) जिन लोगों के पास अपने बचपन की अच्छी यादें होती हैं वे खुश रहते हैं।
  • 10) बचपन के वो दिन कभी वापस नहीं आएंगे, लेकिन हम उन्हें याद कर सकते हैं

मेरे बचपन की यादों पर 100 शब्दों का निबंध (100 Words Essay on My Childhood Memories in Hindi)

बचपन की यादें हमेशा हमारे चेहरे पर मुस्कान लाती हैं क्योंकि उनमें छिपी मासूमियत होती है। जब लोग इन यादों के बारे में सोचते हैं और चर्चा करते हैं तो उन्हें ख़ुशी होती है।

मेरी बचपन की सबसे मजबूत यादों में से एक है अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ पार्क में खेलना। हम वहां घंटों दौड़ते, झूलों और स्लाइडों पर खेलते हुए बिताते थे। जब हम हँसते और एक-दूसरे का पीछा करते तो सूरज हम पर गिरता और हमारी हँसी अब भी मेरे दिमाग में गूँजती। हम टैग और लुका-छिपी के खेल भी खेलते थे और हमेशा मजा करते थे। मुझे याद है कि मैं उन पलों में बिना किसी चिंता के कितना लापरवाह और खुश महसूस करता था। मेरे सबसे अच्छे दोस्त के साथ पार्क में खेलने की ये यादें शुद्ध आनंद और मासूमियत की भावनाओं को वापस लाती हैं, और मैं इन्हें हमेशा अपने बचपन की सबसे प्यारी यादों में से कुछ के रूप में संजोकर रखूंगा।

मेरे बचपन की यादों पर 200 शब्दों का निबंध (200 Words Essay on My Childhood Memories in Hindi)

याददाश्त हमारे जीवन का एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब मैं अपने बचपन पर नजर डालता हूं तो मुझे कई कहानियां याद आती हैं। कुछ मुझे खुश करते हैं, और अन्य मुझे सीखने और बढ़ने में मदद करते हैं।

मेरे दादा-दादी के यहाँ ग्रीष्म ऋतु

मेरी बचपन की सबसे प्यारी यादों में से एक है ग्रामीण इलाके में अपने दादा-दादी के घर पर गर्मियाँ बिताना। घर के चारों ओर हरे-भरे खेत और ऊँचे-ऊँचे पेड़ थे, और मुझे अपने चचेरे भाइयों के साथ खेतों और जंगलों में रोमांच पर जाना बहुत पसंद था। हम छुपन-छुपाई खेलने, किले बनाने और रात में जुगनुओं को पकड़ने में घंटों बिताते थे।

मेरे दादाजी हमेशा आसपास रहते थे, बगीचे की देखभाल करते थे या किसी नए प्रोजेक्ट पर काम करते थे। उन्होंने मुझे सिखाया कि पास की जलधारा में मछली कैसे पकड़नी है, और हम घंटों एक साथ किनारे पर बिताते, बातें करते और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लेते।

मेरे दादा-दादी के घर में हंसी और खुशी से भरे दिन हमेशा के लिए लंबे हो गए। घर हमेशा ताज़ी पके हुए माल की खुशबू से भरा रहता था, और मेरी दादी रसोई में स्वादिष्ट भोजन बनाने में घंटों बिताती थीं। मैं शांतिपूर्ण ग्रामीण इलाकों में अपने दादा-दादी और चचेरे भाइयों के साथ समय बिताने की इन यादों को हमेशा संजोकर रखूंगा। वे जीवन की सरल खुशियों की याद दिलाते हैं और मुझे उन लोगों और अनुभवों के लिए आभारी बनाते हैं जिन्होंने मुझे उस व्यक्ति के रूप में आकार दिया है जो मैं आज हूं।

मेरे बचपन की यादों पर 300 शब्दों का निबंध (300 Words Essay on My Childhood Memories in Hindi)

याददाश्त हमारे जीवन का एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण हिस्सा है। हम अपने जीवन के बारे में जो बातें सबसे ज्यादा याद रखते हैं, वे हमारे बचपन की बातें हैं। हम उन कामों को कभी नहीं भूल सकते जो हमने बचपन में किए थे।

मेरे बचपन की यादें

जब मैं अपने बचपन के बारे में सोचता हूं तो मुझे बहुत सारी कहानियां याद आती हैं। उनमें से कुछ मुझे खुश करते हैं, जबकि अन्य मुझे सीखने और बढ़ने में मदद करते हैं। मुझे लगता है कि मेरी किंडरगार्टन स्मृति वह है जो मेरे साथ सबसे अधिक चिपकी हुई है। मुझे आज भी अपने स्कूल का पहला दिन याद है। मैं स्कूल न जाने पर बहुत रोया। मेरी मां मुझे स्कूल ले गईं और ढेर सारी चॉकलेट दीं ताकि मैं रोऊं नहीं. मैं बहुत परेशान था लेकिन मेरे शिक्षक ने मुझे थोड़ा प्यार दिखाया और मैंने उस दिन का आनंद लिया। मैंने कई नए दोस्त बनाए और उस दिन से मुझे हर दिन स्कूल जाना अच्छा लगने लगा।

बचपन की यादों की जरुरत

जो चीज़ें हम बचपन से याद करते हैं वे वयस्क होने पर हमारे लिए महत्वपूर्ण होती हैं। हमारा बचपन हमारे बड़े होने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोग कहते हैं कि बचपन जीवन का सबसे अच्छा समय होता है क्योंकि हमें किसी बात की चिंता नहीं होती। बचपन की यादें हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे हमारे चरित्र और व्यक्तित्व के निर्माण में मदद करती हैं। बचपन की यादें अनुशासित रहना और जीवन में सही दृष्टिकोण रखने जैसी अच्छी आदतों से भी बहुत कुछ जुड़ी हुई हैं।

प्रत्येक बच्चे के पास अपने बचपन की एक विशेष स्मृति होती है जिसके बारे में वे हमेशा सोचते या याद रखते हैं। जब हम अच्छे समय के बारे में सोचते हैं, तो हमें खुशी और खुशी महसूस होती है। दूसरी ओर, जब हम अपने साथ हुई बुरी चीजों के बारे में सोचते हैं तो हमें डर और दुख महसूस होता है। यादें बहुत मूल्यवान हैं और हमारे लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहेंगी।

मेरे बचपन की यादों पर 500 शब्दों का निबंध (500 Words Essay on My Childhood Memories in Hindi) 

यादें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। वे हमारे व्यक्तित्व को आकार देते हैं क्योंकि हमारा सारा ज्ञान और पिछले अनुभव वहीं संग्रहीत होते हैं। हम सभी की यादें अच्छी और बुरी दोनों तरह की होती हैं। आपके पास बहुत पहले की और हाल के दिनों की भी यादें हैं। इसके अलावा, कुछ यादें हमें कठिन दिनों से उबरने में मदद करती हैं और अच्छे दिनों में हमें खुश रखती हैं।

यादें वह छोटी-छोटी चीजें हैं जो हमारे जीवन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती हैं। दूसरे शब्दों में, यादें अपूरणीय हैं और वे हमें बहुत प्रिय हैं। वे हमें अपनी गलतियों से सीखने और बेहतर बनाने में मदद करते हैं। मेरी राय में, किसी भी व्यक्ति के लिए उसकी बचपन की यादें सबसे प्रिय होती हैं। वे आपके अंदर के बच्चे को जीवित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह वयस्क जीवन के बीच हमारी मुस्कुराहट का एक कारण भी है।

बचपन की यादों का महत्व

बचपन की यादें हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। यह हमें अपने जीवन के सबसे अच्छे समय को याद कराता है। वे हमारी सोच और भविष्य को आकार देते हैं। जब किसी के पास बचपन की अच्छी यादें होती हैं, तो वह बड़ा होकर खुश व्यक्ति बनता है। हालाँकि, यदि किसी के पास बचपन की दर्दनाक यादें हैं, तो यह उनके वयस्क जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करती है।

इस प्रकार, हम देखते हैं कि कैसे बचपन की यादें हमारे भविष्य को आकार देती हैं। वे आवश्यक रूप से हमें परिभाषित नहीं करते हैं लेकिन वे निश्चित रूप से एक महान भूमिका निभाते हैं। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि बचपन की दर्दनाक यादों वाला कोई व्यक्ति ठीक नहीं हो सकता है। लोग अपने दर्दनाक अनुभवों से उबर जाते हैं और इंसान के रूप में विकसित होते हैं। लेकिन, ये यादें भी इस प्रक्रिया में बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बचपन की यादें अंदर के बच्चे को जीवित रखती हैं। हम चाहे कितने भी बड़े हो जाएं, हममें से हर एक के भीतर हमेशा एक बच्चा रहता है। वह अलग-अलग समय पर बाहर आता/जाती है।

उदाहरण के लिए, कुछ लोग झूले को देखकर बच्चे जैसा व्यवहार कर सकते हैं; जब वे आइसक्रीम देखते हैं तो दूसरे बच्चे की तरह उत्साहित हो सकते हैं। यह सब इसलिए होता है क्योंकि हमारे पास बचपन की यादें हैं जो हमें उन चीजों से जुड़ी याद दिलाती हैं जिनके बारे में हम उत्साहित होते हैं। इसलिए, बचपन की यादें हमारे जीवन में बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं।

बड़े होने पर मेरा बहुत प्यारा परिवार था। मेरे तीन भाई-बहन थे जिनके साथ मैं खूब खेलता था। मुझे वे खेल बहुत शौक से याद हैं जिन्हें हम खेला करते थे। खासकर, शाम को हम अपने खेल उपकरण के साथ पार्क में जाते थे। प्रत्येक दिन हम अलग-अलग खेल खेलते थे, उदाहरण के लिए, एक दिन फुटबॉल और दूसरे दिन क्रिकेट। पार्क में खेलने की ये यादें मुझे बहुत प्रिय हैं।

इसके अलावा, मुझे अपनी दादी के अचार की सुगंध भी अच्छी तरह याद है। जब भी वह अचार बनाती थी तो मैं उसकी मदद करता था। हम उसे तेल और मसालों को मिलाकर स्वादिष्ट अचार बनाने का जादू करते देखा करते थे। आज भी, जब भी मैं इस स्मृति को पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे कभी-कभी उसके अचार की गंध आती है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे यह घटना अच्छी तरह से याद है जब हम अपने परिवार के साथ पिकनिक के लिए बाहर गए थे। हमने चिड़ियाघर का दौरा किया और एक अविश्वसनीय दिन बिताया। मेरी माँ ने स्वादिष्ट व्यंजन पैक किये जो हमने चिड़ियाघर में खाये। मेरे पिता ने उस दिन बहुत सारी तस्वीरें खींची। जब मैं इन तस्वीरों को देखता हूं तो यादें इतनी स्पष्ट होती हैं, ऐसा लगता है जैसे यह कल ही की बात हो। इस प्रकार, मेरी बचपन की यादें मुझे बहुत प्रिय हैं और जब भी मैं उदास महसूस करता हूं तो मुस्कुरा देता हूं।

मेरे बचपन की यादों पर कुछ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q.1 बचपन की यादें क्यों महत्वपूर्ण हैं.

A.1 बचपन की यादें हमारे व्यक्तित्व और भविष्य को आकार देती हैं। वे हमें अच्छे समय की याद दिलाते हैं और कठिन दिनों से निपटने में हमारी मदद करते हैं। इसके अलावा, वे हमें पिछले अनुभवों और गलतियों की याद दिलाते हैं जो हमें खुद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

Q.2 सभी के लिए बचपन की एक सामान्य स्मृति क्या हो सकती है?

A.2 मेरी राय में, हममें से अधिकांश की बचपन की एक याद स्कूल का पहला दिन है। हममें से अधिकांश को याद है कि पहले दिन हमें कैसा महसूस हुआ था। इसके अलावा, हमारे जन्मदिन भी बचपन की बहुत आम यादें हैं जो हमें उस दिन उपहारों और उत्सवों की याद दिलाते हैं।

HindiKiDuniyacom

परिवार का महत्व पर निबंध (Importance of Family Essay in Hindi)

परिवार में शामिल ज्यादातर सदस्य नैसर्गिक क्रियाओं द्वारा आपस में जुड़े होते हैं और कुछ जीवन के पथ पर चलते हुए समय के साथ (विवाह पश्चात) हमारे परिवार में शामिल हो जाते हैं। समाज में परिवार के दो स्वरूप पाए जाते हैं। पहला एकल (मूल) परिवार दूसरा संयुक्त परिवार। व्यक्ति के लिए परिवार व्यापक रूप में अपनी भूमिका निभाता है। किसी शिशु के जीवन में परिवार का अभाव होने पर उसका जीवन अनेकानेक कठिनाइयों से भर जाता है।

परिवार का महत्व पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Family in Hindi, Parivar ka Mahatva par Nibandh Hindi mein)

परिवार का महत्व पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

एक इंसान का परिवार उसके लिए संसार होता है। हम अपने जीवन में जो कुछ भी प्राप्त कर पाते हैं, वह परिवार के सहयोग और समर्थन स्वरूप ही प्राप्त कर पाते हैं। हमारे पालन-पोषण को हमारा परिवार अपनी पहली प्राथमिकता समझता है और जब तक हम सक्षम नहीं हो जाते हमारी सभी जरूरतों की पूर्ति निःस्वार्थ भाव से करता है।

परिवार के प्रकार

परिवार के दो प्रकार है – मूल तथा संयुक्त परिवार। मूल परिवार की बात करें तो यह पश्चिमी देशों की सभ्यता है। जिसमें दम्पति अपने बच्चों के साथ निवास करता है, पर परिवार का यह स्वरूप अब विश्वभर में देखा जा सकता है। संयुक्त परिवार, संयुक्त परिवार की अवधारणा भारत की संस्कृति की छवि को दिखाता है। संयुक्त परिवार जिसमें दो पीढ़ी से अधिक लोग एक साथ निवास करते हैं जैसे दादा-दादी, चाचा-चाची, बुआ आदि।

परिवार की भूमिका

माता-पिता हमारा पालन पोषण करते हैं। ब्रश करने तथा जूते का फीता बाँधने से लेकर पढ़ा-लिखा कर समाज का एक शिक्षित वयस्क बनाते हैं। भाई-बहन के रूप में घर में ही हमें दोस्त मिल जाते हैं, जिनसे अकारण हमारी अनेक लड़ाई होती है। भावनात्मक सहारा और सुरक्षा भाई-बहन से बेहतर और कोई नहीं दे सकता है। घर के बड़े-बुजुर्ग के रूप में दादा-दादी, नाना-नानी बच्चे पर सर्वाधिक प्रेम न्यौछावर करते हैं। कटु है पर सत्य है, व्यक्ति पर परिवार का साया न होने पर व्यक्ति अनाथ कहलाता है। इसलिए समृद्ध या गरीब परिवार का होना आवश्यक नहीं पर व्यक्ति के जीवन में परिवार का होना अतिआवश्यक है।

समाज में हमारे पिता के नाम के साथ हमें पहचान दिलाने से लेकर हमारे पिता को हमारे नाम से जानने तक, परिवार हमें हर प्रकार से सहयोग प्रदान करता है। परिवार के अभाव में हमारा कोई अस्तित्व नहीं है, अतः हमें परिवार के महत्व को समझने की चेष्टा करनी चाहिए।

जीवन के विभिन्न पढ़ाव पर परिवार का सहयोग- निबंध 2 (400 शब्द)

एक छत के नीचे रहने वाला व्यक्तियों का समूह जो आपस में अनुवांशिक गुणों को संचरित करते हैं परिवार के संज्ञा के अंतर्गत आते हैं। इसके अलावा विवाह पश्चात या किसी बच्चे को गोद लेने पर वे परिवार का सदस्य हो जाते हैं। समाज में पहचान परिवार के माध्यम से मिलती है इसलिए हर मायने में व्यक्ति के लिए उसका परिवार सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।

जीवन के विभिन्न पढ़ाव पर हमारे परिवार का सहयोग

  • बचपन – हमारे लिए परिवार इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि परिवार हमारी पहली पहचान है, बाह्य शक्ति से (जो हमें हानि पहुंचा सकती है) परिवार हमारी ढ़ाल के रूप में रक्षा करता है। इसके अतिरिक्त हमारे सभी जायज जरूरतों की पूर्ति परिवार बिना कहे पूर्ण करता है।
  • किशोरावस्था – बच्चे के किशोरावस्था में कदम रखने पर जहां वह सबसे अधिक संवेदनशील स्थिति से गुज़र रहा होता है, परिवार, बच्चे को समझने का पूरा प्रयास करता है। उसे भावनात्मक सहयोग देता है। बच्चे के अंदर हो रहे उथल-पूथल का समाधान परिवार अपनी सूज बूझ से करता है।
  • युवावस्था – हमारे वयस्क हो जाने पर कई विषयों पर हमारी सहमति हमारे परिवार के साथ मेल नहीं खाती है, पर न चाहते हुए भी वह हमारे खुशी के लिए समझौता करना सीख जाते है और हमारे साथ हर परिस्थिति में खड़े रहते हैं।

परिवार और हमारे मध्य दूरी के कारण

  • परिवार की अपेक्षाएं – हमारे किशोरावस्था में पहुंचने पर जहां हमें लगने लगता है हम बड़े हो गए हैं वहीं परिवार की कुछ अपेक्षाएं भी हम से जुड़ जाती हैं। ज़रूरी नहीं हम उन अपेक्षाओं पर खरे उतर पाए अंततः रिस्तों में खटास आ जाती है।
  • हमारा बदलता स्वरूप – किशोरावस्था में पहुंचने पर बाहरी दुनिया के प्रभाव में आकर हम स्वयं में अनेक परिवर्तन करना चाहते हैं, जैसे की अनेक दोस्त बनाना, प्रचलन में चल रहे कपड़े पहनना, परिस्थिति को अपने तरीके से हल करना आदि। इस सब तथ्यों पर हमारा परिवार हमारे साथ सख्ती से पेश आता है ऐसे में हमारी न समझी के कारण कई बार रिस्तों में दरार आ जाते हैं। यहां एक दूसरे को समझने की ज़रूरत है।
  • विचारधारा में असमानता – अलग पीढ़ी से संबंधित होने के वजह से हमारे विचार और हमारे परिवार जनों के विचारधारा में बहुत अधिक असमानता होती है। जिसके वजह से परिवार में क्लेश हो सकता है।

पीढ़ी अंतराल (Generation Gap) के कारणवश परिवार और हमारे मध्य अनेक चीजों पर सहमति एक-दूसरे से भिन्न होती चली जाती है। एक दूसरे को समय देने से हम एक दूसरे को समझ पाएगे। परिवार तथा बच्चों को एक दूसरे के दृष्टीकोण को समझने का प्रयास करना चाहिए।

समाज में परिवार का महत्व – निबंध 3 (500 शब्द)

आगस्त कॉम्त ( Auguste Comte) की शब्दों में, “ परिवार के अभाव में समाज की कल्पना नहीं की जा सकती, परिवार समाज की अधारभूत इकाई है”। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है परिवार के समूह से समुदाय तथा समुदायों से समाज का निर्माण होता है। इसलिए परिवार को समाज की इकाई के रूप में देखा जाता है।

समाज में परिवार का महत्व

सभ्य परिवारों के समूह से सभ्य समाज का निर्माण होता है। जबकी इसके विपरीत समाज में एक बुरे आचरण का अनुसरण करने वाला परिवार पूरे समाज के लिए श्राप सिद्ध हो सकता है। इस कारणवश स्वच्छ समाज के लिए अच्छे परिवारों का होना अति आवश्यक है।

नेल्सन मंडेला के अनुसार

“किसी समाज की आत्मा की सबसे अच्छी पहचान इसी से होती है कि वह अपने बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करता है।”

समाज पर परिवार का प्रभाव

बढ़ते उम्र के बच्चों के लिए परिवार का व्यवहार सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। देश में होने वाले अपराधों में बाल अपराध के मामलात दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहें हैं। बाल अपराध से आशय बच्चों द्वारा किए गए अपराध से है। बच्चों के बाल अपराधी बनने के कई कारणों में से एक परिवारिक व्यवहार भी है। माता-पिता के आपसी तनाव या अपने में व्यस्त रहने के वजह से बच्चे पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है तथा आगे चल कर वह समाज के प्रतिकूल काम कर सकते हैं।

इस कारणवश परिवार का सही मार्ग दर्शन बच्चे के साथ-साथ समाज के लिए भी अति आवश्यक है।

परिवार महत्वपूर्ण क्यों है ?

  • व्यक्ति के व्यक्तित्व का पूर्ण निर्माण परिवार द्वारा होता है इसलिए सदैव समाज व्यक्ति के आचरण को देखकर उसके परिवार की प्रशंसा या अवहेलना करता है।
  • व्यक्ति के गुणों में जन्म से पूर्व ही उसके परिवार के कुछ अनुवांशिक गुण उसमें विद्यमान रहते हैं।
  • व्यक्ति की हर परेशानी (आर्थिक, समाजिक, निजी) परिवार के सहयोग से आसानी से हल हो सकती है।
  • मतलबी दुनिया में जहां किसी का कोई नहीं होता वहां हम परिवार के सदस्यों पर आख बंद कर के विश्वास कर सकते हैं।
  • परिवार व्यक्ति को मजबूत रूप से भावनात्मक सहारा प्रदान करता है।
  • जीवन में सब कुछ प्राप्त कर पाने की काबिलियत हमें, परिवार द्वारा प्रदान की जाती है।
  • परिवार के सही मार्ग दर्शन से व्यक्ति सफलता के उच्च शिखर को प्राप्त करता है इसके विपरीत गलत मार्ग दर्शन में व्यक्ति अपने पथ से भटक जाता है।
  • हमारे जीत पर हमारी सराहना तथा हार पर संतावना परिवार से मिलने पर हमारा आत्मविश्वास बढ़ जाता है। यह हमारे भविष्य के लिए कारगर साबित होता है।

परिवार के प्रति हमारा दायित्व

परिवार से प्राप्त प्यार और हमारे प्रति उनका निस्वार्थ समर्पण हमें उनका सदैव के लिए ऋणी बनाता है। अतः हमारा, हमारे परिवार के प्रति भी विशेष कर्तव्य बनता है।

  • बच्चों को सदैव अपने से बड़ों की आज्ञा का पालन करना चाहिए और स्वयं की बात समझाने का प्रयास करना चाहिए। किसी बात के लिए हठ करना उचित नहीं।
  • परिवार के इच्छाओं और अपेक्षाओं पर सदैव खरा उतरने का प्रयास करना चाहिए।
  • बच्चों और परिवार के मध्य कितना भी अनबन हो बच्चों को परिवार से दूर कभी नहीं होना चाहिए।
  • जिस बातों पर परिवार सहमत नहीं हैं, उन बातों पर पुनः विचार करना चाहिए और स्वयं समझने का प्रयास करना चाहिए।

हम पूर्ण रूप से स्वतंत्र होने के बावजूद अनेक बंधनों, जिम्मेदारियों, प्रेम तथा प्रतिबंधों से बंधे होते हैं। एक परिवार का महत्व, समाज के लिए उतना ही है, जितना की एक बच्चे के लिए है, अतः हमारे जीवन के लिए परिवार महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

Essay on Importance of Family

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Hindi Yatra

माँ पर निबंध – Essay on Mother in Hindi

Essay on Mother in Hindi : दोस्तों आज हम ने मां पर निबंध लिखा है मां का जीवन बड़ा ही अनमोल और समर्पण भाव से जुड़ा हुआ होता है वह हम बच्चों की सबसे पहली गुरु होती है वही हमारा संसार होती है इसलिए हमने मां को समर्पित निबंध लिखा है.

अक्सर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 और 12 के विद्यार्थियों को मां पर परीक्षाओं एवं भाषण देने के लिए के लिए कहा जाता है उनकी सहायता के लिए हमने यह निबंध लिखा है.

essay on mother in hindi

Get Some Essay on Mother in Hindi for student under 100, 250, 500 or 1000 words

10 lines Essay on Mother in Hindi

(1) मेरी मां दुनिया की सबसे अच्छी मां है.

(2) मां ने ही मुझे जन्म दिया है और मेरे लिए अनेक कष्ट सहे है फिर भी वह खुश रहती हैं

(3) मेरी मां मुझे बहुत प्यार करती है और रोज स्कूल जाने के लिए तैयार करती है.

(4) वह रोज मुझे सुबह शाम प्यार से खाना खिलाती है.

(5) मेरी मां मेरे साथ साथ पिताजी और उनके माता-पिता का भी ख्याल रखती है.

(6) मां मुझे रोज नई शिक्षाप्रद बातें बताती है साथ ही सही और गलत में फर्क करना भी सिखाती है.

(7) मां हमेशा परिवार की खुशी में ही खुश रहती है वह अपने लिए कभी कुछ नहीं मांगती.

(8) वह घर में आने वाले सभी मेहमानों से अच्छा व्यवहार करती है.

(9) आधुनिक समाज वह नौकरी करने के साथ-साथ घर परिवार भी चलाती है.

(10) मेरी मां हर परिस्थिति से लड़ना जानती है वह बहुत ही दयालु और सबसे अच्छी मां है.

Short Essay on Mother in Hindi 100 words

मां भगवान की सबसे श्रेष्ठ रचना है उसके जितना त्याग और प्यार कोई नहीं कर सकता है. मां विश्व की जननी है उसके बिना संसार की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

मां ही हमारी जन्मदाता होती है और वही हमारी सबसे पहली गुरु भी होती है वही सबसे ज्यादा हमें प्यार और दुलार करती है.

वह हमें जीवन में कठिनाइयों से लड़ते हुए आगे बढ़ने का संदेश देती है. वह हमारी प्रत्येक जरूरतों का ख्याल रखती है और स्वयं कष्ट सहकर भी हमें अच्छा जीवन प्रदान करती है.

यह भी पढ़ें –  माँ पर शायरी – Maa Shayari in Hindi

जिसके भी जीवन में मां होती है वह सदा खुश रहता है हमें हमेशा मां का आदर करना चाहिए और उन्हें हर खुशी देने का प्रयास करना चाहिए.

Meri Maa Essay in Hindi 250 words

मां ममता और वात्सल्य की मूरत है एक बच्चे की सबसे पहली दुनिया मां का आंचल ही होती है उसी की गोद में बैठकर वह दुनिया के नए रंग देखता है.

मां ही पहला गुरुकुल और पहला गुरु होती है और एक बच्चा सबसे पहला शब्द भी माँ ही कहता है. मां हमारी जीवन भर देखभाल करती है उसी की अच्छी परवरिश के कारण हम अच्छे इंसान बन पाते है.

हम चाहे कितने भी बड़े हो जाए लेकिन मां के लिए हमेशा बच्चे ही रहते है वह हर समय हमारी चिंता करती है और हमे सही राह दिखाती है.

मां हमारा हर सुख-दु:ख में साथ देती है जब हम बीमार होते हैं तो वही हमारे लिए रात भर जागती है भगवान से हमारे ठीक होने की प्रार्थना करती है.

वह हमारे लिए सब कुछ त्याग कर देती है, मां भूखी रहकर भी हमें भरपेट भोजन खिलाती है मां के जैसा त्याग और प्यार कोई नहीं कर सकता है.

यह भी पढ़ें – Best Mothers Day Poem in Hindi – माँ पर कविता

मां हमारी हर बात को समझती है चाहे हम उसे बताएं या नहीं वह हमारे हर आंसू की वजह पूछती है. अगर हम किसी कार्य को नहीं कर पाते है तो वह हमारा मार्गदर्शन करती है वह जीवन के हर एक मोड़ पर हमारे साथ खड़ी होती है.

मां अपने बच्चे से कभी रूठती नहीं है अगर वो रूठ भी जाती है तो ज्यादा देर तक रूठी हुई नहीं रह सकती है प्रेम और स्नेह का दूसरा नाम ही मां है. किसी भी व्यक्ति के अच्छे भविष्य के लिए मां का बहुत अधिक महत्व होता है.

Best Essay on Mother in Hindi 500 words

मां ईश्वर का दूसरा रूप है क्योंकि ईश्वर सभी जगह हमारी सहायता के लिए नहीं हो सकते इसीलिए उसने मां को बनाया है मां की ममता प्यार और स्नेह को प्राप्त करने के लिए तो ईश्वर भी धरती पर जन्म लेता है. मां से बड़ा दयालु और परोपकारी आज तक कोई नहीं हो पाया है और ना हो पाएगा.

मां वह धरा है जो खुद बंजर हो जाती है लेकिन अपने बच्चों का सही पालन-पोषण करके उनका अच्छा मार्ग दर्शन करके उन्हें उपजाऊ धरा के समान बनाती है.

Maa हमेशा हमारी खुशी मेरी खुश रहती है उसे कोई धन दौलत नहीं चाहिए उसे तो सिर्फ अपने बच्चों का प्यार चाहिए. मां हमेशा दिन-रात हमारे परिवार और हमारी सेवा में लगी रहती है लेकिन वह कभी नहीं कहती कि मैं थक गई या फिर मैं और काम नहीं कर सकती.

मां के जितना समर्पण और त्याग कोई अन्य व्यक्ति नहीं कर सकता है . मां हमारे जन्म से पहले से ही हमारा ख्याल रखना शुरू कर देती है हमारे जन्म के समय उसे असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ता है फिर भी वह हमारी एक मुस्कान देखने के लिए सारी पीड़ा को खुशी खुशी सह जाती है.

“गम की चोटे फौलाद से ज्यादा क्या होगी और मां की दौलत दुनिया में औलाद ज्यादा क्या होगी”

बचपन में वह हमारा पालन पोषण करती है, हमारी हर नादानी को नजर अंदाज करके हमें माफ कर देती है. मां सुबह सबसे पहले उठती है, वह हमें समय पर भोजन देती है, समय पर स्कूल जाने के लिए तैयार करती है,

पूरे दिन भर घर का काम करती है, इसके बाद जब हम घर लौट कर आते हैं तो एक मुस्कान के साथ हमारा हाल-चाल पूछती है और हम सब को सुलाने के बाद वह सोती है. इतना बड़ा कार्य तो सिर्फ माँ ही कर सकती है.

संसार में पुरुषों को सबसे शक्तिशाली बताया जाता है लेकिन सबसे शक्तिशाली तो मां है जिसके साहस, स्नेह, निडरता, बुद्धिमता, दयालुता और प्रेम भाव के आगे कोई भी नहीं टिक पाता है. माँ ही है जो करते हुए आंसुओं को पूछती है और एक मिनट में हमारे चेहरे पर मुस्कान बिखेर देती है.

कभी सोचा है मां हमारे लिए यह सब कुछ क्यों करती है क्योंकि वह सिर्फ और सिर्फ हमसे प्यार करती है वह अन्य दुनिया की तरह नहीं है जो स्वार्थ के लिए आप से प्रेम भाव रखते है.

मां ही हमारा पहला गुरु होती है वह हमें अच्छी शिक्षा देती है और समाज का एक अच्छा नागरिक बनाती है वह असफलता और सफलता दोनों में हमारे साथ खड़ी हुई होती है हमारे निराश होने पर वह आशा की किरण बनकर हमारे साथ चलती है और हमारा मार्गदर्शन करती है.

मां जीवन भर हमारे लिए इतना सब कुछ करती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हमें भी मां के लिए कुछ करना चाहिए उनका हर समय खयाल रखना चाहिए उन्हें हर वह खुशी देने की कोशिश करनी चाहिए जो आज तक वो हमें देती आई है.

हमें प्रतिदिन मां का आशीर्वाद लेना चाहिए क्योंकि जब उसका आशीर्वाद मिल जाता है तब हमें किसी के आगे हाथ फैलाने नहीं पड़ते है.

आज आप हमारे साथ प्रण ले की जैसे मां ने आपका ख्याल रखा है वैसे ही आप भी उनका ख्याल रखेंगे और जो खुशियां उन्हें नहीं मिल पाई वो खुशियां उन्हें देंगे.

Essay on Mother in Hindi 1000 words

मां की व्याख्या करने की ताकत किसी भी कलम में नहीं है क्योंकि मां को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है फिर भी मैं मां के ऊपर आज कुछ लिखना चाहता हूं.

मां उस जल के समान है जो निरंतर बहता रहता है और दुनिया को जीवन देता रहता है मां उस अटल पहाड़ की तरह है जब मुसीबत आती है तो वह पहाड़ की तरह मजबूती से खड़ी रहती है.

मां नदी के समान है जो निरंतर निर्मल और परोपकार की भावना रखते हुए बहती रहती है. मा तपती धरती के समान है जो खुद त्याग करके अपने बच्चों की परवरिश करती है. मां में तो पूरा ब्रह्मांड समाया है क्योंकि उसके बिना इस धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है.

मां ईश्वर का सबसे अनमोल उपहार है जिसे मिलता है उसके जीवन से दुख दूर हो जाते हैं और जीवन में खुशियां ही खुशियां भर जाती है. वह जीवन की अंतिम पल तक हमारा साथ नहीं छोड़ती है भले ही हमने क्यों न उसका साथ छोड़ दिया हो.

जीवन में मां का महत्व –

मां का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है क्योंकि उसके बिना हमारा जीवन संभव नहीं हो पाता वही हमें इस दुनिया में लेकर आती है. हमारे जन्म के समय उसे असहनीय पीड़ा महसूस होती है लेकिन फिर भी वह हमारे लिए पीड़ा को सहन करके हमें जीवन प्रदान करती है.

मां हमारे बचपन से ही हमारा पालन-पोषण करती है हमारी हर जरूरतों को पूरा करती है वह स्वयं भूखी रह जाती है लेकिन हमें भरपेट भोजन कराती है. वह स्वयं गीली जगह पर सो जाती हैं लेकिन हमें हमेशा सूखे में सुलाती है.

मां हमारा पहला गुरुकुल और पहली गुरु होती है वही हमें सर्वप्रथम शिक्षा देती हैवह धीरे-धीरे है मैं अपने पैरों पर चलना सिखाती है. वह अपने पूरे जीवन का त्याग करके संपूर्ण जीवन हमें समर्पित कर देती है वह हमेशा अपने दुखों को भूलाकर हमारी खुशियों के बारे में सोचती है.

मां हमें बचपन में अच्छी शिक्षाप्रद कहानियां सुनाती है जिनसे हमारा जीवन और भी सुलभ हो जाता है. वह हमें जीवन जीने का तरीका बतलाती है. वह समाज की बुरी कुरूतियो से लड़ना सिखाती है.

जब हम खुश होते है तो वह बहुत खुश होती है. मां के जितना कोई निडर नहीं हो सकता क्योंकि जब हमारे ऊपर कोई भी मुसीबत आती है तो सबसे पहले वह हमारे आगे खड़ी होती है और हमारा बचाव करती है. मां हमेशा हमारे प्रति परोपकार की भावना रखती है वह कभी भी हमसे कुछ नहीं मांगती है हमेशा हमारे बिना मांगे हमारी जरूरतें पूरी करते है.

मां हमें समाज में जीने का तरीका बदल आती है वह हमें अच्छे और बुरे में भेद करना सिखाती है वह हमें लोगों का सम्मान करना सिखाती है हमें निरंतर बिना रुके चलना सिखाती है. मां जीवन भर हमारी सेवा करती रहती है हमें छोटी सी चोट लग जाने या फिर बीमार होने पर वह चिंतित हो जाती है और दिन रात जाग कर सेवा करती है.

ईश्वर से हमारी ठीक होने की मन्नतें और प्रार्थना करती है. वह सदा हमारे लिए ही प्रार्थना करती है कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगती क्योंकि उसके लिए हम ही सब कुछ होते है.

हम चाहे कितने भी बड़े हो जाए लेकिन मां के लिए जीवन भर हम एक छोटे बच्चे के समान ही होते हैं जिस पर अगर थोड़ी सी भी मुसीबत आ जाए तो वह कहीं भी हो दौड़ी चली जाती है.

वह हमें चुनौतियों से लड़ना सिखाती है और अगर हम कभी निराश होते हैं तो आशा की किरण बनकर हमारा हौसला बढ़ाती है और जब तक हम सफलता प्राप्त नहीं कर लेते हमारा हाथ थामे साथ खड़ी रहती है.

मां का विश्वास और आर्शीवाद हमारे ऊपर सदा बना रहता है तभी हम जीवन में एक अच्छे इंसान बन पाते है और सफलता प्राप्त कर पाते है.

मां हमें हमेशा साहसी धैर्यवान और अच्छे व्यक्तित्व वाला व्यक्ति बनाती है वह चाहती है कि हम इस दुनिया के लिए कुछ अच्छा करें और इस समाज पर एक अमिट और अच्छी छाप छोड़ें. मां सबसे बड़ा धन है जिसको यह मिल जाता है उसकी जिंदगी संवर जाती है.

मां और ईश्वर –

मां का दुलार और प्यार पाने के लिए ईश्वर भी धरती पर जन्म लेते है मां का प्यार होता ही ऐसा है जिसको पाने के लिए ईश्वर भी धरती पर चले आते है इसका एक स्पष्ट उदाहरण है भगवान श्री कृष्ण जिन्होंने मां की ममता पाने के लिए धरती पर जन्म दिया था.

भगवान श्री कृष्ण ने एक नहीं दो माताओं का प्यार और दुलार पाया था. इससे यह स्पष्ट होता है कि ईश्वर भी मां को प्रणाम करते है.

मां के प्रति हमारे कर्तव्य –

मां हमारे लिए पूरा जीवन समर्पित कर देती है और बदले में हम उन्हें दो वक्त की रोटी तक नहीं दे पाते है यह बहुत ही विडंबना का विषय है कि जिस मां ने हमारे लिए पूरा जीवन कठिनाइयों और मुसीबतों को झेल कर हमें जीवन दिया, हमें दुनिया की हर एक खुशी दी और हमें एक अच्छा व्यक्ति बनाया.

अब हमारे बड़े होने पर मां के प्रति हमारे भी कुछ कर्तव्य बनते है. हमें मां की हर जरूरत को पूरा करना चाहिए. उनकी हर एक खुशी देनी चाहिए. वृद्धावस्था में उनकी सेवा करनी चाहिए. उनके पास बैठकर कुछ समय बिताना चाहिए.

सुबह शाम उनसे मिलकर उनका हाल-चाल पूछना चाहिए प्रतिदिन उनका आशीर्वाद लेना चाहिए क्योंकि मां की आशीर्वाद से बड़ा कोई धन नहीं होता है. उन्हें भी उतना ही प्यार करना चाहिए जितना उन्होंने हमें किया था.

मां को हमारे से कुछ नहीं चाहिए ना उसे धन चाहिए ना उसे बड़ा मकान चाहिए उसे तो सिर्फ अपने बच्चों का प्यार चाहिए और खुशियां चाहिए.

इसलिए हमें हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए और हर संभव सेवा करनी चाहिए मां वह अनमोल धन है जो कि अगर एक बार खो जाए तो जिंदगी में दोबारा कभी नहीं मिलता है.

उपसंहार –

मां के जितना त्यागी, साहसी, धैर्यवान, निडर, तपस्वी, परोपकारी, जीवनदायी कोई नहीं हो सकता है . मां ईश्वर का ही दूसरा स्वरूप है जिसने हमें पृथ्वी पर जीवन दिया है.

इस अमूल्य जीवन का हम कभी भी कर्ज अदा नहीं कर सकते हैं इसलिए जितनी हो सके उतनी मां की सेवा करनी चाहिए उन्हें हर वह खुशी देनी चाहिए जिसके लिए उन्होंने अपने जीवन को हमारे व्यक्तित्व को निखारने के लिए समर्पित कर दिया.

यह भी पढ़ें –

माँ पर 10 हिन्दी कविता | Sad Poem on Maa in Hindi

पिता पर निबंध – My Father Essay in Hindi

नारी शिक्षा पर निबंध – Essay on Nari Shiksha in Hindi

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध – Adarsh Vidyarthi Essay in Hindi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Mother in Hindi  आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

30 thoughts on “माँ पर निबंध – Essay on Mother in Hindi”

Thank you hindi yatra for this legend essay.

Welcome Aarav Srivastava

what a good composition ! It is really very helpful!! Thank You!!!!!!!!!!!!!!!

Thank you Pracheta Das for appreciation

Hahta hu me ek choti si dunya ho Or jisme phle name meri maa ho

Shiv kashyap ji aap ne bahut accha likha hai.

It is a very nice essay and it helps me in my summer vacation homework…..I give this essay a five star rating…..I loved the essay very true and heartiest ♥️ lines have been written…..I loved it a lot… thanks for writing this type of good essay

Thank you Sandeep for appreciation and keep visiting hindi yatra.

thank you its very good for childern

Welcome sannvi and thank you for appreciation.

Yes it’s very much good for my dear mum

Thank you Krishna for appreciation.

Baht achha hai raise aur bhi nibandh mujhe chahiye

Sunny giri, Hame khushi hai ki aap ko nibandh pasnd aaya dhanyawad.

all best word of maa

Thank you kamlesh kumar deoria up for appreciation.

Like your essay very much one mistake in it but top essay like it very much . mother is nicely described in it.

Thank you Rohit Owandkar for appreciation.

All right…….

Thank you Mayank for appreciation.

Thanks for writing this type of good essay I Loved it alot😘

Welcome Ishika and thanks for appreciation.

please sir this essay send on my email. please sir and send my email

faizan sayyad, Aap yaha se copy kar sakte hai apne school project ke liye

Satik likha hai

Sarahna ke liye Dimple ji aap ka bhut bhut dhanyawad.

It is a very nice essay and it helps me in my summer vacation homework…..I give this essay a five star rating…..I loved the essay very true and heartiest ♥️ lines have been written…..I loved it a lot… thanks for writing this type of good essay

Shila Sarkar, We are grateful that you are like our content, thank you very much for the appreciation.

It is very nice essay an that’s line is very great thank u for write. This essay

Welcome Saniya, we glad you like our content.

Leave a Comment Cancel reply

essay on parents in hindi

30,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

essay on parents in hindi

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

essay on parents in hindi

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

essay on parents in hindi

  • Essays in Hindi /

Essay on Mother in Hindi : स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में माँ पर निबंध

' src=

  • Updated on  

Essay on Mother in Hindi

माँ शब्द बहुत ही छोटा शब्द है, लेकिन इसकी गहराई को कोई नहीं माप सकता है। माँ कोई कुछ शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। मां के लिए हर एक व्यक्ति की अपनी परिभाषा है। माँ को हम भगवान के रूप में भी देखते है, या कहे वो भगवान का ही एक रूप है। माँ आप पर आई हर परेशानी को चुटकियों में एक जादू की तरह दूर करने वाली जादूगर होती है। माँ हमारी सबसे पहली गुरु होती है, माँ जो कुछ भी शती है वो अपने बच्चों तक नहीं आने देती है। माँ की जगह कोई नहीं ले सकता। हम जब स्कूल में पढते है तो बहुत सी कविता, कहानियां माँ से संबंधित पढ़ने को मिलती है। और कभी कभी बच्चों से माँ पर निबंध लिखने को भी कहा जाता है। तो ऐसे में बच्चों को कभी कभी समझ नहीं आता की वो शुरुआत कैसे करें या क्या लिखे, इसे देखते हुए आज हम इस ब्लॉग में माँ पर निबंध लिख रहे हैं। इस ब्लॉग में आप 100, 200 और 500 शब्दों में Essay on Mother in Hindi के बारे में जान पाएंगे।

This Blog Includes:

माँ पर निबंध 100 शब्दों में, माँ पर निबंध 200 शब्दों में, माँ में है जीवन का महत्व, जीवन की पहली टीचर माँ , सुपरवुमन होती है माँ , निष्कर्ष , मेरी माँ पर 10 लाइन .

100 शब्दों में Essay on Mother in Hindi का सैंपल नीचे प्रस्तुत है। 

एक माँ केवल एक बच्चों को जन्म नहीं देती है बल्कि उसे प्यार करने, देखभाल करने और बिना किसी शर्त के खुद को आजीवन समर्पण करने को तैयार रखती है। हर व्यक्ति के जीवन में माँ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि वह सिर्फ अपने बच्चों को प्यार, दुलार करती है। बल्कि वह एक रक्षक, मित्र और साथ ही एक अनुशासन की भूमिका भी निभाती है। माँ एक निस्वार्थ, प्यार करने वाली देवी होती है, जिसके लिए त्याग और प्यार की कोई सीमा नहीं होती है। मेरी माँ मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखती हैं। मेरे माँ ने मेरे लिए जो भी समर्पण किये है, मैं कितना भी कर लू उसके इस कर्ज को कभी नहीं चुकाने लायक बन सकता हूँ।  

यह भी पढ़ें : राष्ट्रीय बालिका दिवस पर छात्र ऐसे लिख सकते हैं निबंध, यहाँ देखें सैंपल

Essay on Mother in Hindi

200 शब्दों Essay on Mother in Hindi कुछ इस प्रकार है –

बचपन से ही ‘एक माँ की गोद किसी भी अन्य की तुलना में अधिक आरामदायक होती है’, मैं हर एक परिस्थिति मानता हूँ। मेरी माँ एक निस्वार्थ, समर्पित और प्यार करने वाली महिला का एक आदर्श उदाहरण हैं। वह सबसे मजबूत है और मेरे परिवार और मेरी खुशियों के लिए किसी भी हद तक खुद को समर्पित करती है। मेरी माँ निरंतर समर्थन और जीवन में आने वाले हर उतार-चढ़ाव के दौरान मेरे साथ खड़ी रहीं। मेरी माँ मेरी पहली शिक्षिका थीं जिन्होंने मुझे जीवन के हर कदम पर सिखाया और परिवार, समाज और बड़ों का आदर करना सिखया। उन्होंने कभी गलत के आगे न झुकना और गलती पर पहले आगे आकर माफ़ी माँगना सिखाया। जब मैं किसी चीज को लेकर बहुत परेशान हुआ तो उसने धैर्य रखना सिखाया। परिवार में मेरी माँ का योगदान मुझे हमेशा सही रास्ते पर चलते रहने के लिए प्रेरित करता है। मई अपनी माँ को एक जादूगर कहता हूँ, जो मेरे और मेरे परिवार के सभी दुखों को दूर कर देती हैं और बहुत सरे प्यार और देखभाल प्रदान करती हैं। मेरी माँ मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं जिन्होंने मुझे जीवन की सभी कठिनाइयों को पार करके अपने लक्ष्य हासिल करने, और बहादुर बनने की सीख दी।

यह भी पढ़ें :  मदर टेरेसा पर निबंध

माँ पर निबंध 500 शब्दों में

500 शब्दों Essay on Mother in Hindi कुछ इस प्रकार है –

माँ एक परिवार में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है क्योंकि वह सभी के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है। मेरा मानना है की भगवान यदि इस धरती पर अब तक जो भी सबसे बेहतरीन मनुष्य बनाया है, वह मां के रूप में है, क्योंकि वह बिना किसी शर्त के अपने बच्चों और परिवार को प्यार करती है।

“माँ” सिर्फ एक शब्द नहीं है यह अपने आप में एक एहसास और प्यार है, जब हम माँ कहते हैं, तो हमारी कई समस्याएं कोई चमत्कार की तरह दूर हो जाती हैं। माँ एक पल के लिए भी निराश हुए बिना हमेशा खुश रखती है। माँ के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। माँ महत्व बचपन से बड़े होने तक रहता है, हम कितने भी बड़े हो जाये पर अपनी माँ के लिए हमेशा बच्चे ही रहते हैं।  

यह भी पढ़ें :  विश्व हिंदी दिवस पर निबंध

माँ हमें जितना प्यार करती है, उतना ही माँ हमें जीवन के हर उतार-चढ़ाव में आगये बढ़ने की प्रेरणा भी देती है। माँ ही अपने बच्चों को बहुत करीब और गहराई से जानती हैं। माँ की जरूरत हमें हमेशा होती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम जीवन में कहाँ हैं, चाहे वे स्कूल जाना शुरू कर रहे हों, विदेश जाने की सोच रहे हों या जिंदगी में किसी बड़ी कठिनाईयों से गुजर रहे हों, हमें हमेशा अपनी माँ की मदद की ज़रूरत होती है। माँ अपने बच्चों को स्कूल जाने से पहले ही एक टीचर की तरह सिख देती है। बच्चे अपनी माँ से जो सीखते हैं वो शिक्षा उन्हें कोई नहीं दे सकता है। इस लिए हमेशा मन जाता है, की एक माँ बच्चे की पहली शिक्षिका होती है। 

माँ सिर्फ अपने बच्चों नहीं बल्कि पूरे परिवार को बहुत सहजता से संभालती है। वो घर के कामों के साथ बाहर की भी चीजों में हाथ बटाती है। जब इस दुनिया में प्यार, ईमानदारी और सच्चाई के बारे में सोचते हैं, तो सबसे पहले मां का चेहरा सामने होता है। माँ हमेशा मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहती हैं। मेरे जीवन में अगर किसी इंसान की महत्वपूर्ण भूमिका है वो सिर्फ मेरी माँ की है। वह हमेशा हमारी भलाई, खास कर हमारी स्कूली शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में अत्यधिक चिंतित रहती हैं। जब हमें कोई चीज खाने की इच्छा होती है तो वो बिना आलास किये हमारे लिए तुरंत उसे बनती है, कभी कभी तो वो खुद भूखी सो जाती है, लेकिन कभी ये नहीं कहती कि आज ये चीज नहीं है। उसके जैसा त्याग कोई नहीं कर सकता है। 

हम जैसे जैसे बड़े होते हैं एक माँ की चिंता और अधिक बढ़ने लगती है, उसकी चिंता अपने बच्चों के करियर, स्वस्थ और दूर जाने के लिए होती है। हम कितने भी बड़े क्यों न हो जाये पर अपनी माँ को हमेशा वही प्यार और सामान देना चाहिए और कभी ये नहीं भूलना चाहिए उसने हमारे जीवन के लिए क्या क्या त्याग किये हैं।   

essay on parents in hindi

मेरी माँ पर 10 लाइन्स कुछ इस प्रकार हैं –

  • मेरी माँ मुझसे बहुत प्यार करती है।
  • बच्चे की पहली गुरु माँ ही होती है, बचपन में माँ द्वारा सिखाई गई हर बातों के अनुसार ही बच्चे को संस्कार मिलते हैं।
  • माँ ही बच्चे की पहली और सबसे अच्छी दोस्त होती है, जिससे हम बिना किसी झिझक के अपने दिल की हर बात बता देते हैं।
  • मां महेश परिवार का पूरा ख्याल रखती हैं, वह हमेशा परिवार की खुशियों के बारे में सोचती हैं।
  • माँ सुबह 4 बजे उठ जाती है और घर का सारा काम करती है।
  • माँ मुझे स्कूल के लिए तैयार करती है और फिर मुझे स्कूल छोड़ती है।
  • हर रविवार मेरी माँ मेरे लिए मेरा पसंदीदा खाना बनाकर मुझे खिलाती है।
  • मेरी माँ मुझे अच्छी बातें सिखाती है, जब भी कोई समस्या होती है तो मेरी माँ मुझे अच्छी सलाह देती है।
  • मेरी माँ मुझे हर शाम पढ़ाती है और मेरा होमवर्क पूरा करने में मदद करती है।
  • मेरी माँ सुबह से शाम तक घर का काम करती है और पूरे परिवार की देखभाल करती है, इतना काम करने के बाद भी वह अपनी समस्याएँ किसी को नहीं बताती।

essay on parents in hindi

संबंधित आर्टिकल्स

उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Essay on Mother in Hindi के बारे में विस्तृत जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य  ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स   पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

' src=

सीखने का नया ठिकाना स्टडी अब्रॉड प्लेटफॉर्म Leverage Eud. जया त्रिपाठी, Leverage Eud हिंदी में एसोसिएट कंटेंट राइटर के तौर पर कार्यरत हैं। 2016 से मैंने अपनी पत्रकारिता का सफर अमर उजाला डॉट कॉम के साथ शुरू किया। प्रिंट और डिजिटल पत्रकारिता में 6 -7 सालों का अनुभव है। एजुकेशन, एस्ट्रोलॉजी और अन्य विषयों पर लेखन में रुचि है। अपनी पत्रकारिता के अनुभव के साथ, मैं टॉपर इंटरव्यू पर काम करती जा रही हूँ। खबरों के अलावा फैमली के साथ क्वालिटी टाइम बिताना और घूमना काफी पसंद है।

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

30,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

essay on parents in hindi

Resend OTP in

essay on parents in hindi

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

essay on parents in hindi

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

HindiSwaraj

Essay on Parents in Hindi | माता पिता पर निबंध

By: Amit Singh

मैं अपने माता-पिता से प्यार करता हूँ

हमारे जीवन में माँ और पिता की भूमिका, hindi essay my parents // निबंध माता पिता पर // mata pita par nibandh hindi mein, essay on parents in hindi – faq.

दोस्तो माता – पिता पर निबंध लिखने के लिए हम जितने भी शब्द लिखें वह कम ही होंगे, क्योकिं माता – पिता के प्यार को शब्दों मे नही बांधा जा सकता। लेकिन क्योंकि यह एक निंबध के रूप मे लिखा जाना है इसलिए इसे कुछ शब्दों में लिखने का प्रयास किया गया है।

यहाँ पढ़ें: 10 Lines on Parents in Hindi

हमे धरती पर लाने वाले हमारे माता-पिता हमारे नायक हैं। हम अपने जीवन में माता-पिता की भूमिका और मूल्य से कभी इनकार नहीं कर सकते हैं। निम्नलिखित निबंध बच्चों के लिए माता-पिता के महत्व, भूमिका, प्यार और बलिदान पर चर्चा करता है।

यहाँ पढ़ें: 10 lines on my favourite book in hindi यहाँ पढ़ें: Essay On My Favorite Book in Hindi

माता-पिता के बिना जीवन अब तक का सबसे खराब जीवन है। माता-पिता हमारे लिए समर्थन और छाया हैं। हमारे जीवन में माता-पिता के मूल्य को कभी भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। वे हमारे जीवन में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। वे हमारी रक्षा करते हैं और हमें खुश और प्रसन्न करने के लिए हर बलिदान देते हैं। माता-पिता हमारे सच्चे संरक्षक हैं। इस दुनिया में हमारी सफलता और खुशी के वास्तविक कारण हैं।

essay on parents in hindi

मैं अपने माता-पिता से प्यार करता हूं । वे मेरे जीवन के हर क्षेत्र में मेरे साथ खड़े हैं। मेरा हीरो मेरी मां है। वह सुबह जल्दी उठती है। वह सुबह से शाम तक हमारे परिवार के लिए काम करती है। वह सबसे अच्छा हाउस मैनेजर है। वह हमारे घर की हर चीज का ख्याल रखती है।

जैसे ही वह जागती है, वह सबके बारे में सोचना शुरू कर देती है। सुबह- सुबह ही वह रसोई की ओर भागती है। वह हमारे लिए स्वादिष्ट नाश्ता तैयार करती है। मां का नाश्ता हमेशा स्वादिष्ट होता है। वह हमारी पसंद का खाना बनाने में बहुत ध्यान रखती है। हमारा स्वादिष्ट नाश्ता बनाने के बाद, मेरी माँ जल्दी से स्वादिष्ट भोजन के साथ हमारे लंच बॉक्स को भर देती है।

वह हमेशा अतिरिक्त स्वादिष्ट भोजन के साथ हमारे दोपहर के भोजन के बक्से को भरती है ताकि हम अपने दोस्तों को भी खिला सकें। मैं वास्तव में अपने माता-पिता और विशेष रूप से मेरी मां की सराहना करता हूं।

यहाँ पढ़ें: 10 Lines On Myself In Hindi यहाँ पढ़ें: Essay on Myself in Hindi

माँ का प्यार अतुलनीय है । स्कूल खत्म होने के तुरंत बाद हम घर आते हैं, हम हमेशा अपनी मां को हमारे घर के गेट पर खड़े पाते हैं। हम बहुत खुश महसूस करते हैं और मेरी मां हम सभी को गले लगाती है।

वह हमारे स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखती है। वह नियमित रूप से हमारे परिवार के डॉक्टर से परामर्श करती है ताकि हम स्वस्थ और मजबूत रहें। घर के काम के अलावा, मेरी मां भी हमारे स्कूल के होमवर्क में हमारी मदद करती है। वह ड्राइंग में सबसे अच्छी है। वह फैंसी चित्रों, कार्टून और ड्राइंग में बहुत अच्छी हैं हम सभी उनके ड्राइंग कौशल में अद्भुत महसूस करते हैं।

मेरे हीरो मेरे पिता हैं। पिता को हमेशा एक गुमनाम नायक के रूप में माना जाता है। लेकिन यह तथ्य नहीं है। मां के अलावा, पिता का मूल्य, भूमिका और जिम्मेदारी हमेशा गर्व की बात होती है। हम सभी अपने पिता से बहुत प्यार करते हैं। मेरे पिता एक इंजीनियर हैं। हालांकि वह हमेशा अपने शेड्यूल में व्यस्त रहते हैं फिर भी वह हम सभी का अच्छा ख्याल रखते हैं।

हम सभी परिवार के सदस्य साप्ताहिक रात के खाने और बाहर दर्शनीय स्थलों की यात्रा पर जाते हैं। इसके अलावा, हमारी गर्मियों की छुट्टियों के दौरान हम सभी परिवार के सदस्य देश की यात्रा पर जाते हैं। हम सभी वहां बहुत आनंद लेते हैं। मेरे पिता हमेशा हमारे बारे में हर चीज के लिए चिंतित रहते हैं। हालांकि वह अपने काम में व्यस्त है, फिर भी वह हमेशा हमारे बारे में सब कुछ याद रखते हैं।

अपने बच्चों के लिए माता-पिता का प्यार बहुत मूल्यवान है। अगर माता-पिता का समर्थन नहीं होता तो हम यहां नहीं होते। हम मुस्कुराए नहीं, हंसते नहीं और सफल नहीं होते अगर माता-पिता नही होते। इसलिए, हमें इतने सारे कारणों से अपने माता-पिता की सराहना करनी चाहिए।

आप अपने माता-पिता के निबंध के बारे में क्या सोचते हैं?

मेरे माता-पिता मेरी ताकत हैं जो जीवन के हर मोड़ पर मेरा साथ देते हैं । मैं उनके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकता। मेरे माता-पिता एक मार्गदर्शक प्रकाश की तरह हैं जो मुझे खो जाने पर सही रास्ते पर ले जाते हैं।

माता पिता हमारे लिए क्या क्या करते हैं?

माता पिता हमारे लिए वह सब करते हैं? जिसमे हमारी भलाई होती है मां-बाप हमारे लिए बहुत से कार्य करते हैं हमारे जीवन में हर आने वाली मुसीबतों को वह अपने ऊपर ले लेते हैं। जीवन की किसी भी बड़ी से बड़ी कठिनाइयों को हम अपने मां-बाप के फायदा से आसानी से पार कर लेते हैं।

माता पिता का सम्मान कैसे करें?

भगवान आपको अपने माता-पिता का सम्मान करने की आज्ञा देते हैं। आप जिस भी धर्म का पालन करते हैं और जिस भी भगवान की पूजा करते हैं, वे सभी आपको अपने माता-पिता का सम्मान करना सिखाते हैं

हमें अपने माता-पिता की हर इच्छा को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि उनकी इच्छा मे भी हमारे सफल होने की ही इच्छा शामिल होती है। हमे कभी भी अपने माता – पिता का दिल नही दुखाना चाहिए । हमें अपने माता-पिता के समर्थन, मार्गदर्शन और सुरक्षा के साथ हमें आशीर्वाद देने के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए। हमारे माता-पिता लंबे समय तक खुशी और शांति से जी सके।

अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर निबंध

reference Essay on Parents in Hindi

essay on parents in hindi

I am a technology enthusiast and write about everything technical. However, I am a SAN storage specialist with 15 years of experience in this field. I am also co-founder of Hindiswaraj and contribute actively on this blog.

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Question and Answer forum for K12 Students

Hindi Essay (Hindi Nibandh) 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन

Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics

हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।

निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics

  • सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
  • अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
  • नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
  • साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
  • नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
  • मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
  • एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
  • युवा पर निबंध – (Youth Essay)
  • अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
  • मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
  • परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
  • पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
  • असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
  • मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
  • मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
  • दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
  • दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
  • बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
  • महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
  • दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
  • सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
  • राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
  • खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
  • रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
  • राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
  • मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
  • राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
  • राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
  • देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
  • पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
  • सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
  • सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
  • विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
  • लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
  • विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
  • रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
  • समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
  • समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
  • समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
  • व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
  • विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
  • विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
  • मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
  • मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
  • पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
  • मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
  • सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
  • शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
  • खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
  • क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
  • ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
  • मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
  • पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
  • सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
  • कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
  • कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
  • कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
  • कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
  • इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
  • शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
  • विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
  • विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
  • विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
  • विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
  • कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
  • मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
  • मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
  • विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
  • भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
  • सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
  • भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
  • राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
  • भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
  • कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
  • हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
  • अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
  • महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
  • महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
  • आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
  • मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
  • ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
  • भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
  • भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
  • आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
  • चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
  • चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
  • परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
  • आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
  • भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
  • संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
  • भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
  • दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
  • राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
  • भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
  • भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
  • किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
  • राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
  • बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
  • भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
  • गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
  • बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
  • आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
  • बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
  • गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
  • सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
  • यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
  • बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
  • सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
  • परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
  • पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
  • वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
  • महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
  • बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
  • शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
  • बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
  • दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
  • जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
  • श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
  • जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
  • भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
  • मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
  • हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
  • विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
  • भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
  • गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
  • गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
  • महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
  • ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
  • परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
  • मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
  • अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
  • देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
  • समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
  • नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
  • ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
  • जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
  • जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
  • प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
  • प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
  • वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
  • पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
  • पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
  • बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
  • योग पर निबंध (Yoga Essay)
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
  • प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
  • वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
  • बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
  • अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
  • स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
  • महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
  • मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
  • मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
  • कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)

इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।

हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?

प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।

हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।

तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।

हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची

हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।

विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।

हिंदी निबंधों की संरचना

Hindi Essay Parts

उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।

इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।

हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु

अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:

  • अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
  • अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
  • पहला भाग: परिचय
  • दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
  • तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
  • एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
  • जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
  • अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
  • विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
  • यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
  • महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।

हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।

2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।

3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।

4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।

5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:

  • एक पंच-लाइन की शुरुआत।
  • बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
  • रचनात्मक सोचें।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
  • आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
  • सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
  • निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।

निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।

यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।

  • Bihar Board

SRM University

Cbse board result 2024.

  • TN Board Result 2024
  • MBSE Result 2024
  • Karnataka Board Result 2024
  • CG Board Result 2024
  • Kerala Board Result 2024
  • Shiv Khera Special
  • Education News
  • Web Stories
  • Current Affairs
  • नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
  • School & Boards
  • College Admission
  • Govt Jobs Alert & Prep
  • GK & Aptitude
  • articles in hindi

Mother’s Day Speech in Hindi 2024: मदर्स डे पर छोटे और बड़े भाषण हिंदी में

Happy mothers day quotes: मदर्स डे हर इंसान के लिए एक विशेष दिन है क्योंकि यह हमें हमारी एकमात्र दुनिया (माँ) को उसके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद कहने का मौका देता है जो उसने पूरी जिंदगी दी है। मातृ दिवस के लिए भाषण आईडिया यहां प्राप्त करें। अपने विचारों को ऐसे शब्द बनने दें जिन्हें आपकी माँ सुन सकें और आपके जीवन में उनके महत्व को महसूस कर सकें।.

Atul Rawal

मदर्स डे पर 2 मिनट का भाषण (2 Minutes Speech on Mother’s Day In Hindi)

मदर्स डे पर 5 मिनट का भाषण (5 minutes speech on mother’s day in hindi), मदर्स डे पर 10 मिनट का भाषण (10 minutes speech on mother’s day in hindi), मदर्स डे पर 15 मिनट का भाषण (15 minutes speech on mother’s day in hindi).

(10 मिनट के भाषण पर आधारित)

मदर्स डे पर 20 मिनट का भाषण (20 Minutes Speech on Mother’s Day In Hindi)

(15 मिनट के भाषण पर आधारित)

मदर्स डे पर 30 मिनट का भाषण (30 Minutes Speech on Mother’s Day In Hindi)

(20 मिनट के भाषण पर आधारित)

...कई बार हमारी माँ से बहस हो जाती है, या हम उनकी बातों को अनसुना कर देते हैं. लेकिन ये ज़रूरी है कि हम ये याद रखें कि वो हमारी भलाई ही चाहती हैं. उनका अनुभव और ज्ञान हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. अगर कभी हम गलती कर बैठते हैं, तो हमें माफी मांगने में झिझक नहीं होनी चाहिए. माँ का प्यार इतना महान होता है कि वो हमें तुरंत माफ कर देंगी.

(Continuing the thought) ...इस समाज में माँ की भूमिका को हमेशा से सम्मान दिया गया है. कई महान लोगों ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माँ को दिया है. ये कहावत भी है कि "स्वर्ग माँ के चरणों में होता है." ये हमें ये बताता है कि माँ का प्यार और त्याग कितना अनमोल है.

Happy Mother’s Day Quotes and Wishes in Hindi

  • "माँ शब्द जितना छोटा है, उसका महत्व उतना ही ज्यादा है."
  • "दुनिया की हर एक मां को समर्पित है मातृ दिवस."
  • "मां की दुआएं मेरी मुसीबतों से इस कदर टकराती हैं, जमाने की हर बलाए उनके काले टीके से घबराती हैं."
  • "किसी ने हमसे पूछा स्वर्ग कहां है, हमने मुस्कुराते हुए कहा, जिसके घर में मां है वो जगह स्वर्ग है!"
  • "माँ के प्यार से ज्यादा कुछ नहीं अनमोल होता है." 
  • माँ, आपके प्यार, त्याग और आशीर्वाद के लिए दिल से धन्यवाद. आपका साथ पाकर मैं बहुत खुश हूँ. मातृ दिवस की शुभकामनाएँ! 
  • माँ, आप मेरी सुपरहीरो हो! आप मुझसे बहुत प्यार करती हो. मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ. मातृ दिवस की बधाई!
  • माँ, आप मेरी धूप हो जो मुझे हमेशा रोशन रखती हो. आप मेरा सहारा हो. मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ. मातृ दिवस की शुभकामनाएं!

इस मदर्स डे पर अपनी मां को खास महसूस कराएं।

  • Mother's Day Speech in English
  • Mother's Day Essay in Hindi
  • Mother's Day Essay in English

यहाँ पर आप सभी बोर्ड के 2024 हाई स्कूल और इंटर रिजल्ट चेक कर सकते है जैसे की यूपी बोर्ड , एमपी बोर्ड , राजस्थान बोर्ड , छत्तीसगढ़ बोर्ड , उत्तराखंड बोर्ड , झारखण्ड बोर्ड , एचपी बोर्ड , हरियाणा बोर्ड और अन्य राज्य के बोर्ड रिजल्ट देख सकते है।

  • RBSE 10th 12th रिजल्ट 2024
  • आरटीई राजस्थान लॉटरी रिजल्ट 2024
  • CBSE रिजल्ट 2024 Digilocker
  • CBSE Board Class 10 रिजल्ट 2024
  • CUET UG एडमिट कार्ड 2024
  • CBSE रिजल्ट 2024
  • CBSE 10th, 12th कम्पार्टमेंट 2024
  • HBSE 12th Result 2024
  • JAC Class 12th रिजल्ट 2024
  • स्कूल की बात

Latest Education News

Odisha High Court Recruitment 2024: Applications Invited For Junior Stenographer Posts, Check Eligibility And Application Process

Ireland T20 World Cup Squad 2024: Complete List of Team Players and Name

Tripura Board Class 10, 12 Result To Be Released By May End, Check Details Here

SSC GD 2024 Result Live Update: Official Website to Download the Constable Results ssc.gov.in, Check Merit List Date, Latest Updates

PSEB Class 11 Punjabi Syllabus 2024-2025: Download in PDF

Official GOA Board 10th Result 2024 Date and Time Announced: Check GBSHSE Class 10 Results Online at results.gbshsegoa.net

[LIVE] RBSE 10th, 12th Result 2024: राजस्थान बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट की तारीख, समय पर बड़ा अपडेट, rajresults.nic.in पर मिलेगी Marksheet

BECIL Recruitment 2024: Apply Online For MTS, Supervisor and others, Check Eligibility

Current Affairs One Liners: 14 May 2024- James Anderson

UP Board Class 12 Latest Syllabus 2024-2025 Released: Download The Subject Wise Syllabus PDF’s For Free

Today’s School Assembly Headlines (15 May):  Sushil Kumar Modi Died, Modi’s Nomination, Zomato Share Price Drop, GPT-4o, IPL 2024 and Other News in English

Goa Board SSC Result 2024: GBSHSE Class 10th Result Date And time at results.gbshsegoa.net

Goa Board Result 2024: GBSHSE Board at gbshse.in and results.gbshsegoa.net

IPL 2024 DC Players: दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों की पूरी लिस्ट यहां देखें, ऋषभ की वापसी      

IPL 2024 Full Schedule: आईपीएल 2024 का फुल शेड्यूल,आज किस टीम का है मैच जानें यहां    

Most Sixes In IPL 2024: आईपीएल में चौकों-छक्कों की रेस में कौन सबसे आगे? देखें पूरी लिस्ट

IPL 2024 Live Streaming: मोबाइल या टीवी कहां और कैसे देखें आज के आईपीएल का LIVE टेलीकास्ट?

Current Affairs Quiz: 14 May 2024- World Hydrogen Summit 2024

Everest Record: सर्वाधिक बार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले पर्वतारोही कौन है?

UP Board Class 10 Syllabus 2024-25 OUT: Download PDF for Subject-Wise Syllabus

IMAGES

  1. Essay on Parents in Hindi Language माता पिता पर निबंध

    essay on parents in hindi

  2. essay on my parents in hindi/mere mata pita par nibandh/10 lines on my parents in hindi/my parents

    essay on parents in hindi

  3. best 40+ poem on mother in hindi

    essay on parents in hindi

  4. A Poem On Mother In Hindi

    essay on parents in hindi

  5. Essay on My Father in Hindi- मेरे पिता पर निबंध

    essay on parents in hindi

  6. Short Essay on Father in Hindi Language मेरे पिता पर निबंध

    essay on parents in hindi

VIDEO

  1. poem on my parents in english/mata pita par kavita

  2. mata pita par kavita/poem on my parents in Hindi

  3. essay on my parents in Hindi/5 lines on my parents in Hind/Mata pita par nibandh

  4. 10 lines on my parents in Hindi/essay on my parents in english/mata pita par nibandh

  5. essay on my parents in english/mata pita par nibandh

  6. har ma, papa se connect hoga ye shorts

COMMENTS

  1. माता पिता पर निबंध- Essay on Parents in Hindi

    माता पिता पर निबंध- Essay on Parents in Hindi. माता पिता भगवान की दिए हुए सबसे अनमोल उपहार है। माता पिता का स्थान हर व्यक्ति के जीवन में भगवान से भी पहले आता है और यह ...

  2. मेरे माता-पिता पर निबंध (My Parents Essay in Hindi) 100, 200, 250, 300

    मेरे माता-पिता पर निबंध 10 पंक्तियाँ (My Parents Essay 10 Lines in Hindi) 1) मेरे माता-पिता मुझे बिना शर्त प्यार देते हैं।. 2) मैं जो कुछ भी करना चाहता हूं उसमें ...

  3. Essay on Parents in Hindi माता पिता पर निबंध

    Essay on Parents in Hindi 150 Words. मुझे अपने माता-पिता से बहुत प्यार है। वह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मै उनसे एक दिन भी अलग नही रह सकता हूँ। मैं हमेशा खुश रहता हूँ, जब मेरे ...

  4. बच्चों का माता-पिता के प्रति कर्तव्य पर निबंध |Essay on Children's Duty

    बच्चों का माता-पिता के प्रति कर्तव्य पर निबंध |Essay on Children's Duty towards Parents in Hindi! मनुष्य का जीवन अनेक उतार-चढ़ावों से होकर गुजरता है । उसकी नवजात शिशु अवस्था से लेकर ...

  5. माता-पिता की ज़िम्मेदारीयाँ: Responsibilities of Parents Essay in Hindi

    Responsibilities of Parents in Hindi. सभी माता-पिता को यह जानना ज़रूरी है कि बचपन में हम अपने बच्चों को जो सिखाते हैं, वो जीवन-भर उसके साथ रहता है। कम उम्र में ...

  6. माता-पिता का सम्मान पर निबंध

    माता-पिता का सम्मान निबंध Essay On Respect For Parents In Hindi. हम सभी का जीवन हमारे माता- पिता की देन ही हैं. ईश्वर द्वारा प्रदत्त बेशकीमती उपहारों में से ...

  7. माता-पिता की शिक्षा में भूमिका निबंध Essay Role Of Parents Education Hindi

    March 30, 2023 Kanaram siyol HINDI NIBANDH. नमस्कार दोस्तों आपका हार्दिक स्वागत हैं, आज हम माता-पिता की शिक्षा में भूमिका पर निबंध | Essay On Role Of Parents In Education In Hindi का निबंध ...

  8. मेरे पिता पर निबंध (My Father Essay in Hindi)

    मेरे पिता पर निबंध (My Father Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / June 20, 2023. आमतौर पर एक बच्चे का जुड़ाव सबसे अधिक उसके माता-पिता से होता है क्योंकि उन्हीं को वो ...

  9. पिता पर हिन्दी में निबंध। Essay on Father in Hindi

    पिता प्रत्येक बच्चे के लिए धरती पर ईश्वर का साक्षात रूप होते हैं। वे अपनी संतान को सुख देने के लिए अपने सुखों को भी भुला देते हैं। - Essay on Father in Hindi

  10. पिता पर निबंध

    10 lines on My Father Essay in Hindi. (1) मेरे पिता का नाम विकास सैनी है, वह दुनिया के सबसे अच्छे पिता हैं. (2) मेरे पिता एक किसान है. (3) मेरे पिताजी हमेशा सत्य ...

  11. मेरे पिता मेरे हीरो पर निबंध (My Father My Hero Essay in Hindi)

    मेरे पिता मेरे हीरो पर निबंध (My Father My Hero Essay in Hindi) पिता हमेशा अपने बच्चों के लिए विशेष होते हैं लेकिन कुछ के लिए वे प्रेरणा का स्रोत हैं ...

  12. माता पिता पर निबंध

    Essay on Parents in Hindi : इस निबंध में माता पिता के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। माता पिता अनमोल उपहार की तरह होते हैं।

  13. माता पिता पर निबंध Essay on Parents in Hindi @ 2018

    Essay on My Family in Hindi @ 2018. Essay on Newspaper in Hindi. मुझे अच्छी तरह याद है, जब मैं अपनी माँ का हाथ पकड़कर उन्हें वैष्णो देवी की चढ़ाई पर ले गया था। तब मेरी उम्र ...

  14. मेरा परिवार पर निबंध (My Family Essay in Hindi)

    मेरा परिवार पर निबंध 200-300 शब्दों में (Short Essay on My Family in Hindi 200-300 Words) वैसे तो हर किसी का एक परिवार होता है, और जब मेरा परिवार कैसा हो पर निबंध या ...

  15. विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका Essay On Role Of Parents Students

    नमस्कार साथियों आपका स्वागत हैं, आज हम विद्यार्थी जीवन में माता-पिता की भूमिका पर निबंध | Essay On Role Of Parents And Teachers In Students Life In Hindi का निबंध लेकर आए है ...

  16. मेरे बचपन की यादों पर निबंध

    Childhood Memories Essay in Hindi - यादें सबसे महत्वपूर्ण चीज़ों में से एक हैं जिन्हें हम जीवन भर संजोकर रख सकते हैं। वे हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं

  17. परिवार का महत्व पर निबंध (Importance of Family Essay in Hindi)

    परिवार का महत्व पर निबंध (Importance of Family Essay in Hindi) परिवार में शामिल ज्यादातर सदस्य नैसर्गिक क्रियाओं द्वारा आपस में जुड़े होते हैं और कुछ जीवन ...

  18. माँ पर निबंध

    10 lines Essay on Mother in Hindi. (1) मेरी मां दुनिया की सबसे अच्छी मां है. (2) मां ने ही मुझे जन्म दिया है और मेरे लिए अनेक कष्ट सहे है फिर भी वह खुश रहती हैं. (3 ...

  19. Essay on Mother in Hindi

    100 शब्दों में Essay on Mother in Hindi का सैंपल नीचे प्रस्तुत है।. एक माँ केवल एक बच्चों को जन्म नहीं देती है बल्कि उसे प्यार करने, देखभाल करने और बिना ...

  20. माता पिता पर 10 लाइन निबंध| 10 lines on mother father in hindi| essay

    माता पिता पर 10 लाइन निबंध| 10 lines on mother father in hindi| essay on parents in hindi | essay ......# ...

  21. Essay on Parents in Hindi

    Essay on Parents in Hindi - दोस्तो माता - पिता पर निबंध लिखने के लिए हम जितने भी शब्द लिखें वह कम ही होंगे, क्योकिं माता - पिता के प्यार को शब्दों मे नही बांधा जा सकता।

  22. Hindi Essay (Hindi Nibandh)

    बाल मजदूरी पर निबंध - (Child Labour Essay); भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi); महिला सशक्तिकरण पर निबंध - (Women Empowerment Essay); बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)

  23. Mother's Day Speech in Hindi 2024: मदर्स डे पर छोटे और बड़े भाषण हिंदी में

    मदर्स डे पर 5 मिनट का भाषण (5 Minutes Speech on Mother's Day In Hindi) नमस्ते! मातृ दिवस के इस शुभ अवसर ...